राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने गुरूवार को राजभवन में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत गोद लिए 13 टीबी रोगियों को मासिक पोषण किट वितरित की।WWW.JANSWAR.COM

अरुणाभ रतूड़ी 

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने गुरूवार को राजभवन में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत गोद लिए 13 टीबी रोगियों को मासिक पोषण किट वितरित की। राज्यपाल ने रोगियों से बातचीत कर उनकी कुशलक्षेम पूछी तथा उन्हें उपचार के दौरान नियमित पौष्टिक आहार व संतुलित जीवनशैली अपनाने की सलाह दी। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल ने टीबी रोगियों की देखभाल हेतु नि-क्षय मित्र बनते हुए 2022 में 13 टीबी रोगियों को गोद लिया था जिनमें से 12 पूरी तरह स्वस्थ होकर टीबी मुक्त हो गए हैं और एक का इलाज चल रहा है। राज्यपाल ने 13 और रोगियों को गोद लिया है जिन्हें आज मासिक पोषण किट वितरित की गई।

राज्यपाल ने कहा कि प्रत्येक टीबी रोगी का मित्र बनकर उसके इलाज, पोषण में सहयोग करना होगा ताकि हमारा प्रदेश टीबी मुक्त हो सके। उन्होंने कहा कि स्वस्थ भारत, समृद्ध भारत के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने के साथ ही इसे जड़ से समाप्त करने का संकल्प लेना होगा। टीबी उन्मूलन के लिए जन भागीदारी के इस अभियान में उन्होंने सभी लोगों से आगे आने की अपील की।

राज्यपाल ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा वर्ष 2030 तक विश्व को टीबी मुक्त करने का  लक्ष्य रखा गया है। वहीं टीबी मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत भारत द्वारा वर्ष 2025 तक ही टीबी को समाप्त करने का निश्चय लिया गया है। उत्तराखण्ड ने टीबी उन्मूलन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता से वर्ष 2024 तक प्रदेश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य लिया है जो प्रशंसनीय है। राज्यपाल ने प्रदेश के आम लोगों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों, गैर सरकारी संगठनों, सामाजिक संस्थानों, सक्षम व्यक्तियों आदि से आह्वान किया कि वे टीबी रोगियों की सहायता करने के लिए नि-क्षय मित्र बनें। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सभी सांसदों, मंत्रियों, विधायकों और जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर अधिक से अधिक नि-क्षय मित्र बनाने का अनुरोध किया भी गया है।

राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ पंकज सिंह ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य में जुलाई 2023 तक 9,220 नि-क्षय मित्र बने हैं। नि-क्षय मित्र की संख्या में उत्तराखण्ड राज्य देश में दूसरे स्थान पर है। वर्तमान तक 5,717 टी0बी0 रोगी नि-क्षय मित्र से सहायता प्राप्त कर ठीक हो चुके हैं तथा 9,715 टी0बी0 रोगियों को नि-क्षय मित्रों द्वारा सेवाएं दी जा रही हैं।

उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य में भारत सरकार द्वारा दिये गये लक्ष्य के सापेक्ष वर्ष 2022 में सर्वाधिक टी0बी0 नोटिफिकेशन दर 99 प्रतिशत प्राप्त की गयी। इस दौरान कुल 27,570 रोगियों को चिन्हित कर उपचार प्रदान किया गया है। वर्ष 2023 में माह जून तक भारत सरकार द्वारा दिये गये लक्ष्य के सापेक्ष 12965 (93 प्रतिशत) लक्ष्य की प्राप्ति की गयी है।

इस अवसर पर वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ. महावीर सिंह, डॉ. ए0के0 सिंह, टी0बी0 एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड की महासचिव पूनम किमोठी, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. मनोज वर्मा, व स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।