बागवानी:प्लम की उच्च घनत्व की बागवानी-डा०राजेन्द्र कुकसाल।

प्लम की उच्च घनत्व की बागवानी।

-डा०राजेन्द्र कुकसाल।

उद्यान पंडित श्री कुन्दन सिंह पंवार द्वारा अपने नारायणी उद्यान जो टेहरी जनपद के जौनपुर विकास खण्ड के अन्तर्गत नैनबाग , पाव में मसूरी से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है में प्लम की उच्च घनत्व की बागवानी की जा रही है।

डा० बृजेश गुप्ता संयुक्त निदेशक, उद्यान चौबटिया रानीखेत के सहयोग से श्री पंवार जी ने प्लम की ब्लैक अंबर, फ्रायर ,एंजीलीनो़ ,रेड ब्यूट, क्यून रोजा, ब्लैक स्पिन्डर आदि किस्मों का संकलन नारायणी उद्यान में किया है।

प्लम की ब्लैक अम्बर ,फ्रायर, एवं एंजिलिनो जो कि कैलिफोर्निया की किस्में हैं तीनों किस्मों के प्लम तीन हफ्ते तक खराब नहीं होते हैं तथा बाजार में 100 रुपये किलो तक बिक ते हैं जहां पुरानी सैंटारोजा और फ्रंटियर किस्मों के प्लम तैयार होने के बाद सिर्फ 5 दिनो तक ही सुरक्षित रह पाते है।

अपने अनुभव के आधार पर पंवार जी का कहना है कि उद्यान विभाग की योजनाओं में स्टोन फ्रुटस याने आडू, प्लम, खुवानी पर भी योजनायें चलाई जानी चाहिए ।

डाक्टर परमार औद्यानिक एवं वानिकी विश्व विद्यालय, नौणी सोलन हिमाचल प्रदेश, राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड, भारत इटली फल विकास परियोजना ढकरानी देहरादून, हार्टिकल्चर टैक्नालाजी मिशन आदि के सहयोग से विभिन्न प्रकार के फलदार पौधों की कई उन्नतिशील प्रजातियों का रोपण नारायणी उद्यान में किया गया , बाद के बरसों में अनुभव के आधार पर समय व बाजार की मांग के अनुसार रोपित फलदार पौधों की उन्नत व व्यवसायिक किस्मों का चयन कर उन्हें बढ़ाया है।

शुरू के बरसों में आपने लो चिलिंग किस्म के सेब के पौधों का रोपण किया किन्तु व्यवसायिक दृष्टि से उपयोगी न होने के कारण सेव के पौधे हटा कर आड़ू की इटैलियन व नैक्ट्रिन किस्मों का रोपण अधिक किया इनके फल मई – जून माह में तैयार हो जाते हैं जिस समय मसूरी व कैम्पटी में टूरिस्ट अधिक संख्या में आते हैं इससे कई स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल जाता है।

कई विद्यालयों के छात्र-छात्राएं इस उद्यान के भ्रमण पर समय समय पर आते रहते हैं जिन्हें पंवार जी द्वारा उद्यान विकास के सम्बन्ध में व्यवहारिक ज्ञान दिया जाता है। आपके सतत् प्रयास व ज्ञान से आस – पास के क्षेत्र के ही नहीं दूर दराज के बागवान भी लाभान्वित हुए हैं।

श्री पंवार जी को बागवानी के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु बर्ष 2005 में उत्तराखंड सरकार ने उद्यान पंडित की उपाधि से नवाजा है। केन्द्रीय उपोषण बागवानी संस्थान लखनऊ और भारतीय बागवानी शोध एवं विकास सोसायटी की ओर से देवभूमि बागवानी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।श्री पंवार जी उत्तराखंड के कई कृषि एवं शोध संस्थानों में विशेषज्ञ एवं सलाहकार के रूप में सूचीबद्ध हैं ।

पहाड़ी क्षेत्रों में उद्यान विकास से घर बैठे स्वरोजगार कैसे प्राप्त करना है श्री पंवार जी द्वारा स्थापित नारायणी उद्यान में जा कर सीखा जा सकता है।
श्री पंवार जी का मो० नंबर-7895895675
9411311306

पंवार जी द्वारा डा०बृजेश गुप्ता संयुक्त निदेशक उद्यान के तकनीकी सहयोग से प्लम की उच्च घनत्व बागवानी की वीडियो साझा कर रहा हूं।