राज्यपाल ने कैंची धाम,चितई गोलू,जागेश्वर धाम व कसार देवी में पूजा अर्चना की।#मुख्यमंत्री ने उड़ीसा रेल दुर्घटना पर, जीत के एक वर्ष पूर्ण होने के कार्यक्रम रद्द कर, शोक संवेदना व्यक्त की# सहायक जिला अधिवक्ता (सिविल) के पद के इच्छुक अधिवक्ताओं से आवेदन आमंत्रित 

राज्यपाल ने  कैंची धाम,चितई गोलू,जागेश्वर धाम व कसार देवी में पूजा अर्चना की।

नैनीताल:(जनस्वर प्रतिनिधि) राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शनिवार को कैंची धाम पहुंचकर बाबा नीम करौली महाराज के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। राज्यपाल ने कहा कि बाबा नीम करौली महाराज द्वारा स्थापित यह मंदिर आलौकिक शक्ति का केन्द्र है यहां देश एवं विदेश से अनेकों भक्त दर्शन करने आते हैं। राज्यपाल ने कहा की कैंची धाम आकर एक अलग ही दिव्यता और आध्यात्मिक शांति की अनुभूति हुई। उन्होंने इस दौरान वहां पहुंचे श्रद्धालुओं से भी बातचीत की।

इस अवसर पर राज्यपाल की धर्मपत्नी श्रीमती गुरमीत कौर, अपर जिलाधिकारी नैनीताल शिव चरण द्विवेदी, प्रदीप साह  आदि उपस्थित थे।

अल्मोड़ा:(जनस्वर प्रतिनिधि)लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने सपरिवार अल्मोड़ा जनपद में चितई गोलू मंदिर, जागेश्वर धाम तथा कसार देवी मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की तथा देश एवं प्रदेश वासियों की सुख, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की।

सर्वप्रथम राज्यपाल चितई गोलू मंदिर पहुंचे जहां जिलाधिकारी विनीत तोमर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रामचंद्र राजगुरु तथा अपर जिलाधिकारी सीएस मर्ताेलिया ने पुष्प-गुच्छ देकर उनका स्वागत किया। इसके पश्चात उन्होंने मंदिर में पहुंचकर पूजा अर्चना की।

इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि जब भी वे गोलज्यू के दरबार में आते है तो एक अलग ही अलौकिक आनन्द का एहसास होता है। उन्होंने कहा कि गोलज्यू महाराज का जो न्याय और प्यार है वह हमें यहां आकर महसूस होता है। उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा जो यहां आकर घंटी और अपनी मन्नतों और न्याय के लिए जो अर्जी लगायी जाती है वह अपने आप में एक अलौकिक आस्था है।

राज्यपाल ने कहा कि मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के अन्तर्गत कुमाऊँ मण्डल के जो अलौकिक आस्था के केंद्र है इन केंद्रों में देश व विदेश के पर्यटक अधिक से अधिक आयेंगे तथा इस क्षेत्र को धार्मिक पर्यटन के रूप में अलग पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि कुमाऊँ मण्डल के अल्मोड़ा जनपद में भगवान की कृपा अलग ही है। उन्होंने कहा कि यहां के आम नागरिकों में अतिथि देवों भवः की जो भावना है वह अपने आप में अलग ही है।

राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड में अलग-अलग तरह के पर्यटक जैसे आध्यात्मिक आस्था, प्राकृतिक एवं साहसिक पर्यटक जिस संख्या में आ रहे है उसे ध्यान में रखते हुए आधारभूत संरचाओं व सड़कों को आपस में जोड़ने के साथ ही आने वाले पर्यटकों की मूलभूत सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड एक ऐसी तप भूमि है जहां कोई भी पर्यटक आकर अलग ही आस्था का अनुभव करता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन को ध्यान में रखते हुए सड़कों, टनलों व रोपवे का निर्माण किया जा रहा है।

इसके पश्चात उन्होंने सपरिवार जागेश्वर धाम में पूजा अर्चना की तथा देश एवं प्रदेश वासियों की सुख, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें श्री जागेश्वर धाम आने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि यहां आकर एक अलग ही आध्यात्मिक अपार शक्ति का अहसास होता है। उन्होंने कहा कि मानसखण्ड मंदिर माला के तहत यहां पर पर्यटकों के लिए सुविधाओं के विकास से श्रद्धालुओं की संख्या में आने वाले समय में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि जागेश्वर धाम के मास्टर प्लान को बहुत सोच-विचार कर ही बनाया गया है। जिसके माध्यम से जागेश्वर धाम का विकास किया जाएगा तथा यह धाम आने वाले वर्षों में देश-विदेश में बहुत प्रसिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास किया जा रहा है उससे आने वाले समय में यह आध्यात्मिक पर्यटन के रूप में अधिक विकसित होगा तथा यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आएंगे। इसके पश्चात उन्होंने कसार देवी मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की तथा ध्यान लगाया। साथ ही उन्होंने यहां आए श्रृद्धालुओं से वार्तालाप भी किया।

इसके पूर्व राज्यपाल ने आर्ताेला स्थित रिजॉर्ट में जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत अन्य अधिकारियों के साथ जनपद के विकास एवं विभिन्न विकास कार्यों को लेकर बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

इस दौरान जिलाधिकारी विनीत तोमर ने उन्हें जनपद के बारे में विभिन्न जानकारियां दी। साथ ही जागेश्वर धाम के मास्टर प्लान के बारे में भी जानकारी दी। इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि जनपद में स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से लोगों को जोड़कर उनका विकास किए जाने की बहुत संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा की युवाओं में नशे की प्रवृत्ति को कम करने के लिए ठोस कदम उठाए जाए। उन्होंने कहा की पलायन की दृष्टि से अल्मोड़ा सबसे अधिक प्रभावित है रिवर्स पलायन हेतु भी विशेष प्रयास किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा की प्रतिवर्ष जंगलों में लगने वाले आग से लाखों की वन संपदा को नुकसान होता है इससे बचाव हेतु विशेष प्रयास किए जाए।

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विधायक के तौर पर एक साल का कार्यकाल पूरा होने पर मुख्यमंत्री ने चम्पावत वासियों को दी 50 करोड़ की योजनाओं की सौगात।

चम्पावत को प्रदेश का आदर्श एवं अग्रणी जनपद बनाने के लिये किया जा रहा है मजबूत आधार तैयार।

मुख्यमंत्री ने जताया चम्पावत की जनता का आभार

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उड़ीसा में हुई रेल दुर्घटना को दुखद बताते हुए चंपावत में होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम और रोड शो को किया निरस्त।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत विधायक के तौर पर एक साल का कार्यकाल पूरा होने पर चम्पावत वासियों को 50.54 करोड़ की 42 विभिन्न विकास योजनाओं की सौगात दी। इस दौरान जनता से संवाद करते हुए मख्यमंत्री ने कहा कि चम्पावत व प्रदेश के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। आदर्श चम्पावत की राह आदर्श उत्तराखंड की तरफ जाएगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चम्पावत के विकास के लिए 14 लोक महत्व की महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की।

मुख्यमंत्री ने जिन विकास योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया उनमें जनपद चम्पावत विधानसभा हेतु 9 करोड़ 82 लाख 89 हजार की तीन विकास योजनाओं का लोकार्पण तथा 23 करोड़ 45 लाख 29 हजार की 28 विकास योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। इसमें लोहाघाट विधानसभा की 16.81 करोड़ की 10 योजनाओं का शिलान्यास तथा 45 लाख लागत की एक विकास योजना का लोकार्पण भी शामिल है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं से सम्बंधित विभागों के स्टॉलों का निरीक्षण कर सभी स्टालों पर उपस्थित उद्यमियों, अग्रणी व प्रगतिशील किसानों, स्वयं सहायता समूह आदि का उत्साहवर्धन कर सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कृषि, कृषि उत्पादों,नवाचारों, उद्यमों को बढ़वा दिया जा रहा है। विभिन्न योजनाएं संचालित कर सीधा लाभ लाभार्थियों तक पहुंच रहा है।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग, देहरादून द्वारा प्रकाशित विकास पुस्तिका व आदर्श चम्पावत की ओर बढ़ते कदम कलेंडर तथा जनपद चम्पावत की विकास पुस्तिका का विमोचन किया तथा उत्तराखंड भवन एवं अन्य सनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड चम्पावत के कैम्प कार्यालय का भी शुभारंभ किया।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित क्षेत्रीय जनता का अभिवादन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम विकल्प रहित संकल्प के साथ उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ प्रदेश की बनाने की ओर अग्रसर है। श्रेष्ठ जनपद, श्रेष्ठ राज्य की परिकल्पना के तहत जनपद चम्पावत को आदर्श चम्पावत बनाया जा रहा है। उन्होंने चम्पावत उप-चुनाव की ऐतिहासिक विजय की वर्षगांठ के अवसर पर न्याय के देवता भगवान गोल्ज्यू की पवित्र व ऐतिहासिक भूमि चंपावत की समस्त देवतुल्य जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आप सभी के स्नेह, आशीर्वाद एवं सहयोग के कारण ही उन्हें विधानसभा में ऐतिहासिक नगरी चंपावत की आवाज बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास है कि हम जब भी हम कोई नीति बनायें उसमें सम्पूर्ण समाज और प्रत्येक वर्ग के विचारों और आवश्यकताओं का समावेश हो, क्योंकि हमें अपने में परिपूर्ण, उत्तम मॉडल विकसित करना है जिसे अन्य हिमालयी राज्य भी भविष्य में अंगीकार करें और सहर्ष अपनाएं। चंपावत में विकसित किया जा रहा विकास का मॉडल, उत्तराखण्ड समेत अन्य हिमालयी राज्यों का भी प्रतिनिधित्व करेगा और इसे राज्य के अन्य जिलों में भी दोहराया जायेगा।

उन्होंने कहा कि जनपद में लोगों की आजीविका बढाये जाने हेतु दुग्ध उत्पादन, मधु उत्पादन, कृषि, बागवानी, सुगन्धित पौधों और फूलों की खेती, स्थानीय मसालों की खेती,मार्केटिंग और होम स्टे निर्माण आदि को बढ़ावा दिया जा रहा है। टेली मेडिसिन, टेली एजुकेशन, टेली कम्युनिकेशन पर तकनीकी सहायता तथा प्रशिक्षण कार्यक्रमों हेतु विशिष्ट कार्ययोजनायें तैयार की जा रही हैं। चम्पावत को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी जनपद बनाये जाने के लिए सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा का चम्पावत में कैंपस भी बनाया जा रहा है। जिले के सभी विद्यालय भवनों का जीर्णोद्धार, सौंदर्यीकरण सहित उनमें आवश्यक सुविधायें उपलब्ध करायी जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि चंपावत जिला नदियों, वनों, धार्मिक व प्राकृतिक स्थलों  से आच्छादित है, हमारी सरकार यहाँ की इन्हीं विशिष्ट संभावनाओं को सजाने और संवारने का कार्य कर रही है। यहां स्थित माँ पूर्णागिरी धाम में लाखों दर्शनार्थी और धार्मिक पर्यटक आते हैं। उनकी सुखद यात्रा के लिये भी एक विशिष्ट कार्ययोजना बनायी जा रही हैं। नए उत्तराखण्ड के संकल्प में “साहसिक-पर्यटन“ राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इसके अंर्तगत साहसिक खेलों को बढ़ावा देकर भी इस क्षेत्र को एक नई पहचान दिलाये जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आज इस अवसर पर मुझे यह बताते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि बीएसएनएल की और से पूरे जनपद में 23 मोबाइल टावर लगाए जाएँगे, जिसके बाद पूरा चंपावत 4जी कनेक्टिविटी से जुड़ जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में एक नई कार्य संस्कृति के साथ हमारी सरकार प्रदेश में पूर्ण सुशासन स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम हर क्षेत्र में उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए अपने “विकल्प रहित संकल्प“ के मंत्र को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। हम एक और जहां श्रेष्ठ उत्तराखंड निर्माण के लिए संकल्पबद्ध है, वहीं चंपावत को भी श्रेष्ठ बनाने के लिए कृतसंकल्पित हैं। जब तक हम उत्तराखंड के साथ ही चंपावत को भी सर्वश्रेष्ठ जिला नहीं बना देते चैन से नहीं बैठेंगे। क्योंकि श्रेष्ठ उत्तराखंड राज्य बनाने के लिए, श्रेष्ठ चंपावत जिला बनाना भी अत्यंत आवश्यक है।  मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उड़ीसा के बालासोर में हुई भीषण रेल दुर्घटना में मृतकों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस अवसर पर आयोजित होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम और रोड शो को निरस्त कर दिया गया।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने न्याय के देवता श्री गोल्ज्यू महाराज के दर्शन कर जनपद व पूरे प्रदेश की सुख शांति व समृद्धि की कामना की।

इस अवसर पर विभिन्न जन प्रतिनिधि, अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जनता उपस्थित थी।

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मुख्यमंत्री ने उड़ीसा रेल दुर्घटना पर, जीत के एक वर्ष पूर्ण होने के कार्यक्रम रद्द कर, शोक संवेदना व्यक्त की

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उड़ीसा में हुई रेल दुर्घटना को बहुत ही दुखद और कष्टकारी बताते हुए चंपावत में अपने विधानसभा चुनाव की जीत के एक वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम और रोड शो निरस्त कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे में हताहत यात्रियों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।

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सहायक जिला अधिवक्ता (सिविल) के पद के इच्छुक अधिवक्ताओं से आवेदन आमंत्रित 

उत्तराखण्ड शासन, न्याय एवं विधि परामर्शी, न्याय अनुभाग-1 के शासनादेश द्वारा सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता (सिविल) कोटद्वार जिला गढ़वाल के पद हेतु नया पैनल प्रेषित करने के निर्देश दिये गये हैं।
जिसके क्रम में जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान द्वारा सहायक जिला अधिवक्ता (सिविल) पौड़ी  जनपद के रिक्त पद पर आबद्वता हेतु इच्छुक अधिवक्ताओं से विज्ञप्ति जारी होने के दिनांक 15 दिन की अवधि के भीतर दी गई शर्तो के अधीन पैनल आमंत्रित किया गया है। जिसके क्रम में जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी पौड़ी, श्रीनगर, कोटद्वार एवं लैंन्सडोन को अपने अधीनस्थ बार संघ को अवगत कराने के निर्देश तथा बार संघ अध्यक्ष पौड़ी, श्रीनगर, कोटद्वार एवं लैन्सडोन को भी इच्छुक अधिवक्ताओं को प्रस्ताव नियत समयान्तर्गत उपलब्ध कराने का आग्रह किया है।

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