यमकेश्वर किसान सम्मेलन में गूँजा ‘जय जवान-जय किसान’ का नारा, पहाड़ी किसानों के जज्बे को किया नमन। WWW.JANSWAR.COM

यमकेश्वर ब्लॉक सभागार में कृषि विभाग पौड़ी गढ़वाल द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन; पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को दी गई श्रद्धांजलि।

यमकेश्वर(अरुणाभ रतूड़ी जनस्वर):- किसान दिवस के शुभ अवसर पर आज यमकेश्वर ब्लॉक सभागार में कृषि विभाग, पौड़ी गढ़वाल की ओर से एक भव्य ‘किसान सम्मेलन’ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में क्षेत्र के सैकड़ों प्रगतिशील किसानों ने प्रतिभाग किया। समारोह का मुख्य उद्देश्य पहाड़ी क्षेत्रों में खेती की चुनौतियों और किसानों के योगदान पर चर्चा करना रहा।

चौधरी चरण सिंह के विचारों का स्मरण:- कार्यक्रम की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री और किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। वक्ताओं ने उनके विचारों को याद करते हुए कहा कि देश की समृद्धि का रास्ता खेतों और खलिहानों से होकर गुजरता है। विभाग के अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि आज का दिन उन अन्नदाताओं के प्रति आभार व्यक्त करने का है जो विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद मिट्टी से सोना उपजा रहे हैं।

पहाड़ की आत्मनिर्भरता के स्तंभ हैं किसान:- सम्मेलन को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा, “उत्तराखंड का किसान केवल खेती नहीं करता, बल्कि वह हमारी समृद्ध संस्कृति, गौरवशाली परंपरा और आत्मनिर्भरता की असली पहचान है।” कठिन पहाड़ी रास्तों, जंगली जानवरों के आतंक और सीमित संसाधनों के बीच भी यहाँ का किसान देश का पेट भरने के लिए पसीना बहा रहा है। उनके इसी अदम्य साहस और मेहनत को विभाग द्वारा ‘सलाम’ किया गया।

संकल्प: किसानों के सम्मान और अधिकार की रक्षा

इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने एक सामूहिक संकल्प लिया कि वे किसानों के सम्मान, उनके अधिकारों और आर्थिक समृद्धि के लिए सदैव तत्पर रहेंगे। कार्यक्रम का समापन इस साझा संदेश के साथ हुआ कि:

“जब किसान मजबूत होगा, तभी हमारा प्रदेश और देश मजबूती के साथ आगे बढ़ेगा।”

सभागार में मौजूद किसानों को विभाग की नवीन योजनाओं और उन्नत कृषि उपकरणों की जानकारी भी दी गई, ताकि वे अपनी आय को दोगुना कर सकें

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