नमामि गंगे के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट दुर्घटना में एक सहायक अभियन्ता सहित तीन गिरफ्तार # क्षेत्रीय विधायक ने कोसी मटेला पम्प का निरीक्षण कर उपकरण दुरुस्त रखने के निर्देश दिये।-www.janswar.com

-नागेन्द्र प्रसाद रतूडी़

नमामि गंगे के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट दुर्घटना में एक सहायक अभियन्ता सहित तीन गिरफ्तार 

नमामि गंगे के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पर हुई भीषण दुर्घटना में विघुत उपकरणों के संचालन में घोर लापरवाही करने वाले 03 अभियुक्तों को चमोली पुलिस ने किया गिरफ्तार

दिनांक 18.07.23 की रात्रि को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (नमामि गंगे) पुराना बाजार चमोली में ड्यूटीरत ऑपरेटर गणेश का शव दिनांक 19.07.23 की प्रातः को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के बाहर सीढियों के पास पड़ा हुआ मिला। सूचना पर थाना चमोली से चौकी प्रभारी पीपलकोटी उ0नि0 प्रदीप रावत, अ0उ0नि0 रामेश्वर प्रसाद भट्ट, हो0गा0 गोपाल, हो0गा0 मुकुन्दी लाल, पीआरडी रामचन्द्र पंचायतनामा की कार्यवाही के लिए घटनास्थल पर पहुंचे थे। प्रथम दृष्टया ऑपेरटर की मृत्यु बिजली के करंट लगने के कारण होना प्रतीत हो रहा था। सम्पूर्ण परिसर में करंट फैले होने की आशंका के तहत पुलिस बल द्वारा परिसर में प्रवेश नहीं किया गया। विद्युत उपखण्ड कोठियालसैंण में संविदा पर तैनात लाईनमैन सैन सिंह द्वारा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट न होने की पुष्टि करने के पश्चात ही पंचायतनामे की कार्यवाही हेतु उ0नि0 प्रदीप रावत द्वारा मय पुलिस बल के साथ एसटीपी परिसर में प्रवेश किया गया। इस दौरान वहां मृतक गणेश के शव को न उठाने व मृतक के परिजनों को तत्काल मुआवजा दिए जाने को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीण व स्थानीय निवासी जमा हो गये, मौके पर मौजूद पुलिस बल द्वारा लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया जा रहा था।
इस दौरान लाईनमैन सैन सिंह, सतेन्द्र, गोपाल द्वारा निजमुला-कोठियालसैंण विद्युत लाईन में अल्कापुरी के पास आये फाल्ट को ठीक करने के पश्चात लाईनमैन सैन सिंह द्वारा महेन्द्र सिंह को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में एक व्यक्ति के मृत पड़े होने की सूचना दी गयी। लेकिन महेन्द्र सिंह द्वारा इस पर कोई सावधानीपूर्वक विचार नहीं किया और फॉल्ट मिलने पर समय 11:12 बजे सब स्टेशन कोठियालसैंण से शटडाउन लिया तथा फॉल्ट ठीक करने पर बिना किसी जांच पडताल के समय लगभग 11:25 बजे शटडाउन वापस ले लिया जिससे एसटीपी प्लांट पर करंट बढ गया और खुली हुयी लाईन एवं चेंज ओवर में धमाके के साथ चारों तरफ करंट फैल गया जिससे वहां अफरा-तफरी फैल गयी और लोग एक दूसरे पर करंट लगने से गिर गये। जिसके पश्चात लगभग 11:29 बजे पुलिस के हस्तक्षेप से लाईट बंद करायी गयी व घायलों को स्थानीय पुलिस व प्रशासन के द्वारा जिला अस्पताल गोपेश्वर पहुंचाया गया जिसमें उ0नि0 प्रदीप रावत व 03 होमगार्ड्स सहित कुल 16 लोगों की मृत्यु हो गयी एंव 11 व्यक्ति घायल हुए।
दिनांक 20.07.23 को कोतवाली चमोली पर हल्का पटवारी नीरज स्वरूप द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर थाना कोतवाली चमोली पर मुकदमा अपराध संख्या 29/2023 धारा 304 भादवि तथा 13/31 खतरनाक मशीन विनियमन अधिनियम 1983 बनाम पवन चमोला पंजीकृत किया गया है। अभियोग की विवेचना प्रभारी निरीक्षक कोतवाली चमोली कुलदीप रावत द्वारा की जा रही है।
अभियोग की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक चमोली श्री प्रमेन्द्र डोबाल महोदय द्वारा अभियोग के सफल अनावरण वास्तविक अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए क्षेत्राधिकारी चमोली श्री प्रमोद कुमार शाह के नेतृत्व में 03 टीमों का गठन कर ट्रीटमेंट प्लांट के संचालन में विद्युत उपकरण सुरक्षा मानकों, अनुबंध की शर्तों विद्युत सुरक्षा प्रमाणपत्र आदि बिंदुओं पर गहराई से विवेचना करने के निर्देश दिए ।
विवेचना के दौरान विद्युत सुरक्षा विभाग, जल संस्थान के अधिकारियों से वार्ता के बाद एवं निरीक्षण घटनास्थल से इस बात की पुष्टि हुयी कि एसटीपी प्लांट को चलाने वाली ज्वांइट वेंचर कम्पनी 1-ज0बी0एम व 2-कॉन्फिडेंट इंजीनियरिंग इण्डिया प्राईवेट लिमिलेट द्वारा नियुक्त सुपरवाईजर पवन चमोला तथा प्लांट के संचालन को देख रहे जल संस्थान के प्रभारी सहायक अभियन्ता हरदेव लाल आर्य तथा ज्वाइंट वेंचर कम्पनी के स्वामियों एवं अधिकारियों ने खतरनाक विद्युत उपकरणों के संचालन में घोर लापरवाही बरती और सुरक्षा मानकों के विपरीत चेंज ओवर को बॉक्स के ऊपर रखा और इस प्रकार पूरे सीवर ट्रीटमेंट प्लांट को टीनशैड एवं विद्युत सुचालक लौह धातु से बनी संरचना में इस प्रकार चलाया जा रहा था जिससे दिनांक 19.07.2023 को करंट लीक होने से जघन्य अपराध मानव वध की घटना घटित हुयी। विवेचना में एसटीपी प्लांट के संचालन एवं सुपुर्दगी के अनुबंध में गंभीर अनियमितताएं पायी गयी हैं एवं पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना में संलिप्त 03 अभियुक्तों को दिनांक 21.07.2023 को बाद कडी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया। घटना में संलिप्त ज्वांइट वेंचर के स्वामी एवं प्रोजेक्ट मैंनेजर एवं अन्य संलिप्त व्यक्तियों के संबंध में विवेचना प्रचलित है साक्ष्य संकलन जारी है।

गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः-
1-पवन चमोला पुत्र बुद्धि बल्लभ चमोला निवासी ग्राम छैकुडा थाना थराली जनपद चमोली (सुपरवाईजर ज्वांइट वेंचर कम्पनी) 2-महेन्द्र सिंह जयपाल सिंह निवासी ग्राम कुहेड थाना व जिला चमोली (लाईनमैन उ0ख0 विद्युत विभाग) 3-हरदेव लाल आर्य पुत्र जतनी लाल निवासी ग्राम इडक पो0ओ0 गडोली तहसील बडकोट जिला उत्तरकाशी (प्रभारी सहायक अभियन्ता उत्तराखण्ड जल संस्थान गोपेश्वर चमोली)

गिरफ्तारी टीमः-
1- कुलदीप रावत प्रभारी निरीक्षक कोतवाली चमोली। 2- कुलदीप सिंह व0उ0नि0 कोतवाली चमोली। 3-हे0कानि0 ना0पु0 लक्ष्मण सिंह 4-हे0कानि0 गजेन्द्र सिंह 5-कानि0 ना0पु0 विमल सिंह6-कानि0 ना0पु0 शैलेन्द्र सिंह 7-कानि0 ना0पु0 बनवीर सिह 8-उपनल चालक जगमोहन सिंह

***********

क्षेत्रीय विधायक ने कोसी मटेला पम्प का निरीक्षण कर उपकरण दुरुस्त रखने के निर्देश दिये।

अल्मोड़ा- (अशोक कुमार पाण्डेय)अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी ने कोसी मटेला पम्प परिसर का किया ऒचक निरीक्षण ओर पेयजल आपूर्ति सहित विधुत उपकरणों के रखरखाव की व्यवस्थाओं को बारीकी से देखा। उन्होंने मॊके पर मॊजूद जल संस्थान के अधिशासी अभियन्ता अशोक कुमार सोनी को पंपिग के दॊरान कोसी नदी से भारी मात्रा में आ रही सिल्ट को हटाने के लिए नयी वॆज्ञानिक तकनीकी के उचित कदम उठाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मानसून के दॊरान जनता को पेयजल से वंचित नहीं रहना पड़े इसके लिए जो भी कारगार एंव बेहतर वॆज्ञानिक तकनीकी हैं उसे हरहालात में लागू कराने के भरसक प्रयास किये जायेंगे, श्री तिवारी ने विगत दिवस चमोली घटना से बड़ा सबक लेने की बात करते हुए अधिकारियों से मटेला पम्प में विधुत उपकरणों में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि चमोली जॆसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए अधिकारियों एंव कार्मिकों की रोटेशन के आधार पर तॆनाती करने एंव उच्च गुणवत्ता के विधुत उपकरणों को पंप में लगाने के भी निर्देश दिये। इस दॊरान उन्होंने कहा कि उनके पहले कार्यकाल में कोसी बॆराज का निर्माण अल्मोड़ा की भारी पेयजल संकट को दूर करने में काफी कारगार रहा हैं। अब कोसी बॆराज के विस्तारीकरण एंव नदी के ऊपरी पहाड़ी छोर से आ रही भारी मात्रा में सिल्ट को रोकने के लिए शीघ्र ही विशेषज्ञों की एक टीम को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह करके शासन स्तर से मुआयना करने के लिए भेजा जायेगा, ताकि भविष्य में सिल्ट की परेशानियों को भी दूर किया जा सके। उन्होंने अधिशासी अभियन्ता को मानसून के सीजन में चालीस लाख लीटर क्षमता के उनके समय में बनाये गये विक्टर मोहन जोशी जलाशय में हरसमय पेयजल भण्डारण सुनिश्चित कराने के विशेष निर्देश दिये ताकि नगर की जनता को पेयजल आपूर्ति बाधित होने की दशा में जलाशय से पेयजल आपूर्ति की जा सके।

श्री तिवारी के साथ निरीक्षण में काँग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह भोज गुडडू, प्रदेश काँग्रेस अल्पसंख्यक महामंत्री अमन अंसारी, ब्लाँक अध्यक्ष देवेन्द्र बिष्ट, दिनेश जोशी सहित जल संस्थान के अधिशासी अभियन्ता ए के सोनी, सहायक अभियन्ता मंजुल मेहता, अवर अभियन्ता अर्जुन सिंह नेगी उपस्थित थे।