(अरुणाभ रतूड़ी जनश्वर)
बाल संरक्षण इकाई ने पारिवारिक उपेक्षा से पीड़ित बालक को दी राहत।
पौड़ी:- जिला परिवीक्षा अधिकारी/जिला बाल संरक्षण अधिकारी अरविंद कुमार के निर्देशानुसार जिला बाल संरक्षण इकाई पौड़ी गढ़वाल एवं जिला बाल कल्याण समिति पौड़ी की संयुक्त टीम द्वारा ग्राम फलस्वाड़ी, ब्लॉक कोट में पारिवारिक उपेक्षा का शिकार एक बालक के संबंध में संज्ञान लेते हुए कार्यवाही की गई।
संपर्क सूत्रों से प्राप्त सूचना के अनुसार ग्राम फलस्वाड़ी का एक बालक प्रतिकूल पारिवारिक परिस्थितियों और उपेक्षा के कारण अपने घर नहीं जा रहा था। पिता द्वारा बालक की देखभाल, भोजन और स्वच्छता पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जा रहा था। बालक को परिवार से न तो स्नेह प्राप्त हो रहा था और न ही आवश्यक सुरक्षा, जिसके कारण वह मानसिक रूप से आहत और असुरक्षित स्थिति में था। वर्तमान में ग्राम कोट बाजार के कुछ स्थानीय लोग उसकी देखभाल कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि संयुक्त टीम ने मौके पर पहुँचकर बालक के पिता से वार्ता की, किंतु उन्होंने बालक की जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया। इसके उपरांत टीम बालक के घर पहुँची, जहाँ दादी और बुआ मौजूद थीं। बातचीत में यह तथ्य सामने आया कि वे भी बालक की जिम्मेदारी निभाने को तैयार नहीं हैं और उन्होंने बालक पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस पर टीम द्वारा परिजनों को समझाया गया कि बालक अभी नाबालिग है और उसे उचित मार्गदर्शन, स्नेह एवं देखभाल की आवश्यकता है।
टीम ने ग्राम प्रधान को भी बालक की स्थिति से अवगत कराया और उनसे आग्रह किया कि बालक की सूचना चाइल्ड हेल्पलाइन पौड़ी पर तत्काल दर्ज करायें तथा उसके आवश्यक दस्तावेज़ शीघ्र तैयार करवाए जाएँ, जिससे बालक के लिए सुरक्षित निवास एवं देखभाल की व्यवस्था की जा सके।
जिला परिवीक्षा अधिकारी /जिला बाल संरक्षण अधिकारी अरविंद कुमार ने कहा कि यह मामला बाल संरक्षण से जुड़ा अत्यंत संवेदनशील विषय है। किसी भी बालक को उपेक्षा या असुरक्षित वातावरण में नहीं छोड़ा जा सकता। जिला प्रशासन एवं बाल संरक्षण इकाई की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि बालक को सुरक्षित आवास, शिक्षा एवं देखभाल उपलब्ध कराई जाए। इस दिशा में सभी आवश्यक कानूनी और प्रशासनिक कदम उठाए जा रहे हैं।
इस कार्यवाही में बाल कल्याण समिति के सदस्य गंगोत्री नेगी व सुनीता भट्ट, बाल संरक्षण इकाई से प्रज्ञा नैथानी (संरक्षण अधिकारी) एवं विधि सह परिवीक्षा अधिकारी निखिल डेविड रहे।