​‘‘जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्यों की कार्ययोजना बनायें अधिकारी – मुख्य विकास अधिकारी‘‘I WWW.JANSWAR.COM

अरुणाभ रतूड़ी 

 

विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी/उपाध्यक्ष व नोडल अधिकारी जनपद स्तरीय समिति जल संरक्षण एवं संवर्धन समिति अपूर्वा पाण्डें की अध्यक्षता में जल संरक्षण एवं संवर्धन अभियान केे सफल एवं उत्कृष्ट क्रियान्वयन के संबंध में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।


बैठक में जुलाई माह के साथ-साथ आगामी अगस्त और सितम्बर माह में जनपद में चलाये जाने वाले मुख्यमंत्री जल संरक्षण एवं संवर्धन अभियान के अंतर्गत जल संग्रह संरचनाओं (चाल-खाल, खंती, चेकडैम) के निर्माण एवं वृक्षारोपण की कार्ययोजना बनाने तथा विभिन्न विभागों की भूमिका एवं उत्तरदायित्वों पर चर्चा की गयी।
मुख्य विकास अधिकारी ने वन विभाग, पेयजल निगम, जल संस्थान, सिंचाई विभाग, लघु सिंचाई, कृषि विभाग, पंचायतीराज, ग्राम्य विकास, शिक्षा विभाग, उद्यान विभाग, जलागम, स्वजल आदि सभी विभागों को अपने-अपने विभागीय स्तर पर विभागीय क्षमतानुसार जल संरक्षण एवं संवर्धन की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने वन विभाग, पेयजल निगम, जल संस्थान तथा सिंचाई विभाग को विभागीय स्तर पर व्यक्तिगत प्लान के अलावा बड़े स्तर के कार्यों में आपसी समन्वय से संयुक्त कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये।
मुख्य विकास अधिकारी ने विभागों को निर्देशित किया कि किन-किन स्थानों पर किन-किन नौले, नाले, धारे, गदेरे, छोटी नदियों के स्त्रोत संरक्षण संवर्धन के साथ-साथ कहां-कहां पर संग्रहण संरचनाओं के सुधारीकरण की कार्यवाही की जानी है इसका चिन्हीकरण करें तथा विवरण प्रस्तुत करें।
मुख्य विकास अधिकारी ने यह भी कहा कि जो भी इस संबंध में पूर्व में भी यदि कोई बेहतर प्लान बनाया हो उसको भी आपस में साझा करें। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण और संवर्धन के कार्यों को गंभीरता से क्रियान्वित किया जाए ताकि उसका बेहतर आउटकम प्राप्त हो सके।
इस दौरान बैठक में डीएफओ के. एन. भारती, अधीक्षण अभियंता पेयजल निगम मोहम्मद मिसम, अधिशासी अभियंता वीरेन्द्र प्रसाद, जल संस्थान एस.के राय, सिंचाई सचिन कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेन्द्र चौधरी, माध्यमिक जिला शिक्षा अधिकारी रामेन्द्र कुशवाहा, एस.डी.ओ. वन विभाग लक्की शाह सहित संबंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।