राज्यपाल ने बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया।# मुख्यमंत्री ने मसूरी विंटर लाइन कार्निवल 2022 का शुभारंभ किया। #मुख्य सचिव  ने सिंगल यूज प्लास्टिक प्रयोग पर रोक व ठोस कचरा प्रबन्धन बैठक की अध्यक्षता की।#29 दिसंबर से होगा राज्यस्तरीय खेल महाकुंभ का शुभारंभ-www.janswar.com/

-अरुणाभ रतूड़ी

 

वीर बाल दिवस का संदेश पूरी दुनिया में स्वाभिमानपूर्ण, समावेशी और सामंजस्यपूर्ण जीवन जीने की प्रेरणा देगाः राज्यपाल।

राज्यपाल ने साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया। 

देहरादून 26 दिसम्बर, 2022

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने वीर बाल दिवस के अवसर पर कहा कि आज वीर साहिबजादों के त्याग, बलिदान, वीरता, साहस की महान पराकाष्टा को याद करने का दिन है, जिन्होंने अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्र के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि नन्हें साहिबजादों ने अत्याचारियों की बात न मानते हुए सिख धर्म की उस महान परम्परा को आगे बढ़ाया, जिसमें अन्यायी शासकों के सामने कभी न झुकने की महान शिक्षा दी गई है। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर उन महान गुरूओं को याद करने का भी सुअवसर है जिन्होंने ऐसे वीर योद्धाओं को जन्म दिया।

वीर बाल दिवस के अवसर पर राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल ने साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया। उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह जी के महान बलिदानी साहिबजादे पुत्रों की शहादत को वीर बाल दिवस के रूप में मनाये जाने के निर्णय हेतु माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी ने ऐसे वीर योद्धाओं की शहादत को चिरस्थायी बनाने का महान कार्य किया है। उन्होंने कहा कि यह क्षण भारत के महान इतिहास में एक युगान्तकारी क्षण है, जिसे युगों-युगों तक याद किया जायेगा।

राज्यपाल ने कहा कि वीर बाल दिवस का संदेश पूरी दुनिया में स्वाभिमानपूर्ण, समावेशी और सामंजस्यपूर्ण जीवन जीने की प्रेरणा देगा। यह दिवस नई पीढ़ी को साहिबजादों के साहस, वीरता और बलिदान से अवगत कराएगा। यह दिवस करोड़ों बच्चों को राष्ट्रभक्ति के लिए प्रेरित करेगा साथ ही राष्ट्र सेवा, देश और धर्म की रक्षा के लिए साहिबजादों के अतुलनीय बलिदान को चिरस्थायी बनाएगा। उन्होंने कहा कि महज 6 एवं 9 साल की उम्र में दिया गया सर्वोच्च बलिदान हर भारतीय को गौरवान्वित करता है।

इस दौरान गुरू सिख मरजीवड़े, कीर्तन जत्था करनपुर द्वारा शबद कीर्तन, बाबा बंदा सिंह गतका दल ने सिख परम्परा की महान युद्ध कला पर आधारित गतका कला का प्रदर्शन किया। वहीं सिख परम्परा के महान इतिहास पर आधारित हिस्ट्री ऑफ फॉर साहिबजादा नाटक का भी मंचन हुआ। राज्यपाल ने गतका कला, शबद कीर्तन और नाटक प्रस्तुत करने वाले कलाकारों को सुन्दर कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए धन्यवाद किया। कार्यक्रम के दौरान प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, सचिव संस्कृति श्री हरीशचन्द्र सेमवाल, निदेशक बीना भट् सहित राजभवन के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन संजू ध्यानी ने किया।

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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मसूरी विंटर लाइन कार्निवल 2022 का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने विंटर लाइन कार्निवाल में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का अवलोकन किया। उन्होंने स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रमों की सराहना की तथा लोक कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।

   मसूरी वासियों को मसूरी विंटर लाइन कार्निवल 2022 के आयोजन की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि नैसर्गिक सौंदर्य से पूरित देवभूमि उत्तराखण्ड का प्रत्येक क्षेत्र एक विशेष प्रकार की ऊर्जा लिए हुए है। नए वर्ष के आगमन के साथ मसूरी विंटर लाइन कार्निवल का आयोजन देश-विदेश के पर्यटकों तथा विभिन्न राज्यों से आए लोक कलाकारों आदि के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि विश्व प्रसिद्ध मसूरी का यह विंटर कार्निवाल पर्यटन व लोक संस्कृति का अनूठा संगम है। उन्होंने कहा कि मसूरी विंटर कार्निवाल उत्तराखंडवासियों के लिए ही नहीं बल्कि उत्तराखंड आए सभी पर्यटकों के लिए भी विशेष आकर्षण का केंद्र है। विंटर कार्निवाल के माध्यम से राज्य के कलाकारों को अपनी प्रतिभा प्रस्तुत करने का भी सुनहरा अवसर प्राप्त हो रहा है। देश-विदेश से आए प्रसिद्ध कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से इसे और भी अधिक मनोहारी बनाने का काम कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हम सभी के लिए गौरव की बात है कि पहाड़ों की रानी मसूरी ने विश्व पर्यटन के मानचित्र पर अपनी एक विशिष्ट पहचान स्थापित की है।
प्रतिवर्ष लाखों पर्यटक मसूरी की ओर रुख करते हैं। सर्दियों में भी चांदी सी चमकती बर्फ का आनंद लेने के लिए अनेकों सैलानी मसूरी के आस-पास बड़ी संख्या में उमड़ते हैं

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में उत्तराखंड आध्यात्मिक केंद्र के रूप में और अधिक सशक्त हुआ है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड की डबल इंजन की सरकार उत्तराखण्ड में पर्यटन विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री जी ने 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का बताया है जिसमें राज्य के पर्यटन व सांस्कृतिक महोत्सवो  की महत्वपूर्ण भूमिका होगी

 हम पर्यटन तथा पर्यटक दोनों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए नित नई योजनाओं को लागू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रसन्नता है कि विंटर कार्निवाल जैसे कार्यक्रम सरकार के “पर्यटन विकास के अभियान“ को सफल बनाने में अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आशा है कि देश विदेश से आए पर्यटक  देवभूमि उत्तराखण्ड के इस महोत्सव की आनंदित स्मृतियों को अपने साथ लेकर जाएंगे।
इस अवसर पर जिलाधिकारी देहरादून श्रीमती सोनिका, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून , अन्य वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि, बड़ी संख्या में स्थानीय लोग तथा पर्यटक उपस्थित थे।

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मुख्य सचिव  नेसिंगल यूज प्लास्टिक प्रयोग पर रोक ठोस कचरा प्रबन्धन बैठक की अध्यक्षता की।

मुख्य सचिव डॉ.एस.एस. संधु की अध्यक्षता में सोमवार को सचिवालय में सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने और ठोस कचरा प्रबंधन के लिए कार्ययोजना के सम्बन्ध में जिलाधिकारियों के साथ चर्चा की गई। बैठक के दौरान, मुख्य सचिव ने सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने एवं प्रदेश में सफाई को लेकर आमजन की सक्रिय भागीदारी के लिए विशेष कदम उठाए जाने की जरूरत बताई।
मुख्य सचिव ने सभी जनपदों में ग्रामीण, शहरी और वन क्षेत्रों के अंतर्गत सफाई हेतु एक्शन प्लान तैयार कर 100 प्रतिशत अनुपालन किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए सभी जिलाधिकारियों को इन्नोवेटिव होने की आवश्यता है। एक जिले के लिए एक प्लान कार्य नहीं करेगा। हर क्षेत्र का एक साईट स्पेसिफिक प्लान होगा तभी प्रदेश को साफ सुथरा किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि वन क्षेत्रों में भी प्लास्टिक यूज को रोके जाने हेतु विशेष प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। चारधाम यात्रा में प्लास्टिक को प्रतिबन्धित किए जाने पर भी विचार किया जाए ताकि अपने धामों  को स्वच्छ रखा जा सके।
मुख्य सचिव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए लगातार प्रचार प्रसार के साथ छोटी-छोटी वीडियो क्लिप्स के माध्यम से जानकारी आमजन और व्यापारियों को दी जाए। उन्होंने स्कूलों को भी इस अभियान में शामिल किए जाने की बात कही। कहा कि बच्चों को इसके दुष्प्रभावों की जानकारी दी जाए ताकि वे अपने परिजनों को इसके नुकसान के प्रति जागरूक कर सकें। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने के लिए उच्च न्यायालय के आदेशों का भी अक्षरशः पालन सुनिश्चित किया जाए। इसके उद्योग से जुड़े लोगों और व्यापारियों को भी शामिल करते हुए प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने के प्रयास किए जाएं। मुख्य सचिव ने हाई कोर्ट के आदेश को प्रदेश को साफ करने के अवसर के रूप में देखते हुए इस दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने के लिए प्लास्टिक के विकल्प को बढ़ावा दिया जाए। इसके लिए स्वयं सहायता समूहों को शामिल करते हुए योजनाएं तैयार की जाएं। उन्होंने कहा कि हमें सफाई को अभियान के रूप में लागू करने के बजाए अपने डेली रूटीन में शामिल करने की आवश्यकता है, तभी हम अपने प्रदेश को साफ सुथरा बना पाएंगे।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, पीसीसीएफ (हॉफ) श्री विनोद कुमार एवं सचिव श्री विजय कुमार यादव सहित सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

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29 दिसंबर से होगा राज्यस्तरीय खेल महाकुंभ का शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत

प्रदेश में आगामी 29 दिसम्बर को राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा जो कि रायपुर स्थित महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में आयोजित होगा। राज्यस्तरीय खेल महाकुंभ में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे।

सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में प्रेस वार्ता करते हुए खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि न्याय पंचायत स्तर से शुरू हुआ यह खेल महाकुंभ ब्लॉक स्तर और फिर जिला स्तर से होते हुए अब राज्यस्तर पर आयोजित होने जा रहा है। इस महाकुंभ में लगभग तीन लाख 75 हज़ार प्रतिभावान खिलाड़ियों ने अभी तक प्रतिभाग किया है। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि हम आने वाले 38 वे राष्ट्रीय खेलो के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए अपने खिलाड़ियों को तैयार करें। आज हमारे राज्य से बड़ी संख्या में प्रतिभावान खिलाड़ी कई खेलो में प्रतिभाग करने के साथ देश के साथ प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि हम अपने खिलाड़ियों को बेहतर अवसर प्रदान करने के साथ उन्हें 38वे राष्ट्रीय खेलों के लिए तैयार करें।

खेल मंत्री ने बताया कि खेल महाकुम्भ 2022 के अन्तर्गत न्याय पंचायत, विकासखण्ड, जनपद स्तर पर अंडर-14, अंडर- 17. अण्डर-21 बालक-बालिका वर्ग में एथलेटिक्स, कबड्डी, खो-खो, वालीबाल, फुटबाल, हैण्डबाल, बास्केटबाल, जूडो, ताईक्वांडो, बाक्सिंग, कराटे, बैडमिंटन, टेबिल टेनिस, हॉकी, योगा एवं मलखम्ब खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किये जाने के साथ जनपद स्तर पर सीधे 17-21 आयुवर्ग में पैन्टॉथलॉन (दौड़, लम्बीकूद, ऊंचीकूद, चिनअप / रस्सी कूद, बाल श्रो) एवं राज्य स्तर पर सीधे दिव्यांगजन की एथलेटिक्स एवं बैडमिंटन की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।

विशेष प्रमुख सचिव खेल श्री अभिनव कुमार ने बताया कि 662 न्याय पंचायत स्तर पर दिनांक 1 अक्टूबर 2022 से 15 अक्टूबर 2022 के मध्य एथलेटिक्स, कबड्डी, खो-खो एवं वालीबाल की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिसमें निम्नानुसार खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया गया-

आयुवर्ग अंडर -14

बालक-63054, बालिका-48993

आयुवर्ग अंडर-17

बालक-67027, बालिका-48934

कुल-बालकः 130081, बालिकाः97926

95 ब्लॉक स्तर पर एथेलेटिक्स, कबड्डी,खो -खो,बालीवाल तथा सीधे ब्लॉक स्तर पर आयोजित फुटबाल एवं बैडमिंटन की प्रतियोगिताए आयोजित की गई। जिनका विवरण निम्न है।

आयुवर्ग अंडर-14

बालक -23997,बालिका-15832

आयुवर्ग अंडर-17

बालक-27575,बालिका-18645

आयुवर्ग अंडर-21

बालक-21605,बालिका-11729

कुलःबालक-73177, बालिका-46206

13 जनपद स्तर पर एथलेटिक्स, कबड्डी, खो-खो बालीबाल, फुटबाल,बैडमिंटन तथा टेबिल टेनिस, हैण्डबाल, बास्केटबाल, जूडो, बाक्सिंग, ताईक्वांडो, कराटे की सीधी आयोजित प्रतियोगिताओं में निम्नानुसार खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

आयुवर्ग अंडर- 14

बालक-4346,बालिका-3587

आयुवर्ग अंडर-17

बालक 5592,बालिका-4459

आयुवर्ग अंडर-21

बालक-4373,बालिका-3381

कुल-बालकः 14311, बालिकाः11427

राज्य स्तर पर अण्डर-14, 17, 21 आयु वर्ग में बालक-बालिकाओं की एथलेटिक्स, कबड्डी, खो-खो, वालीबाल, फुटबाल, हैण्डबाल, बास्केटबाल, जूडो. ताईक्वांडो, बाक्सिंग, कराटे, बैडमिंटन, टेबिल टेनिस, हॉकी, योगा एवं मलखम्ब खेल विधाओं में प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। उक्त के अतिरिक्त 17-21 आयुवर्ग में पैन्टॉथलॉन (दौड़, लम्बीकूद, ऊंची कूद, चिनअप / रस्सी कूद, बाल थो) एवं दिव्यांगजन की एथलेटिक्स एवं बैडमिंटन की प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जा रहा है।

कुल इतने खिलाड़ियों ने अब तक किया प्रतिभाग

इस प्रकार अब तक कुल 217569 बालक एवं 155559 बालिकाओं सहित कुल 373128 खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया जा चुका है तथा लगभग 8000 खिलाड़ियों द्वारा राज्य स्तर पर प्रतिभाग किया जाना है। वर्ष 2021 में आयोजित खेल महाकुम्भ में लगभग 2.25 लाख खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया गया था।

खेल महाकुम्भ के सुअवसर पर खेल विभाग द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक विजेता एवं प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया जाएगा।

साथ ही इस दौरान मा० मुख्यमंत्री जी द्वारा महाराणा प्रताप स्पोर्टस कालेज परिसर में राष्ट्रीय खेल की शूटिंग प्रतियोगिता के आयोजन हेतु रु0 31.18 करोड़ की लागत से नवनिर्मित शूटिंग रेंज का लोकार्पण भी किया जाएगा।

राज्य स्तर पर होने जा रहे इस आयोजन में 13 जनपदों की 13 टीमें भाग लेंगी जिसमे 14 खेल होंगे। राज्य स्तर पर यह आयोजन जिले से जिले की टीमों के मध्य होंगे

खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा खेलों व खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए खेल नीति लागू की गई है। खेल नीति में खिलाड़ियों के उन्नयन, खेल प्रतिभाओं को तलाशने, निखारने व उभारने, खेलों के प्रति रुचि बढ़ाने, खिलाड़ियों के नियोजन, सामान्य आहार के साथ-साथ बेहतर डाइट की व्यवस्था, खिलाड़ियों के लिए रोज़गार के अवसर तथा सम्बंधित पूर्ण सुविधाएं प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। युवाओं में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिभाओं को विकसित करने के लिए उचित आर्थिक प्रोत्साहन का प्रावधान भी किया गया है।साथ ही कहा कि खेलों का उद्देश्य सिर्फ मेडल प्राप्त करना ही नहीं है, बल्कि स्वस्थ शरीर, मस्तिष्क एवं स्वस्थ जीवन के निर्माण में भी खेलों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह सौभाग्य की बात है कि उत्तराखण्ड से खेल प्रतियोगिताओं में बालिकाओं की हिस्सेदारी भी बालकों के बराबर है। प्रदेश की बालिकाएं किसी भी मामले में बालकों से कम नहीं हैं।

इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव खेल श्री अभिनव कुमार, अपर सचिव व निदेशक खेल एवं युवा कल्याण श्री जितेंद्र सोनकर ,संयुक्त निदेशक खेल श्री धर्मेंद्र भट्ट,संयुक्त निदेशक श्री अजय अग्रवाल जी, उपनिदेशक श्री शक्ति सिंह जी, सहित खेल विभाग एवं युवा कल्याण के अधिकारीगण उपस्थित रहे।