ऊँ शान्ति।ऊँ शान्ति।।ऊँ शान्ति।।।
कैसा लगता है जब अपने एक साथी का अनायास ही हमेशा के लिए चले जाना।अशोक अश्क भी अनायास ही हमें छोड़ कर चला गया।हम लोग बहुत समय तक अमर उजाला मेरठ से जुड़े रहे। मैं 1987 में आया वह 1988 में श्री डी.एन.टोडरिया के बाद आए। मैं यमकेश्वर ब्लाक का इंचार्ज था वे ऋषिकेश के। मैं उम्र में बड़ा होने के कारण उन पर धौंस भी जमा दिया करता था और वे मेरी धौंस हमेशा सह लेते थे।
मैं 1995 में दैनिक जागरण में चला गया था वे अमर उजाला मेंं ही रहे। बहुत बाद में उनपर ऋषिकेश के एक डाक्टर के पक्ष में समाचार बनाने के कारण अमर उजाला से वे अलग हो गये। बाद उन्होंने देहरादून के किसी चैनल व अखबार मेंं भी काम किया।वर्तमान में वे राज्यस्तरीय मान्यता प्राप्त स्वतंत्र पत्रकार थे।
आज अचानक सुना कि रात दिल का दौरा पड़ने से ऐम्स में उनका निधन हो गया।सुन कर विश्वास नहींं हुआ।कन्फर्म किया तो स्तम्भित रह गया।
ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति दे और परिवार को इस असीम दुख सहने की शक्ति दे।
-नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी राज्य मान्यता प्राप्त पत्रकार
———————————————————–मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ऋषिकेश के वरिष्ठ पत्रकार श्री अशोक अश्क के आकस्मिक निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शान्ति तथा शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।