जमीन जाओ या आसमान अपराधी को गिरफ्तार करो-मुख्यमंत्री##डी.एम.ने हॉटमिक्स के दिएआदेश ### ऐम्स में क्लीनिक रिसर्च व नैदानिक अनुसंधान गोष्ठी आरंभ।पढिए Janswar.com में

अधिकारियों की क्लास लेते मुख्यमंत्री

समाचार प्रस्तुति-नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी

देहरादून लौटते ही मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गृह, आबकारी व पुलिस विभाग  के अधिकारियों को  तलब किया । उन्होंने अधिकारियों से पथरिया पीर, देहरादून की घटना व इसके बाद की गई कार्यवाही की विस्तार से जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पूरे मामले में जिस व्यक्ति का मुख्य अभियुक्त के तौर पर नाम आ रहा है, उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। वह आदमी चाहे धरती पे हो, आसमान में हो या पाताल में हो, हर हाल में पकङा जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर किसी के संरक्षण की बात पाई जाती है, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पूरे घटनाक्रम की गहराई से जांच की जाए। उन्होंने सख्त नाराजगी जताते हुए कहा कि शहर के बीचों बीच कुछ चल रहा हो और हमारी एजेंसियों को पता न चले, कैसे हो सकता है। घटना के हर पहलू की बारीकी से जांच की जाए। इसमें जो भी दोषी या जिम्मेदार पाया जाएगा उस पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश में पुलिस व आबकारी विभाग अवैध शराब की छापेमारी के अभियान चलाए। इसमें जिन लोगों की भी मिलीभगत हो, उन्हें पकड़ा जाए और सख्त से सख्त एक्शन लिया जाए। मुख्यमंत्री ने महकमें के अधिकारियों से कहा कि अगर अवैध शराब का व्यापार करने वालों के खिलाफ कार्यवाही को और सख्त करने के लिए आबकारी एक्ट में किसी प्रकार के संशोधन की जरूरत हो तो उसका प्रस्ताव तैयार करें। अवैध शराब या नशे के व्यापार को रोकने में आम जनता का भी सहयोग लिया जाए। कहीं से भी इस प्रकार की कोई शिकायत आती है तो उसे पूरी गम्भीरता से लिया जाए।  
बैठक में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, डीजी लाॅ एंड आर्डर अशोक कुमार, प्रमुख सचिव आनंदबर्द्धन, सचिव नितेश झा, आईजी गढ़वाल रेंज अजय रौतेला, आयुक्त आबकारी सुशील कुमार, जिलाधिकारी देहरादून सी.रविशंकर, एसएसपी अरूण मोहन जोशी मौजूद थे।

राजधानी के बीचों-बीच धड़ल्ले से जहरीली शराब का कारोबार हो रहा है और हमारा आबकारी विभाग/पुलिस विभाग सुुनिंद सो रहा है।जहरीली शराब से 6 लोग मर जाते हैं।आबकारी विभाग केवल कुछ सिपाहियों व मुख्य सिपाहियों को सस्पेंड कर देते हैं बस।क्या ये ही सिपाही जिम्मेदार हैं इसके लिए?मुख्यमंत्री को इसका भी संज्ञान लेना चाहिए।


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पैच वर्क बहने से नाराज डीएम ने दिए हॉटमिक्स के आदेश

एनएचएआई द्वारा पेनाल्टी लगाने के उपरान्त मण्डी से तीनपानी तक दो किलोमीटर में पैचवर्क किया गया था, मगर वर्षा काल मे नहर का पानी ओवरफ्लो होने के कारण दोबारा सडक मे गड्ढे हो गये थे, जिन पर पुनः पैचवर्क करने के निर्देश जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने एनएचएआई को रविवार को निरीक्षण के दौरान दिये।
जिलाधिकारी श्री बंसल ने निरीक्षण दौरान एनएचएआई के प्रबन्धक तकनीकी वैभव वैष्णव को निर्देश दिये कि वे एक सप्ताह के भीतर मण्डी से तीनपानी तक की सडको को पूर्णरूप से गड्ढा मुक्त करें। इस दौरान एनएचएआई अभियन्ता द्वारा बताया गया कि गत दिनो तीनपानी से ऊपर की ओर सडक पर पैचवर्क किया गया मगर इण्डियन बैक के आसपास वर्षा के कारण जलभराव से पैचवर्क नही किया जा सका, पैचवर्क सामग्री रखी हुई है यदि दो दिन वर्षा नही हुई तो वहां पर भी पैचवर्क कर दिया जायेगा। जिलाधिकारी ने इण्डियन बैक के पास नहर की साइड दीवाल नही होने के कारण पानी सडक पर आता है साथ ही वहां पर सडक भी समतल नही है को भी ठीक कराने के निर्देश एनएचएआई को दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि सडक को गडडा मुक्त कराने के उपरान्त तीनपानी से मण्डी तक दो किमी सडक को हाटमिक्स कराने के निर्देश एनएचएआई को दिये साथ ही कार्य की कार्ययोजना तैयार कर उपजिलाधिकारी विवेक राय व अधिशासी अभियन्ता लोनिवि हिम्मत सिह रावत को देने के निर्देश दिये। उन्होने उपजिलाधिकारी व अधिशासी अभियन्ता लोनिवि को नोडल बनाते हुये एनएचएआई  के द्वारा दी गई कार्ययोजना के अनुसार वर्षाकाल समाप्त होते ही हाटमिक्स कराते हुये रिपोर्ट प्रस्तुत के निर्देश दिये।
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एम्स में दो दिवसीय क्लिनिकल रिसर्च नैदानिक अनुसंधान विषय पर कार्यशाला शुरू। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में दो दिवसीय क्लिनिकल रिसर्च नैदानिक अनुसंधान विषय पर कार्यशाला शुरू हो गई। जिसमें देशभर से 60 से अधिक विशेषज्ञ व प्रतिभागी शिरकत कर रहे हैं। कार्यशाला को लेकर अपने संदेश में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने फार्माकोलॉजी विभाग द्वारा लगातार किए जा रहे अनुसंधान से जुड़े कार्यों पर शुभकामनाएं दी। निदेशक एम्स प्रो. रवि कांत ने विभागीय टीम को ​भविष्य में शोध कार्यों को सततरूप से करने के लिए प्रोत्साहित किया,जिससे इसका लाभ मरीजों व आम जनता को मिल सके। एम्स ऋषिकेश में फार्माकोलॉजी विभाग की ओर से आयोजित दो दिवसीय क्लिनिक रिसर्च कार्यशाला का डीन रिसर्च प्रो. प्रतिमा गुप्ता, पीजीआई चंडीगढ़ के प्रो. विकास मेहंदी, फार्मासिटिकल कंपनी से जुड़े डा. विनु,डा. शोएवल मुखर्जी व डा. इंद्रजीत ने संयुक्तरूप से किया। इस अवसर पर डीन रिसर्च प्रो. प्रतिमा गुप्ता ने संस्थान के फार्माकोलॉजी विभाग की ओर से किए जा रहे विभिन्न शोधकार्यों की सराहना की व कार्यशाला में शामिल हो रहे प्रतिभागियों को भविष्य में शोधकार्य के लिए शुभकामनाएं दी। एम्स के फार्माकोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. शैलेंद्र हांडू ने कार्यशाला में देश के विभिन्न हिस्सों से आए विशेषज्ञों व विद्यार्थियों का विभाग की ओर से स्वागत किया, उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में अनुसंधान के क्षेत्र में आए बदलावों से अवगत कराया। कार्यशाला में अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर नैदानिक अनुसंधान किस तरह से करें,इसका प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही उन्हें नैदानिक शोध संबंधी नियम-कानूननों के विषय से अवगत

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