राज्यपाल ने ‘भाई वीर सिंह जी’ की 150वीं जयंती  पर आयोजित गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया।#कहीं प्यासी है आबादी,कहीं पानी की बर्बादी# प्रतिपक्ष के प्रश्नों से सरकार को बचाने के लिए ही सदन का समय सीमित किया गया-विधायक मनोज तिवारी-www.janswar.com  

-अरुणाभ रतूड़ी

 

राज्यपाल ने ‘भाई वीर सिंह जी’ की 150वीं जयंती  पर आयोजित गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने सोमवार को देहरादून के प्रीतम रोड स्थित डॉ. बलबीर सिंह साहित्य केंद्र में पंजाबी यूनिवर्सिटी द्वारा ‘भाई वीर सिंह जी’ की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। राज्यपाल ने डॉ. बलबीर सिंह साहित्य सदन में रखे सिख साहित्य की जानकारी भी ली। इस दौरान उन्होंने दो पुस्तकों का विमोचन भी किया।

गोष्ठी को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हम सब को गुरु नानक जी के दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए, जिसमें करुणा मानवता के बारे में बताया गया है। राज्यपाल ने कहा कि भाई वीर सिंह जी ने अपने विस्तृत शोध के माध्यम से सिख साहित्य से उल्लिखित मानवता, भाईचारा, करूणा, सेवा जैसे गुणों के महत्व को स्थापित किया है। राज्यपाल ने कहा कि हम सबकी जिम्मेदारी है कि वीर सिंह जी के सोच, विचार और धारणा को आगे बढ़ाया जाए।

राज्यपाल ने वहां मौजूद सिख समुदाय से आह्वान करते हुए कहा कि हम सब को मिलजुल कर एकता के भाव से कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मौके पर हम सब को संकल्प लेना चाहिए कि इस साहित्य केंद्र को उच्च स्तरीय तकनीक का प्रयोग कर देश और विश्व पटल तक ले जाया जाए। राज्यपाल ने डॉ बलबीर सिंह साहित्य केंद्र के पदाधिकारियों से अपेक्षा की है कि भविष्य में इस केंद्र को सेंटर ऑफ़ एक्सिलेंस के तौर पर विकसित किया जाए। इसके साथ ही इस केंद्र में आईएएस/आईपीएस परीक्षा हेतु कोचिंग सेंटर के रूप में विकसित किया जाए। राज्यपाल ने हेमकुंट साहिब हेतु प्रस्तावित रोपवे के स्वीकृति के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी ने सिख समुदाय के पवित्र धाम श्री हेमकुंट साहिब की यात्रा को सुलभ बनाने के दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया है।

गोष्ठी के दौरान वक्ताओं द्वारा बताया गया कि 5 दिसंबर 1872 को अमृतसर में जन्मे भाई वीर सिंह जी को आधुनिक पंजाबी भाषा का जनक कहा जाता है, जिन्होंने अपने उपन्यासों, नाटकों, कविता, पवित्र इतिहास, संपादकीय नोट्स और संपादित कार्यों के माध्यम से लोगों के मन में पंजाबी और सिख साहित्य के लिए प्रेम पैदा किया। ‘भाई वीर सिंह जी’ को उनके साहित्यिक योगदान के कारण ‘पद्म भूषण’ और अनेक सम्मानों से समय-समय पर विभूषित किया गया। देहरादून ‘भाई वीर सिंह जी’ से जुड़ा हुआ है, क्योंकि वे गर्मी के दिनों में अपने घर प्रीतम रोड, डालनवाला में रहते थे और साहित्य की रचना करते थे।

कार्यक्रम में हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह बिंद्रा, पंजाबी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. अरविंद, डॉ. जसपाल कौर नारंग, संत जोत सिंह, डॉ परमवीर समेत अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।

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कहीं प्यासी है आबादी,कहीं पानी की बर्बादी         —————————————————–

भाजपा नेता व केशर जन कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट एन के गुसाईं ने कहा कि रायपुर व डोईवाला विधानसभा के कई क्षेत्रों में वर्तमान समय में सर्दियों का मौसम होने के बावजूद लोगों को हर रोज पानी का पानी नहीं मिल पा रहा है।
गुसाईं ने इसका कारण जल संस्थान के फेलियर मैनेजमेंट को माना है।उन्होंने कहा कि पानी का सभी क्षेत्रों में प्रोपर डिस्ट्रीब्यूशन नहीं है।
कहीं 8-10 घंटे पानी आता है तो कहीं तीसरे दिन,कई जगह सड़कों पर 24 घंटे पानी बहकर नालियों में मिल रहा है जिससे जहां एक ओर पानी की दिक्कत हो रही है वहीं दूसरी ओर सड़क पर पानी के कटाव के कारण गड्ढे बन जाते हैं जो कि दुर्घटना का कारण भी बनते हैं।
सड़क में गड्ढे होने के कारण आये दिन की दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं और कई बार दुपहिया वाहन दुर्घटना होते होते बचे हैं।
गुसाईं ने विभाग से अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाने की अपील की है।
अपील को हल्के लेने की स्थिति में विभाग के मुख्यालय में धरना दिया जायेगा।

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प्रतिपक्ष के प्रश्नों से सरकार को बचाने के लिए ही सदन का समय सीमित किया गया-विधायक मनोज तिवारी  

अल्मोड़ा(अशोक कुमार पाण्डेय) अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि सरकार सदन में प्रतिपक्ष के सवालों के जबाब से बचने के लिये सीमित समय के लिये सदन का आयोजन कर रही है ।

विधायक अल्मोड़ा मनोज तिवारी ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि सरकार सदन में विपक्ष की आवाज को दबाने व कार्यवाही से बचने के लिये सदन के  समय  को लगातार कम करते जा रही है ।उन्होंने कहां कि पांच दिन के लिये आहूत सदन को दो दिन मे सिमटा दिया गया जो विधान सभा नियमावली का उल्लंघन है । सोमवार का दिन सी एम से सम्बन्घित विभागों का था पर सोमवार को सदन चला ही नहीॆ , इससे स्पष्ठ है कि सी एम सरकार की जबाबदेही से बचना चाह रहे है ,

अल्मोड़ा  विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि कि उन्होंने सदन में लॉ एण्ड- ऑर्डर से सम्बन्धित सवाल उठाये तथा पर्यटकों की समस्यायें उठाते हुए उन्हें उचित सम्मान देने की वार्ता मेंं मनोज तिवारी मे अल्मोड़ा ने जल समस्या पर सवाल उठाते हुये कहा कि अब कोसी बैराज के बन जाने से पानी की समस्या नहीं है। पर सप्लाई की समस्या का समाधान करना विभाग का दायित्व है । जल समस्या के लिये विभाग को निर्देश दिये गये कि वह समस्या का वैकल्पिक समाधान करें । प्रेस वार्ता में जिलाध्यक्ष पिताम्बर पाण्ड़े लता तिवारी , जिला उपाध्यक्ष तारू जोशी नगर अध्यक्ष पूरन रौतेला , पवन मेहरा , किशन लाल आदि उपस्थित थे