राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से राजभवन में के. नारायणन ने शिष्टाचार भेंट की।##  मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाये गये  राखी के स्टॉलों का अवलोकन किया।#मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने सचिवालय में नागरिक उड्डयन विभाग की समीक्षा की।WWW.JANSWAR.COM

अरुणाभ रतूड़ी जनस्वर

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से राजभवन में के. नारायणन ने शिष्टाचार भेंट की।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से गुरुवार को राजभवन में के. नारायणन ने शिष्टाचार भेंट की। श्री नारायणन राज्यपाल के आईटी सलाहकार हैं, जो एक वैज्ञानिक और आईटी पेशेवर हैं। राज्यपाल ने उनसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आईटी और डिजिटाइजेशन के संबंध में विचार-विमर्श किया और राजभवन में नवीन तकनीकों और एआई बेस्ड सिस्टम की प्रगति पर चर्चा हुई।  राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान में टेक्नोलॉजी को अपनाना बेहद जरूरी है और अपने दैनिक कार्यों में इसका प्रयोग किया जाना समय की मांग है। उन्होंने कहा की टेक्नोलॉजी के उपयोग से जहां कार्य कुशलता बढ़ती है वहीं पारदर्शिता के साथ भी कार्यों का संपादन होता है। इस दौरान राजभवन में विभिन्न क्षेत्रों में होने वाले कार्यों को एआई के साथ जोड़ने की संभावनाओं पर चर्चा की। राजभवन में (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित स्मार्ट ऑटोमेशन सिस्टम पर कार्य गतिमान है।

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  मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाये गये  राखी के स्टॉलों का अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाये गये  राखी के स्टॉलों का अवलोकन किया। महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए जा रहे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने और उन उत्पादों की अच्छी बिक्री हो, इस उद्देश्य से राज्य में ‘मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना’ शुरू की गई है। इस योजना के तहत प्रदेश के सभी विकासखण्डों में महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 24 से 28 अगस्त 2023 तक राखियों के स्टॉल लगाये जा रहे हैं। स्टॉलों के अवलोकन के दौरान स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने मुख्यमंत्री की कलाई में राखी भी बांधी।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इसके बाद सचिवालय से वर्चुअल माध्यम से सभी जनपदों से जुड़ी महिला स्वयं सहायता समूहों की बहनों से संवाद किया। मुख्यमंत्री ने सभी से उनके द्वारा बनाये जा रहे उत्पादों एवं उनकी बिक्री की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जो भी स्थानीय उत्पाद बनाये जा रहे हैं, उनमें हमें गुणवत्ता और पैकेजिंग का विशेष ध्यान रखना है। उन्होंने कहा कि हमारी बहनों ने जब भी कोई संकल्प लिया है, उसे सिद्धि तक पहुंचाया है। ‘मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना’ को और बेहतर बनाया जायेगा। जिसमें महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाये जा रहे उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही उनके लिए अच्छे मार्केट की व्यवस्था भी की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में महिला स्वयं सहयता समूहों द्वारा नये उत्पाद बनाने के लिए अनेक नवाचार किये गये हैं। उनके द्वारा बनाये जा रहे उत्पादों की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों से अपील भी की है कि त्योहारों एवं विशेष पर्वों पर महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाये गये स्थानीय उत्पादों को जरूर खरीदें। ‘वोकल फॉर लोकल’ से जहां हमारे उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा, स्थानीय स्तर लोगों की आजीविका भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण की दिशा में सराहनीय कार्य हो रहे हैं।
संवाद के दौरान महिला स्वयं सहायता समूहों की बहनों ने बताया कि रक्षा बंधन के अवसर पर उनके द्वारा भोजपत्र, ऐपण, वैजयंती माला, पिरूल एवं अन्य स्थानीय उत्पादों पर आधारित राखियां बनाई गई हैं। जिनकी बाजार में मांग भी बहुत है। सभी जनपदों में जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय उत्पादों पर आधारित राखियों की बिक्री के लिए स्टॉल भी लगाये गये हैं। महिला स्वयं सहायता समूहों ने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों की सराहना की एवं उनका आभार भी व्यक्त किया। सचिवालय में श्रीमती गीता पुष्कर सिंह धामी ने भी महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाये गये राखी के स्टॉलों का अवलोकन किया।
इस अवसर पर अपर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, श्री प्रेमचन्द अग्रवाल, डॉ. धन सिंह रावत, श्रीमती रेखा आर्या, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव ग्राम्य विकास श्रीमती राधिका झा, आयुक्त ग्राम्य विकास श्री आनन्द स्वरूप, वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी एवं सीडीओ उपस्थित थे।

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मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने सचिवालय में नागरिक उड्डयन विभाग की समीक्षा की।

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने सचिवालय में नागरिक उड्डयन विभाग की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में हैलीपोर्ट और हेलीपैड्स की संख्या को लगातार बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश की आर्थिकी में पर्यटन एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसके साथ ही प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र आपदा की दृष्टि से अत्यधिक संवेदनशील हैं। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए हमें पूरे प्रदेश के विभिन्न स्थानों को सड़कों के साथ ही एयर कनेक्टिविटी उपलब्ध कराए जाने की आवश्यकता है। इससे पर्यटन क्षेत्रों में हाई एंड पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में आपदा जैसी परिस्थितियों में भी यह हेलीपैड अत्यधिक सहायक सिद्ध होंगे।
मुख्य सचिव ने जौलीग्रांट के पास हेलीपोर्ट एवं नैनीताल-मसूरी जैसे पर्यटन स्थलों के लिए आसपास के क्षेत्र में हेलीपैड शीघ्र तैयार किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने हेलीपैड्स और हेलीपोर्ट्स के लिए चिन्हित किए गए मामलों में वन भूमि हस्तांतरण आदि के कार्यों में तेजी लाए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने तैयार किए जा रहे हेलीपैड्स और हेलीपोर्ट्स की प्रगति की भी जानकारी ली।

इस अवसर पर सचिव श्री सचिन कुर्वे एवं अपर सचिव एवं सीईओ यूसीएडीए श्री सी. रविशंकर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।