यूकेएसएसएससी के पूर्व अध्यक्ष डा०रावत,पूर्व सचिव कन्याल व पूर्व परीक्षा नियंत्रक पोखरिया को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार।#प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप ने किया गिरफ्तारियों का स्वागत# द्रोपदी डांडा एविलांस की चपेट में आये 07 और व्यक्तियों की लाशें बचाव दल को प्राप्त हुई :www.Janswar.com

-नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी

यूकेएसएसएससी के  पूर्व अध्यक्ष डा०रावत,पूर्व सच्व कन्याल व पूर्व परीक्षा नियंत्रक पोखरिया को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार।

उत्तराखण्ड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग भर्ती घोटाले में 2016 की वीपीडीओ भर्ती घोटाले में एसटीएफ ने बड़ी कार्यवाही करते हुए आयोग के पूर्व अध्यक्ष,पूर्व सचिव व पूर्व परीक्षा नियंत्रक को गिरफ्तार कर मामले को तीव्र गति देने का कार्य किया है।
इस मामले की जाँच 2016 से कछुवा गति से चल रही थी। जिससे क्षुब्ध मुख्यमंत्री ने कड़ा रुख अपनाते हुए जाँच विजिलेंस से एसटीएफ को देने के आदेश दिये। जिससे जाँच एसटीएफ को दे दी गयी। एसटीएफ ने जाँच में तेजी दिखाते हुए पड़ी यह गिरफ्तारी की गयी।।फलस्वरूप आज राज्य के अधीनस्थ सेवा चयनआयोग के पूर्व अध्यक्ष डा.रघुवीर सिंह रावत पुत्र स्व.दुर्गासिंह रावत,निवासी 188/1 ऑफीसर्स सोसाइटी, बसन्त विहार देहरादून, 2-तत्कालीन सचिव मनोहर सिंह कन्याल पुत्र प्रताप सिंह कन्याल (वर्तमान पद संयक्त सचिव लेखा सचिवालय देहरादून ) निवासी 169/2 वन विहार शिमला बायपास देहरादून तथा 3-तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक राजेन्द्र सिंह पोखरिया निवासी 1/29 कृष्णापुरम् माजरी माफी आईआईपी मोहकमपुर देहरादून को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है।

आयोग द्वारा 06 मार्च 2016 को ग्राम पंचायत विकास अधिकारी चयन परीक्षा का आयोजन किया गया। प्रदेश के 13 जनपदों के 236 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा सम्पन्न करायी गयी।परीक्षा में कुल 87196 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए।इस परीक्षा का परिणाम 30 मार्च 2016 को घोषित हुआ।परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत पर 2017 में अपर मुख्यसचिव की अध्यक्षता में गठित समिति ने परीक्षा में अनियमितताओं की पुष्टि की।जिस पर उच्च न्यायालय के निर्देश पर परीक्षाएं निरस्त कर दी गयीं। सन् 2020 में सतर्कता अधिष्ठान देहरादून में आईपीसी की धारा 420/ 467/ 467/ 120 अपराध संख्या 1/20 पंजीकृत हुआ । सन् 2020 से 2022 तक प्रकरण की विवेचना सतर्कता विभाग देहरादून द्वारा किया जा रहा था परन्तु कोई प्रगति न देख सीएम धामी के आदेश पर यह जाँच अगस्त 22 में एसटीएफ को दे दी गयी है जिन्होंने आज तीन महत्वपूर्ण गिरफ्तारी कर दी हैं।

 

यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाले में कथित रूप से शामिल अधिकारियों आरबीएस रावत, पोखरिया और कन्याल की‌ गिरफ्तारी का उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने पुरजोर स्वागत किया है।
धीरेंद्र प्रताप ने सरकार के इस कदर कार्रवाई को ,,”ठीक दिशा में उठाया गया ठीक कदम”बताते हुए कहा है कि राज्य के 50 से ज्यादा शहीद उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन कारियों ने एक आदर्श उत्तराखंड राज्य की कल्पना लेकर अपने प्राणों की आहुति दी थी आज जिस तरह से भर्तियों में घोटाले को लेकर राज्य के माथे पर कलंक लगा है ,उसे इसी तरह से भ्रष्टाचारियों को बेनकाब करके और उन्हें जेल भेज कर ,मिटाया जा सकता है।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा भ्रष्टाचारियों को बेनकाब करने में राज्य के तमाम लाखों आंदोलनकारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ हैं परंतु जिस तरह से अंकिता भंडारी कांड हुआ है उसके दोषियों को जब तक सजा नहीं मिलती तब तक मुख्यमंत्री और भाजपा को माफ नहीं किया जा सकता।
धीरेंद्र प्रताप ने उम्मीद जाहिर की मुख्यमंत्री अंकिता भंडारी कांड में भी निष्पक्ष भूमिका अपनाकर वीआईपी को तो बेनकाब करेंगे ही दोषियों को भी फांसी के फंदे तक पहुंचा कर सच्चे न्याय का सटीक उदाहरण पेश करेंगे।

उन्होंने फिर भी एसटीएफ की आज की कार्यवाही को शासन की अच्छी कार्रवाई बताया और कहा कि हम विपक्ष में रहकर केवल विरोध के लिए विरोध नहीं करेंगे अगर अच्छा काम होगा तो उन जैसे कांग्रेस नेता राज्य की भाजपा सरकार के फैसलों का निश्चित ही स्वागत करेंगे परंतु कहीं पर भी कोई गड़बड़ी हुई तो कांग्रेस राज्य सरकार पर न केवल सवाल उठाने पर पीछे नहीं हटेगी बल्कि सड़कों से लेकर न्यायालय तक संघर्ष जारी रखा जाएगा।

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द्रोपदी डांडा हादसे मे मारे गये सा व्यक्तियो के शव बचाव दल को मिले।
दिनांक 04 अक्टूबर, 2022 को नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, उत्तरकाशी द्वारा उत्तरकाशी जनपद के डोकरानी बामक हिमनद में संचालित एडवान्स पर्वतारोहण कोर्स के 29 प्रतिभागी द्रौपदी का डांडा-2 (5670 मी0) के आरोहण के समय हिम-स्खलन की चपेट में आ जाने के कारण समुद्र तल से लगभग 5200 मीटर ऊपर हिमनद में स्थित दरारों में फस गये थे।
घटना की जानकारी मिलते ही भारतीय वायु सेना, थल सेना व भारत तिब्बत सीमा पुलिस के साथ ही जम्मू कश्मीर स्थित सेना के Warfare स्कूल (HAWS) का सहयोग लिया गया तथा राज्य आपदा प्रतिवादन बल के खोज एवं बचाव दल को प्रभावित क्षेत्र में भेजा गया।आज दिनांक 08 अक्टूबर, 2022 को बचाव दलों के द्वारा क्षेत्र में खोज एवं बचाव कार्य किया गया तथा 07 व्यक्तियों के शवों को उत्तरकाशी भेजा गया जहां उनकी पहचान निम्नवत् की गयी हैः-1. श्री शुभम सांगरी (प्रशिक्षु), पुत्र श्री दीवान सिंह, नियर लालकोठी, कृष्णापुर, नैनीताल।
2. श्री सिद्धार्थ खंडूरी (प्रशिक्षु), पुत्र श्री हर्षवर्धन खंडूरी निवासी- 7/40, नेशविला रोड, देहरादून।
3. सुश्री दीपशिखा हजारिका (प्रशिक्षु), पुत्री श्री गोलाप हजारिका, निवासी- रूपनगर, गुवाहटी, असम।
4. श्री राहुल पंवार (प्रशिक्षु), पुत्र श्री शूरवीर सिंह पंवार, एन0आई0एम0, उत्तरकाशी।
5. श्री नितिश दहिया (प्रशिक्षु), पुत्र श्री राजबीर सिंह, माटिन्डू, सोनीपत,हरियाणा।
6. श्री रवि कुमार निर्मल (प्रशिक्षु), पुत्र श्री धीरेन्द्र निर्मल 17, यू.पी. बी.एन. एन.सी.सी. प्रयागराज (उ0प्र0)
7. श्री टीकलू जरवा (प्रशिक्षु), पुत्र श्री वालमबुक लिंगदोह, अपर लम्परिंग, नियर बुद्धिस्ट टेम्पल, शिलांग, मेघालय।उपरोक्त व्यक्तियों में से 04 के शवों को अंतिम संस्कार हेतु उनके परिजनों को सौंपा जा चुका है। अन्य 03 व्यक्तियों के शवों को embalming हेतु सड़क मार्ग से देहरादून लाया जा रहा है जहॉ से असम व मेघालय निवासी व्यक्तियों क शवों को वायु मार्ग से तथा प्रयागराज निवासी व्यक्ति के शव को सड़क मार्ग से भेजा जायेगा।आज दोपहर बाद मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर प्रचालन बाधित हो गया था जिसके कारण शवों को जनपद मुख्यालय नहीं लाया जा सका। यद्यपि प्रभावित क्षेत्र में खोज एवं बचाव कार्य तथा शवों को बेस कैम्प लाने का कार्य किया जा रहा है।वर्तमान तक उक्त घटना में प्रभावित व्यक्तियों का विवरण निम्नवत् हैः-

1. कुल व्यक्ति  – 61
2. सुरक्षित व्यक्ति  – 32
3. मृत व्यक्ति  – 26
4. लापता व्यक्ति              – 03
5. मृतक व्यक्ति जिनकी पहचान की गयी – 11

राज्य में घटित होने वाली आपदाओं में मृतक व्यक्तियों के शवों को उनके निवास स्थान तक भेजे जाने में होने वाले व्यय को राज्य आपदा मोचन निधि (SDRF ) से किये जाने के सम्बन्ध में शासन स्तर से शासनादेश किया गया है।