मुख्यमंत्री भक्तदर्शन रा.स्ना.महा विद्यालय के स्वर्णजयन्ती समारेह में बतौर मुख्यअतिथि सम्मिलित हुए#अपर मुख्य सचिव आनन्द वर्धन ने मानव -वन्यजीव संघर्ष की समाप्ति के लिए पायलट प्रोजेक्ट बनाने के दिए निर्देश#जूट कैरी बैग प्रशिक्षण शिविर का नगर पंचायत गजा अध्यक्ष ने किया शुभारंभ#अल्मोड़ा  में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने किया जिलास्तरीय खेलों का शुभारम्भ।-www.janswar.com

-अरुणाभ रतूड़ी
मुख्यमंत्री भक्तदर्शन रा.स्ना.महा विद्यालय के स्वर्णजयन्ती समारेह में बतौर मुख्यअतिथि सम्मिलित हुए
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जयहरीखाल के भक्तदर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने महान विभूति भक्तदर्शन जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री जी ने भक्तदर्शन की पुत्री मीरा चौहान को सम्मानित किया तथा भक्तदर्शन स्नातकोत्तर महाविद्यालय की स्मारिका का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि भक्तदर्शन स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एम.ए तथा एम.एस.सी हेतु दो पृथक पीजी ब्लॉक का निर्माण किया जाएगा। एम.एस.सी. में भौतिक विज्ञान व गणित तथा एम.ए. में संस्कृत, अंग्रेजी व भूगोल के विभिन्न संकाय खोलने हेतु चरणबद्ध तरीके से आकलन कराकर उसीौ अनुरूप कार्य किया जाएगा। महाविद्यालय स्वरोजगारपरक कौशल विकास पाठ्यक्रम प्रारंभ किया जाएगा। विकासखंड नैनीडांडा और जयहरीखाल में मिनी स्टेडियम बनाया जायेगा। उन्होंने महाविद्यालय के छात्रा हॉस्टल की चारदीवारी के निर्माण हेतु जिलाधिकारी को निर्देशित किया।मुख्यमंत्री ने कहा कि विकासखंड जयहरीखाल के चिनबो तथा नैनीडांडा के आशोबाखली में वाटरफॉल निर्माण, ज़यहरीखाल ब्लाक के अंतर्गत अमटोला पंपिंग योजना की स्वीकृति प्रदान की जायेगी। नैनीडांडा के गुड्डूगड़ी में पर्यटन स्थल विकसित किया जायेगा। नैनीडांडा तथा रिखणीखाल विकासखंड के अंतर्गत कुमालडीडांडा, बरेही, पीपली, शिलांग, खदरासी, करतिया, तिमाईसैंण, डमालता, बगेडा, रीखेडा आदि में सिंचाई नेहरों के पुनरऊद्वार का कार्य किया जायेगा। द्वारीखाल में सिंगटाली नामक स्थान पर गंगा नदी पर पुल निर्माण एवं विधानसभा क्षेत्र यम्केश्वर में केंद्रीय विद्यालय निर्माण का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भक्तदर्शन जी का भारतीय स्वतंत्रता तथा उत्तराखंड राज्य के हित में महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने कहा कि भक्तदर्शन महाविद्यालय ने कुशल मानव संसाधन देने का कार्य किया। इस महाविद्यालय से पढ़े बहुत से लोग आज राजनीति, सेना, पुलिस, प्रशासन आदि क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज भारत की पहचान एक समर्थ और शक्तिशाली भारत के रूप में बनी है। राज्य सरकार भी जीरो पेंडेंसी की नीति पर कार्य रही है। सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं संतुष्टि के मंत्र पर कार्य किए जा रहे हैं। युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़ने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। भर्ती प्रक्रियाओं में तेजी लाई गई है।
इस अवसर पर विधायक श्री दिलीप सिंह रावत, श्रीमती रेनू बिष्ट, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती श्वेता चौबे, मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अपूर्वा पांडे, ब्लॉक प्रमुख श्री महेंद्र राणा, श्री दीपक भंडारी, श्री प्रशांत कुमार, नगरपालिका अध्यक्ष दुगड्डा भावना चौहान एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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अपर मुख्य सचिव आनन्द वर्धन ने मानव -वन्यजीव संघर्ष की समाप्ति के लिए पायलट प्रोजेक्ट बनाने के दिए निर्देश
अपर मुख्य सचिव श्री आनन्दवर्धन ने मानव-वन्यजीव संघर्ष को समाप्त करने हेतु पायलट प्रोजेक्ट के तहत 5 गांवों को चिह्न्ति कर प्रभावी समाधानों के क्रियान्वयन को आरम्भ करने के निर्देश जलागम विभाग को दिए हैं। एसीएस ने मानव-वन्यजीव संघर्षो को नियंत्रित करने हेतु सरकारी प्रयासों के साथ ही सामुदायिक भागीदारी, ग्राम पंचायतों की भूमिका तथा स्थानीय लोगों के सहयोग को भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मानव-वन्यजीव संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों और गांवों में माइक्रों प्लान पर गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही एसीएस ने प्रोजेक्ट के तहत राजाजी-कॉर्बेट लैण्डस्कैप के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में मानव-वन्यजीव संघर्ष के पैटर्न का अध्ययन करने तथा क्षेत्र में मानव-वन्यजीव संघर्ष के प्रति स्थानीय लोगों के रूझान व धारणाओं तथा सामाजिक-आर्थिक प्रभावों का डॉक्यूमेंटेशन करने के भी निर्देश दिए हैं।

अपर मुख्य सचिव जलागम प्रबन्धन एवं कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आनन्दवर्धन ने सोमवार को सचिवालय में राज्य में मानव-वन्यजीव संघर्ष को नियंत्रित करने के सम्बन्ध में जलागम, भारतीय वन्य जीव संस्थान के वैज्ञानिकों एवं कंसलटेंट्स के साथ बैठक की। एसीएस ने लोगों को जंगली जानवरों के हमलों से सतर्क करने हेतु अर्ली वार्निंग सिस्टम विकसित करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में मानव-वन्यजीव संघर्ष की बढ़ती घटनाओं के पीछे गांवों से पलायन के कारण कम आबादी घनत्व, एलपीजी सिलेण्डरों की त्वरित आपूर्ति सेवा का अभाव, सड़कों में लाइटों का कार्य न करना, पालतू पशुओं की लम्बी अवधि तक चराई,  गांवों की खाली एवं बंजर जमीनों पर लेन्टाना, बिच्छू घास, काला घास, गाजर घास के उगने से जंगली जानवरों को छुपने की जगह मिलना जैसे कारणों के समाधानों पर भी चर्चा की गई।
भारतीय वन्य जीव संस्थान के वैज्ञानिकों तथा जलागम के अधिकारियों ने जानकारी दी कि मानव-वन्य जीवन संघर्ष को नियंत्रित करने हेतु एक प्रोजेक्ट अल्मोड़ा, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल तथा पौड़ी गढ़वाल में संचालित किया जाएगा। फिलहाल यह प्रोजेक्ट पौड़ी गढ़वाल जनपद के कुछ क्षेत्रों जिसमें कार्बेट तथा राजाजी टाइगर रिजर्व भी सम्मिलित है, में क्रियान्वित किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत सर्वाधिक मानव-वन्यजीव संघर्षो वाले गांवो जिनमें 17 से अधिक मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं हुई है, की पहचान की गई है। इन 15 गांवों में गोहरी फोरेस्ट रेंज में स्थित गंगा भोगपुर गांव, लाल ढांग फोरेस्ट रेंज में स्थित किमसार, देवराना, धारकोट, अमोला, ताचला  रामजीवाला, केस्टा गुमा, कांडी, दुगड्डा में स्थित किमुसेरा, सैलानी, पुलिण्डा, धूराताल तथा लैंसडाउन की सीमा में कलेथ गांव हैं।
भारतीय वन्य जीव संस्थान, देहरादून के वैज्ञानिकों ने जानकारी दी कि फसलों को नुकसान पहुंचाने हेतु जंगली सूअर तथा भालू मुख्यतः उत्तरदायी है। मानव-वन्यजीव संघर्ष से प्रभावित जिन गाँवो में सर्वे किया गया उन्होंने गेहूं का उत्पादन बन्द कर दिया है। ग्रामीणों ने मंडुआ, हल्दी तथा मिर्चो का उत्पादन आरम्भ कर दिया है ताकि अनुमान लगाया जा सके कि क्या इन फसलों के उत्पादन से कुछ अन्तर पडे़गा। 50 प्रतिशत गांवों में सभी मौसमों में 60-80 प्रतिशत फसलें वन्यजीवों द्वारा नष्ट की जा रही है।  100 प्रतिशत ग्रामीणों ने माना कि यदि वन्यजीवों द्वारा फसलें नष्ट न की जाती तो कृषि कार्य उनके लिए लाभकारी होता। प्रभावित गांवों के कुल कृषिक्षेत्र का 50 प्रतिशत क्षेत्र खाली पड़ा है।

बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे हैं।

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जूट कैरी बैग प्रशिक्षण शिविर का नगर पंचायत गजा अध्यक्ष ने किया शुभारंभ

 

गजा टि.ग.(डी.पी.उनियाल) नगर पंचायत गजा में 21 दिवसीय कैरी बैग प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मीना खाती ने किया , जिला उद्योग केंद्र नरेन्द्र नगर द्वारा संचालित उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत सामुदायिक भवन बारातघर गजा में 25महिलाओं का कैरी बैग प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया है , इस प्रशिक्षण शिविर में 25महिलाओं का प्रशिक्षण के लिए चयन किया गया , शिविर का शुभारंभ करते हुए श्रीमती मीना खाती ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्व रोजगार और रोजगार के लिए इस प्रकार के उद्यमिता विकास कार्यक्रम आयोजित किए जाने जरुरी हैं ताकि महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें , उन्होंने कहा कि लघु व्यवसाय से ही हम अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं , प्रशिक्षण के संदर्भदाता राहुल भट्ट ने कहा कि कैरी बैग,हैंड बैग, जूस ,अचार ,धूप अगरबत्ती निर्माण कार्य से महिलाओं को रोजगार मिलेगा, संचालन करते हुए सुभाष चंद्र सकलानी ने कहा कि आज जब पालिथीन मुक्त अभियान चलाया जा रहा है ऐसे समय में कैरी बैग प्रशिक्षण लाभदायक होगा ,लगन और मेहनत से ही इंसान आगे बढ़ता है ,प्रशिक्षण देने आई महिला विजय लक्ष्मी नेगी ने बताया कि महिलाओं को रोजगार मिलेगा तथा अपने घरेलू कार्यों के साथ साथ अपने घर के उपयोग के लिए भी हम बहुत बढ़िया काम कर सकती हैं, विशिष्ट अतिथि प्रगतिशील जन विकास संगठन गजा टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष दिनेश प्रसाद उनियाल ने कहा कि शासन प्रशासन महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से रोजगार उपलब्ध करा रहा है महिलाओं के समूह अनेक लघु व्यवसाय करके आत्मनिर्भर बन रही हैं , व्यापार सभा गजा के संरक्षक मान सिंह चौहान ने कहा कि सभी प्रशिक्षार्थियों को प्रशिक्षण लेकर समूहों के माध्यम से कैरी बैग बनाने का काम शुरू करना चाहिए । शिविर में मुख्य अतिथि नगर पंचायत गजा अध्यक्ष श्रीमति मीना खाती और विशिष्ट अतिथियों को बैज अलंकरण व मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया गया । आपको बता दें कि राष्ट्रीय उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय विकास संस्थान निसवड के सौजन्य से यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है ।
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अल्मोड़ा  में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने किया जिलास्तरीय खेलों का शुभारम्भ।

अल्मोड़ा 21 नवम्बर, 2022 (अशोक कुमार पाण्डेय)- जिलास्तरीय खेल महाकुंभ का शुभारंभ आज कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य द्वारा हेमवती नन्दन बहुगुणा स्टेडियम में किया गया। इस दौरान मंत्री रेखा आर्य ने द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने सभी प्रतिभागियों को खेल भावना से खेलने की शपथ भी दिलाई। इस दौरान मंत्री ने सभी खिलाड़ियों से वार्तालाप भी किया तथा सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं भी दी। इस दौरान मंत्री ने शुभारंभ के दौरान आयोजित प्रथम प्रतियोगिता (800 मीटर दौड़) को भी हरी झंडी दिखाकर प्रारंभ किया। इस दौरान उन्होंने इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले मोहन दुर्गापाल (भिकियासैण), आयुष बिष्ट ( भैंसियांछाना) तथा भूपेंद्र सिंह (द्वाराहाट) को क्रमशः 700, 500 तथा 300 रुपए की प्रोत्साहन राशि एवं मेडल भी प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि खेल महाकुंभ न्याय पंचायत स्तर व विकासखण्ड स्तर से होते हुए आज जिला स्तर पर आयोजित हो रहा है। उन्होंने कहा कि खेल के प्रति राज्य सरकार गम्भीरता से प्रयासरत है, जिसको हम यहॉ पर प्रत्यक्ष रूप से देख रहे है।
मा0 मंत्री ने कहा कि इन खिलाड़ियों को न्याय पंचायत स्तर पर अवसर प्रदान किया गया कि वे खेलों में प्रतिभाग करें तथा उसमें चयनित होते हुए आज ये खिलाड़ी जिला स्तर पर प्रतिभाग कर रहे है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ये खिलाड़ी राज्य स्तर, राष्ट्रीय स्तर पर खेलें इसके लिए राज्य सरकार सभी सुविधाएं सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार उत्तराखण्ड को देवभूमि के रूप में जाना जाता है उसी प्रकार खेल प्रतिभाओं के रूप में भी जाना जाय, यही राज्य सरकार का प्रयास है। उन्होंने कहा कि ऐसी ही शुरूआत जनपद से लक्ष्य सेन व एकता बिष्ट के रूप में हो चुकी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की कोशिश है कि न्याय पंचायत स्तर से खेल प्रतिभाओं को अधिक से अधिक अवसर मिल सके। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अल्मोड़ा स्टेडियम हेतु दर्शक दीर्घा एवं मैदान में ड्रेनेज सिस्टम विकसित किया है।
इस दौरान बीजेपी जिला अध्यक्ष रमेश बहुगुणा, मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह, अपरजिलाधिकारी सीएस मर्तोलिया, युवा कल्याण अधिकारी प्रशांत चौहान समेत अन्य उपस्थित रहे।