(अरुणाभ रतूड़ी जनस्वर)
76वें गणतंत्र दिवस: एक नई उमंग और उत्साह का प्रतीक।
आज, 26 जनवरी 2025, हम 76वें गणतंत्र दिवस का जश्न मना रहे हैं। यह दिन हमारे देश के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जब हम अपने संविधान को अपनाने और गणराज्य बनने की याद में एकत्रित होते हैं।
गणतंत्र दिवस का इतिहास
भारत ने 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता प्राप्त की, लेकिन हमारा संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। यह दिन हमारे देश के लिए एक नई उमंग और उत्साह का प्रतीक है ।
गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि
इस वर्ष, इंडोनेशियन राष्ट्रपति प्रभावों सुवियंतो 76वें गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि हैं। यह एक महत्वपूर्ण अवसर है, जब हम अपने देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिए एकत्रित होते हैं ।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर कार्यक्रम
देश भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें परेड, सांस्कृतिक नृत्य, और भाषण शामिल हैं। राष्ट्रपति भवन में एक भव्य परेड आयोजित की जाएगी, जिसमें भारतीय सेना, वायुसेना, और नौसेना के जवान भाग लेंगे ।
आइए हम इस अवसर पर अपने देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिए एकत्रित हों और हमारे संविधान को अपनाने की याद में जश्न मनाएं।