करवा चौथ: प्रेम, त्याग और अटूट विश्वास का पर्व। WWW.JANSWAR.COM

करवा चौथ: प्रेम, त्याग और अटूट विश्वास का पर्व।

(अरुणाभ रतूड़ी जनस्वर):- करवा चौथ का त्योहार भारतीय संस्कृति में प्रेम, त्याग और अटूट विश्वास का एक ऐसा अनुपम संगम है, जो हर साल विवाहित स्त्रियों के जीवन में एक नई ऊर्जा और उल्लास भर देता है। यह पर्व पति-पत्नी के रिश्ते की पवित्रता और गहराई का प्रतीक है, जहाँ पत्नी अपने पति की दीर्घायु, सुख-समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य के लिए निर्जला व्रत रखती है।

यह पर्व कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस दिन महिलाएँ सूर्योदय से चंद्रोदय तक अन्न और जल का त्याग कर भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश जी और कार्तिकेय जी की पूजा करती हैं।

व्रत की परंपरा और महत्व:- करवा चौथ का व्रत कई सदियों से चला आ रहा है। यह दिन सुबह **सरगी** के साथ शुरू होता है, जिसे सास अपनी बहू को देती है। सरगी में फल, मिठाई और अन्य पौष्टिक खाद्य पदार्थ होते हैं ताकि बहू दिन भर ऊर्जावान बनी रहे। दिन भर व्रत रखने के बाद, शाम को महिलाएँ दुल्हन की तरह सज-धज कर एकत्रित होती हैं और कथा सुनती हैं। इस कथा में करवा चौथ के महत्व और उससे जुड़ी पौराणिक कहानियों का वर्णन होता है।

रात में, जब चंद्रमा आकाश में उदय होता है, तब महिलाएँ छलनी से पहले चंद्रमा को देखती हैं और फिर अपने पति का चेहरा। इसके बाद वे चंद्रमा को अर्घ्य देती हैं और पति के हाथों जल पीकर अपना व्रत खोलती हैं। यह दृश्य पति-पत्नी के प्रेम, समर्पण और एक-दूसरे के प्रति सम्मान का प्रतीक होता है।

बदलते समय के साथ करवा चौथ:- आज के आधुनिक दौर में भी करवा चौथ का महत्व कम नहीं हुआ है, बल्कि यह एक नए रूप में देखा जा रहा है। अब कई पति भी अपनी पत्नियों के साथ व्रत रखते हैं या उन्हें इस विशेष दिन पर खास महसूस कराने के लिए विभिन्न प्रकार के उपहार और प्यार का इज़हार करते हैं। यह केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि पति-पत्नी के बीच के **आत्मीय संबंध को मज़बूत करने वाला पर्व** बन गया है। यह हमें सिखाता है कि रिश्ते सिर्फ़ कर्तव्यों से नहीं, बल्कि **प्यार, देखभाल और एक-दूसरे के लिए किए गए त्याग** से बनते हैं।

करवा चौथ हमें याद दिलाता है कि जीवन में भौतिक सुखों से बढ़कर रिश्तों की गरमाहट और भावनात्मक जुड़ाव कितना मूल्यवान है। यह हर विवाहित जोड़े के लिए अपने प्रेम को फिर से जीने और एक-दूसरे के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का एक सुंदर अवसर है।