एम्स में खुली कोरोना टेस्टिंग लैब खुली।##कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव कार्यों में फ्रंटलाईन में कार्यरत 68457 कार्मिकों को 4-4 लाख का बीमा ##अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अधिकारियों, कर्मचारियों ने अपने दो दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया।पढ़िए जन स्वर डॉट कॉम में।

लेख – नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी

एम्स में खुली कोरोना टेस्टिंग लैब खुली।एम्स के चिकित्सकों के परामर्श पर ही होगी जांच। एम्स के जनसंपर्क विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो.रविकांत के प्रयास से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश जो में सोमवार से कोरोना वायरस कोविड 19 की जांच के लिए वायरोलॉजी लैब ने विधिवत कार्य करना शुरू कर दिया है। अब संस्थान में आने वाले मरीजों की कोरोना जांच के लिए नमूने अन्यत्र प्रयोगशालाओं में नहीं भेजने पड़ेंगे। संस्थान में मरीजों के कोविड 19 संक्रमण की जांच निशुल्क होगी, मगर संस्थान के चिकित्सकों के परामर्श पर ही मरीजों को इस जांच की सुविधा मिल सकेगी। उधर एम्स के ट्रॉमा सेंटर में 100 बेड के कोविड 19 आइसोलेशन वार्ड भी शुरू कर दिया गया है। जनसंपर्क विभाग एम्स के अनुसार एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि संस्थान के माइक्रो बायोलॉजी विभाग की देखरेख में कोरोनो वायरस कोविड 19 के नमूनों की जांच के लिए वायरोलॉजी लैब में परीक्षण का कार्य विधिवत शुरू हो गया है। जिसमें कोरोनो के अलावा अन्य तरह के वायरस की टेस्टिंग भी की जा रही है। निदेशक बताया कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के सहमति के बाद एम्स संस्थान में वायरोलॉजी लैब में मरीजों के नमूनों का परीक्षण विधिवत शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कोरोना वायरस के बढ़ते दुष्प्रभाव के चलते संस्थान में मरीजों के सैंपल की टेस्टिंग के लिए वायरोलॉजी लैब की नितांत आवश्यकता थी, लिहाजा इसके लिए आवश्यक संसाधन जुटाने के बाद आईसीएमआर, भारत सरकार से इसकी एप्रूवल ली गई। जनसंपर्क विभाग एम्स के अनुसार एम्स निदेशक प्रो. रविकांत ने संस्थान में वायरोलॉजी लैब प्रारंभ कराने के लिए एम्स को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की ओर से प्रथम चरण में 150 और द्वितीय चरण में 300 पीसीआर किट (पॉलीमारेज चैन रिएक्शन) उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने बताया कि नवसृजित प्रयोगशाला में क्वालिटी टेस्टिंग का रिजल्ट बीते 26 मार्च को आईसीएमआर को भेजा गया,जिस पर 27 को आईसीएमआर द्वारा सहमति दे दी गई थी। उन्होंने बताया कि अब एम्स अस्पताल में आने वाले कोविड 19 से ग्रसित मरीजों की सैंपल की जांच अन्यत्र नहीं भेजनी पड़ेगी और रिपोर्ट के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

संस्थान में कोविड 19 प्रयोगशाला के प्रभारी डा. दीपज्योति कलिता ने कि अब तक संस्थान में कोविड 19 की जांच के सैंपल वायरोलॉजी लैब हल्द्वानी व पूणे भेजने पड़ते थे, लिहाजा रिपोर्ट आने में चार से 10 दिन का समय लगता था। उन्होंने बताया कि वर्तमान में संस्थान में एक दिन में 25 टेस्ट किए जा सकते हैं। जबकि दो सप्ताह बाद प्रतिदिन 50 टेस्ट की सुविधा मिल सकेगी। इसके लिए संस्थान की ओर से 10 पीजी चिकित्सकों, जूनियर रेजिडेंट्स व पीएचडी विद्यार्थियों को टेस्टिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आईसीएमआर के प्रोटोकॉल के तहत संस्थान में मरीज की नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट में दो दिन व पॉजीटिव टेस्ट रिपोर्ट में तीन दिन का समय लगेगा। । निदेशक के स्टाफ ऑफिसर डा. मधुर उनियाल ने बताया कि एम्स संस्थान के ट्रॉमा सेंटर में कोविड-19 से आशंकित व ग्रसित मरीजों के लिए 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पेसेंट की संख्या के मद्देनजर जल्द ही वार्ड में बेडों की संख्या में और अधिक इजाफा किया जाएगा।

————————————————————

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव कार्यों में फ्रंटलाईन में कार्यरत 68457 कार्मिकों को 4-4 लाख का बीमा लाभ दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इसकी स्वीकृति दी है। 01 वर्ष की अवधि के लिए इस पर 17.02 करोङ रूपए का व्यय आएगा। इसका वहन मुख्यमंत्री राहत कोष से किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के कार्मिकों का बीमा केन्द्र सरकार के स्तर से किया जा चुका है। राज्य सरकार के स्तर पर बीमा लाभान्वितों में 22523 पुलिस कार्मिक, 7988 स्वास्थ्यकर्मी, 14595 आंगनबाङी कार्यकत्रि, 14376 आंगनबाङी सहायिका, 4924 मिनी आंगनबाङी सहायिका, 464 सुपरवाईजर, 78 सीडीपीओ, 09 डीपीओ, जीएमवीएन व केएमवीएन के 3000 कार्मिक, एसईओसी/डीईओसी के 500 कार्मिक शामिल हैं। मीडिया कर्मियों के लिए अलग से व्यवस्था की जा रही है।

———————————————————–अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अधिकारियों कर्मचारियों ने अपने दो दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया। आयोग के सचिव संतोष बडोनी ने एक विज्ञप्ति में बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ने के लिए सरकार के प्रयास को सहयोग देने के लिए अधीनस्थ चयन सेवा आयोग के अध्यक्ष,सदस्यों, नियमित अधिकारियों व कर्मचारियों ने अपने माह मार्च के वेतन से दो दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष खाता संख्या 30395954328 IFSC-SBIN0010164 में अपना दो दिन का वेतन स्वेच्छा से सहयोग हेतु दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *