विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं में आवेदकों के साक्षात्कार हेतु शुक्रवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में चयन समिति की बैठक हुई।##प्रशिक्षण एवं औद्योगिक संस्थान,दुगड्डा में एक दिवसीय रोजगार मेले का आयोजन।##क्रिटिकल केयर ब्लॉक का कल उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री माननीय डॉ. धन सिंह रावत जी करेंगे भूमि पूजन।##जनपद टिहरी में चांजी मत्स्य जीवी सहकारी समिति में मिले रोजगार से पलायन में कमी आयी ।## www.janswar.com

अरुणाभ रतूड़ी जनस्वर 

जनपद चमोली समाचार 

विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं में आवेदकों के साक्षात्कार हेतु शुक्रवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में चयन समिति की बैठक हुई।

चमोली –पर्यटन विभाग की विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं में आवेदकों के साक्षात्कार हेतु शुक्रवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में चयन समिति की बैठक हुई। जिसमें समिति द्वारा वीर चन्द्र सिंह गढवाली पर्यटन स्वरोजगार, दीनदयाल उपाध्याय गृह आवास और ट्रैकिंग ट्रक्शन योजनाओं के अन्तर्गत 50 आवेदकों का साक्षात्कार के माध्यम से चयन करते हुए स्वरोजगार हेतु 11 करोड़, 15 लाख, 36 हजार ऋण आवंटन की स्वीकृति प्रदान की गई। वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के तहत चयन समिति ने वाहन मद में 05 तथा गैर वाहन मद में 07, होमस्टे में 14 और ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर-हो स्टे अनुदान के तहत 24 लाभार्थियों का साक्षात्कार के माध्यम से चयन किया। गैर वाहन मद में होटल, मोटल, फास्ट फूड सेन्टर, वर्कशॉप आदि के संचालन हेतु चारों आवेदन स्वीकृत किए गए। चयनित लाभार्थियों को बैंक में जरूरी दस्तावेज जमा करते हुए जल्द से जल्द स्वरोजगार करने हेतु प्रोत्साहित किया गया। जिला पर्यटन विकास अधिकारी एसएस राणा ने बताया कि वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के तहत गैर वाहन मद में होटल/मोटल, फास्ट फूड सेंटर, वर्कशॉप आदि हेतु 33 प्रतिशत अनुदान पर 40 लाख की सीमा तक तथा वाहन मद में व्यावसायिक वाहन खरीद के लिए 25 प्रतिशत अनुदान पर ऋण स्वीकृत किया जाता है। शासन द्वारा ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर-होम स्टे नाम से अनुदान योजना संचालित है। इस योजना के तहत जनपद के जोशीमठ ब्लाक में तपोवन-भविष्य बद्री ट्रैकिंग टंक्शन में तपोवन, सुभाई, रिंगी व सलधार गांव चयनित है। जबकि देवाल में लोहाजंग टैªकिंग ट्रक्शन के तहत लोहाजंग, मुन्दोली, वांक, कुलिंग, वाण, दिदीनी, वलाण, हिमनी तथा घेस चयनित है। बताया कि इस योजना के तहत चयनित गांवों में होमस्टे के नव निर्माण हेतु 60 हजार प्रतिकक्ष की दर से अधिकतम 6 कक्षों के लिए अनुदान दिए जाने का प्रावधान है। होमस्टे की मरम्मत के लिए 25 हजार प्रतिकक्ष की दर से अनुदान दिए जाने का प्रावधान है।
जिला स्तरीय चयन समिति में मुख्य विकास अधिकारी डा.ललित नारायण मिश्र, एआरटीओ ज्योति शंकर मिश्रा, जिला पर्यटन विकास अधिकारी एसएस राणा, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक चंचल बोहरा, लीड बैंक अधिकारी जीएस रावत आदि मौजूद थे।

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जनपद पौड़ी गढ़वाल

प्रशिक्षण एवं औद्योगिक संस्थान,दुगड्डा में एक दिवसीय रोजगार मेले का आयोजन।

क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी लेंसडॉन ममता चौहान नेगी ने बताया कि आगामी 4 सितंबर, 2023 को प्रशिक्षण एवं औद्योगिक संस्थान, दुगड्डा में एक दिवसीय रोजगार मेले का आयोजन किया जायेगा। रोजगार मेले में आई0टी0आई0 पॉलीटेक्निक डिप्लोमा होल्डरों हेतु अवसर उपलब्ध रहेगें, जिसमें मुख्यतः बजाज ऑटो लिमिटेड, टाटा मोटर्स लि० द्वारा प्रतिभाग किया जाना है।
उन्होंने बताया कि रोजगार के इच्छुक अभ्यर्थी मेले में प्रतिभाग करने के लिए शैक्षिक योग्यता, सेवायोजन पंजीयन कार्ड, मूल निवास/स्थाई निवास, आधार कार्ड की मूल व छायाप्रति तथा बायोडाटा के साथ एक पासपोर्ट साइज कलर फोटो लाना अनिवार्य है। कहा कि अभ्यर्थी रोजगार मेले के सम्बन्ध में अधिक जानकारी हेतु दूरभाष नंबर 8410015095, 9411147091 पर सम्पर्क कर सकते हैं।

क्रिटिकल केयर ब्लॉक का कल उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री माननीय डॉ. धन सिंह रावत जी करेंगे भूमि पूजन। 

25 करोड़ की लागत से बनने वाले क्रिटिकल केयर ब्लॉक का कल उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री माननीय डॉ. धन सिंह रावत जी करेंगे भूमि पूजन साथ ही मेडिकल कॉलेज श्रीकोट – श्रीनगर में एमबीबीएस के नए छात्रों का शुभारंभ , सीसीटीवी कैमरे का कोतवाली श्नीनगर में सांय 5:00 बजे लोकार्पण करेंगे साथ ही श्रीनगर में होने वाले विकास कार्यों का निरीक्षण भी करेंगे । अतः आप सभी बंधु भगनियों से निवेदन उक्त कार्यक्रमों के लिए अपना अमूल्य समय निकालने की कृपा कीजिएगा , धन्यवाद– गणेश भट्ट , जिला मीडिया प्रभारी भाजपा , पौड़ी गढ़वाल।

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जनपद टिहरी गढ़वाल समाचार 

जनपद टिहरी में चांजी मत्स्य जीवी सहकारी समिति में मिले रोजगार से पलायन में कमी आयी ।

आइए जाने समिति की दृढ इच्छाशक्ति और मत्स्य विभाग के सहयोग से समिति की मत्स्य पालन में सफलता की कहानी। चांजी गाड़ के तट पर स्थित ग्राम चांजी, विकासखंड भिलंगना, जनपद टिहरी गढ़वाल के स्थानीय अनुसूचित जाति के 11 बेरोजगार व्यक्तियों के द्वारा वर्ष 2018 में चांजी मत्स्य जीवी सहकारी समिति का गठन किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य मत्स्य पालन को स्वरोजगार के रूप में अपना कर अधिक से अधिक ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ते हुए आय को दुगुनी करना है। जनपद मुख्यालय से लगभग 85 कि.मी. दूर घनसाली-अखोडी मार्ग पर चांजी गाड़ के बाईं ओर चांजी मत्स्य जीवी सहकारी समिति द्वारा मत्स्य विभाग के सहयोग से भूमि का निरीक्षण करवाया गया, जो कि ट्राउट मस्य पालन हेतु उपयुक्त पायी गयी। समिति द्वारा वर्ष 2019-20 में मत्स्य विभाग के सहयोग से नीलक्रांति योजना के अंतर्गत 08 तालाब निर्मित किए गए तथा वर्ष 2022-23 में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत 08 रेशवेजों का निर्माण किया गया। ट्राउट रेशवेजों में जलापूर्ति का कार्य चांजी गाड़ से किया जा रहा है, जिसके जल का तापमान लगभग 06 से 16 डिग्री सैल्सियस तक रहता है। मत्स्य विभाग द्वारा समिति को नील क्रांति योजनान्तर्गत 08 रेशवेजों का निर्माण हेतु कुल 9:50 लाख तथा निवेश हेतु 12 लाख अनुदान दिया गया। वर्ष 2020 में 4 हजार, 2021 में 20 हजार तथा वर्ष 2022 में 15 हजार ट्राउट मत्स्य बीज उपलब्ध कराया गया। इसके साथ ही वित्तीय 2021-22 में समिति को जिला योजना के अंतर्गत तौल मशीन तथा एन.सी.डी.सी. योजनान्तर्गत आक्सीजन जनरेटर, आईस बाक्स आदि दिया गया है। समिति के रेजो में प्रथम बार वर्ष 2020-21 में मत्स्य बीज पोषित किया गया। वित्तीय वर्ष 2021-22 में समिति द्वारा निवेश धनराशि से ट्राउट मत्स्य बीज एवं आहार क्रय किया गया। समिति द्वारा जनवरी 2022 से मत्स्य बिक्री का कार्य प्रारम्भ किया गया। समिति द्वारा ट्राउट फिश उत्पादन को चण्डीगढ़, दिल्ली, देहरादून एवं स्थानीय बाजार में विक्रय करने के उपरान्त लगभग रू. 06 लाख तथा वर्ष 2022-23 में लगभग रू. 08 लाख की आय की गयी है। समिति गठन से पूर्व सदस्यों द्वारा धान की खेती की जाती थी, जिससे समिति के सदस्यों की वार्षिक आय 15-20 हजार थी। समिति द्वारा मत्स्य पालन को न केवल स्वरोजगार के रूप में अपनाया गया बल्कि लगभग 35 स्थानीय ग्रामीणों को प्रत्यक्ष रूप से तथा लगभग 75 ग्रामीण को अप्रत्यक्ष रूप से इसमें जोड़कर उन्हें रोजगार दिलाया है। इससे समिति से जुड़े सदस्यों एवं स्थानीय बेरोजगार ग्रामीणों की आय में वृद्धि के साथ-साथ सामाजिक उन्नयन भी हुआ है, साथ-साथ गांव के पलायन में भी कमी आई है।