राज्य सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर जन सेवा कार्यक्रमों का होगा आयोजन #मुख्यमंत्री ने बिडॉरा मझोला,ग्राम तिगरी तथा अमाऊ पहुँच कर मृतकों प्रति शोक संवेदना व्यक्त की। #पूरे प्रदेश में नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाए जाएंगे चैत्र नवरात्र#नीलकंठ मार्ग दुर्घटना में 07घायलों में से एक महिला मृत घोषित,06 को उपचार के बाद छुट्टी:थपलियाल#जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक में 28 मार्च कार्य पूर्ण करने दिये निर्देश#अल्मोड़ा की सीवर लाइन एवं एस.टी.पी.योजना के निर्माण में हो रही लापरवाही पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित।www.janswar.com

-अरुणाभ रतूड़ी

 

राज्य सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर जन सेवा कार्यक्रमों का होगा आयोजन।

देहरादून- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर ‘जन सेवा’ कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी द्वारा कार्यक्रमों की रूपरेखा और इनकी समुचित तैयारी के लिए निर्देश जारी किए गए हैं।सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर दिनांक 23 मार्च, 2023 को राज्य के जनपद मुख्यालयों में ‘एक साल नई मिसाल’ कार्यक्रम के अन्तर्गत ‘जन सेवा’ थीम पर बहुद्देशीय शिविरों एवं चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जायेगा।मुख्य कार्यकम जनपद देहरादून में आयोजित किया जायेगा समस्त जनपदों के जनपद मुख्यालयों में भी दिनांक 23 मार्च, 2023 को कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है, जिसमें विकास पुस्तिका का विमोचन, बहुद्देशीय शिविर तथा चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जायेगा । जनपद मुख्यालयों में कार्यक्रम की अध्यक्षता सम्बन्धित जनपद के प्रभारी मंत्री के द्वारा की जायेगी। जिन जनपदों में कतिपय कारणों से प्रभारी मंत्री जी की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हो पा रही है, वहां कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसदगण द्वारा की जायेगी। ।बहुद्देशीय शिविर में आम जन को प्रदान की जाने वाली सेवाओं की उपलब्धता, विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली जनोपयोगी योजनाओं एवं सुविधाओं की जानकारी, निःशुल्क स्वास्थ्य जांच एवं दवाओं का वितरण आदि सुनिश्चित किया जायेगा जनपद स्तर पर कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रातः 11:00 बजे किया जाना है। प्रभारी मंत्री / सांसद द्वारा पहले जनता को सम्बोधित किया जायेगा । जनपद देहरादून में आयोजित होने वाले कार्यक्रम को मुख्यमंत्री द्वारा अपराह्न लगभग 12:30 बजे सम्बोधित किया जायेगा। जिसको सजीव प्रसारण के द्वारा समस्त जनपद मुख्यालयों में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भी प्रसारित किया जायेगा ।बहुद्देशीय शिविर / चिकित्सा शिविर एवं कार्यक्रम के आयोजन की व्यवस्था सम्बन्धित जिले के जिलाधिकारी द्वारा की जायेगी।कार्यक्रम स्थल पर उत्तराखण्ड की लोक परम्पराओं, लोक नृत्य, लोक गायन, लोक कला जैसे कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाय। कार्यक्रम के व्यापक प्रचार-प्रसार के साथ ही साथ जनसामान्य हेतु सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं से सम्बन्धित पठनीय सामग्री भी उपलब्ध कराई जायेगी। जनपद मुख्यालय पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधयों के साथ-साथ सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को भी आमंत्रित किया जायेगा।दिनांक 23 मार्च, 2023 को आयोजित होने वाले कार्यक्रम के अतिरिक्त दिनांक 24 मार्च से दिनांक 30 मार्च तक ‘जन सेवा’ थीम पर प्रत्येक विधानसभा / ब्लॉक स्तर पर भी बहुद्देशीय शिविर एवं चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जायेगा। विधानसभा क्षेत्र / ब्लॉक मुख्यालयों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की तिथि निश्चित कर बहुद्देशीय शिविर के आयोजन का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जायेगा, ताकि अधिकतम जनसहभागिता सुनिश्चित हो सके तथा आमजन को अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके। विधानसभा / ब्लॉक मुख्यालयों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में सांसदगण /विधायकगण एवं जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किये जाएंगे।

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मुख्यमंत्री ने बिडॉरा मझोला,ग्राम तिगरी तथाअमाऊ पहुँच कर मृतकों प्रति शोक संवेदना व्यक्त की।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को खटीमा के ग्राम बिडॉरा मझोला पहुंचकर प्रधान संघ प्रदेश अध्यक्ष श्री भास्कर संभल की माता श्रीमती हीरादेवी संभल के निधन पर,श्री लक्ष्मणसिंह चौहान के के ग्राम तिगरी स्थित आवास पर जाकर उनके पिता श्री बहीदुर सिंह चौहान के निधन पर तथा अमाऊ पहुँच कर श्री पूरन सिंह राणा के निधन पर, शोक संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।

 

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पूरे प्रदेश में नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाए जाएंगे चैत्र नवरात्र

 

  • नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्र के दौरान प्रत्येक जिले में देवी उपासना के कार्यक्रम आयोजित होंगे
  • संस्कृति विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को एक-एक लाख रुपये अवमुक्त किए

22 मार्च से प्रारंभ हो रहे चैत्र नवरात्र को इस बार राज्य भर में नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान प्रत्येक जिले में देवी उपासना के कार्यक्रम आयोजित होंगे। इस हेतु संस्कृति विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को एक-एक लाख रुपये अवमुक्त कर दिए हैं।
संस्कृति विभाग के सचिव हरिचन्द्र सेमवाल ने बताया कि चैत्र नवरात्रि के शुभ अवसर पर मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि-विधान के साथ पूजा की जाएगी। वैदिक तथा पुराणों में चैत्र नवरात्रि को विशेष महत्व दिया गया है। इसे आत्मशुद्धि तथा मुक्ति का आधार माना गया है। चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा का पूजन करने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और चारों ओर एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। अतः चैत्र नवरात्रों की उत्तराखण्ड राज्य में व्यापक धार्मिक महत्ता के दृष्टिगत इस दौरान प्रदेश में सभी प्रमुख देवी मंदिरों एवं शक्तिपीठों में धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन जाएगा।
चैत्र नवरात्रि की इन शुभ तिथियों में सरकार द्वारा विशेष अभियान चलाते हुए उपरोक्त उद्देश्यों एवं जनभावनाओं को संजोये रखने के दृष्टिगत प्रदेश के समस्त जनपदों के प्रमुख देवी मन्दिरों / शक्तिपीठों में मातृशक्ति के सामर्थ्य एवं शक्ति का प्रतीक नवरात्रों के अवसर पर 22 मार्च से 30 मार्च तक नवरात्रि नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाया जाएगा तथा इस अवसर पर दुर्गा सप्तमी / रामचरितमानस / देवी गायन / देवी जागरण आदि पाठ आयोजित कराये जाने का निर्णय लिया गया है। महिलाओं एवं बालिकाओं की इन कार्यक्रमों में विशेष रूप से सहभागिता की जाएगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में आयोजित होने वाले इस उत्सव के आयोजन हेतु जिलाधिकारियों द्वारा जनपद / विकास खण्ड स्तर पर समिति का गठन किया जाएगा जिसमें सांस्कृतिक, धार्मिक एवं जनसहभागिता से जुड़े संगठनों एवं कार्यक्रम से आम जनमानस को जोड़ने हेतु जिला सूचना अधिकारी का सहयोग लिया जाएगा। उक्त समिति द्वारा यह निर्णय लिया जायेगा कि जनपद / विकास खण्ड स्तर पर किन देवी मन्दिरों / शक्ति पीठों में आयोजन किया जाये।  प्रदेशभर में आयोजित होने वाले इन कार्यक्रमों के सफलतापूर्वक आयोजन हेतु संस्कृति विभाग, द्वारा प्रत्येक जिलाधिकारी को रू. 1.00 लाख की धनराशि प्रदान की जायेगी एवं अन्य व्यवस्थायें जिला प्रशासन द्वारा अपने स्तर से सुनिश्चित की जायेंगी।

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नीलकंठ मार्ग दुर्घटना में 07घायलों में से एक महिला मृत घोषित,06 को उपचार के बाद छुट्टी:थपलियाल

एम्स ऋषिकेश के जनसंपर्क विभाग की जारी सूचना के अनुसार नीलकंठ मंदिर मार्ग पर बीते रविवार को हुई सड़क दुर्घटना के 6 घायलों को आवश्यक उपचार के बाद सोमवार को एम्स अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। इलाज हेतु एम्स लाए गए कुल 07 घायलों में से एक घायल महिला ने अस्पताल पहुंचने से पूर्व दम तोड़ दिया था।

गौरतलब है कि रविवार को ऋषिकेश-नीलकंठ मार्ग पर एक महिन्द्रा जायलो जीप दुर्घटनागस्त हो गई थी। इस दुर्घटना में 3 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था जबकि वाहन में सवार अन्य 7 घायलों को इलाज के लिए देर सांय एम्स पहुंचाया गया था। घायलों की स्थिति देखते हुए रात्रि को ही एम्स के ट्रॉमा विभाग के चिकित्सकों द्वारा परीक्षण के बाद सभी घायलों का आवश्यक उपचार किया गया। इस बाबत जानकारी देते हुए एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि उषा देवी उम्र 35 वर्ष, मास्टर हर्ष उम्र 8 साल, तनु उम्र 13 साल, पुष्पा देवी उम्र 30 साल (सभी रूद्रपुर ऊधमसिंह नगर निवासी) और सोमपाल उम्र 58 साल (देहरादून) को आवश्यक उपचार के बाद सोमवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उन्होंने बताया कि एक अन्य घायल महिला चमेली देवी उम्र 40 साल निवासी रूद्रपुर के परिजन उसे स्वेच्छा से डिस्चार्ज कराकर अपने नजदीकी अस्पताल में इलाज कराने हेतु ले गए हैं। जबकि 28 वर्षीय कमलेश देवी अस्पताल पहुंचने पर मृत अवस्था में पाई गई थी।

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पौड़ी गढवाल समाचार

जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक में 28 मार्च कार्य पूर्ण करने दिये निर्देश
जिलाधिकारी ने पेयजल निगम, जल संस्थान व संबंधित अधिकारियों को दिये गये लक्ष्य के सापेक्ष शेष कार्यो को इसी माह 28 मार्च तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन कार्यों के टेंडर व रिटेंडर होने हैं उन्हें भी समय पर पूर्ण करें तथा कोशिश करें कि टेंडर की प्रक्रिया एक ही चरण में पूर्ण हो।
उन्होंने जल संस्थान पौड़ी, कोटद्वार व जल निगम श्रीनगर व कोटद्वार को इसी माह मार्च तक पेयजल कनेक्शनों के 18644 का लक्ष्य दिया था, जिसमें 17805 कार्य पूर्ण हो चुका है। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्कूलों, पंचायत घरों, आंगनवाड़ी केन्द्रों, सामुदायिक शौचालयों, अस्पतालों, पटवारी चौकी आदि प्रिमाइजेज(भवन परिसर) में शेष कार्यो की प्रगति बढ़ाते हुए जल्द कार्य पूर्ण करें। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि जल जीवन मिशन योजना के तहत लग रहे पेयजल कनेक्शनों का सही डेटा संबंधित विभागों से लें तथा उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों में पेयजल कनेक्शन लगने शेष रह गये हैं वहां भी तत्काल कनेक्शन देना पूर्ण करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को प्रतिदिन लग रहे पेयजल कनेक्शनों की रिपोर्ट भी प्रस्तुत करने को कहा। जिलाधिकारी ने यह भी सक्त निर्देश दिये कि जिस विभाग की विभिन्न खण्डवार पेयजल संयोजन की प्रगति संतोषजनक नहीं रहेगी, उनकी जिम्मेदारी तय की जायेगी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डे, अधीक्षण अभियंता पेजयल निगम संजय सिंह, मुख्य शिक्षाधिकारी डॉ0 आनंद भारद्धाज, अधिशासी अभियंता जल संस्थान कोटद्वार, संतोष उपाध्याय, पौड़ी एस0के0 रॉय, जल निगम से बीरेंद्र भट्ट, कोटद्वार आशीष मिश्रा, श्रीनगर दिशा, पीएम स्वजल दीपक रावत सहित अन्य अधिकरी उपस्थित थे।

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अल्मोड़ा समाचार

अल्मोड़ा की सीवर लाइन एवं एस.टी.पी.योजना के निर्माण में हो रही लापरवाही पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित।

अल्मोड़ा:(अशोक कुमार पाण्डेय): उत्तराखण्ड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक ने आज जिलाधिकारी अल्मोडा के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड को एक ज्ञापन प्रेषित कर आरोप लगाया कि ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में ढूंगाधारा-धारानौला क्षेत्र को छोडकर अभी तक सम्पूर्ण नगर क्षेत्र में सीवर लाइन नहीं डाली गयी है । वर्ष 2000-2001 में तत्कालीन सरकार द्वारा अल्मोड़ा नगर के जाखनदेवी क्षेत्र के लिये सीवर लाइन को स्वीकृत किया गया था जिसका कार्य आज तक निर्माणाधीन है । सीवर लाइन का निर्माण कार्य पेयजल निगम द्वारा किया जा रहा है । वर्तमान में जाखनदेबी क्षेत्र के सीवर लाईन हेतु एस.टी.पी.का निर्माण किया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि आज अल्मोड़ा नगर की जनसंख्या पूर्व की जनसंख्या से चार गुनी से अधिक हो चुकी है तदुपरान्त भी वही 6 इंच के पाईप पूर्व से डाले जा रहे हैं जिन्हें आबादी की क्षमतानुसार बढाया जाना होगा तथा सीवर ट्रिटमैंट प्लांट भी इसी प्रकार से अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त एवं अधिक क्षमता का होना चाहिये ।

उन्होंने खेद व्यक्त करते हुये बताया कि एस.टी.पी.को आबादी क्षेत्र से काफी दूर बनाया जाता है किन्तु यह अल्मोड़ा नगर का दुर्भाग्य है कि निर्माणाधीन जाखनदेबी क्षेत्र के लिये एस.टी.पी.रिहायशी क्षेत्रों के समीप बनाया जा रहा है ।
श्री कर्नाटक ने कहा कि इस सीवर योजना का निर्माण केवल खानापूर्ति के लिये किया जा रहा है क्योंकि वर्ष 2000 के निर्माणाधीन मानक तथा वर्तमान आबादी को देखते हुये क्षमतानुसार पाईप नहीं डाले जा रहे हैं तथा एस.टी.पी.भी नगर में पाण्डेखोला, धारकीतूनी, लक्ष्मेश्वर,कर्नाटक खोला,विकास भवन,रैखोली,अथरमणी आदि क्षेत्रों के मध्य में निर्माण किया जा रहा है । इस स्थान पर सीवर ट्रिटमैंट प्लांट बनाये जाने से यह क्षेत्र प्रदूषित होगा और अनकों बीमारियां फैला सकता है । जो स्थानीय जनता के जीवन के साथ स्पष्ट खिलवाड़ है जिसका दुष्परिणाम आने वाले वर्षो में भी इस क्षेत्र के लोगों को भुगतना होगा ।
पूर्व दर्जामंत्री ने मांग की कि निर्माणाधीन अल्मोडा नगरीय सीवर योजना का पुर्न निरीक्षण व तकनीकी जांच आई.आई.टी.रूडकी के विशेषज्ञों से करवायी जाय ताकि विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में पुनः सर्वेक्षण कर उक्त योजना में व्यय हो रही सरकारी धनराशि का सदुपयोग किया जा सके और नगर क्षेत्र को सीवर लाईन का लाभ प्राप्त हो सके ।
उन्होंने चेतावनी देते हुये कहा कि यदि निर्माणाधीन सीवर ट्रिटमैंट प्लान को रिहायशी क्षेत्रों से दूर नहीं बनाया जाता है,सीवर लाइन में वर्तमान आबादी के अनुसार पाईप नहीं लगाये जाते हैं तथा इसकी जांच आई.आई.टी.रूड़़की के विशेषज्ञों से नहीं करवायी जाती है तो उन्हें स्थानीय जनता के साथ विवश होकर उग्र आन्दोलन को बाध्य होना पडेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सरकार एवं सम्बन्धित विभाग की होगी ।

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