राज्यपाल ने अभा पुलिस तीरंदाजी क्रीड़ा प्रतियोगिता समापन पर पुरस्कार प्रदान किए।#मुख्यमंत्री ने की सी.एम. हेल्पलाइन 1905 की समीक्षा।#जनपद पौड़ी का वालीबॉल चयन ट्रायल 21 दिसम्बर को पौड़ी में होगा।

-अरुणाभ रतूड़ी

राज्यपालने 11वीं अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने 11वीं अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग करते हुए विजेता टीमों को पुरस्कार प्रदान किया। इस प्रतियोगिता में देश के राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। रेसकोर्स पुलिस लाइन में आयोजित तीरंदाजी प्रतियोगिता के समापन समारोह में राज्यपाल ने पुरुष वर्ग की विजेता रही आईटीबीपी की टीम और महिला वर्ग में विजेता रही बीएसएफ की टीम को ट्रॉफी प्रदान की। इस प्रतियोगिता में राजस्थान पुलिस के रजत चौहान और आइटीबीपी के तुषार शिल्के पुरुष वर्ग में संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ तीरंदाज रहे। महिला वर्ग में बीएसएफ की टुटु मोनी बोरो प्रतियोगिता की सर्वश्रेष्ठ तीरंदाज रहीं, जिन्हें राज्यपाल ने मेडल देकर पुरस्कृत किया।

समापन समारोह में राज्यपाल ने विजेता टीम के खिलाड़ियों को बधाई देते हुए उत्तराखण्ड में सभी खिलाड़ियों का स्वागत किया। राज्यपाल ने कहा कि यह प्रदेश के लिए गर्व का विषय है कि पहली बार यहाँ अखिल भारतीय तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है जिसमें राष्ट्रीय एवं अर्न्तराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों ने अपने कौशल का प्रर्दशन किया। राज्यपाल ने कहा कि तीरंदाजी को भारतीय संस्कृति में धर्नुविद्या के नाम से जाना जाता रहा है और इसका उद्गम भी भारत की धरती से हुआ है।

उन्होंने कहा कि तीरंदाजी एक महान प्राचीन भारतीय कला है इस खेल में योजना, एकाग्रता, अभ्यास और दृढ़ ईच्छाशक्ति की जरुरत होती है। यही गुण किसी व्यक्ति को सफलता के लिए चाहिए होते हैं। इसलिए तीरंदाजी में सफलता का मतलब है जीवन में सफलता। उन्होंने कहा कि तीरंदाजी बुद्धि और कौशल का खेल है, यह एकाग्रता और अभ्यास का भी खेल है। पुलिस और सैन्य कार्यों में तीरंदाजी का महत्वपूर्ण स्थान है।

राज्यपाल ने कहा कि खेलों का मुख्य लक्ष्य अपनी कला का प्रदर्शन और अपनी कौशल का विकसित करना होता है। उन्होंने कहा कि खेलों से जहां शारीरिक विकास होता है वहीं व्यक्तित्व के विकास में भी खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि आज हमारे खिलाड़ी विश्व में भारत का परचम लहरा रहे हैं। हर खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी पहचान बनायी है जो इन खिलाड़ियों की बदौलत आने वाले समय में और भी मजबूत होगी। राज्यपाल ने कहा कि तीरंदाजी में भी भारत के महान खिलाड़ियों ने विश्व पटल पर अपना लोहा मनवाया है। उन्होंने कहा कि भारत की एक प्राचीन युद्ध कला और महत्वपूर्ण विद्या को जीवंत बनाना बड़ी पहल है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नयी खेल नीति लागू की गयी है जिसमें खिलाडियों के लिए बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की गयी है।

राज्यपाल ने उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए आयोजक मंडल को बधाई दी। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने अवगत कराया कि उत्तराखण्ड में पहली बार अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ इस आयोजन में 19 राज्यों की पुलिस टीम सहित सशस्त्र बलों को मिलाकर कुल 26 टीमों ने प्रतिभाग किया। 14 से 19 दिसम्बर तक चली इस प्रतियोगिता में कुल 316 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया जिनमें 196 पुरुष और 120 महिला खिलाड़ी शामिल हैं।

समापन कार्यक्रम में अपर निदेशक, आईबी श्रीमती सपना तिवारी ने भी विजेता खिलाड़ियों को बधाई दी। प्रतियोगिता के आयोजन सचिव श्री मुख्तार मोहसिन ने प्रतियोगिता की विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी। इस अवसर पर उत्तराखण्ड तीरंदाजी संघ के सचिव श्री राजेन्द्र तोमर सहित पुलिस विभाग के उच्चाधिकारी व विभिन्न प्रदेशों के खिलाड़ी उपस्थित रहे।

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मुख्यमंत्री ने की सी.एम. हेल्पलाइन 1905 की समीक्षा।

  • अब 15 दिन के अंतराल में आयोजित होगी ऐसी बैठक।
  • मुख्यमंत्री ने शिकायतकर्ताओं एवं हेल्पलाइन 1905 पर स्वयं वार्ता कर परखी व्यवस्थायें।
  • मुख्यमंत्री प्रति सप्ताह सभी जनपदों के कुछ शिकायतकर्ताओं से करेंगे दूरभाष पर वार्ता।
  • सचिवों, विभागाध्यक्षों एवं जिलाधिकारियों को दिये प्रति सप्ताह समीक्षा एवं शिकायतकर्ताओं से वार्ता के निर्देश।
  • शिकायतकर्ता से संवाद करने के बढ़ेगा संतुष्टि का स्तर।
  • हमारा प्रयास जरूरतमंद लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सीएम हेल्पलाइन 1905 पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का निर्धारित अवधि में निस्तारण के निर्देश दिये हैं। यह पोर्टल औपचारिक नहीं बल्कि जन समस्याओं के समाधान का कारगर माध्यम बने, सभी विभागीय अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने प्रत्येक 15 दिन में हेल्पलाइन पर प्राप्त होने वाली शिकायतों की शासन स्तर पर समीक्षा करने के भी निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री प्रति सप्ताह सभी जनपदों के कुछ शिकायतकर्ताओं से भी वार्ता कर शिकायतों के क्रियान्वयन का फीडबैक लेंगे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार में सीएम हेल्पलाइन 1905 में प्राप्त शिकायतों एवं उनके निस्तारण की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी के साथ सभी प्रमुख सचिव, सचिव, विभागाध्यक्ष, पुलिस महानिदेशक एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे। सचिव श्री शैलेश बगोली एवं अपर सचिव श्री जगदीश कांडपाल द्वारा प्रस्तुतीकरण के माध्यम से इससे सम्बन्धित व्यवस्थाओं एवं प्रक्रियाओं की जानकारी प्रस्तुत की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन 1905 आम जन की सुविधा तथा जरूरतमंद लोगों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिये बनाया गया है। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता की संतुष्टि हमारा उद्देश्य है। लोगों की संतुष्टि के लिये यदि इसमें कुछ सुधार की जरूरत हो तो वह भी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्पेशल क्लोज वाली शिकायतों की जानकारी कॉल सेंटर एवं संबंधित अधिकारी द्वारा शिकायतकर्ता को दी जाये।
मुख्यमंत्री ने बैठक में ऊधमसिंह नगर के शिकायतकर्ता श्री सुनील तथा रूद्रप्रयाग के श्री वीरेन्द्र सिंह से वार्ता कर जानकारी भी प्राप्त की यही नहीं मुख्यमंत्री ने हेल्पलाइन 1905 पर फोन कर कंट्रोल रूम की व्यवस्थाओं को भी परखा। उन्होंने इस व्यवस्था से जुड़े कार्मिकों को भी और अधिक प्रशिक्षित किये जाने की जरूरत बताते हुए कहा कि काल सेन्टर के कार्मिकों का व्यवहार शिकायर्ता से सम्मानयुक्त एवं शिष्टाचार पूर्ण होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि शिकायतकर्ता की संतुष्टि ही समस्या का समाधान माना जाना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि आगामी 10 दिनों में लम्बित समस्याओं के समाधान का प्रयास किये जाएं। उन्होंने यह व्यवस्था बनाने को भी कहा कि शिकायतकर्ता को उनकी शिकायतों पर की गई कार्यवाही की भी जानकारी समय पर उन्हें उपलब्ध करायी जाय।
उन्होंने कहा कि इस योजना की जानकारी अधिक से अधिक लोगों को हो यह भी देखा जाना चाहिए। उन्होंने जन समस्याओं का समाधान ई ऑफिस के माध्यम से किये जाने की भी बात कही।
मुख्यमंत्री ने सभी सचिवों, विभागाध्यक्षों एवं जिलाधिकारियों से भी नियमित रूप से प्राप्त शिकायतों की समीक्षा तथा शिकायतकर्ताओं से संवाद करने को कहा। इससे लोगों में शिकायतों के प्रति संतुष्टि का स्तर बढ़ेगा तथा उन्हें तथ्यों की सही जानकारी भी प्राप्त होगी।
मुख्यमंत्री ने इस प्रक्रिया के तहत बेहतर तथा औसत कार्य करने वाले विभागों के चिन्हीकरण के भी निर्देश दिये ताकि इस दिशा में किये जा रहे प्रयासों की वस्तुस्थिति भी सामने आ सके।

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जनपद पौड़ी का वालीबॉल चयन ट्रायल 21 दिसम्बर को पौड़ी में होगा।

19 दिसम्बर, 2022ः जिला क्रीड़ा अधिकारी गिरीश कुमार ने अवगत कराया कि जनपद पौड़ी का वालीबॉल चयन ट्रायल 21 दिसम्बर, 2022 को 11 बजे पुलिस लाईन पौड़ी में किया जाना है। कहा कि चयन ट्रायल में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को स्थायी निवास प्रमाण पत्र, एक रंगीन पासपोर्ट साइज फोटो तथा आधार कार्ड लाना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि खेल विभाग जनपद चमोली द्वारा 23 दिसम्बर से 25 दिसम्बर तक बालक ओपन वर्ग की राज्य स्तरीय वालीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन नौरख पीपलकोटी में किया जा रहा है।