राज्यपाल ने राष्ट्रीय जन संपर्क दिवस पर विभिन्न क्षेत्रों में जनसंपर्क से जुड़े प्रतिनिधियों को दी शुभकामनाएं #विधानसभा क्षेत्रों की समस्याओं का हो त्वरित समाधान- मुख्यमंत्री#मुख्य सचिव की अध्यक्षता में प्राधिकरण की बैठक सम्पन्न हुई। #चारधाम यात्रा के सफल संचालन एवं बेहतर आपदा प्रबन्धन हेतु मॉक एक्साइज# जिलाधिकारी की अध्यक्षता में चयन समिति ने  जिलास्तरीय योजनाओं के लाभार्थियों का किया चयन# www.janswar.com

देहरादून 20 अप्रैल, 2023

राज्यपाल ने राष्ट्रीय जन संपर्क दिवस पर विभिन्न क्षेत्रों में जनसंपर्क से जुड़े प्रतिनिधियों को दी शुभकामनाएं

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राष्ट्रीय जन संपर्क दिवस के मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में जनसंपर्क से जुड़े प्रतिनिधियों को शुभकामनाएं प्रेषित की है। 21 अप्रैल को मनाये जाने वाले राष्ट्रीय जन संपर्क दिवस की पूर्व संध्या पर राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा कि ’भारत के सामाजिक एवं आर्थिक विकास में आज जनसंपर्क एक अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राज्यपाल ने कहा कि जनसंपर्क एक बहुत ही रचनात्मक विधा भी है जिसके जरिये किसी भी सरकारी-गैर सरकारी संस्थान, संगठन के कार्यों को जनता तक प्रभावी रूप से पहुंचाया जा सकता है।’

राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान में जनसंपर्क हर क्षेत्र से जुड़े संस्थान के लिए बेहद जरूरी है, उन्होंने कहा कि जनसंपर्क के जरिए जहां एक ओर जन जागरूकता बढ़ाई जा सकती है। वहीं दूसरी ओर जनहित में किए जा रहे कार्यों को भी जनसंपर्क के माध्यम से जनता के बीच रखा जा सकता है। सोशल मीडिया के दौर में जनसंपर्क सही सूचनाओं के आदान-प्रदान हेतु और अधिक आवश्यक हो गया है।
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विधानसभा क्षेत्रों की समस्याओं का हो त्वरित समाधान- मुख्यमंत्री

 

  • राज्य के समग्र विकास में सबकी भागीदारी हो सुनिश्चित।

विभागीय अधिकारी विधायकगणों द्वारा इंगित की जाने वाली विधानसभा क्षेत्रों की प्रमुख समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए, उनका समाधान करें। राज्य के समग्र विकास के लिए सबको एकजुट होकर कार्य करना होगा। जिलाधिकारी भी जनपदों में समय-समय पर विधायकगणों के साथ बैठक कर उनके क्षेत्रों की समस्याओं का समाधान करें। यह निर्देश मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में विधान सभा क्षेत्र यमुनोत्री, बद्रीनाथ, प्रतापनगर, चकराता, ज्वालापुर, भगवानपुर, झबरेड़ा, पिरान कलियर, मंगलौर, लक्सर, खानपुर एवं हरिद्वार ग्रामीण की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिये।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि जल जीवन मिशन के कार्यों में तेजी लाई जाय। यह सुनिश्चित किया जाए कि ग्रीष्म काल में लोगों को पेयजल की किल्लत न हो। विकास कार्यों में तेजी लाने तथा क्षेत्रीय समस्याओं के समाधान के लिए जिलाधिकारी कार्यों की प्रगति को देखने के लिए अधिकारियों को क्षेत्र आवंटित करें एवं समय-समय पर स्वयं निरीक्षण करें। आपदा प्रबंधन की दृष्टि से तहसील स्तर पर भी आवश्यक उपकरणों एवं मानव संसाधन की पूरी व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में कृषि, बागवानी, पर्यटन, उद्योग को बढ़ावा देने के लिए राज्य सराकर द्वारा निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। स्वास्थ्य शिक्षा, कनेक्टिविटी को और सृदृढ़ बनाने के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। लोगों की आजीविका में वृद्धि के लिए अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं।
बैठक में विधाकगणों द्वारा सड़कों के निर्माण एवं सुदृढ़कीरण, पेयजल के लिए हैण्डपम्पों की आवश्यकता, पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने, बाढ़ सुरक्षा के कार्य, कूड़ा निस्तारण की समस्या, ड्रेनेज एवं सीवरेज की समस्या  एवं अपने क्षेत्रों की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकगणों द्वारा जो भी जन समस्याएं रखी गई हैं, उनका हर संभव समाधान किया जायेगा।
बैठक के दौरान विधायकगणों ने प्रदेश के समग्र विकास के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा की जा रही पहल की सराहना की। उन्होंने इस पहल को राज्य के व्यापक हित में भी बताया।
बैठक में विधायक श्री प्रीतम सिंह, ई. रवि बहादुर, श्रीमती ममता राकेश, श्री वीरेन्द्र कुमार, श्री फुरकान अहमद, श्री सरवत करीम अंसारी, श्री शहजाद, श्रीमती अनुपमा रावत, श्री संजय डोभाल, श्री विक्रम सिंह नेगी, श्री राजेन्द्र सिंह भण्डारी, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव श्री आर. के सुधांशु, सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, श्री शैलेश बगोली, श्री नितेश झा, श्री बी.वी.आर.सी पुरूषोत्तम, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, श्री एच.सी. सेमवाल, श्री दीपेन्द्र चौधरी, डॉ. आर राजेश कुमार, शिक्षा महानिदेशक श्री बंशीधर तिवारी, विभिन्न विभागीय अधिकारी, वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी उपस्थित थे

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मुख्य सचिव की अध्यक्षता में प्राधिकरण की बैठक सम्पन्न हुई।

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु की अध्यक्षता में सचिवालय में एकीकृत महानगर यातायात प्राधिकरण की बैठक सम्पन्न हुई। मुख्य सचिव ने पुलिस और परिवहन विभाग से यातायात नियमों का कठोरता से पालन सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि सड़क पर चलने वाला प्रत्येक व्यक्ति जब यातायात नियमों का पालन करने लगेगा, ट्रैफिक जाम से निजात मिलने लगेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए आमजन को यातायात नियमों के पालन करने हेतु जागरूक किया जाए। छोटी छोटी वीडियो क्लिप्स के माध्यम से सोशल मीडिया और सड़कों के किनारे और ट्रैफिक सिग्नल के आसपास स्क्रीन पर जागरूकता वीडियो चलाए जाएं। मुख्य सचिव ने महानिदेशक सूचना को इस सम्बन्ध में वीडियो बनाए जाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने सभी सम्बन्धित विभागों को अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक उपायों पर कार्य किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि यातायात पुलिस और परिवहन विभाग को मिलजुलकर ऑटो, ई रिक्शा आदि के लिए पार्किंग के साथ ही, ई-रिक्शा और ऑटो स्टॉप आदि निर्धारित किए जाने के निर्देश दिए। फुटपाथ एवं सड़कों से अतिक्रमण शीघ्र हटाया जाए। यातायात नियम तोड़ने और नो पार्किंग में गाड़ी लगाने वालों पर लगातार चालान किए जाएं। मुख्य सचिव ने उपाध्यक्ष एमडीडीए को शहर में साइनेज आदि लगाकर यातायात नियमों की जानकारी उपलब्ध कराए जाने की बात भी कही। उन्होंने शहरों में फुटपाथों की मरम्मत के लिए अलग से बजट हेड बनाए जाने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया।
बैठक के दौरान एसएसपी देहरादून श्री दिलीप सिंह कुंवर ने बताया कि नियमों के पालन न करने पर वाहन चालकों पर सीसीटीवी के साथ ही ड्रोन के माध्यम से भी चालान किए जा रहे हैं। उपाध्यक्ष एमडीडीए श्री बंशीधर तिवारी द्वारा बताया गया कि स्कूल बसों की पार्किंग स्कूल परिसर में ही करने और स्कूल की छुट्टी के बाद खेल के मैदानों को पार्किंग के रूप में प्रयोग करने हेतु विभिन्न स्कूलों से लगातार बातचीत चल रही है। इसमें विभिन्न स्कूलों ने सकारात्मक रूख अपनाया है, और हर सम्भव सहयोग के लिए तैयार हैं। मॉल्स आदि को अपनी खुद की पार्किंग का पूर्णतः प्रयोग किए जाने हेतु कहा गया है, साथ ही पार्किंग फुल है अथवा पार्किंग कितनी भरी है इसकी जानकारी देने हेतु मॉल के बाहर सड़क पर डिस्प्ले के माध्यम से जानकारी उपलब्ध कराए जाने के लिए भी कहा गया है। बैठक में बताया गया कि नगर निगम और जिला प्रशासन द्वारा लगातार अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जा रही है।
इस अवसर पर सचिव श्री अरविन्द सिंह ह्यांकि एवं श्री एस.एन. पाण्डेय, जिलाधिकारी देहरादून श्रीमती सोनिका, प्रबन्ध निदेशक उत्तराखण्ड मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन श्री जितेन्द्र त्यागी, मुख्य नगर आयुक्त श्री मनुज गोयल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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एनडीएमए एवं एसडीएमए की निगरानी में हुआ चारधाम यात्रा के सफल संचालन एवं बेहतर आपदा प्रबन्धन हेतु मॉक एक्साइज

एनडीएमए (राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण) ने उत्तराखण्ड में 22 अपै्रल को प्रारम्भ होने वाली चारधाम यात्रा के सफल संचालन तथा राज्य में बेहतर आपदा प्रबन्धन हेतु डिजास्टर मेनेजमेंट सिस्टम को मोडिफाई करने, सभी स्टेकहोल्डर्स के बीच बेहतर समन्वय व प्रभावी कम्युनिकेशन, आधुनिकतम टेक्नॉलॉजी के अधिकाधिक इस्तेमाल, ड्रोन का उपयोग व ड्रोन सहित सभी संसाधनों की जीआईएस मैपिंग, भूकम्प जैसी आपदाओं के दौरान सेटेलाइट इमेजनरी के उपयोग, राज्य के सभी अस्पतालों को आपदाओं के दृष्टिगत अपने इमरजेंसी सिस्टम को मोडिफाई करने, अस्पतालो को अपनी सर्ज कैपिसिटी बढ़ाने, अस्पतालों को एक प्रभावी आपदा प्रबन्धन प्लान को अपनाने के सुझाव दिए है। एनडीएमए ने सुझाव दिए है कि राज्य में आपदाओं के बेहतर प्रबन्धन हेतु विभिन्न स्टेकहोल्डर्स के मध्य प्रभावी कम्युनिकेशन हेतु दोतरफा संवाद को कायम करना होगा। इसके साथ ही एनडीएमए का सुझाव है कि चारधाम यात्रा के दौरान  विभिन्न यात्रा रूट्स पर यात्रियों की संख्या या रियल टाइम इन्फोर्मशन को प्रत्येक 24 घण्टें में अद्यतन व प्रदर्शित किया जाना चाहिए। चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को यात्रा के दौरान संभावित स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए।  एनडीएमए ने आपदाओं के बेहतर प्रबन्धन हेतु एक्शन बेस्ड प्लान पर बल दिया। इसके साथ ही मूलभूत सुविधाओं वाले राहत शिविरों की पूर्व में ही व्यवस्था हेतु भी सुझाव दिए गए। चारधाम यात्रा तथा आपदाओं के प्रबन्धन के दौरान ट्रैफिक कण्ट्रोल, क्राउड मैनेजमेंट, चारो धामों के विभिन्न आपदा संभावना वाले स्थानों पर अतिरिक्त पुलों (ब्रिज) की व्यवस्था की बात भी कही गई।
राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण (एनडीएमए) भारत सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) द्वारा 22 अपै्रल को प्रारम्भ होने जा रही चारधाम यात्रा 2023 का सफलतापूर्वक संचालन तथा आपदा प्रबन्धन का  मॉक अभ्यास गुरूवार को चमोली, उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग, पौड़ी, टिहरी,  हरिद्वार एवं देहरादून जिलों में सफलतापूर्वक संचालन हुआ।  सचिव उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण डा. रंजीत कुमार सिन्हा तथा एनडीएमए सदस्य मेजर जनरल सुधीर बहल ने राज्य प्रशासन, जिला प्रशासन, एनडीआरफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी व अन्य सम्बन्धित उच्चाधिकारियों के साथ सम्पूर्ण टेबिल टॉप अभ्यास एवं मॉक अभ्यास की समीक्षा की। मॉक अभ्यास के बाद सम्बन्धित जिला प्रशासन एवं एनडीएमए द्वारा तैनात ऑब्जर्वर से मॉक अभ्यास के दौरान गुड प्रैक्टिसिज, चुनौतियों तथा बेहतर आपदा प्रबन्धन हेतु सुझाव आमंत्रित किये गए।
सचिव आपदा प्रबन्धन डा. रंजीत कुमार सिन्हा ने अग्निजनित आपदाओं से निपटने के लिए  पेयजल विभाग को राज्य में विभिन्न स्थानों पर वाटर टैंक भरने हेतु बनाये टैंकों के पुर्नद्धार हेतु तत्काल डीपीआर बनाकर शासन को भेजने के निर्देश दिए। इसके साथ ही सचिव डा. सिन्हा ने सभी सम्बन्धित जिलाधिकारियों से आपदा प्रबन्धन हेतु बेहतरीन एवं आधुनिकतम संसाधनों के उपयोग की बात कही। उन्होंने आपदा प्रबन्धन में सुधार हेतु जल्द ही साइलेंट मॉक एक्साइज की भी बात की।
आज जनपद उत्तरकाशी के तहसील बड़कोट में खारादी में भूकम्प, जानकीचट्टी में भगदड़ मचने, नालूपाली में एक बस के नदी में दुर्घटनाग्रस्त होने, जनपद चमोली के जीआईसी तपोवन में भूकंप के झटके महसूस होने, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.0 थी, जोशीमठ के चटवापीपल में बस दुर्घटनाग्रस्त होने, गोपीनाथ मंदिर गोपेश्वर में आग लगने, जनपद टिहरी के चाचा भतीजा नरेंद्रनगर में भूस्खलन, कीर्तिनगर में बागवान के पास भूस्खलन होने से कुछ यात्रियों के फंसे होने, जनपद देहरादून के मालदेवता में सौंग नदी में 3-4 बच्चों के फंसे होने, ऋषिकेश बस स्टेंड में भगदड़ मचने, जनपद पौड़ी के तहसील श्रीनगर में डुंगरीपंथ में भूकंप के झटके महसूस होने, पौड़ी धारी देवी में भगदड़ मचने से कुछ लोगों की दबने एवं कुछ की नदी में 04 लोगों की डूबने की सूचना तथा 15 लोगों की घायल होने जैसी आपदाओं के प्रबन्धन का मॉक अभ्यास किया गया । सभी मॉक अभ्यासों में खोज एवं बचाव कार्य पूर्ण कर लिए गए।
इस अवसर पर एनडीएमए के सदस्य मेजर जनरल सुधीर बहल, महानिरीक्षक एसडीआरएफ श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल, आई.आर.एस. विशेषज्ञ श्री वी. बी. गणनायक सहित सेना, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, स्वास्थ्य, लोक निर्माण विभाग, पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

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जिलाधिकारी की अध्यक्षता में चयन समिति ने  जिलास्तरीय योजनाओं के लाभार्थियों का किया चयन

जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान की अध्यक्षता वाली जनपदीय स्तरीय योजनाओं के लाभार्थियों की चयन समिति द्वारा पर्यटन विभाग की दीन दयाल उपाध्याय होमस्टे योजना और बीर चंद्र सिंह गढ़वाली वाहन-गैर वाहन मद योजना के प्राप्त आवेदकों का इंटरव्यू लिया गया तथा योजना के अंतर्गत लाभार्थियों का चयन किया गया।
चयन समिति के समक्ष दीन दयाल उपाध्याय होमस्टे योजना के तहत कुल 10    आवेदक प्राप्त हुए जिसमें से इंटरव्यू के लिए सभी आवेदक उपस्थित हुए तथा 06 आवेदकों का चयन किया गया।
बीर चंद्र सिंह गढ़वाल गैर वाहन मद(होटल रेस्टोरेंट इत्यादि) में कुल 03 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें से इंटरव्यू के लिए 02 आवेदक उपस्थित हुुए तथा दोनों का चयन किया गया।
इसी तरह वाहन मद में कुल 22 आवेदनों में से 19 आवेदक इंटरव्यू के उपस्थित हुए जिसमें से 15 लाभार्थियों का चयन किया गया।
जिला चयन समिति द्वारा आवेदकों से संबंधित योजना के मद से संबंधित अनुभव, जानकारी, वास्तविक जरूरत, आवेदक के चरित्र, पूर्व के वित्तीय डिफॉल्टर इत्यादि विभिन्न पक्षों को ध्यान में रखते हुए आवेदकों का चयन किया गया।
लाभार्थी चयन समिति में मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डे, डीडीएम नावार्ड हिमांक शर्मा व भूपेंद्र सिंह, जिला पर्यटन विकास अधिकारी प्रकाश खत्री, आरआई परिवहन विभाग आनन्द वर्धन, सहायक प्रबंधक उद्योग माधो सिंह, सहायक लीड बैंक अधिकारी भूपेश नौटियाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।