युवाओं में उद्यमिता की सोच लाने की आवश्यकता : मुख्यमंत्री
वैकल्पिक खेती को अपनाना होगा, फाईबर और एरोमा में व्यापक सम्भावनाएं।
राज्य स्थापना सप्ताह के अंतर्गत अल्मोडा में आयोजित युवा सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत व केंद्रीय युवा एवं खेल राज्य मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने प्रतिभाग किया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिह रावत ने कहा है कि दक्षता व विश्वसनीयता उत्तराखण्ड के युवाओं की विशेषता है। जरूरत है उनमें उद्यमिता का गुण विकसित करने की। युवा देश का कल हैं। उन्हें अपनी शक्ति को पहचानना होगा और नई सोच के के साथ बढ़ना चाहिए। मुख्यमंत्री, राज्य स्थापना सप्ताह के अंतर्गत अल्मोडा में आयोजित युवा सम्मेलन में सम्बोधित कर रहे थे।
युवाओं के चेहरे पर मुस्कुराहट से ही देश के चेहरे पर मुस्कुराहट
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की सोच है कि युवाओं की आकांक्षाओं को जानकर सरकार के बजट व योजनाओं में इन आकांक्षाओं को स्थान दिया जाए। युवाओं के चेहरे पर मुस्कुराहट से ही देश के चेहरे पर मुस्कुराहट आयेगी। देश में एवियेशन का क्षेत्र काफी बढ़ रहा है। इसमें रोजगार की काफी सम्भावनाएं हैं। आने वाले समय में उत्तराखण्ड एडवेंचर टूरिज्म का बेस्ट डेस्टीनेशन बनने जा रहा है। हम साहसिक पर्यटन का अलग निदेशालय बना रहे हैं।
वैकल्पिक खेती पर ध्यान देना होगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें वैकल्पिक खेती की ओर जाना होगा। एरोमेटिक, अदरक, हल्दी आदि की खेती को जंगली जानवर नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में तमाम बाधाएं हैं परंतु इन्हें नई सोच के साथ दूर किया जा सकता है। उत्तराखण्ड में फाईबर पर आधारित छोटे उद्यम स्थापित किए जा सकते हैं। यहां इंडस्ट्रियल हेम्प और सिसौण की काफी सम्भावनाएं हैं। इनसे सैंकडों तरह के उत्पाद बनाए जा सकते हैं जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुत अच्छी कीमत मिलती है।
पिरूल व सौर ऊर्जा बन रहे विकास का आधार
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में पिरूल को भी विकास से जोड़ा जा सकता है। इसमें बड़ी पहल की गई है। पिरूल से बिजली बनाने के लिए प्रोजेक्ट आवंटित किए गए हैं। इसी प्रकार सोलर नीति के तहत भी परियोजनाओं के आवंटन-पत्र सौंपे जा चुके हैं।
फिल्म शूटिंग के बेस्ट डेस्टीनेशन बना उत्तराखण्ड
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तराखण्ड फिल्म शूटिंग के बेस्ट डेस्टीनेशन के तौर पर उभर रहा है। इसका बड़ा कारण यहां के लोगों की प्रकृति है। सभी फिल्मकार कहते हैं कि उत्तराखण्ड के लोग शांति से रहते हैं और अनुशासनप्रिय हैं। फिल्म शूटिंग के समय कभी भी यहां व्यवधान नहीं आया। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक फिल्म की शूटिंग में सैंकडों लोगों का क्रू यहां आता है और दो-तीन माह तक रहता है। इससे यहां की अर्थव्यवस्था को फायदा होता है और हमारे बच्चों को भी अवसर मिलता है। उत्तराखण्ड को बेस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का अवार्ड मिला है।
ग्रोथ सेंटरों से सुधरेगी ग्रामीण आर्थिकी
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी हिमालयी राज्यों की एक जैसी परिस्थितियां हैं। हमें एक दूसरे के अनुभवों और विशेषज्ञता को साझा करना चाहिए। इसी सोच के साथ मसूरी में हिमालयन कान्क्लेव आयोजित किया गया था। विकास एक सतत प्रक्रिया होती है। सरकार की कोशिश है कि संतुलित विकास हो और विकास का लाभ दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंचे। इसी सोच के साथ सभी न्याय पंचायतों में ग्रोथ सेंटर की परिकल्पना पर काम किया जा रहा है। 62 ग्रोथ सेंटर को मंजूरी भी दी जा चुकी है। नए टूरिस्ट डेस्टीनेशन विकसित करने के लिए 13 डिस्ट्रिक्ट 13 न्यू डेस्टीनेशन पर काम कर रहे हैं।
भारत-भारती उत्सव में दिखेंगे कलर्स ऑफ इण्डिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून में तमाम प्रदेशों के बच्चे यहां पढ़ने आते हैं। राज्य की अर्थव्यवस्था में इनका भी योगदान है। राज्य स्थापना दिवस पर भारत-भारती का आयोजन किया जा रहा है। इसे कलर्स ऑफ इण्डिया का नाम दिया गया है। इसमें भारत की संस्कृति के विभिन्न रंग देखने को मिलेंगे।
भारत को खेलों में टॉप 10 में लाने की कोशिश
केंद्रीय युवा एवं खेल राज्य मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने कहा कि 2028 में भारत को खेलों में टॉप 10 में लाने का प्रयास है। खेल में सबसे अच्छा करना हमारा लक्ष्य है। खेलों इंडिया के तहत खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने का लक्ष्य है। खिलाड़ियों को और बेहतर बनाना है। उन्होंने कहा कि मैं हर खिलाड़ी से पर्सनली मिलता हूं। खेल और खुराक, हम हर खिलाड़ी को पूरा देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी खेल का सक्सेस ट्रेनिंग है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ओलंपिक में हमारा झंडा लहराएगा। जब मेडल जीतते हैं तो भारत का झंडा जब फहराता है तो खिलाड़ी रोते हैं। अगर कोई खिलाड़ी देश के लिए खेला है और बीमार है तो उनके लिए हमने राशि रखी है। अगर हमसे नहीं मिल सकते हैं तो सोशल मीडिया पर टैग कर दें तो उसका खर्चा सरकार उठाएगी। लगातार मदद मिल रही है। जिन्होंने देश के लिए खेला है उसकी जिम्मेदारी सरकार को लेनी चाहिए इसलिए सरकार जिम्मेदारी ले रही है। हर स्कीम युवाओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
अल्मोड़ा स्थित उदयशंकर नृत्य एवं संगीत अकादमी में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और केंद्रीय युवा एवं खेल राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने दीप प्रजवल्लित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उत्तराखण्ड सरकार में केबिनेट मंत्री श्री यशपाल आर्य, श्री अरविंद पाण्डे ,उत्तराखण्ड विधानसभा उपाध्यक्ष श्री रघुनाथ सिंह चौहान सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे। कार्यक्रम में देश विदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे युवाओं के साथ उत्तराखंड की भावी योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। विभिन्न क्षेत्रों में काम कर चुके युवाओं के अनुभव भी साझा किये गए।विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले युवाओं का सम्मान भी किया गया। दीपक डोबरियाल, फिल्म अभिनेता, द्वारिका प्रसाद रतूड़ी, चीन में होटल कारोबारी, पायल आर्य, अंटार्कटिका में सर्वेयर, विनय साह, अंतरराष्ट्रीय धावक, पायल सागर, भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर, पूनम, पर्वतारोही, प्रज्ञा जोशी, कराटे चैंपियन, रिद्धिमा पांडे, बाल पर्यावरण एक्टिविस्ट, देवयानी सेमवाल, माउंटेनियर, नैना अधिकारी, कयाकर, शीतल, पर्वतारोही, गौरव मनकोटी, रैपर, ईशान डोभाल, गायक-संगीतकार, संकल्प खेतवाल, गायक-संगीतकार, योगेश गर्ब्याल, पर्वतारोही, मनोज सरकार, अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी और डा. भुवन जोशी, अंतरिक्ष वैज्ञानिक को सम्मानित किया गया।
राज्य स्थापना दिवस सप्ताह की श्रृंखला में 08 नवम्बर, 2019 को स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर मसूरी में फिल्म कान्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की पहल पर मसूरी में फिल्म कॉनक्लेव का आयोजन हो रहा है। फिल्म कॉनक्लेव का उद्घाटन केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार श्रीमती स्मृति ईरानी एवं मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा संयुक्त रूप से किया जायेगा।
फिल्म कॉनक्लेव में तीन सत्र मुख्य रूप से होंगे, जिन पर बॉलीवुड व फिल्म जगत से जुड़े विशेषज्ञों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा। फिल्म कॉनक्लेव में बॉलीवुड से कई नामी हस्तियां शामिल हो रही हैं। इनमें सुभाष घई, नारायण सिंह, तिग्मांशु धूलिया, विशाल भारद्वाज, रेखा विशाल भारद्वाज, मुजफ्फर अली, सुश्री वनिशा वालिया, जैकी भगनानी, तारान आकाश, आसिफ मर्चेंट, रवि वालिया, सोहेल मकलाई, कनिष्का नांडे, कुलमीत मक्कड़, सौरभ मिश्रा, मनीष रामचन्द्र शेडगे, बी.के.सामंत, नेलसन आनन्द दास, रूप दुर्गापाल आदि फिल्म निर्माता-निर्देशक शामिल हैं।
राज्य सरकार द्वारा राज्य में फिल्मों की शूटिंग के लिए अनुकूल माहौल बनाया गया है। जिसका परिणाम है कि उत्तराखण्ड को वर्ष 2018 के लिए 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Most Film-Friendly State का प्रथम पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। इससे पूर्व वर्ष 2017 में भी उत्तराखण्ड को पुरस्कृत किया गया है।राज्य सरकार द्वारा फिल्म नीति 2019 लागू की गई। विगत एक वर्ष में राज्य में 200 से अधिक फिल्मों, धारावाहिक, डाक्यूमेंट्री आदि की शूटिंग की गई है। इनमें मीटर चालू, बत्ती गुल, परमाणु, बाटला हाउस, कबीर, केदारनाथ, नरेन्द्र मोदी, स्टूडेंट ऑफ द ईयर, डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित होने वाला कार्यक्रम Man vs Wild आदि कई बड़े नाम भी शामिल है। राज्य सरकार द्वारा फिल्म नीति को आकर्षक बनाया गया है, जिसमें सिंगल विंडो शूटिंग अनुमति प्रदान की जा रही है। अब राज्य में शूटिंग हेतु कोई भी शुल्क नही लिया जा रहा है। नई फिल्म नीति में रुपये 1.5 करोड़ तक अनुदान दिये जाने की व्यवस्था है। इसके साथ ही शूटिंग अवधि में पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराया जाना भी शामिल है। इस फिल्म कॉनक्लेव का मुख्य उद्देश्य राज्य की फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक बनाने के साथ ही राज्य में अधिक से अधिक फिल्मों को शूटिंग के लिए आमंत्रित करना है।
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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के तत्वावधान में नजीबाबाद में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 98 लोगों ने महादान किया। शिविर में स्वैच्छिक रक्तदान के लिए समीपवर्ती क्षेत्रों के नागरिकों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। इस मौके पर एम्स संस्थान की ओर से लोगों को अमूल्य जीवन के संरक्षण के लिए रक्तदान के लिए आगे आने को प्रेरित किया गया। एम्स ऋषिकेश के सहयोग से गुरुद्वारा श्रीगुरु सिंहसभा, ग्राम बड़िया नजीबाबाद बिजनौर में रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। जिसमें 120 लोगों ने पंजीकरण कराया, इनमें से आवश्यक परीक्षण के बाद 98 लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया। एम्स द्वारा जनजागरुकता के उद्देश्य से विभिन्न क्षेत्रों में चलाए जा रहे रक्तदान जागरुकता अभियान के बाबत एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि जीवनदान देने वाले रक्तदान से बढ़कर जिंदगी में कोई दूसरा श्रेष्ठ दान नहीं हो सकता, लिहाजा सभी स्वस्थ लोगों को किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति के जीवन के संरक्षण के लिए रक्तदान अवश्य करना चाहिए। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने बताया कि इसी उद्देश्य से एम्स ऋषिकेश लोगों को रक्तदान के प्रति जागरुक करने के लिए उत्तराखंड व उत्तरप्रदेश के विभिन्न हिस्सों में लगातार जनजागरुकता व रक्तदान शिविरों का आयोजन कर रहा है, साथ ही मुहिम के तहत दूसरी संस्थाओं को भी रक्तदान शिविरों के आयोजन के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जिससे समाज में रक्त की कमी को पूरा किया जा सके। संस्थान की ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन एंड ब्लड बैंक विभागाध्यक्ष डा. गीता नेगी ने बताया कि एम्स संस्थान की ओर से ऋषिकेश व समीपवर्ती क्षेत्रों में ही नहीं उत्तराखंड व उत्तरप्रदेश के सूदूरवर्ती जनपदों में भी लोगों को रक्तदान के प्रति जागरुकता के उद्देश्य से लगातार स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। जिससे दुर्घटना के समय जरूरतमंद लोगों को समय पर रक्त उपलब्ध कराकर अमूल्य जीवन का संरक्षण किया जा सके। शिविर में गुरुद्वारा के प्रधान सरदार गुरुदेव सिंह, आयोजक दलजीत सिंह, डा. रंजन मुखर्जी, डा. सुहासिनी सील, चिकित्सा सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश चंद्र, नर्सिंग ऑफिसर दीपेंद्र सिंह, विजयपाल,रीता आदि ने सहयोग किया।