(अरुणाभ रतूड़ी जनश्वर)
राज्यपाल ने कहा- त्याग और बलिदान से मिली है आजादी, राजभवन में हुआ ध्वजारोहण।
राजभवन देहरादून:- 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने ध्वजारोहण किया। उन्होंने देश व प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। महान स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि उनके त्याग, बलिदान, शौर्य और संघर्ष के बल पर हमें आजादी प्राप्त हुई है।
राज्यपाल ने कहा कि भारत ने 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर बन रहा है, यह आत्मनिर्भरता हमारे विकास का आधार है। राज्यपाल ने कहा कि डिजिटल स्वदेशी यानी अपने डेटा, सॉफ्टवेयर और तकनीक पर निर्भर रहना जरूरी है, क्योंकि यह हमारी अर्थव्यवस्था और सुरक्षा दोनों के लिए अहम है।
उन्होंने कहा कि आने वाले 22 साल भारत के लिए आर्थिक और तकनीकी रूप से मजबूत बनने का सुनहरा समय है। आज दुनिया में मुकाबला तकनीक, अर्थव्यवस्था और नवाचार के स्तर पर हो रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आने वाले समय की सबसे बड़ी ताकत है, जो स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, परिवहन और रक्षा जैसे सभी क्षेत्रों में बदलाव ला रही है। उन्होंने युवाओं को तकनीक और नवाचार में आगे बढ़ने का आह्वान करते हुए विश्वास जताया कि 2047 में भारत एक विकसित राष्ट्र के रूप में दुनिया के सामने खड़ा होगा।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद देवभूमि निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। योग, आयुर्वेद, हनी, अरोमा और वेलनेस जैसे क्षेत्रों में यहां अपार संभावनाएं हैं, जिन्हें आर्थिक अवसरों में बदलना हमारी साझा जिम्मेदारी है। कृषि, जैविक खेती और औद्यानिकी को सशक्त बनाने हेतु राज्य सरकार के प्रयासों की भी प्रशंसा की।
राज्यपाल ने कहा कि मातृशक्ति और बेटियों की प्रतिभा पर हमें बेहद गर्व है। उनकी मेहनत, साहस और प्रतिभा प्रदेश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी। उन्होंने युवाओं और महिलाओं के कौशल विकास के साथ-साथ नई तकनीकों एआई, स्पेस, साइबर, क्वांटम और रोबोटिक्स में सहभागिता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस अवसर पर सचिव श्री राज्यपाल श्री रविनाथ रामन, विधि परामर्शी श्री कौशल किशोर शुक्ल, एडीसी अमित श्रीवास्तव, मेजर सुमित कुमार शादिजा, संयुक्त निदेशक सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय, वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. महावीर सिंह एवं डॉ. ए.के. सिंह सहित राजभवन में तैनात अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।