राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राजभवन में ‘‘प्लास्टिक के विरूद्ध जंग’’ सेमिनार के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की।#### राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से राजभवन में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित प्रेम चंद शर्मा ने भेंट की। WWW.JANSWAR.COM

अरुणाभ रतूड़ी जनस्वर 

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राजभवन में ‘‘प्लास्टिक के विरूद्ध जंग’’ सेमिनार के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राजभवन में ‘‘प्लास्टिक के विरूद्ध जंग’’ सेमिनार के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की। स्वच्छता के प्रति जागरूकता और सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को हतोत्साहित किए जाने के उद्देश्य से राजभवन में सितंबर माह में ‘‘प्लास्टिक के विरूद्ध जंग’’ सेमिनार आयोजित होगा। इस सेमिनार में स्वच्छता के प्रति जागरूकता और सिंगल यूज प्लास्टिक के कम से कम उपयोग पर मंथन किया जाएगा। सेमिनार में विभिन्न विशेषज्ञ विभागों के प्रतिनिधियों के अलावा स्वच्छता जागरूकता के क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों, उद्योग जगत के लोगों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा प्रतिभाग किया जाएगा। उक्त सेमिनार में प्रदेश के विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, स्कूली छात्र-छात्राओं के माध्यम से जागरूकता रैली कार्यक्रम एवं सामूहिक स्वच्छता अभियान भी चलाया जायेगा।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राजभवन में ‘‘प्लास्टिक के विरूद्ध जंग’’ सेमिनार के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के प्रति गंभीरता से चिंतन करने हेतु हम सभी को मिलकर स्वच्छता की दिशा में प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक कचरे के कारण हमारे संपूर्ण जलवायु तंत्र, नदी-नाले, जंगल की संपदा आदि में प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। प्लास्टिक कचरे के कारण प्रदेश में आने वाले पर्यटकों एवं तीर्थ यात्रियों के मन में भी नकारात्मक प्रभाव पड़ना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के प्रति जागरूकता और सिंगल यूज प्लास्टिक को त्यागने हेतु लोगों को जागरूक किया जाना बेहद जरूरी है।
राज्यपाल ने कहा कि शहर की स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाए जाने के दृष्टिगत कुछ हीरो, आईकन तथा महिला वर्ग की सहभागिता पर भी विशेष ध्यान दिया जाय। उन्होंने कहा कि सेमिनार में ऐसे सफाईकर्मी जो स्वच्छता कार्यों में उत्कृष्ट हों, को भी कार्यक्रम में सहभागी बनाया जाय। उन्होंने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम अपने आस-पड़ोस को साफ रखें और सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करें तथा सभी लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करें। इस बैठक में प्रमुख सचिव आर0के0 सुधांशु, सचिव श्री राज्यपाल रविनाथ रामन, सचिव प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सुशांत पटनायक, वित्त नियन्त्रक डॉ0 तृप्ति श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

 

 राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से राजभवन में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित प्रेम चंद शर्मा ने भेंट की।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से राजभवन में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित प्रेम चंद शर्मा ने भेंट की। श्री प्रेम चंद शर्मा जी जैविक एवं प्राकृतिक खेती व बागवानी के विशेषज्ञ हैं, आपने अपने प्रयोगों और नवाचार के माध्यम से अपने गाँव में एक आदर्श बागवानी केंद्र स्थापित किया है। श्री शर्मा ने राज्यपाल को शहरी क्षेत्रों के लिए अपने नए प्रयोग “जैविक किचन गार्डन” मॉडल के बारे में विस्तार से बताया।
राज्यपाल ने कहा कि ‘‘मेरा हमेशा से ये मानना रहा है कि प्राकृतिक और जैविक खेती के माध्यम से हम रोजगार सृजन के साथ-साथ पलायन को रोकने में भी सफल हो सकते हैं।’’ राज्यपाल ने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है, और ये बेहद जरूरी है कि हमारी जीवन शैली में योग और हमारी भोजन में जैविक रूप से उगाई गई सब्जियों का ही प्रयोग हो। राज्यपाल ने कहा कि श्री शर्मा द्वारा किए जा रहे कार्य सराहनीय हैं और अन्य लोगों को भी उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।