गीता जयंती समारोह में बच्चों ने प्रतिभा बिखेरी, संतों ने दिया जीवन का संदेश।
मुनिकीरेती:- गीता जयंती के शुभ अवसर पर प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी मान्यता प्राप्त विद्यालय प्रबन्धकीय एसोसिएशन ऋषिकेश द्वारा गीता विषयक श्लोक वाचन, श्लोक संभाषण, सुलेख, चित्रकला एवं फैंसी ड्रेस की प्राथमिक, जूनियर एवं सीनीयर वर्ग की विद्यालयी प्रतियोगिताएं श्री स्वामीनारायण आश्रम शीशम झाड़ी मुनि की रेती ऋषिकेश में आयोजित की गई। जिसमें ऋषिकेश के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया तथा प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किए। दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ गीताचार्य स्वामी उत्तमानंद सरस्वती महाराज एवं कार्यक्रम संयोजक स्वामीनारायण आश्रम के अध्यक्ष सुनील भगत ने संयुक्त रूप से किया। गीता जयंती पर प्रकाश डालते हुए स्वामी उत्तमानंद सरस्वती ने बच्चों को बताया कि गीता स्वयं श्री कृष्ण के मुख से निकला एक दिव्य काव्य है।
इस ग्रंथ में श्री कृष्ण ने अपने उपदेशों के माध्यम से मनुष्य को सही रूप से जीवन जीने की कला सिखाते हैं। साथ ही धर्म पर चलते हुए अच्छे कर्म की शिक्षा देते हैं। श्री स्वामी नारायण आश्रम शीशम झाड़ी मुनि की रेती के अध्यक्ष सुनील भगत ने भागवत गीता के संदर्भ में कहा कि आज के आधुनिक युग में भगवद्गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं बल्कि जीवन जीने की दिव्य कला और मार्गदर्शक है। यह हमें कर्मयोग का संदेश देकर कर्तव्यनिष्ठ रहने तथा परिणामों की चिंता से मुक्त होकर जीवन को सार्थक बनाने की प्रेरणा देती है। डिजिटल युग की भागदौड़ और भ्रम के बीच गीता बच्चों और परिवार को सही दिशा दिखाती है।
जीवन की हर उलझन और समस्या का समाधान गीता में निहित है, बस उसके उपदेशों को आचरण में उतारने की आवश्यकता है। गीता मन, विचार और कर्म तीनों को पवित्र व संतुलित बनाने की अद्भुत युक्ति है। मान्यता प्राप्त प्रबंधकीय विद्यालय एसोसिएशन ऋषिकेश के अध्यक्ष प्रमोद कुमार शर्मा ने कहा सभी छात्रों को अपने अध्ययन काल में गीता का पाठ करने से बौद्धिकता प्राप्त होती है। मान्यता प्राप्त प्रबंधकीय विद्यालय एसोसिएशन ऋषिकेश के उपाध्यक्ष राहुल रावत ने कहा गीता का कुल सार यह है कि गीता जीवन में आ रही माया रचित समस्याओं से भाग कर नहीं अपितु अडिग होकर लड़ने की शक्ति प्रदान करती है।
कार्यक्रम में महासचिव राजीव थालियाल, संजय पांडेय, माधुर जखमोला, राकेश त्यागी, दीपक बिष्ट, रवप्रीत छाबड़ा, मीनाक्षी रावत, राहुल त्रिपाठी, खुशवंत नेगी, रामकृष्ण पोखरियाल आदि उपस्थित रहे।
