राजभवन में आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में प्रजापति ब्रह्मकुमारी परिवार की महिलाओं और एसओएस चिल्ड्रन विलेज, भीमताल की बच्चियों ने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) को राखी बांधी और उनके दीर्घायु व स्वस्थ जीवन की कामना की।##उच्च शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल तकनीकी के प्रभावी उपयोग केे संबंध में बुधवार को वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय(यूटीयू) की ओर से विश्वविद्यालय सभागार में सेमिनार आयोजित किया गया।##मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद चंपावत के बिरगुल क्षेत्र के रामलीला मैदान दुबचौड़ा लधौली में आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में प्रतिभागकिया । WWW.JANSWAR.COM

अरुणाभ रतूड़ी जनस्वर

राजभवन में आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में प्रजापति ब्रह्मकुमारी परिवार की महिलाओं और एसओएस चिल्ड्रन विलेज, भीमताल की बच्चियों ने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) को राखी बांधी और उनके दीर्घायु व स्वस्थ जीवन की कामना की।

बुधवार को राजभवन में आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में प्रजापति ब्रह्मकुमारी परिवार की महिलाओं और एसओएस चिल्ड्रन विलेज, भीमताल की बच्चियों ने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) को राखी बांधी और उनके दीर्घायु व स्वस्थ जीवन की कामना की। राज्यपाल ने सभी महिलाओं और बच्चियों को रक्षाबंधन की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन भाई-बहन के स्नेह और पवित्र बंधन के त्यौहार के साथ-साथ मातृशक्ति के सम्मान का भी पर्व है। उन्होंने कहा कि स्नेह और विश्वास के प्रतीक के रूप में यह त्यौहार सामाजिक सौहार्द एवं आपसी भाईचारे को भी बढ़ाता है।

राज्यपाल ने कहा कि यह त्यौहार महिलाओं के हितों के संरक्षण और उनके कल्याण को प्रोत्साहित करने की संकल्पना को मजबूती भी देता है। उन्होंने महिलाओं को रक्षाबंधन की विशेष रूप से बधाई देते हुए कहा है, कि वे अपनी क्षमताओं को भी बढ़ाएं और स्वयं भी सशक्त बनने के साथ-साथ अपने परिवार, गांव, समाज, प्रदेश एवं देश की उन्नति में अपने पूरे सामर्थ्य से योगदान करें। राज्यपाल ने कहा कि देश एवं प्रदेश का सर्वांगीण विकास मातृशक्ति की भागीदारी के बिना संभव नहीं है।

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उच्च शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल तकनीकी के प्रभावी उपयोग केे संबंध में बुधवार को वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय(यूटीयू) की ओर से विश्वविद्यालय सभागार में सेमिनार आयोजित किया गया।

उच्च शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल तकनीकी के प्रभावी उपयोग केे संबंध में बुधवार को वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय(यूटीयू) की ओर से विश्वविद्यालय सभागार में सेमिनार आयोजित किया गया। सेमिनार में उत्तराखण्ड के सभी राजकीय विश्वविद्यालयों सहित 03 निजी विश्वविद्यालयों द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सूचना प्रौद्योगिकी के प्रभावी प्रयोग के संबंध में मंथन किया। इस सेमिनार में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद(नैक) के पूर्व निदेशक प्रो. ए. एन. राय सेमिनार में विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इस अवसर पर राजकीय विश्वविद्यालयों के सभी कुलपतियों ने विश्वविद्यालयों में डिजिटल तकनीकी के उपयोग एवं भावी कार्ययोजना के बारे में बारी-बारी से प्रस्तुतिकरण दिया। राज्यपाल ने इस पहल के लिए यूटीयू की सराहना की और कहा कि उनके प्रयासों से सभी विश्वविद्यालयों को एक मंच पर लाया गया है। उन्होंने ने कहा कि सेमिनार में हुए चिंतन एवं मंथन के निश्चित ही सार्थक परिणाम निकलेंगे। राज्यपाल ने कहा कि डिजिटल तकनीकी के प्रभावी उपयोग के माध्यम से उच्च शिक्षा में एक क्रांति लाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी प्रत्येक चुनौती का समाधान है जिसका उपयोग टर्निंग प्वाइंट और गेम चेंजर साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि डिजिटल टेक्नोलॉजी के माध्यम से कक्षाओं, प्रयोगशालाओं, परीक्षा प्रणालियों को हर एक स्तर पर मजबूत करने के साथ-साथ मूल्यांकन प्रणाली में पूर्ण निष्पक्षता और पारदर्शिता लायी जा सकती है। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों में टेक्नोलॉजी के उपयोग से जहां कार्यकुशलता में वृद्धि होगी वहीं पारदर्शिता भी बढे़गी। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि प्रत्येक विश्वविद्यालय ने टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उनकी क्षमता अनुसार कार्य किए हैं उन्होंने इसमें और जोर दिए जाने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि आज के समय में डिजिटल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बहुत तेजी से बदलाव आ रहे हैं हमें अपने आप को उसी अनुरूप ढालने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि डिजिटल क्रांति के इस युग में शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी संभावनाओं के द्वार खुल रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय डिजिटल व्यवस्थाओं और आर्टिफिशियल इटेंलिजेंस आधारित प्रणालियों को सर्वसुलभ बनाने की दिशा में आगे बढें। उन्होंने कहा कि आज के सेमिनार के माध्यम से उत्तराखण्ड में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल टेक्नोलॉजी को बढ़ाने के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों को बल मिलेगा। सेमिनार में नैक के पूर्व निदेशक प्रो. ए. एन. राय ने उच्च शिक्षा में मूल्यांकन और मान्यता की भूमिका से सम्बन्धित प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने नैक में उच्च शिक्षा में हो रहे बदलावों पर अपने विचार प्रकट करते हुए बताया कि देश में शिक्षा को निःशुल्क नही किया जा सकता बल्कि महंगी गुणवत्ताहीन शिक्षा की जगह सस्ती गुणवत्तापरक शिक्षा की और ध्यान दिये की आवश्यकता है। सचिव श्री राज्यपाल रविनाथ रमन ने भी उच्च शिक्षा में डिजिटल टेक्नोलॉजी की उपयोगिता पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में कुलपति यूटीयू प्रो0 ओंकार सिंह ने बताया कि राज्यपाल, उत्तराखण्ड की पहल पर विश्वविद्यालय ने इस सेमिनार को आयोजित किया है तथा भविष्य में भी विश्वविद्यालय द्वारा उच्च शिक्षा में वृद्धि तथा उच्च शिक्षा को बेहतर किये जाने के उद्देश्य से इस प्रकार के सेमिनार आयोजित करता रहेगा। प्रो0 ओंकार सिंह ने कहा कि राज्य विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति के उत्तराखण्ड की उच्च शिक्षा में अध्ययनरत छात्रों के लिए विश्वविद्यालय में जिम्मेदार, पारदर्शी एवं उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण लाने के प्रयासों के अंतर्गत इस सेमिनार से सभी विश्वविद्यालयों में बेस्ट प्रैक्टिसेज को आपस में साझा करने का अवसर मिलेगा जिससे प्रदेश की उच्च शिक्षा में गुणवत्ता परिवर्तन लाने में गति मिलेगी।

सेमिनार में कुलपति उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय प्रो. ओंकार सिंह, कुलपति उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय डॉ.ओ.पी.एस नेगी, कुलपति श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय प्रो. एन. के. जोशी, कुलपति जी.बी.पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय डॉ. मनमोहन चौहान, कुलपति आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय प्रो. अरुण कुमार त्रिपाठी, कुलपति संस्कृत विश्वविद्यालय प्रो. दिनेश चंद्र शास्त्री, कुलपति चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय प्रो. हेमचन्द्र, कुलपति कुमाऊं विश्वविद्यालय प्रो. दीवान सिंह रावत, कुलपति दून विश्वविद्यालय प्रो. सुरेखा डंगवाल, कुलपति औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय प्रो. परविंदर कौशल, कुलपति उत्तरांचल विश्वविद्यालय प्रो. धर्मबुद्धि सहित सभी राजकीय विश्वविद्यालयों के डीन, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहें।

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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद चंपावत के बिरगुल क्षेत्र के रामलीला मैदान दुबचौड़ा लधौली में आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में प्रतिभागकिया ।

प्रदेश की नारी शक्ति अपने कार्यों व आत्मविश्वास के बल पर आत्मनिर्भर बनकर अन्य को भी आर्थिक व सामाजिक रूप से सशक्त बना रही है। आज मातृशक्ति हर क्षेत्र में प्रतिनिधित्व कर देश का नाम विश्व पटल पर अंकित कर रही है। यह बात मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद चंपावत के बिरगुल क्षेत्र के रामलीला मैदान दुबचौड़ा लधौली में आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुये कहीं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी को रक्षाबंधन की बधाइयां व शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आई महिलाओं ने मुख्यमंत्री को रक्षासूत्र भेंट कर उनकी दीर्घायु की कामना की। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में सभी को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रक्षाबंधन कार्यक्रम में आशीर्वाद देने आई बहनों का मैं हृदय की गहराइयों से विशेष धन्यवाद करता हूं, जो आपने मुझे अपने भाई के रूप में इतना स्नेह दिया। यह त्यौहार भाई बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है, साथ ही रक्षाबंधन महिलाओं के सम्मान के साथ-साथ पौराणिक एवं सांस्कृतिक महत्व का पर्व भी है। उन्होंने महिलाओं व बहनों को उनकी रक्षा करने के साथ ही उनके हितों के लिए कार्य करने का आश्वासन दिया। साथ ही प्रदेश में जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने जनपद की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा हस्तनिर्मित पिरूल, ऐपण, सूत व अन्य स्थानीय उत्पादों से बनाई गई राखियों व अन्य निर्मित उत्पादों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमारे जनपद की माताएं व बहने ‘वोकल फॉर लोकल’ को चरितार्थ कर जहां स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दे रही है, वहीं अन्य स्थानीय महिलाओं को भी रोजगार उपलब्ध कराकर सराहनीय कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों को 05 लाख रूपये तक का ब्याज मुक्त ऋण सरकार द्वारा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए राज्य में ‘महिला सशक्त बहना उत्सव योजना’ शुरू की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कार्य हो रहे हैं। उनके नेतृत्व में देश में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया गया। इस बार का यह पर्व हमारे लिये और भी महत्वपूर्ण है। चन्द्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण व सफल लेंडिंग पर पूरे विश्व ने भारत का लोहा माना हैं। जिसमें माताओं व बहनों का विशेष योगदान रहा हैं उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा रक्षाबंधन पर्व पर महिलाओं को रसोई गैस में 200 रुपये जबकि उज्वला योजना के तहत 400 रुपये की कटौती की गई है जिसका सीधा लाभ लगभग 33 करोड़ महिलाओं व उनके परिजनों को मिलेगा। प्रधानमंत्री जी द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का उद्देश्य अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को भी मुख्यधारा में जोड़ने का है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चंपावत जिले को उत्तराखंड का अग्रणी जिला बनाने के लिए अनेकों विकास कार्य किए जा रहे हैं। महिलाओं के उत्थान व सशक्तिकरण के लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की गई हैं, इन योजनाओं से आज महिलाओं को उनके उत्पादों का बेहतर बाजार व मूल्य मिल रहा है। मुख्यमंत्री सशक्त बहिना उत्सव योजना लागू होने के बाद प्रदेश में इनके 50 लाख रूपये से अधिक उत्पादों की बिक्री हो गई है। चंपावत जिले को सभी क्षेत्रों में आगे ले जाने हेतु विशेष परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। जिसके तहत साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए सितंबर मांह में टनकपुर में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने क्षेत्र के विकास हेतु कुल 12 घोषणाएं की। जिसमें केदारनाथ किमाड़ के अंतर्गत आने वाली सड़क का नाम शिक्षाविद/स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित घनश्याम शास्त्री के नाम से करने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिरगुल को इंटरमीडिएट में उच्चीकृत किए जाने, टाकखनदक-करौली मोटर मार्ग का डामरीकरण व सुधारीकरण किए जाने, हनुमान मंदिर एड़ी मेला स्थल लधौली का सौंदर्यीकरण किए जाने, कीमौटा-रिखाड़ी मोटर मार्ग का निर्माण किए जाने, बालातड़ी के गोलचोरा बैंड से खरही के मटखानी तक मोटर मार्ग का निर्माण किए जाने, चमतोला से ओलना मोटर मार्ग का निर्माण किए जाने, रामलीला मंच दुबचौड़ा हेतु यथाचित डीपीआर बनाकर धनराशि दिए जाने, एड़ी फटक शिला मंदिर सड़क (1.5 किमी) का डामरीकरण किए जाने, फुटलिंग मेला स्थल का सौन्दर्यकरण किए जाने, रा०ई०का० दुबचौड़ा में विज्ञान वर्ग की स्वीकृति और इसी विद्यालय का नाम शहीद विक्रम सिंह बिष्ट के नाम से किए जाने की घोषणा की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा क्षेत्र के जनसंघ से जुड़े कार्यकर्ता, वीर शहीदों के परिजनों, पूर्व सैनिक व उनकी वीर नारियों को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर श्रीमती गीता पुष्कर धामी, जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल मेहरा, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा, नोडल अधिकारी मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय केदार सिंह बृजवाल सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री मुकेश कलखुड़िया द्वारा किया गया।