05-समाचार एक साथ -01-राज्यपाल ने मोबाइल एप ‘‘यूनिवर्सिटी कनेक्ट उत्तराखण्ड’’ का लोकार्पण किया।# 02-मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ आन्दोलन कारी सुशीला बलूनी के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। # 03-मुख्य सचिव डॉ. संधु की अध्यक्षता में राज्य सड़क सुरक्षा कोष प्रबन्धन समिति की बैठक सम्पन्न हुयी#04-मुख्यमंत्री 11मई को उधमसिंह नगर का भ्रमण करेंगे#05-अन्तर्राष्ट्रीय नर्सिंग सप्ताह के दूसरे दिन एम्स में कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया www.janswar.com

-अरुणाभ रतूड़ी

देहरादून 10 मई, 2023

राज्यपाल ने यूटीयू  द्वारा राज्य के विश्वविद्यालयों हेतु तैयार किए गए मोबाइल एप ‘‘यूनिवर्सिटी कनेक्ट उत्तराखण्ड’’ का लोकार्पण किया।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बुधवार को राजभवन में वीर माधो सिंह भण्ड़ारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) द्वारा राज्य के विश्वविद्यालयों हेतु तैयार किए गए मोबाइल एप ‘‘यूनिवर्सिटी कनेक्ट उत्तराखण्ड’’ का लोकार्पण किया। इस मोबाइल एप के माध्यम से उत्तराखण्ड राज्य के समस्त राज्य विश्वविद्यालय एक प्लेटफॉर्म पर राजभवन के साथ जुड़ गये हैं। इसके द्वारा सभी विश्वविद्यालयों के पास अपनी उपलब्धियों, बेस्ट प्रेक्टिसिज, कार्यक्रमों, विषय-विशेषज्ञों, सूचनाओं, स्टार्टअप, शोध और विकास को आपस में राजभवन के साथ ऑनलाइन संवाद के जरिये साझा किए जाने की सुविधा उपलब्ध हो गई है।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओंकार सिंह ने विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र 2022-23 के समस्त पाठ्यक्रमों के संचालन तथा ‘‘युनिवर्सिटी मैनेजमेंट सिस्टम’’ प्रणाली द्वारा विश्वविद्यालय में सम्पूर्ण डिजिटलीकरण किये जाने की प्रक्रिया जो प्रगति पर है, का प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा अब तक उसके अधीन संचालित समस्त पाठ्यक्रमों की परीक्षाओं में सम्पूर्ण पारदर्शिता लाने हेतु छात्रों को मूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाएं दिखाए जाने की व्यवस्था से कुलाधिपति/राज्यपाल को अवगत कराया।

कुलपति ने विश्वविद्यालय द्वारा संबद्ध संस्थानों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक कार्यक्रमों के सुचारू संचालन की निगरानी हेतु तैयार किये गये अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम की सुविधाओं का प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने कहा कि छात्रों के साथ ही उनके अभिभावकों को भी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर छात्र का रोल नम्बर व जन्मतिथि के माध्यम से उपस्थिति का सम्पूर्ण विवरण प्राप्त करने की सुविधा उपलब्ध करायी गई है। कुलपति ने बैठक में यूटीयू द्वारा जनवरी-फरवरी, 2023 की परीक्षाओं में प्रश्नपत्रों के डिजिटलीकरण, उत्तर पुस्तिकाओं के डिजिटलीकरण व ऑनस्क्रीन मूल्यांकन तथा मूल्यांकित उत्तर पुस्तिका दर्शाने से परीक्षा प्रणाली में आ रही पारदर्शिता व जवाबदेही होने की बात प्रस्तुतीकरण में की गयी।

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओंकार सिंह और उनकी पूरी टीम को इसके लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह डिजिटलीकरण की ओर हमारे बढ़ रहे कदम को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यूटीयू द्वारा डिजीटलीकरण की ओर जो अग्रणी भूमिका निभायी है, अन्य विश्वविद्यालयों को भी इस कदम से सीख लेने की जरूरत है। इस अवसर पर कुलपति श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय प्रो0 एन.के.जोशी व कुलपति वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली उत्तराखण्ड औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय डॉ.पी.कौशल ने भी विश्वविद्यालय के कार्यों एवं भविष्य की योजनाओं का प्रस्तुतीकरण दिया।

इस दौरान सचिव श्री राज्यपाल रविनाथ रामन, विधि परामर्शी श्री अमित कुमार सिरोही, अपर सचिव श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया, उप सचिव एन.के. पोखरियाल, अनुभाग अधिकारी सचिन चमोली सहित राज्य विश्वविद्यालय के सभी कुलपति वर्चुअली उपस्थित रहे।

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मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ आन्दोलन कारी सुशीला बलूनी के घर जाकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी तथा उत्तराखंड महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सुशीला बलूनी के निधन पर दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने श्रीमती सुशीला बलूनी के डोभालवाला स्थिति आवास पर जाकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथक उत्तराखण्ड के निर्माण में श्रीमती सुशीला बलूनी के योगदान को सदैव याद रखा जायेगा।

     इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी ने भी श्रीमती सुशीला बलूनी को श्रद्धांजलि दी।

 

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मुख्य सचिव डॉ. संधु की अध्यक्षता में राज्य सड़क सुरक्षा कोष प्रबन्धन समिति की बैठक सम्पन्न हुयी

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु की अध्यक्षता में बुधवार को सचिवालय में राज्य सड़क सुरक्षा कोष प्रबन्धन समिति की बैठक सम्पन्न हुयी। मुख्य सचिव ने सभी सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा कार्यों से सम्बन्धित वार्षिक कार्ययोजना को ससमय पूर्ण कर लिया जाए।

मुख्य सचिव ने प्रत्येक जनपद में चिल्ड्रन ट्रेफिक पार्क स्थापित किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे बच्चों को यातायात से सम्बन्धित नियमों की जानकारी जीवन के शुरूआती समय से मिलेगी, जिससे बच्चे यातायात नियमों के प्रति जागरूक हो सकेंगे। उन्होंने बच्चों के पाठ्यक्रम में भी इससे सम्बन्धित अध्यायों को जोड़े जाने हेतु शिक्षा विभाग को निर्देश दिए। साथ ही, यातायात नियमों की जागरूकता हेतु लघु फिल्मों और सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जाए।
मुख्य सचिव ने पुलिस विभाग को प्रदेशभर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हेतु मास्टर प्लान तैयार किए जाने के निर्देश भी दिए। कहा कि सीसीटीवी कैमरे चरणबद्ध तरीके से लगाए जाएंगे, जिसके लिए बजट प्रत्येक वर्ष निर्धारित किए जाएगा। उन्होंने यातायात पुलिस, परिवहन, खनन आदि सभी संबंधित विभागों को एएनपीआर कैमरों के लिए एक एकीकृत कार्ययोजना तैयार किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने इसके लिए सभी विभागों को शीघ्र कार्ययोजना तैयार किए जाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार, सचिव श्री अरविन्द सिंह ह्यांकी, विशेष सचिव गृह श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल, आईजी एवं निदेशक यातायात श्री मुख्तार मोहसिन, अपर सचिव डॉ. अहमद इकबाल एवं श्री विनीत कुमार सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

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मुख्यमंत्री 11मई को उधमसिंह नगर का भ्रमण करेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 11मई को जनपद भ्रमण करेंगे।  जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने यह जानकारी देते हुए  बताया कि श्री धामी 11 मई की अपराह्न 12ः45 बजे सर्किट हाउस चम्पावत से हैलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर अपराह्न 01ः15 बजे पन्तनगर एयरपोर्ट पहुॅचेंगे। श्री धामी पन्तनगर एयरपोर्ट से कार द्वारा प्रस्थान कर 01ः30 बजे जीबी पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पन्तनगर पहुॅचेंगे। श्री धामी कुलपति सचिवालय प्रशासनिक भवन में अपराह्न 03ः00 बजे से सांय 05 बजे तक विधानसभा क्षेत्र-काशीपुर, गदरपुर, रूद्रपुर, लालकुआं, भीमताल, नैनीताल, कालाढूंगी के विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगें।

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अन्तर्राष्ट्रीय नर्सिंग सप्ताह के दूसरे दिन एम्स में कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया

एम्स ऋषिकेश में मनाए जा रहे अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग सप्ताह के दूसरे दिन इन्ट्रेक्टिव सत्र और पैनल डिस्कशन सहित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। नर्सिंग स्टाफ द्वारा देर सांय तक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।

कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए मुख्य अतिथि एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने कहा कि सेवा की दृष्टि से नर्सिंग का क्षेत्र एक चुनौतीपूर्ण क्षेत्र है। विपरीत परिस्थितियों में रहकर धैर्य और संयम के साथ मरीज के स्वास्थ्य की पर्याप्त देखभाल करना नर्स का पहला कर्तव्य है। संस्थान के ऑडिटोरियम में आयोजित इन्टेक्ट्रिव सेशन में ’नर्सेज रोल ऑन पेशेंट सेफ्टी’ विषय पर इग्नू की असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. नीरजा सूद ने व्याख्यान देते हुए मरीजों की देखभाल और उसकी स्वास्थ्य संबन्धी पर्याप्त सुरक्षा के बारे में नर्सिंग अधिकारियों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि मरीज की सही देखभाल के लिए एक परफेक्ट नर्सिंग प्रोफेशनल की आवश्यकता होती है। मरीज की बात पूरी तरह से और सही ढंग से सुनने से वह खुद को रिलेक्स महसूस करता है।

डाॅ. नीरजा ने बताया कि देखभाल के लिए रखी गई नर्स को अपने पेशेंट को जानना बहुत जरूरी है। ताकि उसके सेहत में हो रहे बदलावों को समझकर उसके उपचार में समय रहते बदलाव लाया जा सके। उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच रखने से रोगी की मानसिक और शारीरिक स्थिति में काफी सुधार हो जाता है। ऐसा करने से हम मरीज की स्वास्थ्य सुरक्षा शत-प्रतिशत निर्धारित कर सकते हैं।

कार्यक्रम को डीन एकेडेमिक्स प्रो. जया चतुर्वेदी और चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने भी संबोधित किया।

उधर, सप्ताह के तहत पैनल डिस्कशन के माध्यम से ’इम्पू्रविंग पेशेंट सेफ्टी एंड क्वालिटी हेल्थ केयर बाई नर्सिंग एक्सलेंस’ विषय पर व्यापक चर्चा की गई। पैनल में डाॅ. पूजा भदौरिया, डाॅ. राजेश कुमार, डीएनएस अखिल टी, एनएस मिस सोनिया और महेश देवस्थले शामिल थे। चर्चा के दौरान कहा गया कि नर्सिंग अधिकारी के तौर पर हेल्थ केयर वर्कर को अपने मरीज के साथ व्यक्तिगत स्तर से स्वास्थ्य देखभाल करने की आवश्यकता होती है। उधर नर्सिंग स्टाफ ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से देर सांय तक शमा बांधे रखा। इस दौरान प्रतिभागियों ने विभिन्न राज्यों की संस्कृति पर आधारित स्टेज शो, नृत्य, गीत और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।

इस अवसर पर नर्सिंग विभाग के डीएनएस, एएनएस, एसएनओ और नर्सिग ऑफिसर शामिल थे।