डीएम टिहरी ने तहसील देवप्रयाग क्षेत्रान्तर्गत पेयजल समस्याओं को लेकर की बैठक। WWW.JANSWAR.COM

जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल नितिका खण्डेलवाल की अध्यक्षता में शनिवार को तहसील देवप्रयाग क्षेत्रान्तर्गत पेयजल संबंधी गतिमान परियोजनाओं, अद्यतन स्थिति, क्षेत्र में जलापूर्ति, पेयजल समस्या एवं उसके समाधान को लेकर समीक्षा बैठक आहूत की गई।

टिहरी:- जिलाधिकारी ने भरपूर पंपिंग पेयजल योजना, हिंडोलाखाल पंपिंग पेयजल योजना, सजवाण कांडा पेयजल योजना, गोर्ती काण्डा पेयजल योजना, मणि चौरास पेयजल योजना, लक्ष्मौली हडिमधार पेयजल योजना, झंडीधार पेयजल योजना आदि के तहत जल संस्थान, पेयजल निगम एवं ठेकेदार से शेष निर्माण कार्य, पेयजल आपूर्ति में आ रही समस्याओं की जानकारी लेते हुए कार्यों में प्रगति लाते हुए शीघ्र समस्याओं का निस्तारण करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने भरपूर पंपिंग पेयजल योजना के अंतर्गत कार्यदाई संस्था द्वारा धीमी गति से किए जा रहे निर्माण कार्यों को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए ठेकेदार को सख्त निर्देश दिए कि कार्यों को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक संसाधन जुटाते हुए शीर्ष प्राथमिकता पर 31 दिसंबर, 2025 तक कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें, अन्यथा आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसके साथ ही इस संबंध में 17 नम्बर को कार्यदाई संस्था, आरवीएनएल, एनएच, पेयजल जल निगम के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक आहूत करने तथा एस ई पेयजल निगम को कार्यों को मॉनिटरिंग करने को कहा गया। कार्यदाई संस्था के सिनियर ऑफिसर मैनेजर दीपक ने बताया कि उक्त योजना के अंतर्गत कुछ कार्य आरवीएनएल एवं एनएच के कारण प्रभावित हुए है, जिसके कारण कार्यों में विलंब हुआ है। योजना से जल जीवन मिशन के अतर्गत 6 गांवों को कवर कर लिया गया है।

हिंडोलाखाल पंपिंग पेयजल योजना के संबंध में अवगत जल संस्थान एवं पेयजल निगम के अधिकारियों ने बताया कि यह योजना पुरानी है, जिसका विस्तार किया गया है। योजना 105 गांव के लिए है, योजना संचालन का कार्य जल संस्थान द्वारा तथा निर्माण कार्य पेयजल निगम द्वारा किया जा रहा है, जिस पर 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। कार्य पूर्ण होने के पश्चात संचालन का कार्य पेयजल निगम द्वारा ही किया जाएगा। इस पर जिलाधिकारी ने दोनों विभागों के अधीक्षण अभियंताओं को तकनीकी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए अगले 15 दिन के भीतर योजना को पेयजल निगम को विद स्टाफ हैंड ओवर करने तथा कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश दिए।

सजवाणकांडा-देवप्रयाग पेयजल योजना के अंतर्गत पेयजल समस्या को लेकर जिलाधिकारी ने जल संस्थान, पेयजल निगम और मैकेनिकल विभाग के अधीक्षण अभियंताओं को संयुक्त निरीक्षण कर 10 दिन के भीतर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

बैठक में अवगत कराया गया कि गोर्ती काण्डा पेयजल योजना के अंतर्गत पेयजल निगम के 03 तथा जल संस्थान के 04 कार्य ऑनगोइंग है। मणि चौरास पेयजल योजना का अंतर्गत 08 गांवों में नियमित पेयजल आपूर्ति हों रही है, जबकि 08 गांवों में एक ग्रामीण के विवाद के कारण आपूर्ति नहीं हो पा रही है, जिस पर जिलाधिकारी ने डीपीआरओ को 30 नवम्बर तक समस्या को निस्तारित करवाने को कहा।

बताया गया कि लक्ष्मौली हडिमधार पेयजल योजना में 98 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। इस पर जिलाधिकारी ने कार्यों में प्रगति लाते हुए दिसंबर तक पूर्ण कर जल संस्थान को हैंडओवर करने के निर्देश दिए। झंडीधार पेयजल योजना के जनवरी तक पूर्ण होने की बात कही गई।

बैठक में सीडीओ वरुणा अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता पेयजल निगम संदीप कश्यप, डीडीओ मो. असलम, डीपीआरओ एम.एम. खान, ईई जल संस्थान देवप्रयाग नरेश पाल, ईई पेयजल निगम दौलत राम बेलवाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।