वित्तमंत्री/शहरी विकासमंत्री ने आवास विकास परिषद के अधिकारियों के साथ बैठक की।#05 जून तक मौसम सूचना व चारधाम यात्रा में अब तक कितने यात्री पहुँचे कितने मरे की जानकारी एवं जनपद पौड़ी गढवाल के उन चिकित्सकों को चेतावनी जो पीजी अध्ययन के बाद ड्यूटी पर नहीं लौटे पढिए www.Janswar.com में।

-नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी

 

प्रदेश के वित्त/शहरी विकास/संसदीय कार्य मंत्री प्रेम चन्द अग्रवाल ने विधानसभा स्थित सभा कक्ष में आवास विकास परिषद के अधिकारियों के साथ बैठक की।

मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच सम्पत्तियों के बंटवारे हेतु समझौते के अनुसार ही वर्तमान में कार्य किया जा रहा है।
मंत्री ने कहा कि गढ़वाल मण्डल में कुल 10144 संपत्तियां आवंटित हैं, वहीं कुमाऊं मण्डल में 6164 कुल आवंटित संपत्तियां हैं।

मंत्री ने बताया कि परिषद का कार्य प्रधानमंत्री आवास योजना, सम्पत्तियांे का नामांत्रण, सम्पत्तियों का फ्री होल्ड व विक्रय अभिलेख, सम्पत्तियों के मानचित्र को स्वीकृत करना तथा नई परियोजनाओं का गठन करना सम्मिलित है। राज्य में प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत शहरी क्षेत्र में स्वीकृत 19 योजनाएं वर्तमान में कार्यशील हैं। जिसमें हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर तथा नैनीताल में प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत 16776 आवास बनाये जाने हैं।

मंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत सभी योजनाओं पर तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं, जिससे प्रदेश का राजस्व बढे़ और कार्यों को गति मिले।

मंत्री ने कहा कि जल्द ही राज्य आवास विकास बोर्ड की बैठक की जाएगी जिसमें लम्बित विषयों पर निर्णय लिया जाएगा।

बैठक में आवास आयुक्त एस.एस. पाण्डेय, अपर आयुक्त पी.सी.दुम्का तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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05 जून तक मौसम सूचना

मौसम विभाग के दिनाँक 01जून 2022 की जारी मौसमसूचना/मौसम पूर्वानुमान के अनुसार उत्तराखण्ड के जिलों में दिनाँक 02 जून से 05 जून 2022 तक मौसम शुष्क रहेगा।

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चारधाम यात्रा

राज्य आपत्कालीन परिचालन केन्द्र,सचिवालय परिसर देहरादून द्वारा दिनाँक 01-06-2022 को प्रात:10बजे जारी सूचना के अनुसार आज श्रीबद्रीनाथ धाम में 16271 यात्री पहुँचे तथा अब तक कुल 469041 यात्री पहुच चुके हैं, जिनमें से आज 01 यात्री की मृत्यु हो गयी है।तथा अब तक कुल 25 यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है।
श्री हेमकुंड साहिब में आज 2003 यात्री तथा अब तक कुल 20775 यात्री पहुँच चुके हैं।
श्री केदारनाथ(सोनप्रयाग) में आज 17435 यात्री पहुँचे।तथा अब तक कुल 435203 यात्री पहुच चुके हैं जिनमें से अब तक कुल 51 यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है ।
श्री गंगोत्री धाम मेंआज 7585 यात्री पहुँचे। अब तक कुल 254226 यात्री पहुँच चुके हैं जिनमें से अब तक कुल 07 यात्रियों की मृत्यु हुई है।
गौमुख में आज 119 यात्री पहुँचे तथा अब तक यहां कुल 3856 यात्री पहुँच चुका है।
श्रीयमुनोत्री धाम(जानकीचट्टी) में आज कुल 6548 यात्री पहुँचे।अब तक यहां कुल 190104 यात्री पहुँच चुके हैं जिनमें से अभी तक 29 यात्रियों की मृत्यु हुई है।
आज उपरोक्त धामों में कुल 49961 यात्री पहुँचे जिनमें से आज 01यात्री की मृत्यु हुई है। अब तक इन धामों में कुल
1373205 यात्री यहाँ पहुँच चुके हैं। इन यात्रियों में से अब तक कुल 112 यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है।

सभी धामों के मार्ग सुचारू रूप से यात्रा हेतु खुले हैं।

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मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 प्रवीण कुमार ने बताया कि डॉ0 श्रीयांश सैनी तथा डॉ0 अश्वनी चौहान विभाग में अपनी मूल तैनाती से पी0जी0 अध्ययन हेतु गये थे। कहा कि वर्तमान परिदृश्य में पी0जी0 अध्ययन पूर्ण होने के उपरांत भी संबंधितों के द्वारा विभाग में अपनी मूल तैनाती पर अध्ययन पूर्ण होने की उपस्थिति की सूचना आतिथि तक पुस्तुत नहीं की गई है। उन्होंने संबंधित चिकित्साधिकारियों को सूचित किया है कि राजकीय सेवा में योगदान के परिप्रेक्ष्य में 15 दिनों के भीतर अपनी अनुपस्थिति के संबंध में मय साक्ष्य सहित महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कार्यालय देहरादून में स्वयं उपस्थिति होकर संपर्क स्थापित करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने बताया कि डॉ0 श्रीयांश सैनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खिर्सू तथा डॉ0 अश्वनी चौहान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टाइप ए बंचूरी पौड़ी द्वारा मूल तैनाती से पी0जी0 अध्ययन हेतु गए थे। जो पी0जी0 अध्ययन पूर्ण होने के उपरांत भी अपनी मूल तैनाती पर अध्ययन पूर्ण होने पर उपस्थिति की सूचना प्रस्तुत नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि संबंधित चिकित्सकों द्वारा 15 दिन के भीतर स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय देहरादून में संपर्क नहीं करते हैं तो यह समझा जाएगा कि वह राजकीय सेवा करने के इच्छुक नहीं हैं। कहा कि संबंधितों के विरूद्ध अनुशासनात्मक/सेवा समाप्ति हेतु कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।  इसके अलावा उन्होंने जिन चिकित्सकों के द्वारा त्याग पत्र दिया गया है, लेकिन उनका त्याग पत्र सक्षम अधिकारी द्वारा आतिथि तक स्वीकृत नहीं है वे भी अनिवार्य रूप से साक्ष्य सहित रिपोर्ट प्रस्तुत करें।