जागेश्वर धाम में धूमधाम से शुभारम्भ हुआ श्रावणी मेला,मंदिर परिसर में हुआ वृक्षारोपण।# एम्स ऋषिकेश में हरेला पर्वपर 100से अधिक पौधे रोपे गये।www.janswar.com

-अरुणाभ रतूडी़

 

जागेश्वर धाम में धूमधाम से हुआ श्रावणी मेले का शुभारंभ,मंदिर परिसर में किया वृक्षारोपण ।

अल्मोड़ा ( जागेश्वर), 17 जुलाई 2023 (अशोक कुमार पाण्डेय) प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में लगने वाले श्रावणी मेले का शुभारंभ आज बड़ी धूमधाम से हुआ। शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद अजय टम्टा समेत विधायक अल्मोड़ा मनोज तिवारी, जिलाध्यक्ष भाजपा रमेश बहुगुणा, जिलाधिकारी/अध्यक्ष जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति विनीत तोमर समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति रहे। इस दौरान शुभारंभ कार्यक्रम में पहुंचे अतिथिगणों ने जागेश्वर धाम में पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। इसके पश्चात सांसद अजय टम्टा समेत अन्य गणमान्यों ने रिबन कटकर श्रावणी मेले का विधिवत उद्घाटन किया।

इस अवसर पर सांसद अजय टम्टा ने सभी प्रदेशवासियों को श्रावणी मेला एवं हरेला पर्व की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि जागेश्वर धाम राज्य ही नहीं सम्पूर्ण देश में प्रसिद्ध धाम है। देश विदेश से लोग यहां श्रद्धा के साथ आकर शीश झुकाते हैं। उन्होंने कहा कि मेले को भव्य बनाने के लिए जिला प्रशासन तथा मंदिर समिति पूरे मंतव्य से तथा पूरी श्रद्धा से जुटी हुई है।
उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि जागेश्वर धाम सबकी श्रद्धा का केंद्र हैं। यहां आकर खोए हुए आत्मविश्वास को पुनर्जीवित करने की अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि मानसखंद मंदिर माला में भी जागेश्वर को रखा गया है तथा मास्टर प्लान के तहत जागेश्वर का विकास किया जाएगा। उन्होंने सभी श्रृद्धालुओं के लिए मंगलकामनाएं की हैं।

जिलाधिकारी (अध्यक्ष मंदिर समिति) विनीत तोमर ने कहा कि मेले में आने वाले सभी भक्तगणों का स्वागत है। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान श्रृद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए साफ सफाई, कूड़ा प्रबंधन, पेयजल व्यवस्था तथा ट्रैफिक नियंत्रण की सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। मेला अवधि के दौरान जल संस्थान द्वारा पेयजल व्यवस्था के लिए टैंकर के द्वारा भी उपलब्धता सुनिश्चित की गई है तथा पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था में 7 कर्मचारी तैनात किए गए हैं।

मेले के शुभारंभ अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। जिसमें स्कूली बच्चों तथा सांस्कृतिक दलों ने विभिन्न सांस्कृतिक छटाओं से सभी को मंत्रमुग्ध किया।

कार्यक्रम के दौरान जागेश्वर परिसर में भंडारा स्थल के किनारे सभी गणमान्यों द्वारा पौधारोपण भी किया गया। पौधारोपण कर सभी गणमान्यों ने सभी लोगों से वृक्षारोपण कर प्रकृति संरक्षण करने की अपील की गई।
इस कार्यक्रम में उपजिलाधिकारी गोपाल सिंह चौहान, प्रबंधक जागेश्वर मंदिर समिति ज्योत्सना पंत,बीजेपी जिला महामंत्री धर्मेंद्र बिष्ट समेत अन्य गणमान्य एवं अधिकारी तथा श्रृद्धालु गण उपस्थित रहे।

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एम्स ऋषिकेश में हरेला पर्वपर 100से अधिक पौधे रोपे गये।

राज्य भर में मनाए जा रहे हरेला पर्व के तहत एम्स ऋषिकेश परिसर में विभिन्न प्रजातियों के 100 से अधिक पौधे रोपे गए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि राज्य के चिकित्सा स्वास्थ्य और उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने कहा कि हरेला धरती के श्रृंगार और पर्यावरण संरक्षण का पर्व है। इस परम्परा को आगे बढ़ाना प्रत्येक राज्यवासी की जिम्मेदारी है।

सोमवार को एम्स ऋषिकेश परिसर में आयोजित हरेला पर्व पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि सूबे के स्वास्थ्य चिकित्सा और उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत की मौजूदगी में संस्थान के अधिकारियों तथा फेकल्टी सदस्यों द्वारा चम्पा, कीनू, कनेर, गोगनबेलिया आदि प्रजातियों के फलदार और छायादार पौधे रोपे गए। एम्स के मिलेट कैफे स्थल के निकट केबिनेट मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत द्वारा चम्पा का पौधा रोपा गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि धरती में पर्यावरण संतुलन और जीवन चक्र के लिए जरूरी है कि प्रत्येक व्यक्ति पौधारोपण कर वृक्षों को संरक्षित करने का संकल्प ले। ताकि लोक परम्परा को जीवित रखा जा सके और हमारी नई पीढ़ी को इससे जुडी़ रहे।

उल्लेखनीय है कि राज्य में आम जनमानस को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से 16 जुलाई से 23 जुलाई तक हरेला सप्ताह मनाया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉक्टर) मीनू सिंह ने वृक्षों को प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि वृक्ष प्रकृति का वरदान है और इनसे हमें प्राण वायु प्राप्त होती है। उन्होंने पृथ्वी के पर्यावरण को सुरक्षित और बचाए रखने के लिए वृक्षों को अति महत्वपूर्ण बताया। केबिनेट मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने एम्स परिसर में की जा रही आर्गेनिक खेती का निरीक्षण भी किया। उन्होंने इसकी सराहना करते हुए कहा कि मोटा अनाज को बढ़ावा देने के लिए एम्स का यह प्रयास प्रशंसनीय है। बता दें कि एम्स परिसर में 5 बीघा से अधिक भूमि पर कोदा, मक्का और मंडुए की उपज की जा रही है।

इस मौके पर डीन एकेडेमिक प्रोफेसर जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुुमार मित्तल, उप निदेशक (प्रशासन) कर्नल राकेश कुमार, रजिस्ट्रार राजीव चौधरी, विधि अधिकारी प्रदीप चन्द्र पाण्डेय, अधीक्षण अभियंता ले. कर्नल राजेश जुयाल, प्रशासनिक अधिकारी गौरव बडोला, काॅलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल प्रो. स्मृति अरोड़ा, नगर निगम महापौर अनीता ममगाईं, डाॅ. विनोद कुमार, डाॅ. अनीसा आतिफ सहित संस्थान के कई फेकल्टी मेम्बर और अधिकारीगण मौजूद रहे।

अगले 25 साल का रोडमैप तैयार करे एम्स

ऋषिकेश। पौधरोपण कार्यक्रम के बाद केबिनेट मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने एम्स के अधिकारियों के साथ बैठक की और हाल ही में देहरादून में संपन्न हुए स्वास्थ्य चिंतन शिविर के निर्णयों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने काला ज्वर मुक्त भारत और एनीमिया मुक्त भारत बनाने के लिए राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय को भी लक्ष्य सौंपे हैं। इसके अन्तर्गत राज्य के प्रत्येक मेडिकल काॅलेज को कुछ जनपद सौंपे जाने हैं। जिसके तहत हरिद्वार जनपद की जिम्मेदारी लेने के लिए उन्होंने एम्स से अपेक्षा जताई। यह भी कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य को एम्स ऋषिकेश से बहुत अपेक्षाएं हैं। ऐसे में एम्स को चाहिए कि स्वास्थ्य सुविधाओं की दृष्टि से वह अगले 25 वर्षों का रोडमैप तैयार करे। कहा कि राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज के छात्र- छात्राओं को लाभ मिले इसके लिए ई-ग्रंथालय की स्थापना तथा फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम तैयार किया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने एम्स के सहयोग और इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की आवश्यकता बताई। डाॅ. रावत ने नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) की सूची में देश के सभी एम्स संस्थानों में एम्स ऋषिकेश को चौथा स्थान मिलने पर राज्य के लिए गौरव की बात कही।