मौत नहीं, जीवन चुनें: राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पर स्वास्थ्य मंत्रालय का संदेश।
(अरुणाभ रतूड़ी):- राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस: स्वास्थ्य के प्रति सजगता की पुकारहर वर्ष 7 नवंबर को भारत में राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य आम जनता में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाना और इसके शुरुआती लक्षणों एवं रोकथाम के उपायों की जानकारी देना है। यह दिवस स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा वर्ष 2014 में शुरू किया गया था, ताकि लोग समय रहते इस बीमारी से बचाव और इलाज की दिशा में कदम उठा सकें।कैंसर आज भारत ही नहीं, बल्कि विश्वभर में एक बढ़ती स्वास्थ्य चुनौती बन चुका है।
हर वर्ष लाखों लोग विभिन्न प्रकार के कैंसर से प्रभावित होते हैं। यह बीमारी शरीर के किसी भी हिस्से में असामान्य कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि से होती है, जो धीरे-धीरे शरीर के अन्य भागों तक फैल जाती हैं।कैंसर के प्रमुख कारणों में तंबाकू एवं शराब का सेवन, असंतुलित आहार, प्रदूषण, जेनेटिक कारक और अस्वस्थ जीवनशैली शामिल हैं। सबसे चिंताजनक बात यह है कि अधिकतर मामलों में लोग देर से जांच करवाते हैं, जिससे इलाज मुश्किल हो जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि शुरुआती अवस्था में कैंसर का पता चल जाए तो इसका इलाज संभव है।इस दिवस पर देशभर में विभिन्न संस्थाएं, अस्पताल और सामाजिक संगठन जागरूकता अभियान चलाते हैं। कैंसर स्क्रीनिंग कैंप, स्वास्थ्य शिविर, व्याख्यान और कार्यशालाओं के माध्यम से लोगों को जानकारी दी जाती है कि कैसे नियमित स्वास्थ्य जांच, संतुलित खानपान और नशे से दूरी बनाकर इस बीमारी से बचा जा सकता है।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करना और मानसिक तनाव को काबू में रखना कैंसर की रोकथाम के प्रमुख उपाय हैं। आज का यह दिन हमें यह संकल्प दिलाता है कि हम खुद भी स्वस्थ रहें और दूसरों को भी स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने के लिए प्रेरित करें।
