मुख्यमंत्री ने जोशीमठ में चल रहे राहत कार्यों की समीक्षा की। # जोशीमठ की स्थिति का निरंतर सर्वेक्षण व अध्ययन जारी सचिव आपदा प्रबंधन#कोटद्वार में तीन दिवसीय वर्ड वाचिंग में 3 फरवरी से शुरू‘‘ #डीएम व एसएसपी अल्मोड़ा ने एनकॉर्ड की समीक्षा बैठक की।-www.janswar.com

-अरुणाभ रतूड़ी

 

20 जनवरी 2023

मुख्यमंत्री ने जोशीमठ में चल रहे राहत कार्यों की समीक्षा की।

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में जोशीमठ में चल रहे राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि भूधंसाव से प्रभावित क्षेत्र के जिन परिवारों को अन्यत्र शिफ्ट किया गया है, शीतलहर के दृष्टिगत उन सभी परिवारों को हीटर एवं अलाव की पूरी व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन को निर्देश दिये कि जोशीमठ के प्रभावित क्षेत्र के लोगों को पुनर्वास एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए कितनी धनराशि की आवश्यकता होगी, इसका गहनता से आंकलन किया जाए। जिलाधिकारी चमोली से लगातार समन्वय रखकर एवं स्थानीय लोगों के सुझावों के आधार पर सभी बिन्दुओं को ध्यान में रखकर आंकलन किया जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जोशीमठ के प्रभावित क्षेत्र से जो लोग विस्थापित होंगे, उनको स्वरोजगार से जोड़ने के लिए भी विस्तृत योजना बनाई जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि जो लोग विस्थापित होंगे, उनकी आजीविका प्रभावित न हो। इसके लिए अभी से योजना बनाकर आगे कार्य करें। जिन स्थानों पर प्रभावितों को विस्थापित किया जायेगा, उनको सरकार द्वारा हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बोर्ड परीक्षाएं भी निकट हैं, प्रभावित क्षेत्र के बच्चों को पढ़ाई एवं परीक्षा देने में किसी भी प्रकार से परेशानी न हो, इसके लिए भी सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव श्री आर.मीनाक्षी सुंदरम, श्री शैलेश बगोली, डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा एवं श्री एस.एन. पाण्डेय उपस्थित थे।

  • जोशीमठ में विभिन्न तकनीकी संस्थानों द्वारा किये जा रहे सर्वेक्षण एवं अध्ययन कार्य निरन्तर जारी
  • प्रभावित किरायेदारों को भी 50 हजार रूपये की धनराशि तत्काल सहायता के रूप में प्रदान की जा रही है
  • राहत शिविरों में रहने वाले बच्चों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है
  • जोशीमठ के नगर पालिका क्षेत्र में रह रही प्रसूता महिलाओं हेतु नियमित स्वास्थ्य परीक्षण के पुख्ता इंतजाम
  • जोशीमठ में राहत शिविरों में कक्षों की संख्या 615 से बढ़ाकर 650 कर दी गई है
  •  अग्रिम राहत के तौर पर 3.27 करोड़ रूपये से अधिक की धनराशि 218 प्रभावित परिवारों को वितरित की गई

सचिव आपदा प्रबन्धन डा0 रंजीत कुमार सिन्हा ने शुक्रवार को जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव एवं भूस्खलन के उपरान्त राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे राहत व बचाव तथा स्थायी/अस्थायी पुनर्वास आदि से सम्बन्धित किये जा रहे कार्यो की मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि जोशीमठ में अग्रिम राहत के तौर पर 3.27 करोड़ रूपये से अधिक की धनराशि 218 प्रभावित परिवारों को वितरित की गई है। इसके अतिरिक्त प्रभावित 08 किरायेदारों को भी 50 हजार रूपये प्रति परिवार के हिसाब से 04 लाख रूपये की धनराशि तत्काल सहायता के रूप में आवंटित की गयी है। जोशीमठ के नगर पालिका क्षेत्र में 18 प्रसूता महिलाएँ है, जो वर्तमान में राहत शिविरों में नहीं है। यह प्रसूता महिलाएँ स्वयं के आवासों में रह रही हैं। जिनका निरन्तर स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। राहत शिविरों में 10 वर्ष से कम आयु के 81 बच्चे हैं, जिनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। डा0 सिन्हा ने बताया कि जोशीमठ में विभिन्न तकनीकी संस्थानों द्वारा किये जा रहे सर्वेक्षण एवं अध्ययन कार्य निरन्तर जारी है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज पुनः जोशीमठ के आपदा प्रबन्धन कार्यों के सम्बन्ध में बैठक ली।
सचिव आपदा प्रबन्धन ने जानकारी दी कि जोशीमठ में पानी का डिस्चार्ज 250 एल.पी.एम है। अस्थायी रूप से चिन्हित राहत शिविरों में जोशीमठ में कुल 650 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2919 लोगों की है तथा पीपलकोटी में 491 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2205 लोगों की है। जोशीमठ में राहत शिविरों में कक्षों की संख्या 615 से बढ़ाकर 650 कर दी गई है। अभी तक 863 भवनों में दरारें दृष्टिगत हुई है। सर्वेक्षण का कार्य गतिमान है। उन्होंने जानकारी दी कि गांधीनगर में 01,  सिंहधार में 02,  मनोहरबाग में 05,  सुनील में 07 क्षेत्र / वार्ड असुरक्षित घोषित किए गए हैं। 181 भवन असुरक्षित क्षेत्र में स्थित है। 269 परिवार सुरक्षा के दृष्टिगत अस्थायी रूप से विस्थापित किये गये हैं। विस्थापित परिवार के सदस्यों की संख्या 900 है।
प्रेस वार्ता में अपर सचिव आपदा प्रबन्धन, निदेशक उत्तराखण्ड भूस्खलन प्रबन्धन एवं न्यूनीकरण संस्थान, निदेशक वाडिया संस्थान, निदेशक आईआईआरएस देहरादून, निदेशक एनआईएच तथा निदेशक आईआईटीआर उपस्थित थे।

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कोटद्वार में तीन दिवसीय वर्ड वाचिंग में 3 फरवरी से शुरू‘‘

‘‘सनेह, दुगड्डा, लालढांग, अमसौड़ सहित अन्य स्थलों पर होगी बर्ड वाचिंग।‘‘

जिला प्रशासन द्वारा आगामी फरवरी माह में 03 से 05 फरवरी को तीन दिवसीय बर्ड फेस्टिवल की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने बर्ड वाचरों व संबंधित अधिकारियों के साथ गुरुवार देर सांय को तहसील सभागार कोटद्वार में बैठक आयोजित की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को बर्ड फेस्टिवल को भव्य रूप से जाने को लेकर पूरी तैयारी पूर्ण करने के निर्देश दिए। कहा कि इस आयोजन को लेकर पोस्टर, बैनर व सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार करना सुनिश्चित करें।
कोटद्वार में तीन दिवसीय बर्ड फेस्टिवल को भव्य रूप में मनाए जाने को लेकर जिलाधिकारी ने कहा की विभिन्न पक्षियों की फोटो प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी तथा छात्र-छात्राओं व स्थानीय लोगों को उसकी संपूर्ण जानकारी गाइडों के माध्यम से दी जाएगी। जिससे स्थानीय लोग भी पक्षियों की पहचान कर क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों को उसकी जानकारी दे सकेंगे। बर्ड वाचिंग के शौकीन कोटद्वार क्षेत्र के सनेह, दुगड्डा, लालढांग, अमसौड़, सहित विभिन्न स्थानों पर बर्ड वाचिंग का लुफ्त उठा सकेंगे। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि इस बार नये बर्ड वाचिंग गाइड तैयार किये जाय, बर्ड फेस्टिवल की डॉक्यूमेन्ट्री और फोटोग्राफी करके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी उसको अपलोड किया जाय ताकि लोगों को चिड़ियों के संसार के बारे में अधिक जागरूकता बढ़े तथा कोटद्वार आसपास के बर्ड बाहुल्य क्षेत्र से परिचय भी हो सकेगा। तीन दिवसीय बर्ड वाचिंग में काफी लोगों के आने की संभावना है। जिलाधिकारी ने इसको लेकर संबंधित अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी है। साथ ही उन्होंने उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया कि बर्ड वाचिंग में आने वाले लोगों को निमंत्रण पत्र पूर्व में ही भेजे।
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी कोटद्वार प्रमोद कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी प्रकाश खत्री, बर्ड वाचर शैवाल रावत, कुंवर अजय सिंह, अजय खंतवाल सहित अन्य अधिकारी व बर्ड वाचर उपस्थित थे।

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डीएम व एसएसपी अल्मोड़ा ने एनकॉर्ड की समीक्षा बैठक की।

अल्मोड़ा, 20 जनवरी (अशोक कुमार पाण्डेय)

नशा मुक्ति केंद्र हवालबाग में जिलाधिकारी वंदना एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रदीप कुमार राय द्वारा एनकॉर्ड (Ncord) की समीक्षा बैठक की गई। इस दौरान बैठक में नशामुक्ति केन्द्र हवालबाग के भवन के सुदृढ़ीकरण और स्टाफ को बढ़ाने तथा यहां भर्ती युवाओं को और अधिक व्यवस्था तथा सामाजिकता से जोड़ने पर निर्णय लिया गया। नशा मुक्ति अभियान के तहत जिलाधिकारी द्वारा शिक्षा विभाग एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को सौ से अधिक चयनित स्कूलों पर कार्यक्रम संचालन हेतु निर्देश दिए गए। इस दौरान जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को नशा से ग्रस्त क्षेत्रों में अधिक से अधिक भ्रमण और कार्रवाई के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने आयुष विभाग और स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सको को रोस्टर बनाकर नशामुक्ति केन्द्र के संचालन करने के निर्देश दिए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार राय ने “आपरेशन निश्चय” के द्वारा पूरे अल्मोड़ा को नशा मुक्त करने के लिए अधिक से अधिक लोगों को जागरूक रखने की बात कही गई।
यहां मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आरसी पंत,मुख्य शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण, नशा मुक्ति केंद्र के समन्वयक डॉ अजीत तिवारी समेत अन्य उपस्थित रहे।