जनपद में जंगली जानवरों की बढ़ती सक्रियता पर जिलाधिकारी की महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक, सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने के निर्देश,गुलदार व भालू के हमलों की रोकथाम के लिए हॉटस्पॉट चिन्हित कर विशेष जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे,हर ग्राम पंचायत में कंपोस्ट पिट निर्माण के निर्देश, उचित कूड़ा निस्तारण से भालू के हमलों में कमी की उम्मीद।
रुद्रप्रयाग:- जनपद रुद्रप्रयाग में गुलदार, भालू एवं अन्य जंगली जानवरों की बढ़ती सक्रियता को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी प्रतीक जैन की अध्यक्षता में वन विभाग, समस्त खंड विकास अधिकारियों तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जंगली जानवरों की गतिविधियों, प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति एवं नियंत्रण उपायों पर विस्तृत चर्चा हुई।
बैठक के दौरान प्रभागीय वनाधिकारी रुद्रप्रयाग रजत सुमन द्वारा जनपद के विभिन्न वन्यजीव सक्रियता वाले क्षेत्रों की एक विस्तृत पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन प्रस्तुत की गई। इसमें जंगली जानवरों के मूवमेंट, संभावित हमले वाले स्थानों तथा जोखिम क्षेत्रों का विस्तार से विवरण दिया गया।
जिलाधिकारी के प्रमुख निर्देश:-बैठक में जिलाधिकारी ने प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने पर बल दिया उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में घटनाएं अधिक हो रही हैं, वहाँ वन विभाग नियमित गश्त सुनिश्चित करे और सुरक्षा उपायों को और प्रभावी बनाया जाए तथा भालू के हमलों को नियंत्रित करने हेतु उपयुक्त कूड़ा निस्तारण अनिवार्य रूप से किया जाए, उन्होंने ग्राम स्तर पर कूड़ा निस्तारण व्यवस्था ठीक करने पर विशेष बल देते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में कंपोस्ट पिट का निर्माण कराना सुनिश्चित किया जाएगा तथा कूड़े को मिट्टी से दबाने, या केरोसिन/क्लोरीन छिड़काव जैसे उपायों का उपयोग किया जाए ताकि भालू कूड़े की ओर आकर्षित न हों।
हॉटस्पॉट क्षेत्रों में विशेष जागरूकता अभियान:-जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि गुलदार, बाघ और भालू के सक्रिय क्षेत्रों की पहचान कर फील्ड कर्मचारियों व स्थानीय ग्रामीणों के साथ विशेष जन-जागरूकता अभियान चलाया जाए।
स्कूलों, महिलाओं और फील्ड स्टाफ के लिए सुरक्षा निर्देश:- उन्होंने कहा कि महिलाओं को जंगलों में अकेले घास काटने जाने से रोका जाए तथा समूह में जाने की सलाह दी जाए। शिक्षा विभाग को निर्देशित किया गया कि सभी शिक्षकों को वन्यजीव सुरक्षा की जानकारी दी जाए तथा स्कूल जाने वाले बच्चों के साथ एक वयस्क व्यक्ति अनिवार्य रूप से भेजा जाए, मुख्य शिक्षा अधिकारी को इस संदर्भ में सर्कुलर जारी करने के निर्देश दिए गए।
आवश्यक उपकरण और संसाधनों की खरीद:- वन विभाग को निर्देशित किया गया कि क्षेत्र की आवश्यकता के अनुसार सभी आवश्यक सुरक्षा उपकरणों की खरीद सुनिश्चित की जाए।
डीएफओ ने अवगत कराया कि जंगली जानवरों के हमलों से बचाव हेतु प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं, वन कर्मियों को उपर्युक्त प्रशिक्षण दिया जा रहा है तथा विद्यालयों में विद्यार्थियों को भी वन्यजीव सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
इस अवसर पर डीएफओ रजत सुमन, उप प्रभागीय वनाधिकारी देवेंद्र पुंडीर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र महेश प्रकाश, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र बिष्ट, खंड विकास अधिकारी उखीमठ अनुष्का, जिला समाज कल्याण अधिकारी टी.आर. मलेठा, अधिशासी अधिकारी एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
