राष्ट्रपति ने प्रो. दाता राम पुरोहित को संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित #मुख्यमंत्री में आदर्श चम्पावत की बैठक की अध्यक्षता की #मुख्यमंत्री धामी दो दिवसीय भ्रमण पर शनिवार को नई टिहरी जायेंगे।#उत्तराखण्ड बोर्ड परीक्षा के संचालन हेतु  03 मार्च को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में होगी बैठक-www.janswar.com

-नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी

 

 राष्ट्रपति ने प्रो. दाता राम पुरोहित को
संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार 23 फरवरी को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में देश भर से चयनित प्रख्यात संगीतकारों, नर्तकों, लोक एवं आदिवासी कलाकारों और रंगकर्मियों को उनके विशिष्ट योगदान हेतु वर्ष 2019, 2020, 2021 के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया। भारत में प्रदर्शन कला वर्ग में दिए जाने वाला यह सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार है। श्रीनगर गढ़वाल निवासी प्रख्यात संस्कृतिकर्मी और शिक्षाविद प्रो दाता राम पुरोहित को उत्तराखंड की लोक कलाओं के संवर्धन में अमूल्य योगदान के लिए साल 2021 का संगीत नाटक अकादमी सम्मान प्रदान किया गया. देश के इस प्रतिष्ठित पुरस्कार वितरण की परंपरा 1952 से चली आ रही है। जिसके तहत हर साल संगीत, नृत्य, रंगमंच, पारंपरिक कलाओं, कठपुतली कला और अन्य विविध प्रदर्शन कला के क्षेत्र में कलाकारों द्वारा दिए गए विशिष्ट योगदान के लिए उन्हें रत्न सदस्यता और अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। प्रो डी आर पुरोहित ने अपना पूरा जीवन उत्तराखंड की लोक संस्कृति एवं उसके कलाकारों के संवर्धन के लिए समर्पित कर दिया।
उत्तराखंड की लोक कलाओं को अपने शोध कार्यों के माध्यम से पूरी दुनिया में एक अलग पहचान दिलाने के लिए प्रो पुरोहित ने जर्मनी की प्रतिष्ठित हाइडिलबर्ग यूनिवर्सिटी से लेकर अमेरिका की प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी तक दुनियाभर की दर्जनभर विश्वविद्यालयों और संस्थानों में व्याख्यान दिए. प्रो पुरोहित ने उत्तराखंड की ढोल वाद्य शैली, पंडवाणी, भड़वार्ता, जागर, रम्माण, नंदा के गीत और बादी बदीणों के गीतों पर शोध कर उनके अकादमिक प्रचार प्रसार में अहम भूमिका निभाई है। श्रीनगर के हेनब गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय में लोक कला एवं संस्कृति निष्पादन केन्द्र की अवधारणा एवं उसे मूर्त रूप देने का श्रेय भी प्रो डी आर पुरोहित को जाता है। प्रो पुरोहित अभी भी उत्तराखंड में लोक नाट्य कलाओं की जड़े सींचने के लिए निरंतर स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शोध कार्यों, लेखन, निर्देशन एवं नए कलाकारों के मार्गदर्शन में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस दौरान प्रो डी आर पुरोहित के अलावा शास्त्रीय गायक छन्नू लाल मिश्र, लोक गायिका तीजन बाई, भजन गायक अनूप जलोटा समेत देश के कई प्रतिष्ठित कलाकारों को भी सम्मानित किया। अकादमी फेलो के सम्मान में तीन लाख की पुरस्कार राशि दी जाती है, जबकि अकादमी पुरस्कार में एक ताम्रपत्र के अलावा एक लाख रुपये की नकद राशि दी जाती है।
केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और उत्तर पूर्व विकास मंत्री जी किशन रेड्डी और संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और संगीत नाटक अकादमी की चेयरपर्सन डॉ संध्या पुरेचा भी उपस्थित रहे।

*********

मुख्यमंत्री में आदर्श चम्पावत की बैठक की अध्यक्षता की

आदर्श चम्पावत, उत्तराखण्ड  @ 25 के सम्बन्ध में शुक्रवार को मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गई। बैठक में आदर्श चम्पावत हेतु नोडल एजेंसी उत्तराखण्ड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के साथ विभिन्न राष्ट्रीय स्तर के संस्थान, एजेंसियों व रेखीय विभागों के अधिकारियों व वैज्ञानिकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। इसी परिकल्पना को पूर्ण करने एवं सभी हिमालयी राज्यों के समक्ष उत्तराखण्ड को एक मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए उत्तराखण्ड  @ 25 हम जनपद चंपावत को एक मॉडल जिला बनाने में सफल होंगे। यह योजना लक्ष्य तक पहुंचे हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर और आदर्श उत्तराखण्ड का निर्माण तभी संभव है, जब राज्य का हर जनपद हर गांव आदर्श होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के विकास का हमारा सपना विज्ञान और प्रौद्योगिकी के इस दौर में शोध, अनुसंधान और नवाचार के बिना पूरा नहीं किया जा सकता। उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद इस अति महत्वपूर्ण कार्य में नोडल एजेंसी की भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि जब भी कोई नीति बनायें उसमें पूरे समाज और हर विभाग के हर वर्ग के विचारों और आवश्यकताओं का समावेश हो, क्योंकि हमें अपने में परिपूर्ण, उत्तम मॉडल विकसित करना है जिसे अन्य हिमालयी राज्य भी भविष्य में अंगीकार करें और खुशी खुशी अपनाएं। यहाँ विकसित विकास मॉडल उत्तराखंड समेत अन्य हिमालयी राज्यों का भी प्रतिनिधित्व करेगा और इसे राज्य के अन्य जिलों में भी दोहराया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि विभिन्न संस्थानों के विषय विशेषज्ञों के द्वारा विज्ञान और तकनीक की मदद से क्षेत्र विशेष की जरूरतों को ध्यान में रखकर योजनाएं विकसित की जाएं तभी हम विकास के नए कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं। चम्पावत जनपद में किसानों के द्वारा मुख्य रूप से दुग्ध उत्पादन, मत्स्य पालन, औषधीय एवं सुगंधीत पौधो की खेती फल उत्पादन एवं प्रसंस्करण, मधु उत्पादन एवं प्रसंस्करण के क्षेत्र में कार्य करके अपनी आजीविका अर्जित कर रहे है इसे आगे बढ़ाया जाय। उन्होंने कहा कि चंपावत जिला नदियों,वनों धार्मिक स्थलों व प्राकृतिक रूप से आच्छादित है यहां जो अनेक संभावनाएं हैं उसे सजोते हुए एक मॉडल के रूप में उन्हें विकसित किया जाय। यह जिला मॉडल जिला बने इस हेतु सभी संस्थान मिलकर कार्य करें। जिले के माँ पूर्णागिरि धाम में लाखों दर्शनार्थी/धार्मिक पर्यटक आते हैं उन्हें 4 या 5 दिन तक जिले के अन्य धार्मिक व पर्यटन स्थलों तक लाने हेतु जिलाधिकारी चंपावत द्वारा जो प्रस्ताव तैयार किया गया है उस पर कार्य किया जाय।
उन्होंने कहा कि जनपद में लोगों की आजीविका बढ़ाए जाने हेतु दुग्ध उत्पादन कृषि बागवानी, सुगन्धित पौधों और फूलों की खेती, स्थानीय मसालों की खेती और विपणन/मार्केटिंग, होम स्टे योजना के तहत स्थानीय लोगों का कौशल विकास प्रशिक्षण, पारम्परिक विरासत का संरक्षण और पर्यटन के क्षेत्र में इनका सदुपयोग, प्राकृतिक संसाधनों का उचित प्रबंधन, आपदा प्रबंधन, सांस्कृतिक विरासत मानचित्रण, टेली मेडिसिन, टेली एजुकेशन टेली कम्युनिकेशन पर तकनीकी सहायता तथा प्रशिक्षण आदि पर विशिष्ट कार्ययोजनएं तैयार की जा सकती हैं। हर क्षेत्र में विकास की अपार सम्भावनायें हैं. जैसे मछली पालन के लिए विकसित तकनीक स्थापित करना, फिश एंगलिंग के जरिये पर्यटन के क्षेत्र में जनपद को वैश्विक मानचित्र पर पहचान दिलाना, मत्स्य विकास योजना और पशुपालन के क्षेत्र में पशुधन, बकरी और मुर्गी पालन में और अधिक कार्य किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी चम्पावत की सराहना करते हुए हुए कहा कि उनके द्वारा  चंपावत जिले के विकास हेतु निरंतर प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजे जा रहे हैं जिनमें तेजी से स्वीकृति प्रदान कर धनराशि भी आवंटित हो रही है इसी प्रकार यूकॉस्ट के द्वारा भी अनेक कार्य कराए जा रहे हैं जिसमें लैब ऑन व्हील्स के अन्तर्गत चम्पावत जिले में मोबाइल वैन का प्रदर्शन किया जा रहा है। लैब ऑन व्हील्स के प्रोग्राम के अंतर्गत  विद्यार्थियों को विज्ञान के विभिन्न प्रयोगों के माध्यम से रूबरू कराया जा रहा है। इस मोबाइल वैन के माध्यम से विद्यार्थियों को विज्ञान के प्रति जागरूकता पैदा होगी, साथ ही जनपद  शिक्षा में सुधार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विभाग व एजेंसियां एक दूसरे के साथ  अपनी योजनाऐं साझा करें और आपसी समन्वय के जरिये उन्हे क्रियान्वित करें। साथ ही आदर्श चम्पावत हेतु भविष्य के लिए कार्ययोजना तैयार करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक 3 माह में आदर्श चंपावत को लेकर आयोजित बैठक में वह स्वयं प्रतिभाग करेंगे तथा जिला स्तर पर जिलाधिकारी द्वारा प्रत्येक माह इसकी समीक्षा की जाएगी उन्होंने कहा कि संस्थान एवं विभागों के द्वारा आदर्श चम्पावत हेतु जो भी कार्ययोजना बनायी गयी है उसे समय पर धरातल पर लाया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में जंगली जानवरों से खेती को नुकसान किए जाने की सबसे अधिक समस्या आ रही है इस समस्या के स्थायी समाधान हेतु जनपद चंपावत से ही एक मॉडल तैयार किया जाय जिसे अन्य जिले भी अपनाएं।
बैठक में सांसद अजय टम्टा ने कहा कि मुख्यमंत्री की पहल पर चंपावत जनपद को आदर्श जनपद बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से जिले की यह परिकल्पना की गई है आने वाले समय में चंपावत जनपद ही नहीं उत्तराखंड राज्य एक श्रेष्ठ राज्य बनेगा।
इस अवसर पर हेस्को संस्था से आए पद्मभूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी ने मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए कहा कि चंपावत जिले को मॉडल जिले के रूप में विकसित करने का निर्णय जो आप द्वारा लिया गया है यह हिमालय के संरक्षण के लिए एक बेहतर सोच है। उन्होंने कहा कि हम अपनी आर्थिकी हेतु अपने संसाधनों पर निर्भर रहते हैं। जल, जंगल और जमीन से हमारी आर्थिकी होती है। इस क्षेत्र में मुख्यमंत्री द्वारा जो सराहनीय कार्य किया जा रहा है इसे आगे बढ़ाए जाने हेतु हम सभी का अपना एक दायित्व है इसे हमें व्यक्तिगत तौर पर लेना सभी की जिम्मेदारी है।
जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने आदर्श चंपावत को लेकर जिले में किए जा रहे विकास कार्यों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने अवगत कराया कि जिले में वर्तमान में अनेक विकास कार्य किए जा रहे हैं। पर्यटन विकास के क्षेत्र में जहां एक और मल्टी स्टोरी पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है वहीं पर्यटन स्थलों को विकसित,सुगम किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त ट्रैकिंग मार्गो का निर्माण सहित यहां के पुरातत्व एवं पुरानी शैली में निर्मित भवनों के संरक्षण के अतिरिक्त 100 पौराणिक नोलो का जीर्णोद्धार जैसे अनेक कार्य किए जा रहे हैं, स्वरोजगार की अनेक योजनाएं जिले में संचालित हैं इसी के तहत मनरेगा से 300 मत्स्य तालाब बनाए जा रहे हैं तथा अनेक विकास के प्रस्ताव जनपद से तैयार कर शासन को भी भेजे गए हैं। हमारा पूरा प्रयास हैं कि हम चंपावत जिले को एक आदर्श जिले के रूप में विकसित करें।
बैठक में महानिदेशक उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद प्रो0 दुर्गेश पंत ने उनके संस्थान द्वारा आदर्श जनपद हेतु किए जा रहे कार्यों, प्रस्तावित योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिले के विकास हेतु इसरो द्वारा डैशबोर्ड तैयार किया गया है। इस हेतु मुख्यमंत्री द्वारा इसरो से आए हुए वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर विभिन्न विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, विभागों से आए वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा भी चंपावत जनपद को आदर्श चंपावत बनाए जाने हेतु अपने-अपने विचार रखें एवं सुझाव दिए
बैठक में अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, विधायक खुशाल सिंह अधिकारी, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महरा, प्रतिनिधि प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय  (पी0 एस0 ए0) भारत सरकार संदीप पाटिल, महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो0 दुर्गेश पंत ,पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा,इसरो के वैज्ञानिक हरीश कर्नाटक, भारतीय पेट्रोलियम संस्थान के पंकज, निदेशक सेवायोजन हरबीर सिंह,भारतीय वन्यजीव संस्थान के पूर्व निदेशक गोपाल रावत विभिन्न राष्ट्रीय संस्थानो आईआईपी, आईआईआरएस, मृदा एवं जल संरक्षण, सीएसआईआर, सीमैप से आये हुये विशेषज्ञ/ अधिकारी/एवं उत्तराखण्ड सरकार के विभिन्न रेखीय विभागों से आये वैज्ञानिक/अधिकारी उपस्थित रहे।

*********

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी दो दिवसीय भ्रमण पर शनिवार को नई टिहरी जायेंगे। तय कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री प्रातः 11ः40 बजे प्रताप इंटर कॉलेज, बौराड़ी में विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विभिन्न विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण, मुख्य सेवक आपके द्वार कार्यक्रम के अन्तर्गत “जन संवाद“, विभिन्न विकास योजनाओं के लाभार्थियों का सम्मान करेंगे।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री नगर पालिका ऑडिटोरियम, बौराड़ी नई टिहरी में दोपहर 14ः15 बजे विभिन्न कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री महिला स्वयं सहायता समूहों व महिला संगठनों, विभागीय योजनाओं के लाभार्थियों, पूर्व सैनिक संगठन एवं शहीदों के परिजनों, जनप्रतिनिधियों, व्यापार मंडल, बार एसोसिएशन व अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद करेंगे तथा दोपहर 15ः45 बजे भाजपा पदाधिकारियों के साथ भेंट-वार्ता करेंगे।
मुख्यमंत्री शनिवार सांय को ग्राम तिवाड़गाँव, वि०ख० थौलधार, नई टिहरी में सांय 06 बजे पर्यटन चौपाल (पर्यटन विषय पर चर्चा) तथा सांय 08 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम ( International year of Millets ) में प्रतिभाग करेंगे। मुख्यमंत्री रात्रि विश्राम भी ग्राम तिवाड़गाँव वि०ख० थौलधार में करेंगे।

*********

उत्तराखण्ड बोर्ड परीक्षा के संचालन हेतु  03 मार्च को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में होगी बैठक

पौड़ी/24 फरवरी, 2023ः उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर, नैनीताल द्वारा संचालित परिषदीय परीक्षा-2023 के सफल संचालन हेतु 03 मार्च को जिलाधिकारी गढ़वाल की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की जाएगी। मुख्य शिक्षाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि राजकीय इंटर कॉलेज पौड़ी में समय 11 बजे से बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें समस्त उपजिलाधिकारी, केंद्र व्यवस्थापक, परीक्षा प्रभारी व खंड शिक्षा अधिकारी उपस्थ्ति रहेंगे।