राज्यपाल से बाल कलाकार अनुराग रमोला ने भेंट की#मुख्यमंत्री ने जोशीमठ में प्रभावितों से मिलकर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया#जोशीमठ के विस्थापितों को छ:माह तक चार हजार रुपये की दर से किराया दिया जाएगा#जी-20 देशों के प्रतिनिधियों के परमार्थ निकेतन आने की संभावना से जिलाधिकारी ने वहां की व्यवस्थाओं का किया निरीक्षण।www.janswar.com

-अरुणाभ रतूड़ी

राज्यपाल से बाल कलाकार अनुराग रमोला ने भेंट की

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से शनिवार को राजभवन में बाल कलाकार अनुराग रमोला ने मुलाकात की। उन्होंने राज्यपाल को देवभूमि उत्तराखण्ड के लोकपर्व ईगास-बग्वाल पर आधारित पेंटिंग भेंट की। इस पेंटिंग में उन्होंने उत्तराखण्ड की स्थानीय लोक संस्कृति, आजीविका एवं परिवेश और भौगोलिक परिदृश्य को चित्रित किया है। इस अवसर पर अनुराग ने एक अन्य पेंटिंग भी राज्यपाल के सम्मुख प्रदर्शित की जो, जी-20 पर आधारित है जिसे वह प्रधानमंत्री जी को भेंट करना चाहते हैं। इस पेंटिंग में उन्होंने भारत की जी-20 की अध्यक्षता के वैश्विक विकास के उद्देश्यों से विश्व को परिचित कराया है। पेंटिंग में इस सम्मेलन की व्यापकता को प्रदर्शित किया गया है। अनुराग रमोला केंद्रीय विद्यालय ओएनजीसी में 12वीं कक्षा के छात्र हैं और चित्रकला के क्षेत्र में देश-विदेशों में अनेक पुरस्कार प्राप्त किये हैं। इनके द्वारा विभिन्न विषयों पर पेंटिंग बनायी जाती है। अनुराग प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2021 में भी पुरस्कार विजेता रहे हैं। राज्यपाल ने उभरते कलाकार द्वारा बनाई गयी पेंटिंग को देखकर सराहना करते हुए कहा कि वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं और उन्होंने बेहद सुंदर कला का प्रदर्शन किया है। उन्होंने पेंटिंग को निहारते हुए कहा कि जीवन में कला की महत्वपूर्ण भूमिका है। चित्रकला मानव जीवन की महत्वपूर्ण विधा है जो अद्वितीय प्रतिभा से अपनी कल्पनाओं के ब्रश और रंगों से मूर्त रूप देकर ऐसी कला का सृजन करते हैं, जिसे देखकर मन स्वतः ही आत्मविभोर हो जाता है। राज्यपाल ने कहा कि अनुराग ने जहां देवभूमि की लोक संस्कृति और परिवेश को अपनी पेंटिंग के माध्यम से प्रदर्शित किया है वहीं दूसरी ओर जी-20 पर आधारित पेंटिंग के माध्यम से भारत की कला संस्कृति और समृद्ध साहित्य को दर्शाया गया है। उन्होंने कहा कि जी-20 सम्मेलन भारत को अपनी कला, संस्कृति और समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करने का एक बेहतरीन मंच होगा। राज्यपाल ने कहा कि ’’जी-20 भारत’’ पेंटिंग भारत के जी-20 सम्मेलन की अध्यक्षता के परस्पर विचार ’’वसुधैव कुटुंबकम’’ में निहित भारतीय दर्शन के ‘‘एक विश्व, एक परिवार’’ से प्रेरित है। एक कलाकार अपनी कल्पना और कला से इस प्रकार का संदेश दिया जाना बेहद सराहनीय है। उन्होंने कहा कि अनुराग अपनी कला के माध्यम से लोगों को इसी प्रकार के संदेश दें जो आत्मज्ञान की अनुभूति के साथ-साथ उन्हें प्रेरित करते रहें। इस अवसर पर उनके पिता श्री चैत सिंह रमोला भी उपस्थित रहे।

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सीएम श्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में प्रभावितों से मिलकर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया

सीएम को लोगों ने बताया हाल, प्रभावितों के साथ सीएम भी हुए भावुक

धार्मिक, आध्यात्मिक एवं सबसे पुराने ज्योतिर्मठ, जोशीमठ की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे  -सीएम

लोगों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण

सीएम ने जोशीमठ में मौका मुआयना किया, अधिकारियों से ली जानकारी

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को जोशीमठ पहुंचकर शहर के भूधसाव क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने प्रभावित संकटग्रस्त परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। प्रभावित लोगों ने सीएम से अपनी बात साझा की।प्रभावितों के साथ सीएम भी भावुक हुए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में सरकार पूरी तरह से प्रभावित लोगों के साथ खडी है। जोशीमठ का धार्मिक, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व है और हम सबकी आस्था व पर्यटन का केन्द्र है। इस समय हम सबके सामने इस सबसे पुराने ज्योतिर्मठ को प्राकृतिक आपदा से बचाने की बड़ी चुनौती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की इस स्थिति में जानमाल की सुरक्षा हमारी सबसे पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि भुधंसाव से प्रभावित संकटग्रस्त परिवारों के पुनर्वास की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। भूधंसाव रोकने के लिए तात्कालिक तथा दीर्घकालीक कार्य योजना पर गंभीरता से कार्य किया जा रहा है। खतरे की जद में आए पूरे शहर में सुरक्षात्मक कार्य कराए जाएंगे। जिसके लिए विस्तृत प्लान तैयार किया जा रहा है। शहर की सुरक्षा के लिए सीवर एवं ड्रेनेज जैसे कार्य को जल्द से जल्द ही कराया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की सुरक्षा के दृष्टिगत इस समय तत्कालिक रूप से जो कार्य हो सकते उन पर फोकस किया जा रहा है। समय पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुचाना जरूरी है।

आईटीबीपी अतिथि गृह में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं स्थानीय गणमान्य नागरिकों के साथ जोशीमठ की मौजूदा स्थिति को लेकर गहनता से विचार विमर्श किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा से जोशीमठ शहर को बचाना हम सबके सामने बड़ी चुनौती है। संकट की इस घड़ी में आरोप प्रत्यारोप से हटकर एक साथ मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया राहत शिविरों में रहने की समुचित व्यवस्था की जाए। राहत शिविरों में चिकित्सा उपचार की भी सभी सुविधाएं उपलब्ध रहे।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जोशीमठ में सेक्टर और जोनल वार योजना तैयार करें।  डेंजर जोन को तत्काल खाली करवाया जाए। स्थाई पुनर्वास के लिए सुरक्षित जगह तलाशी जाए। सहायता शिविरों में सभी जरूरी सुविधाएं हों। सभी विभाग टीम भावना से काम करे तभी हम लोगों की बेहतर ढंग से मदद करने में सफल होंगे।

जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने जोशीमठ में संचालित राहत कार्यों के बारे में अवगत कराते हुए बताया कि सभी वार्डों में सर्वेक्षण कार्यो को पूरा करने, प्रभावित परिवारों को वैकल्पिक शेल्टर भवनों में शिफ्ट करने और प्रभावित लोगों के लिए अन्य समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही है। इसके सभी सेक्टर अधिकारियों की तैनाती भी गई है। प्रभावित परिवारों को ड्राइ राशन किट व कुक्ड फूड पैकेट उपलब्ध कराए जा रहे है। जिन परिवारों को तत्कालिक रूप से शिफ्ट करने की आवश्यकता है उनको सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा।

इस दौरान बद्रीनाथ विधायक राजेन्द्र भंडारी, कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश मैखुरी, सहकारिता के अध्यक्ष गजेंद्र रावत, अन्य जनप्रतिनिधियों सहित गढवाल आयुक्त सतीश कुमार, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, सीडीओ डा.ललित नारायण मिश्र, एडीएम डा.अभिषेक त्रिपाठी, संयुक्त मजिस्ट्रेट डा.दीपक सैनी, एसडीएम कुमकुम जोशी एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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जोशीमठ के विस्थापितों को छ:माह तक चार हजार रुपये की दर से किराया दिया जाएगा
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जोशीमठ में भू धंसाव के कारण विस्थापित परिवारों को मकान किराये के लिए 4 हजार रूपये प्रति माह की दर से 6 माह तक दिये जाने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से राशि स्वीकृत की गई है। जनपद चमोली के तहसील जोशीमठ के नगरपालिका क्षेत्र जोशीमठ के अन्तर्गत विगत दिनों से हो रहे भूधसाव से प्रभावित ऐसे परिवार जिनके मकान क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण अधिवासन योग्य नहीं है अथवा ऐसे परिवार जो बेघर हो गये हैं, परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर किराये के मकान में अस्थायी रूप से विस्थापित करने के लिए ₹4000 प्रति परिवार की दर से 6 माह के किराये मद में मुख्यमंत्री राहत कोष से अग्रिम के रूप में व ₹1.00 करोड़ (एक करोड मात्र ) स्वीकृत कर जिलाधिकारी चमोली के निवर्तन रखा गया है।

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जी-20 देशों के प्रतिनिधियों के परमार्थ निकेतन आने की संभावना से जिलाधिकारी ने वहां की व्यवस्थाओं का किया निरीक्षण।

जी-20 देशों के प्रस्तावित सम्मेलन कार्यक्रम के अंतर्गत सदस्य देशों के प्रतिनिधियों का परमार्थ निकेतन आश्रम में भ्रमण कार्यक्रम प्रस्तावित है। कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर  जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने कैंप कार्यालय लक्ष्मणझूला में सम्बंधित अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में जिलाधिकारी ने जी-20 देशों के सदस्यों की मेजबानी के दृष्टिगत सभी प्रकार की व्यवस्था के साथ ही विद्युत, पेयजल, शौचालय, सौंदर्यीकरण इत्यादि को लेकर अधिकारियों को टीमें गठित कर कार्यक्रम से संबंधित आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर कार्यक्रम स्थल परमार्थ निकेतन में स्ट्रीट लाइट, आवश्यकता हेतु एंबुलेंस, सड़क सुधारीकरण करने के साथ ही अन्य आवश्यक कार्यवाही हेतु संबंधित अधिकारियों को रूपरेखा तैयार करने को कहा। इस दौरान उन्होंने सभी टीमों को निरीक्षण करते हुए पाई गई कमियों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसके उपरांत उन्होंने परमार्थ निकेतन में आरती स्थल,  जानकी पुल से परमार्थ आश्रम तक के हेरिटेज रूट सहित वीवीआइपी कमरें, भोजन हेतु कमरे, योगा सेंटर इत्यादि के लिए व्यवस्थित जगहों का निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे,  मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पांडे, उपनिदेशक राजाजी नेशनल पार्क, कहकसा नसीम, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 प्रवीण कुमार मुख्य शिक्षाधिकारी डॉ0 आनंद भारद्वाज सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।