राष्ट्रपति ने स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए निकिता और कविता को किया सम्मानित # जन सुझाव बनेंगे राज्य के विकास के आधार- मुख्यमंत्री#अल्मोड़ा में आयोग द्वारा 29 केन्द्रों में आयोजित कनिष्ठ सहायक परीक्षा शान्तिपूर्ण संपन्न-www.janswar.com

 

राष्ट्रपति ने स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए निकिता और कविता को किया सम्मानित


जल शक्ति मंत्रालय द्वारा दिनांक 4 मार्च 2023 को विज्ञान भवन नई दिल्ली में आयोजित स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान 2023 समारोह में ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली “विमेन चैंपियन“ को महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा सम्मानित किया गया जिस में उत्तराखंड राज्य की 2 ग्राम प्रधानों श्रीमती निकिता चौहान ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत जोशी गोठान देहरादून एवं श्रीमती कविता गोस्वामी ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत बागेश्वर को स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान से सम्मानित किया गया इस कार्यक्रम में देश की अट्ठारह चयनित विमेन चैंपियंस को महामहिम राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया।

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत किए जाने वाले कार्यों हेतु विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए गए जिसमें ओडीएफ प्लस गांव, गोवर्धन बायोडिग्रेडेबल अपशिष्ट और प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन तथा ग्रे-वाटर या मल कीचड़ प्रबंधन के अंतर्गत पुरस्कार प्रदान किए गए जिसमें श्रीमती नीता चौहान को प्लास्टिक वेस्ट प्रबंधन एवं श्रीमती कविता गोस्वामी को ओडीएफ मॉडल विलेज की श्रेणी में पुरस्कार प्रदान किया गया, इस कार्यक्रम में श्री गजेंद्र सिंह शेखावत जल शक्ति मंत्री भारत सरकार श्री विश्वेश्वर टूडू राज्य मंत्री जल शक्ति मंत्रालय श्री प्रहलाद सिंह पटेल राज्य मंत्री जल शक्ति  मंत्रालय भारत सरकार श्री देवु सिंह चौहान राज्यमंत्री संचार मंत्रालय भारत सरकार, श्रीमती विनी महाजन सचिव पेयजल एवं स्वच्छता विभाग श्री पंकज कुमार, सचिव जल संसाधन नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग द्वारा महामहिम राष्ट्रपति जी के साथ पुरस्कार वितरण किया गया।
कार्यक्रम में राज्य की ओर से श्रीमती अनुराधा पाल जिलाधिकारी बागेश्वर श्रीमती हिमाली जोशी पेटवाल इकाई समन्वयक स्वजल, श्री सुशील मोहन डोभाल जिला विकास अधिकारी देहरादून, श्री नमित रमोला अधीक्षण अभियंता जल जीवन मिशन ,श्री संजय पांडे, श्री सुरेश पांडे, श्रीमती मंजू जोशी, श्री गिरजा शंकर भट्ट, सुश्री लक्ष्मी कुमारी स्वजल एवं विभिन्न ग्राम पंचायतों की महिला प्रधानों,महिला समूह की प्रतिनिधियों आदि के द्वारा प्रतिभाग किया गया।
श्री नितेश कुमार झा सचिव पेयजल एवं स्वच्छता विभाग उत्तराखंड शासन एवं श्री उदय राज सिंह निदेशक द्वारा सभी सम्मानित विमेन चैंपियनों को बधाई व शुभकामनाएं दी गई है।

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राज्यपाल ने राजभवन में वसन्तोत्सव के समापन पर विजेताओं को बांटे पुरस्कार

*  पुष्प प्रदर्शनी प्रतियोगिता की विभिन्न श्रेणियों में सर्वाधिक अंक पाकर इस वर्ष की ’’रनिंग ट्राफी’’ आईआईटी रूड़की ने जीती।

 देहरादून 05 मार्च, 2023

राजभवन देहरादून में तीन दिन तक चले वसंतोत्सव-2023 का रविवार को समापन हो गया। देहरादून का सांस्कृतिक आयोजन बन चुके वसंतोत्सव के इन तीन दिनों में बड़ी संख्या में लोगों ने पुष्पों की प्राकृतिक सुंदरता और अन्य कार्यक्रमों का आनंद लिया। वसन्तोत्सव-2023 में इस वर्ष की चल वैजयंती (रनिंग ट्राफी) आईआईटी रूड़की को मिली। इस वर्ष आईआईटी रूड़की को 13 श्रेणियों में, ओएनजीसी को 10 श्रेणियों में, उत्तराखण्ड वन विभाग को 03 श्रेणियों में, बीएचईएल को 02 श्रेणियों में पुरस्कार प्राप्त हुए। वसंतोत्सव में 16 श्रेणियों की 62 उपश्रेणियों में 186 प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार वितरित किये गये। राज्यपाल लेफ्टिनेट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने पुष्प प्रतियोगिताओं, रंगोली तथा बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता, फोटो प्रतियोगिता आदि श्रेणियों के विजेताओं को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया। (विस्तृत सूची संलग्न है।) इस अवसर पर राज्यपाल ने उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा कमल कांत शर्मा के सहयोग से बनाये गए डिजिटल एप का लोकार्पण किया। इस एप का  मुख्य उद्देश्य सभी जैविक किसानों को उनके उत्पादों के विक्रय हेतु उपभोक्ताओं से सीधा संवाद स्थापित करवाना है।

वसन्तोत्सव-2023 समापन के अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि इस वर्ष पुष्प प्रदर्शनी में लोगों का उत्साह और प्रतिभाग देखने लायक रहा। उन्होंने कहा कि इन तीन दिनों में राजभवन के चारों ओर हर्ष व उल्लास का वातावरण था। राज्यपाल ने कहा कि संकल्प से सिद्धि और फूलों से समृद्धि के मंत्र के साथ आगे बढ़कर देहरादून को फूलों की राजधानी व उत्तराखण्ड को फूलों का प्रदेश बनाना है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि पूरे भारत में पुष्पों की जरूरत उत्तराखण्ड पूरी करे। राज्यपाल ने कहा कि उद्यान विभाग एवं  राज्य के किसानों के सम्मिलित प्रयासों ने पुष्प उत्पादन को व्यवसायिक स्वरूप प्रदान किया है। राज्य में पुष्प उत्पादन हेतु विद्यमान अवसरों एवं उद्यान विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का पूर्ण लाभ प्राप्त करते हुए पुष्प उत्पादकों द्वारा इसे विकास की ऊंचाइयों तक पहुंचाया जायेगा, जो उनकी आय में अपेक्षित वृद्धि में सहायक होगा।

उन्होंने कहा कि कृषि बागवानी और पर्यटन विभाग के क्षेत्र से उत्तराखण्ड में समृद्धि, खुशहाली आयेगी। हमें अपने उत्पादन को बढ़ाकर आर्थिक क्रांति लानी है। उत्तराखण्ड की फसलें अमूल्य धरोहर के समान है, जिनका संरक्षण, संवर्धन एवं आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित रखना हमारा कर्तव्य है। प्रदेश में जैविक खेती के साथ-साथ एक कदम और आगे बढ़ते हुए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, जिससे लोगों को उनके थाली में स्वास्थ्य वर्धक भोजन मिल सके। समापन समारोह में राज्यपाल ने सभी विजेताओं, प्रतिभागियों, तथा प्रदर्शनी के मुख्य आयोजक उद्यान विभाग, संस्कृति विभाग सहित सभी सहयोगी विभागों को इस महोत्सव के सफल आयोजन के लिए बधाई दी।

इस अवसर पर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि इस वसंतोत्सव-2023 में लोगों ने रिकॉर्ड भागीदारी की है। आने वाले समय में यह उत्सव और भी भव्य रूप लेगा। उन्होंने कहा कि कृषि-उद्यान के क्षेत्र में सरकार नये आयाम स्थापित कर रही है। उन्होंने कहा कि 2025 तक उत्तराखण्ड उद्यायानीकरण, पुष्प उत्पादन के क्षेत्र में उत्पादन को दोगुना करेगा, जिससे पलायन रोकने में भी सहायता मिलेगी। इस अवसर पर उन्होंने कई विभागीय योजनाओं की जानकारी दी।

समापन समारोह में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखण्ड को प्रकृति का एक अलग ही वरदान प्राप्त है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां जीवन देने वाली औषधियां हैं, यहां शहद, घी सहित अन्य उत्पादों की देश एवं विदेशों में भारी मांग है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों  के माध्यम से किसानों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के साथ-साथ उन्हें मार्केटिंग करने का भी मौका मिलता है।

पुरस्कार वितरण समारोह में प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, पद्मश्री प्रेमचन्द्र शर्मा, विधायक पुरोला दुर्गेश्वर लाल, सचिव श्री राज्यपाल रविनाथ रामन, अपर सचिव रणीवर सिंह चौहान, निदेशक उद्यान डा. एच एस बावेजा, निदेशक कृषि गौरी शंकर,  अपर निदेशक डॉ.जे.सी.केम, संयुक्त निदेशक डॉ. रतन कुमार, डॉ.सुरेश राम, डॉ.बृजेश गुप्ता सहित अनेक गणमान्य अतिथि, जनप्रतिनिधि तथा भारी संख्या में प्रदर्शनी में आये दर्शक भी उपस्थित थे।

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प्रदेश की आर्थिकी को सशक्त बनाने के लिये मुख्यमंत्री ने किया विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधि समूहों के साथ संवाद।

  • मुख्यमंत्री की अभिनव पहल-आओ मिलकर उत्तराखण्ड को बनायें सशक्त।
  • जनता का हित सर्वोपरि मानकर राज्य के विकास में बनें सहयोगी।
  • जन सुझाव बनेंगे राज्य के विकास के आधार- मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में प्रदेश की आर्थिकी को सशक्त बनाने के लिये कृषि, बागवानी, उद्योग, व्यापार आदि समूह के प्रतिनिधियों से संवाद कर उनके सुझाव एवं विचारों से अवगत हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबको मिलकर उत्तराखण्ड को सशक्त राज्य बनाने का संकल्प लेना होगा।
उन्होंने कहा कि इस संवाद से प्राप्त होने वाले सुझावों को आगामी बजट में समावेश करने के प्रयास किये जायेंगे। सुझाव देने वालों को अपने अपने क्षेत्रों की क्रीम बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे 21 वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाने में भी निश्चित रूप से मदद मिलेगी।
प्रदेश के विकास में जन सहभागिता को जरूरी बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी क्षेत्र में रोजगार के अवसर सीमित हैं इसलिये हमें स्वरोजगार के माध्यम से रोजगार देने को आंदोलन बनाना होगा। समस्याओं एवं सुझावों का भी हमें मिलकर समाधान ढूंढना है। हमारा प्रयास अंत्योदय की अवधारणा को सर्व स्पर्शी विकास के साथ पूर्ण करने का है। यही हमारा मूल मंत्र भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के समग्र विकास में अभिनव पहल के साथ राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय विषय विशेषज्ञों के सुझावों पर भी हम कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम चौपाल जन समस्याओं के समाधान एवं उनके सुझावों को जानने का माध्यम बन रहे हैं। होम स्टे योजना भी ग्रामीण आर्थिकी एवं स्वरोजगार के माध्यम बन रहे हैं। वे स्वयं जनपदों के भ्रमण के दौरान होम स्टे में निवास कर रहे हैं। इसका अनुभव अविस्मरणीय एवं आत्मीयता के भाव वाला रहता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास गंगा, यमुना, काली, शारदा जैसी नदियों के साथ 71 प्रतिशत भू-भाग वन व पर्वतों वाला है। देवों की हमारे ऊपर कृपा है। हमारे प्रदेश का हर क्षेत्र एक डेस्टिनेशन है। हम अपनी इन समृद्ध विरासतों के साथ आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में भारत के अमृत काल का लक्ष्य भी देश व देशवासियों को विकास के नये शिखर पर पहुंचाना है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत प्रगतिशील देश के रूप में पहचान बना रहा है। कोरोना के बावजूद हमारी अर्थव्यवस्था विश्व में 10 वीं से 5वें स्थान पर पहुंची है। देश आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ रहा है। निर्यात बढ़ रहा है, डिजिटल ट्रांजेक्शन 40 प्रतिशत देश में हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विकास में नवाचार के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। यह संवाद समस्याओं के समाधान की भी राह प्रशस्त करेगा, इसकी भी उन्होंने उम्मीद जतायी।
वित्त मंत्री श्री प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा कि बजट से पूर्व विषय विशेषज्ञों से सुझाव एवं विचार आमंत्रित करने के ऐसे प्रयास गत वर्ष भी किये गये थे। यहां प्राप्त सुझावों को बजट का हिस्सा बनाने के प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास में हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को अग्रणी राज्यों में शामिल करने के प्रयासों में सरकार के साथ समाज के सभी जिम्मेदार नागरिक एवं विषय विशेषज्ञों की भी बड़ी भूमि रहती है।
अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर आपसी संवाद की यह अभिनव पहल की गई है। इससे अर्थ व्यवस्था को मजबूती तथा विकास की गति को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं के विकास, नागरिकों की क्षमता, योग्यता के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराना तथा नागरिकों के जीवन में खुशहाली लाने के प्रयासों में ऐसे आयोजन प्रेरणा का भी कार्य करते हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु चौहान एवं मेयर श्री सुनील उनियाल गामा ने भी अपने विचार रखे।
इस अवसर पर जिन्होंने अपने सुझाव रखे उनमें इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री पंकज गुप्ता, उत्तराखण्ड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री संदीप साहनी, दून स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज के प्रो. ममगाई, सीआईआई की अध्यक्ष सुश्री सोनिया गर्ग, अध्यक्ष व्यापार मण्डल श्री अनिल गोयल, नथुवावाला वार्ड मेम्बर सुश्री स्वाति डोभाल, प्रधान संघ ऊधम सिंह नगर के अध्यक्ष श्री भास्कर, आंचल समिति के अध्यक्ष श्री दुष्यंत सिंह रावत, एपल फेडरेशन उत्तराखण्ड के अध्यक्ष श्री विपिन पैन्यूली, चम्पावत के वागवान श्री हरीश चन्द्र जोशी, मौन उत्पादक संघ की अध्यक्ष श्रीमती निर्मला नेगी, अध्यक्ष स्वर्णा जैविक बासमती उत्पादक संघ श्री यशपाल सिंह राणा आदि शामिल थे।
इस अवसर पर सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, श्री दिलीप जावलकर, डॉ पंकज कुमार पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में विषय विशेषज्ञ एवं अधिकारी गण उपस्थित थे।

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अल्मोड़ा में आयोग द्वारा 29 केन्द्रों में आयोजित    कनिष्ठ सहायक परीक्षा शान्तिपूर्ण संपन्न

अल्मोड़ा, 5 मार्च 2023(अशोक पाण्डेय)
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की कनिष्ठ सहायक परीक्षा 2022 के आयोजन के लिए जनपद में 29 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिनमे 7256 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। यह जानकारी देते हुए प्रभारी मुख्य शिक्षा अधिकारी अत्रेय सयाना ने बताया कि जनपद के सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हुई तथा इस परीक्षा में 5696 परीक्षार्थी शामिल हुए एवं 1560 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।