मुख्यमंत्री ने  हाथी बड़कला में आयोजित “लखपति दीदी मेला“ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया।# एम्स ऋषिकेश के नर्सिंग में बी.एस.सी. (हॉनर)  2022 बैच का ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित किया गया। #जिलाधिकारी ने जिला योजना, राज्य सैक्टर, केन्द्र पोषित व बाह्य सहायतित योजनाओं की समीक्षा की।www.janswar.com

अरुणाभ रतूड़ी

मुख्यमंत्री ने  हाथी बड़कला में आयोजित “लखपति दीदी मेला“ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सर्वे ऑफ इण्डिया ग्राउण्ड, हाथीबड़कला में आयोजित “लखपति दीदी मेला“ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम ग्राम्य विकास विभाग द्वारा आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूह के माध्यम से एक वर्ष में एक लाख रुपए से अधिक की आय अर्जित करने वाली महिलाओं को “लखपति दीदी“ के रूप में सम्मानित किया। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत लाभार्थियों को चेक भी प्रदान किये गये।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को लोकपर्व इगास और बूढ़ी दिवाली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि वर्ष 2025 में जब हमारा राज्य अपनी स्थापना का रजत जयंती वर्ष माना रहा होगा, तब तक हम अपने प्रदेश की सवा लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का कार्य करेंगे। यह प्रयास निश्चित रूप से महिलाओं के आर्थिक विकास को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि समाज में महिला शक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। महिला सशक्तिकरण के बिना एक आदर्श समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए अनेक प्रयास कर रही हैं। महिला स्वयं सहायता समूहों को 05 लाख रूपये तक का ऋण बिना ब्याज के दिया जा रहा है। स्वयं सहायता समूहों को जोड़कर स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रयास किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमांत गांव माणा में प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिए चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी देशवासियों एवं श्रद्धालुओं से आह्वाहन किया कि अपने यात्रा खर्चे का 5 प्रतिशत धनराशि उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों पर खर्च करें। इससे हमारे स्थानीय उत्पादों को भी बढ़ावा मिलेगा और मातृ शक्ति की आजीविका में भी तेजी से वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए हमेशा से प्रतिबद्ध रहे हैं। आत्मनिर्भर भारत में मातृशक्ति का महत्वपूर्ण योगदान होगा। मातृभूमि और मातृशक्ति के सर्वागीण विकास के प्रति सजगता का अनूठा उदाहरण यदि किसी ने दिया है तो वह आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने दिया है। उनके नेतृत्व और मार्गदर्शन में महिला उत्थान की भावना को सर्वोपरि रखते हुए उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी विशेष योजनाओं पर तेजी से काम किया जा रहा है। जिसके परिणाम स्वरूप आज महिलाओं के जीवन स्तर में व्यापक सुधार हुआ है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में डबल इंजन की सरकार द्वारा राज्य में ऐसी अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया है, जिससे हर वर्ग के लोगों को आज स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं।
ग्राम्य विकास मंत्री श्री गणेश जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि मातृ शक्ति सशक्त होगी तो पूरा समाज सशक्त होगा। लखपति दीदी योजना के माध्यम से राज्य की मातृ शक्ति को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए हर प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य में अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का आम जन तक अधिक से अधिक लाभ पहुंचे, इसके लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। ग्राम्य विकास विभाग के माध्यम से महिला स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाने के लिए अनेक प्रयास किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा की प्रदेश मंत्री श्रीमती नीरू देवी, रेशम फेडरेशन के अध्यक्ष श्री अजीत चौधरी, पूर्व दर्जा धारी श्री कैलाश पंत, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, सचिव श्री बी.वी.आर.सी पुरूषोत्तम, मुख्य विकास अधिकारी देहरादून सुश्री झरना कमठान एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।                                            *********

एम्स ऋषिकेश के नर्सिंग में बी.एस.सी. (हॉनर)  2022 बैच का ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित किया गया।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश के कॉलेज ऑफ नर्सिंग में बी.एस.सी. (हॉनर) नर्सिंग 2022 बैच का ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित किया गया।
कॉलेज ऑफ नर्सिंग में आयोजित ओरिएंटेशन प्रोग्राम का संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह व संस्थान के अन्य फैकल्टी सदस्यों ने संयुक्तरूप से दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर समारोह को संबोधित करते हुए एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह ने कहा कि नर्सिंग एक ऐसा व्यवसाय है, जिसका मरीजों की देखभाल में चिकित्सकों की तुलना में अधिक योगदान होता है, लिहाजा नर्सिंग केयर से जुड़े लोगों को मरीज के साथ सद्व्यवहार रखते हुए अपने कार्य को अंजाम देना चाहिए। डीन एकेडेमिक प्रो. जया चतुर्वेदी ने कहा कि नर्सिंग का अर्थ केयरिंग है, लिहाजा नर्सिंग के क्षेत्र से जुड़े लोगों को पेशेंट देखभाल में दक्ष होना चाहिए। इस दौरान उन्होंने स्टूडेंट्स को प्रोत्साहित किया I नर्सिंग प्रिंसिपल डॉ. स्मृति अरोड़ा ने नर्सिंग छात्राओं को एम्स ऋषिकेश परिवार में शामिल होने के लिए बधाई दी और उनका स्वागत किया। समारोह की शुरुवात सरस्वती वंदना से की गई I
इस अवसर पर वीडियो के माध्यम से नर्सिंग महाविद्यालय की गतिविधियों की झलक तथा पूर्व के वर्षों में आयोजित चार दिवसीय ओरिएंटेशन प्रोग्राम की स्मृतियों को प्रस्तुत किया गया।
समारोह के दौरान एनाटॉमी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ब्रिजेंद्र सिंह, हेड ऑफ डिपार्टमेंट बायोकेमिस्ट्री डॉक्टर अनीसा आतिफ मिर्ज़ा, चीफ नर्सिंग ऑफिसर रीटा शर्मा, कॉलेज ऑफ नर्सिंग की आचार्य व 2022 बैच के को-ऑर्डिनेटर रूपिंदर देओल, सह आचार्य और नर्सिंग ट्यूटर मिस पूनम समेत संस्थान के कई फैकल्टी सदस्य मौजूद रहे।

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जिलाधिकारी ने जिला योजना, राज्य सैक्टर, केन्द्र पोषित व बाह्य सहायतित योजनाओं की समीक्षा की।

जिलाधिकारी पौड़ी गढवाल डॉ0 आशीष चौहान ने कलक्ट्रेट सभागार में जिला योजना, राज्य सैक्टर, केन्द्र पोषित व बाह्य सहायतित योजनाओं की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्माणा कार्यो से जुडे विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि निर्माण कार्यो में गुणवत्ता मानकों अनुरुप हो साथ ही कार्यो को निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिये हैं। बैठक में आदि-अधूरे आंकड़ों व आंकड़ों का अद्यतन न होने पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों कड़ी फटकार लगायी।
गुरुवार को आयोजित विकास कार्यो की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने लोनिवि, पीएमजीएसवाई, पेयजल निगम, सिंचाई विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग विभागों के अधिकारियों को निर्माण कार्यो मंे गुणवत्ता के साथ तेजी लाने के निर्देश दिये हैं। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि भौतिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निर्धारित समयसीमा के भीतर कार्य पूरा नहीं करने पर सम्बन्धित अधिकारी के प्रति सुसंगत कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। जिलाधिकारी ने विभाओं को निर्देशित किया कि जिस किसी विभाग की देनादरी शेष है उसका तत्काल भुगतान करना सुनिश्चित करें अन्यथा की दशा में सम्बन्धित अधिकारी की जवाबदेही तय ही जायेगी। सड़क निर्माण कार्यो से जुड़े विभाओं लोनिवि, एनएच प्राधिकरण व पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि भूमि अधिग्रहण से सम्बन्धित प्रतिकर का प्राथमिकता से भुगतान करते हुए लम्बित मामलों का निस्तारण करना सुनिश्चित करें। वही वन विभाग की अनुमति से सम्बन्धित प्रकरणों का अपसी समन्वय से निपटारा सुनिश्चित करने को कहा है।
विकास कार्यो से सम्बन्धित जानकारी अद्यतन न होने पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि अगली बैठकों में रिर्पोट में तार्किक व अद्यतन आंकडे ही प्रर्दर्शित करें ताकि योजनाओं की वास्तविक स्थिति का संज्ञान लिया जा सके। जिलाधिकारी ने विकास कार्यो के शुभारम्भ से जुडी प्राथमिक क्रियाओं यथा कार्ययोजना, प्रस्ताव, टेण्डर इत्यादि औपचारिकताओं को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिये हैं। उन्होने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रोजेक्ट अथवा विकास कार्यो के प्रस्ताव बनाते समय बहुविकल्पों व पक्षों का ध्यान रेखें कोशिश करें कि सभी कार्यो का बनायें। स्पष्ट किया कि ऐसे प्रस्ताव जिनकी वर्तमान और भविष्य में कोई उपयोगिता न दिखती हो स्वीकार्य नहीं होंगे। कहा कि ऐसे प्रस्ताव बनायें जिसके दूरगामी सकारात्मक परिणाम परिलक्षित होते हों। जिलाधिकारी ने पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को निर्देशित किया कि लोक निर्माण विभाग को हस्तांतरित होने वाली सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर हस्तांतरित करना सुनिश्चित करें। कहा कि इस सम्बन्ध में यदि दोनो विभागों द्वारा संयुक्त निरीक्षण किया जाना है तो शीघ्र ही निरीक्षण करना सुनिश्चित करें।
बीस सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी निर्देशित किया जिन विभाओं की प्रगति यथोचित नहीं है वे अपनी प्रगति में में सुधार करें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डे, डीएफओं मुकेश कुमार, परियोजना निदेशक डीआरडीए संजीव कुमार राय, डीडीओ पुष्पेन्द्र सिंह चौहान सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।