प्रधानमंत्री ने “वितस्ता – द फेस्टिवल ऑफ कश्मीर” कार्यक्रम की सराहना की#राज्यपाल ने प्रदेश वासियों को दी ईद-उल-जुहा की शुभकामनाएं व बधाई दी# मुख्यमंत्री ने ईद-उल-जुहा त्यौहार शांति व सद्भाव के साथ मनाने की भी अपील की # जिलाधिकारी सीएम हेल्पलाइन की माह में दो बार समीक्षा करें-मुख्यमंत्री#मुख्यसचिव ने प्रदेश में बनायी जा रही विभिन्न प्रकार की पार्किंग की प्रगति की समीक्षा की।#अमित जैन मुख्य वित्ताधिकारी को निदेशालय, कोषागार पेंशन एवं हकदारी में  सम्बद्ध किया गया।-www.janswar.com

-अरुणाभ रतूड़ी

 

प्रधानमंत्री ने “वितस्ता – द फेस्टिवल ऑफ कश्मीर” कार्यक्रम की सराहना की


प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कश्मीर की समृद्ध संस्कृति, कला और शिल्प को प्रदर्शित करने वाली अद्भुत पहल “वितस्ता – द फेस्टिवल ऑफ कश्मीर” की सराहना की।

कश्मीर की समृद्ध कला, संस्कृति, साहित्य, शिल्प और व्यंजन को पूरे देश तक पहुंचाने के लिए वितस्ता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

चेन्नई से शुरू हुआ इन कार्यक्रमों का सिलसिला श्रीनगर में समाप्त हुआ, जिनमें युवाओं ने कश्मीरी संस्कृति के बारे में जानने के प्रति उत्साह दिखाया। कश्मीर की संस्कृति को लोगों तक पहुँचाने के लिए कार्यशालाएँ, कला स्थापना शिविर, सेमिनार, शिल्प प्रदर्शनी जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें लोगों ने भाग लिया और कश्मीर की संस्कृति से परिचित हुए।

वितस्ता कार्यक्रम के बारे में अमृत महोत्सव के ट्वीट थ्रेड का जवाब देते हुए, प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया;

“इस बेहतरीन पहल के लिए बहुत-बहुत बधाई। कई वर्षों के बाद हुए “वितस्ता – द फेस्टिवल ऑफ कश्मीर” से देशभर के लोगों को ना सिर्फ राज्य की समृद्ध संस्कृति और विरासत को जानने का मौका मिला है, बल्कि यह कार्यक्रम देशवासियों को भी एक सूत्र में पिरोने का शानदार प्रयास है।”
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राज्यपाल ने प्रदेश वासियों को दी ईद-उल-जुहा की शुभकामनाएं व बधाई दी

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने प्रदेशवासियों को विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय के लोगों को ‘ईद-उल-जुहा’की बधाई दी है।

पूर्व संध्या में जारी अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा कि ‘ईद-उल-जुहा’ का त्योहार आपसी सद्भाव की भावना से ओत-प्रोत है और

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मुख्यमंत्री ने ईद-उल-जुहा त्यौहार शांति व सद्भाव के साथ मनाने की भी अपील की 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों विशेष तौर पर राज्य के मुस्लिम नागरिकों को ईद-उल-जुहा की बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि खुशियों का यह त्यौहार त्याग, बलिदान और आपसी विश्वास का संदेश देता है तथा मानवता और भाईचारे को सुदृढ़ बनाने की प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री ने त्यौहार शांति आपसी सद्भाव के साथ मनाने की भी अपील की है।

इस सम्बन्ध में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार को सम्बोधित पत्र में स्पष्ट किया है कि 29 जून, 2023 को ईद-उल-जुहा के पर्व के अवसर पर साम्प्रदायिक सौहार्द एवं शान्ति/कानून व्यवस्था बनाये रखने के संबंध में सुदृढ़ पुलिस प्रबन्ध सुरक्षा व्यवस्था अपने निकट पर्यवेक्षण/निर्देशन में कराना सुनिश्चित करें जिससे किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित न होने पाये और कानून व्यवस्था अक्षुण्ण बनी रहे।

उन्होंने कहा कि ईद-उल-जुहा के त्यौहार को शान्ति एवं सौहार्द पूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने हेतु विशेष सतर्कता अपेक्षित है। प्रदेश में स्थानीय अभिसूचना इकाई एवं अन्य अभिसूचना तंत्र को सक्रिय करने एवं कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाले सूचनाओं का तत्काल संज्ञान लेते हुए प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर एवं व्हाट्सअप आदि पर सतर्क दृष्टि रखी जाए। भ्रामक सूचना प्रसारित होने पर विधिक कार्यवाही करते हुए तत्काल उसके खण्डन की प्रभावी कार्यवाही की जाए।

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जिलाधिकारी सीएम हेल्पलाइन की माह में दो बार समीक्षा करें-मुख्यमंत्री

हर माह के अंतिम गुरुवार को मुख्यमंत्री सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा करेंगे।
सीएम हेल्पलाइन-1905 की सभी जिलाधिकारी माह में दो बार समीक्षा करें। सचिव एवं विभागीय एचओडी भी इसकी नियमित समीक्षा करें। सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों पर त्वरित समाधान के लिए प्रत्येक कार्यदिवस पर कुछ शिकायतकर्ताओं से जिलाधिकारी बात करें। यह निर्देश मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में सीएम हेल्पलाइन-1905 की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिये। मुख्यमंत्री हर माह के अन्तिम गुरुवार को सीएम हेल्पलाइन 1905 की समीक्षा करेंगे।

सतर्कता अधिष्ठान को तेजी से सक्रिय करने के मुख्यमंत्री ने दिये निर्देश।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि सतर्कता अधिष्ठान को तेजी से सक्रिय किया जाए। भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन के लिए 1064 नम्बर के प्रति लोगों को और जागरूक किया जाए। शिकायतें मिलने पर जनपदों में जिलाधिकारी एवं एस.एस.पी द्वारा कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया जाए। विजिलेंस को भी सख्ती से कार्य करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन विभागों द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों के निदान का प्रतिशत कम है, वे सभी विभाग इसमें जल्द सुधार कर लें। जन शिकायतों का समयबद्धता के साथ निदान हो, सभी विभाग इसको पूरी गंभीरता से लें। कार्य के प्रति लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जन समस्याओं के शीघ्र समाधान के लिए जो विभाग अच्छा कार्य कर रहे हैं, उन्हें प्रोत्साहित भी किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद स्तर एवं विभाग के स्तर पर लोग जो अपनी समस्याएं लेकर आ रहे हैं, यह सुनिश्चित किया जाए कि उनका शीघ्रता से समाधान हो।

जिस क्षेत्र में अधिक जन शिकायतें आ रही हैं, उनका अलग से डाटा रखा जाए।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित करें कि सीएम हेल्पलाईन पर शिकायतों का आंकलन अच्छी तरह से हो, शिकायतकर्ताओं को अनावश्यक परेशानी का सामना न करना पड़े। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि आगामी बैठक में सीएम हेल्पलाईन पर प्राप्त शिकायतों पर प्रत्येक जनपद में कितने प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण हुआ है, इसका भी पूरा डाटा प्रस्तुत किया जाए। विभिन्न विभागों में किसी क्षेत्र में अधिक शिकायतें आ रही हैं, तो इनका भी अलग से डाटा रखा जाए, ताकि इनके समाधान के लिए आगे नीति निर्धारण किया जा सके।

सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करने वाले 07 शिकायतकर्ताओं से मुख्यमंत्री ने फोन से बात कर वस्तुस्थिति जानी।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सीएम हेल्पलाईन पर विभिन्न समस्याओं को लेकर शिकायत दर्ज करने वाले 07 शिकायतकर्ताओं से बात भी की। अल्मोड़ा के गिरीश चन्द्र तिवारी ने शिकायत दर्ज की थी कि उनके विद्युत कनेक्शन पर किसी और का बिल दिखाई दे रहा है। इसकी जानकारी विभागीय कार्यालय को देने के बाद जल्द समाधान नहीं हुआ। सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करने के बाद मात्र चार दिन बाद समाधान हो गया था। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया।
पौड़ी के श्री महेन्द्र पाल सिंह ने कहा कि उन्होंने जाति प्रमाण पत्र के लिए दो बार अप्लाई किया था, दोनों बार फार्म रिजेक्ट किया गया। सीएम हेल्पलाईन पर शिकायत करने के बाद समस्या का समाधान जल्द हो गया था।
टिहरी गढ़वाल के श्री देवराज सिंह ने शिकायत दर्ज की कि नगर पंचायत लम्बगांव के वार्ड नं. 01 व 02 में पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त होने से पानी नहीं आ रहा है, जिससे क्षेत्र के लगभग 600 लोग प्रभावित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि जल संस्थान एवं लोक निर्माण विभाग की टीम को शीघ्र मौके पर भेजकर समाधान किया जाए। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें। यह सुनिश्चित किया जाए कि निर्माण कार्यों की वजह से जनता को अनावश्यक परेशानी न हो।
नैनीताल जनपद के भास्कर चन्द्र ने शिकायत दर्ज की थी कि पुलिस चौकी हीरानगर के बेलवाल बिस्कुट फैक्ट्री के समीप सार्वजनिक रास्ते को बरसाती नहर की पुलिया में लोहे के तीन एंगल लगाकर कई वर्ष पुराने दो पहिया वाहन के रास्ते को कुछ लोगों द्वारा बंद कर दिया गया है, उन्होंने इसको खुलवाने का अनुरोध किया था। सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत के बाद समस्या का समाधान हो गया है।
पिथौरागढ़ जनपद के श्री बाला सिंह परिहार ने कहा कि उन्होंने शिकायत दर्ज की थी कि बरम से कनार तक पैदल मार्ग और कनार से तुवांईतोला तक आपदा के दौरान पूरा मार्ग क्षतिग्रस्त हो चुका है, जिस कारण ग्रामीणों को आवगमन में समस्या बनी हुई है। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को निर्देश दिये कि मौके पर जाकर इस जनससमया का शीघ्र समाधान किया जाए।
चमोली जनपद के श्री विरेन्द्र सिंह ने कहा कि ग्राम देवस्थान, पो. रोहिड़ा में बाटाधार से देवस्थान 04 किमी मोटर मार्ग निर्माण होना है, इसका सर्वे काफी पहले हो चुका है, लेकिन अभी तक निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी चमोली को निर्देश दिये कि सड़क निर्माण में जो भी अड़चने आ रही हैं, उनका शीघ्रता से समाधान करने का प्रयास किया जाए।
चम्पावत के नवीन चन्द्र भट्ट ने कहा कि उनका अभी तक मेडिकल क्लेम प्राप्त नहीं हो पाया है, इसकी शिकायत वे कई बार कर्मचारी राज्य बीमा औषधालय में कर चुके हैं, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री ने सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुदंरम को निर्देश दिये कि इस मामले का परीक्षण कर शीघ्र समाधान किया जाए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, श्री आनन्द बर्द्धन, डीजीपी श्री अशोक कुमार, प्रमुख सचिव श्री आर. के. सुधांशु, विशेष प्रमुख सचिव श्री अभिनव कुमार, सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, श्री शैलेश बगोली, श्री अरविन्द सिंह ह्यांकी, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, श्री दिलीप जावलकर, श्री सचिन कुर्वे, श्री विनोद रतूड़ी, श्री बी.वी.आर.सी पुरूषोत्तम, डॉ. आर. राजेश कुमार, अपर सचिवगण, विभागीय एचओडी एवं वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।
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मुख्यसचिव ने प्रदेश में बनायी जा रही विभिन्न प्रकार की पार्किंग की प्रगति की समीक्षा की।

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने बुधवार को सचिवालय में प्रदेश में बनायी जा रही विभिन्न प्रकार की पार्किंग की प्रगति की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को पार्किंग निर्माण गतिविधियों में तेजी लाने के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव ने कहा कि पर्यटन प्रदेश होने के कारण और लगातार पर्यटन गतिविधियों के बढ़ने से पर्यटकों की संख्या में तेजी से उछाल आया है। इससे प्रदेश के पर्वतीय पर्यटक स्थ्लों में पार्किंग की समस्या भी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थलों में आवश्यकता के अनुरूप छोटी-छोटी एवं ज्यादा संख्या में पार्किंग्स बनायी जानी चाहिए। कहा कि प्रदेश के हित में सबसे किफायती पार्किंग रोडसाईड पार्किंग हैं, जिन्हें रोड से 100-200 मीटर नई सड़क काटकर या सड़क को थोड़ा अधिक चौड़ा करके तैयार किया जा सकता है। यदि इसके लिए जगह उपलब्ध न हो तो अन्य प्रकार की पार्किंग्स पर फोकस किए जाने की आवश्यकता है। मुख्य सचिव ने अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन को पार्किंग निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा पाक्षिक रूप से किए जाने के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव ने कहा कि पार्किंग्स बनाते समय सुरक्षा के प्रबन्धों में किसी प्रकार की लापरवाही न की जाए। उन्होंने कहा कि पार्किंग स्थलों के एंट्री एवं एग्जिट पॉईंट पर डिजाईन में किसी प्रकार की खामियां न हों, जिससे पार्किंग शुरू होने के बाद वह स्थान जाम के लिए नया बोटलनेक न बने। मुख्य सचिव ने टनल पार्किंग की दिशा में भी तेजी से प्रयास किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टनल पार्किंग पर्वतीय नगरों की जाम की समस्या से निजात दिला सकती है। उन्होंने कैम्पटी में बनायी जा रही प्रदेश की पहली टनल पार्किंग के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके निर्माण में तेजी लाने के लिए इसे स्टेट बजट से फंडिंग की जाएगी। उन्होंने टनल पार्किंग में सुरक्षा, पैदल चलने वालों की सुविधा और डिजाईन पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए। कहा कि इसकी सफलता के बाद प्रदेश के विभिन्न पर्यटन स्थलों में इस प्रकार की पार्किंग का निर्माण किया जाएगा।

बैठक में बताया गया कि कैटेगरी ‘ए‘ एवं ‘बी‘ में कुल 169 पार्किंग्स चिन्हित की गई है, जिसमें से 113 की डीपीआर शासन को प्राप्त हो गयी हैं।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु एवं सचिव डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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अमित जैन मुख्य वित्ताधिकारी को निदेशालय, कोषागार पेंशन एवं हकदारी में  सम्बद्ध किया

 श्री अमित जैन, मुख्य वित्त अधिकारी, आयुर्वेद वि0वि0 देहरादून (अतिरिक्त प्रभार-वरिष्ठ वित्त अधिकारी, नगर निगम, देहरादून) को तत्काल प्रभाव से वर्तमान में आवंटित समस्त पदभार से अवमुक्त करते हुए निदेशालय, कोषागार पेंशन एवं हकदारी में अग्रिम आदेशों तक सम्बद्ध किया जाता है।

यह जानकारी श्री गजेन्द्र सिंह कफलिया, उपसचिव द्वारा जारी आदेश में दी गई है।