राज्यपाल से डीजीपी अशोक कुमार,आईएचएम देहरादून के प्रधानाचार्य व एचओडी फूड प्रोडक्शन ने अलग-अलग भेंट की।#प्रदेश भर में प्राथमिक में 663, पूर्व मा.में‌ 76,व माध्यमिक में 559 विद्यालय कलस्टर विद्यालय बनेंगे#विश्वनाथ जगदीशीला यात्रा का अल्मोड़ा नगर में 6 मई को होगा भव्य स्वागतwww.janswar.com/

-अरुणाभ रतूड़ी

राज्यपाल को डीजीपी अशोक कुमार ने अपनी पुस्तक ‘‘साइबर एनकाउंटर्स’’ भेंट की।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से शुक्रवार को राजभवन में डीजीपी अशोक कुमार ने मुलाकात की। उन्होंने राज्यपाल को अपनी पुस्तक ‘‘साइबर एनकाउंटर्स’’ भेंट की। इस पुस्तक में साइबर अपराधों को रोकने के उपायों और जागरूकता के बारे में बताया गया है।

राज्यपाल से आईएचएम देहरादून के प्रधानाचार्य व एचओडी फूड प्रोडक्शन ने भेंट की

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से राजभवन में आइएचएम देहरादून के प्रधानाचार्य डॉ0 जगदीप खन्ना व एचओडी फूड प्रोडक्शन मनीष भारती ने मुलाकात की। उन्होंने राज्यपाल को संस्थान द्वारा मिलेट्स पर किये जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने उगाए जाने वाले प्रमुख मिलेट्स, उनकी उपयोगिता व आइएचएम द्वारा मिलेट्स से बनाए जा रहे विभिन्न प्रकार के खाद्य उत्पादों के बारे में जानकारी दी।

राज्यपाल ने कहा कि ‘‘मिलेट्स’ जिसे हम मोटा अनाज भी कहते हैं, पौष्टिकता से भरपूर होने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद भी हैं। कोरोना के बाद सभी लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग हो गए हैं और वे मिलेट्स खाद्य पदार्थों को अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि मिलेट्स एक पौष्टिक और स्वादिष्ट सुपर भोजन है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में मिलेट्स अनाज के उत्पादन की अच्छी संभावनाएं हैं, इसे आगे बढ़ाने के विशेष प्रयास किये जाने चाहिए।

राज्यपाल ने कहा कि संस्थान मिलेट्स को आगे बढ़ाने के साथ-साथ लोगों को इससे होने वाले फायदों के बारे में बतायें। उन्होंने कहा कि मिलेट्स की पैदावार में किसानों को कम लागत में अच्छा मुनाफा मिलता है। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों को प्रोत्साहन की जरूरत है, जिससे वे मोटे अनाजों का अधिकाधिक उत्पादन करें।

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प्रदेश भर में प्राथमिक में 663, पूर्व मा.में‌ 76,व माध्यमिक में 559 विद्यालय कलस्टर विद्यालय बनेंगे

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने शुक्रवार को सचिवालय में शिक्षा विभाग के साथ क्लस्टर विद्यालय के सम्बन्ध में बैठक ली। मुख्य सचिव ने कहा कि प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत संचालित क्लस्टर विद्यालय शिक्षण अधिगम को गुणवत्तापरक एवं रूचिकर बनाने के उद्देश्य से पठन-पाठन से सम्बन्धित मूलभूत सुविधायें विकसित कर उत्कृष्ट शिक्षा केन्द्र के रूप में विकसित किए जाएंगे।
मुख्य सचिव ने कहा कि इन क्लस्टर विद्यालयों में समुचित मात्रा में शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्कूल के लिए आने वाले समय में अधिकतम छात्र संख्या के अनुरूप मास्टर प्लान तैयार किया जाए। क्लस्टर स्कूल में समुचित अध्यापक, कक्षा कक्ष, पुस्तकालय, कम्प्यूटर लैब और अन्य प्रयोगशालाओं आदि की पूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि क्लस्टर विद्यालयों में छात्रों के लिए आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराए जाने हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति का गठन कर उन्हें छात्रों को आवागमन का किराया किस रूप में देना है इसके लिए भी अधिकृत किया जाए। इस समिति में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में परिवहन विभाग, लोक निर्माण विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी, पुलिस अधीक्षक आदि सम्बन्धित सभी विभागों का प्रतिनिधित्व रखा जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि ऐसे स्कूल, जो अत्यधिक दूर हैं और बच्चे इतने दूर आना जाना नहीं कर सकते, के लिए आवासीय स्कूलों की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि आवासीय स्कूलों को पर्वतीय जनपदों के छोटे शहरों में खोला जा सकता है। ऐसे में उन आवासीय विद्यालयों में शिक्षकों को अपने परिवार के साथ रहने में सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद में एक नहीं बल्कि 5 से 7 आवासीय विद्यालय होने चाहिए। वर्तमान में संचालित आवासीय विद्यालयों में हॉस्टल की सुविधा को और बढ़ाया जाए। मुख्य सचिव ने कहा कि बच्चों को अच्छी गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध हो इसके लिए अच्छे सुझावों को लगातार अपनाने की आवश्यकता है।
सचिव श्री रविनाथ रमन ने बताया कि प्रदेशभर में माध्यमिक स्तर पर कुल 559 विद्यालयों को क्लस्टर विद्यालयों के रूप में विकसित किया जाएगा। इसी प्रकार प्राथमिक में 603 और पूर्व माध्यमिक में 76 विद्यालयों को चिन्हित किया गया है। सभी विद्यालयों के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है।
इस अवसर पर महानिदेशक माध्यमिक एवं प्राथमिक शिक्षा श्री बंशीधर तिवारी, अपर सचिव शिक्षा श्री योगेन्द्र यादव सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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विश्वनाथ जगदीशीला यात्रा का अल्मोड़ा नगर में 6 मई को होगा भव्य स्वागत
अल्मोड़ा- विश्व शान्ति के संकल्प को लेकर विश्वनाथ जगदीशीला यात्रा प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी अल्मोड़ा नगर में आयेगी। इस वर्ष यात्रा 2 मई को टिहरी गढ़वाल के विशोन पर्वत से आरम्भ होकर सर्वप्रथम हरिद्वार से काशीपुर होते हुए रामनगर-रूद्रपुर से हल्द्वानी से होते हुए नॆनीताल रानीखेत से अल्मोड़ा नगर में 6 मई ( शनिवार) को सांय 6 बजे पँहुचेगी। अल्मोड़ा नगर में सिद्वनॊला स्थित भोलेनाथ मन्दिर पलटन बाजार से मुख्य बाजार होते हुए माँ नन्दा- सुनन्दा मन्दिर में रात्रि विश्राम करेगी। 7 मई रविवार को यात्रा चितई मन्दिर में गोलू देवता के डोली दर्शन करते हुए चम्पावत को प्रवेश करेगी।
विश्वनाथ जगदीशीला यात्रा के स्वागत सम्मान ऒर यात्रा में आने वाले श्रद्वालुओं के उचित व्यवस्था के लिए आज नन्दादेवी मन्दिर में बॆठक आयोजित की गयी। बॆठक में यात्रा के कुमाऊँ संयोजक मनोज सनवाल ने कहा कि विश्वनाथ जगदीशीला डोली दर्शन यात्रा 24 वें वर्ष में प्रवेश कर रही हैं। ऒर कुमाऊँ में 12 वें वर्ष में प्रवेश कर रही हैं। यात्रा के मुख्य संयोजक पूर्व काबीना मंत्री मंत्रीप्रसाद नॆथानी उत्तराखण्ड के सभी देवालयों को जोड़ने के लिए एंव प्रदेश में तीर्थाटन को बढा़वा देने के संकल्प को लेकर पूरे प्रदेश में डोली दर्शन यात्रा निकाल रहे हैं । यात्रा के अल्मोड़ा संयोजक सचिन टम्टा ने कहा कि विश्वनाथ जगदीशीला यात्रा का अल्मोड़ा में भव्य स्वागत होगा। यात्रा के अल्मोड़ा नगर में पँहुचने एंव व्यवस्था के लिए बॆठक में उपस्थित लोगों को जिम्मेदारी सॊंपी गयी। बॆठक में यात्रा कुमाऊँ संयोजक मनोज सनवाल, अल्मोड़ा यात्रा संयोजक सचिन टम्टा, प्रताप सत्याल, त्रिलोचन जोशी, मनीष जोशी, शोभा जोशी, प्रकाश रावत, शंकर दत्त भट्ट, डा. जे सी दुर्गापाल, गंगा जोशी, सुन्दरी खडा़ई आदि उपस्थित थे।