बेसहारा बच्चों की सहायता करना मानवता की सबसे बड़ी सेवा-मुख्यमंत्री #उक्रांद कार्यकारिणी बैठक में कई प्रस्ताव पारित#मुख्य सचिव ने हेलीपोर्ट्स एवं हेलीपैड्स की प्रगति की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने कोटद्वार मंडी का किया निरीक्षण #बाल दिवस पर धाद ने शुरू किया एक चिट्ठी लिखिए अभियान -www.janswar.com

-अरुणाभ रतूड़ी

 • बेसहारा बच्चों की सहायता करना मानवता की सबसे बड़ी सेवा।

  • मुख्यमंत्री ने बच्चों को दी नई ऊर्जा के साथ जीवन में आगे बढ़ने की सीख।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय बाल दिवस के अवसर पर सोमवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में उत्तराखण्ड बाल संरक्षण आयोग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय परामर्श बैठक एवं चिल्ड्रन चैंपियन अवार्ड कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
मुख्यमंत्री ने बाल संरक्षण एवं बाल विकास के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाली संस्थाओं एवं व्यक्तियों को पुरस्कार प्रदान करते हुए कहा कि निराश्रितों एवं बेसहारा बच्चों को सहायता एवं सहयोग हेतु अपनी व्यस्तता के बावजूद समय निकालना वास्तव में मानवता की बड़ी सेवा है। अपने सिवा दूसरों की चिंता करने वालों पर ईश्वर की भी कृपा रहती है।
उन्होंने कहा कि ऐसे लोग समाज को प्रेरणा के साथ दिशा देने का भी कार्य करते हैं। मुख्यमंत्री ने समाज हित में कार्यों में संलग्न अनाम लोगों को भी समाज पहचान दिलाये जाने की जरूरत बतायी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वात्सल्य योजना का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दौरान अपने माता पिता व अभिभावकों को खोने वाले बच्चों के लिये राज्य सरकार द्वारा वात्सल्य योजना की घोषणा इसी स्थान से की थी। तब हमने प्रार्थना की थी कि यह योजना लम्बी न चले, प्रदेश में कोई बच्चा अनाथ न हो। वह समय बहुत ही दुःखदायी रहा है। मुख्यमंत्री ने वात्सल्य योजना से आच्छादित बच्चों से भी भेंट की। बच्चों ने मुख्यमंत्री को मामा कह कर सम्बोधित किया।मुख्यमंत्री ने बच्चों का आह्वान किया कि वे जीवन में हर समय उत्साह व उमंग में रहें। शिक्षा व संस्कार देने वाले शिक्षक का सम्मान करें, जो काम करें पूरे मनोयोग से करें। हर क्षेत्र में सदैव आगे रहने का प्रयास करें। नई ऊर्जा के साथ जीवन में आगे बढ़ने का प्रयास करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश के अंदर लोकहित के कार्यों को सर्वाधिक महत्व दिया जा रहा है। कोरोना की दो दो वैक्सीन एक साल के अंदर तैयार कर देशवासियों को ही नहीं विश्व के कई देशों को उपलब्ध करायी। इस वैक्सीन ने हमें जीवनदान दिया है। पोलियो का टीका बनाने में देश में 15 साल लगे। पिछले आठ वर्षों के कालखण्ड में समर्थ, समरस एवं शक्तिशाली भारत का निर्माण प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हुआ है।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा देश तेजी से विकास की राह पर चल रहा है। हमारी इकोनामी 5 वें नम्बर पर है। 2047 तक भारत नम्बर वन इकोनॉमी वाला देश बनने की राह पर अग्रसर है। आज दुनिया के देश भारत की ओर देख रहे हैं। यूक्रेन युद्ध इसका उदाहरण है। इस युद्ध के दौरान भारतीय छात्रों के साथ कई अन्य देशों के छात्र भी भारतीय तिरंगे के साथ वहां से सुरक्षित निकले हैं। आजादी व अमृत काल में भारत दुनिया का नेतृत्व करने वालों के रूप में जाना जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश व प्रदेश के विकास में हम सबको सहयोगी बनना होगा। हम जिस क्षेत्र में कार्य करते हैं हमें अधिक मेहनत व इमानदारी से कार्य करना होगा। क्षमता से अधिक कार्य करने में हमें अपना रिकार्ड खुद तोड़ने होंगे। अथक परिश्रम के बल पर ही हम अपने प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने में सफल होंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री से गोरखपुर से आये बच्चों के दल ने भी भेंट की।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा गीता खन्ना, विधायक फकीर राम टम्टा, महिला आयोग की अध्यक्षा कुसुम कंडवाल, अल्पसंख्यक कल्याण आयोग के अध्यक्ष डॉ. आर. के जैन, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, आयोग के सदस्य विजय कपरवाण, डी.आई.जी. पी रेणुका देवी, से.नि. जस्टिस वी.के माहेश्वरी सहित आयोग के पूर्व व वर्तमान सचिव व सदस्यगण, शिक्षक एवं छात्र उपस्थित थे।

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उक्रांद कार्यकारिणी बैठक में कई प्रस्ताव पारित

उत्तराखंड क्रांति दल की कार्यकारिणी के द्वितीय दिवस पर उत्तराखंड क्रांति दल की बैठक में भाग लेने वाले पदाधिकारियों ने उत्तराखंड राज्य के हित में विभिन्न महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए।

यूकेडी के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने बताया कि स्थाई निवास की समाप्ति और भर्ती घोटाले और अंकिता हत्याकांड की जांच की मांग सीबीआई से कराने के प्रस्ताव पारित किये गये।

सेमवाल ने बताया कि दल की ओर से प्रस्ताव को ए पी जुयाल जी ने प्रस्तुत किए जिन प्रस्ताव को सदन द्वारा पारित किया गया उनमें निम्न प्रमुख है।

1- अंकिता के हत्यारों को फांसी देने के लिए यूकेडी संघर्ष जारी रखेगी। अंकिता को हत्यारों को बचाने के लिए राज्य सरकार साक्ष्य मिटाने का षड्यंत्र कर रही है दूसरी ओर स्वर्गीय किरण नेगी के हत्यारे को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने से उत्तराखंड आहत हैं यह दोनों हत्याकांड उत्तराखंड की महिलाओं के सम्मान और अस्मिता पर आघात है।

2- यूके एसएससी भर्ती घोटाले में सरकार अपने मंत्री और अधिकारियों को बचा रही है इसकी निंदा करते हुए घोटाले की सीबीआई जांच हेतु राज्यपाल जी से आग्रह किया गया।

3- यू के एस एस सी भर्ती घोटालों और विधानसभा सचिवालय भर्ती घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की गई।

4-  उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र, भौगोलिक, सांस्कृतिक दृष्टि से कार्य योजना बनाने का प्रस्ताव भी पास किया गया।

5-  भू कानून 1950 को पूर्ण रूप से लागू किया जाए।

6- 1950 से पहले के उत्तराखंड वासियों को मूलनिवासी घोषित किया जाए तथा मूल निवास प्रमाण पत्र जारी किया जाए ।

7- स्थाई निवास प्रमाण पत्र की व्यवस्था समाप्त की जाए।

8- उत्तराखंड के भौगोलिक क्षेत्र के आधार पर विधानसभाओं का परिसीमन किया जाए।

9- उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में गुलदार,बाघ सुअर, भालू, बंदर, हाथी आदि जंगली जानवरों से पहाड़ वासियों के जीवन की सुरक्षा और उनके पशुओं और फसलों की सुरक्षा हेतु कानून बनाया जाए।

10- कार्बेट नेशनल पार्क के बफर जोन के अंदर बसे गांव वासियों को उनकी और उनके वाहनों की आवाजाही पर लगा प्रतिबंध तुरंत हटाया जाए।

11- पुरानी पेंशन व्यवस्था योजना को सरकार तुरंत लागू करें।

12- उत्तराखंड के बेरोजगारों को उद्योगों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में नौकरी में 80% आरक्षण लागू किया जाए।

13- उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में उत्तराखंड की महिलाओं को 30% आरक्षण लागू किया जाए।

14- युवाओं और खिलाड़ियों को अधिकतम अवसर देने के लिए विशेष खेल नीति बनाई जाए तथा साहसिक खेलों एवं धार्मिक पर्यटन को उद्योग के रूप में विकसित करने के कानून बनाकर उनको बढ़ावा दिया जाए।

15- गैरसैंण को स्थाई घोषित किया जाए यदि नैनीताल में उच्चतम न्यायालय को संचालित करने में कठिनाई आ रही है तो उच्च न्यायालय को गैरसैंण में स्थानांतरित किया जाए।

केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी की अध्यक्षता में प्रस्ताव पर चर्चा करने वालों में त्रिवेंद्र सिंह पंवार, पुष्पेश त्रिपाठी, नारायण सिंह जन्तवाल, खड़क सिंह बगड़्वाल, सुरेंद्र कुकरेती, डॉक्टर शक्ति शैल कपरवाण, दिनेश भट्ट, बीडी जोशी, डीके जोशी, मीनाक्षी घिल्डियाल आदि सम्मिलित थे।

कार्यकारिणी बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने की और संचालन सुशील उनियाल एवं मीनाक्षी घिल्डियाल द्वारा किया गया।

कार्यकारिणी की बैठक में प्रमुख रूप से केंद्रीय कोषाध्यक्ष तेज सिंह कार्की, केंद्रीय प्रवक्ता अनुपम खत्री, केन्द्रीय युवा प्रकोष्ठ प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल, केन्द्रीय उपाध्यक्ष किशन सिंह मेहता, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल, मीडिया प्रभारी मोहित डिमरी, मोहम्मद इरफान, मोहन काण्डपाल,प्रताप चौहान, एन डी तिवारी, भुवन जोशी तथा समस्त केन्द्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं प्रदेश के समस्त जिला अध्यक्ष उपस्थित रहे।

केन्द्रीय अध्यक्ष जी द्वारा कार्यकारिणी की बैठक के सफल एवं एतिहासिक रूप से आयोजन करने के लिए कोषाध्यक्ष तेज सिंह कार्की, केन्द्रीय महामंत्री सुशील उनियाल तथा नैनीताल जिलाध्यक्ष दिनेश चंद्र भट्ट का विशेष आभार व्यक्त किया।

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मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने सोमवार को सचिवालय में हेलीपोर्ट्स एवं हेलीपैड्स की प्रगति की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को हेलीपोर्ट्स एवं हेलीपैड्स के निर्माण में तेजी लाने के साथ ही निर्माण कार्य में गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए।                                              मुख्य सचिव ने कहा कि जिन स्थानों पर हेलीपैड्स और हेलीपोर्ट्स के लिए भूमि चयनित कर ली गई है, शीघ्र उनकी डीपीआर तैयार कर ली जाए। लैंड ट्रांसफर में अटके मामलों को प्रतिदिन मॉनिटरिंग कर निस्तारित किया जाए। मुख्य सचिव ने पर्यटन विभाग को पर्यटकों को भी ध्यान में रखते हुए लगातार नए हेलीपोर्ट्स और हेलीपैड्स बनाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के दूर दराज के अनछुए क्षेत्रों में भी पर्यटन स्थलों की तलाश लगातार जारी रखते हुए उन्हें विकसित कर पर्यटकों के लिए आसान पहुंच बनाने के लिए हेलीपैड्स और हेलीपोर्ट्स तैयार किए जाएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक हेलीपैड और हेलीपोर्ट के लिए कार्य पूर्ण होने तिथि पूर्व में ही निर्धारित की जाए। साथ ही, सभी हेलीपोर्ट्स एवं हेलीपैड्स के निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए।

बैठक में बताया गया कि प्रदेशभर में विभिन्न हेलीपोर्ट्स और हेलीपैड्स पर कार्य गतिमान है। कोटी कॉलोनी स्थित हेलीपोर्ट का कार्य पूर्ण हो चुका है। 06 हेलीपोर्ट्स का निर्माण कार्य गतिमान है, जिनको दिसम्बर माह तक पूर्ण कर लिया जाएगा। पर्यटन विभाग द्वारा भी नए हेलीपैड्स चिन्हित कर उनके निर्माण कार्य विभिन्न स्तरों पर गतिमान है।
इस अवसर पर सचिव श्री दिलीप जावलकर, सीईओ सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी श्री सी. रविशंकर सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

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जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने कृषि उत्पादन मंडी समिति कोटद्वार का स्थलीय निरीक्षण किया। मंडी समिति के अध्यक्ष व सचिव से जिलाधिकारी ने उनके क्रियाकलापों की जानकारी ली तथा उनकी समस्याएं भी सुनी। समिति ने जिलाधिकारी को मंडी परिसर में सड़क सुधारीकरण, शौचालय, पेयजल, व्यापारियों के लिए गोदाम, कोल्ड स्टोरेज निर्माण जैसी समस्याएं अवगत कराई। जिलाधिकारी ने संबंधितों को कार्यो की डीपीआर व प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर मंडी समिति के अध्यक्ष सुमन कोठनाला, सचिव परमबीर सिंह, तहसीलदार विकास अवस्थी सहित अन्य उपस्थित थे।

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बाल दिवस पर धाद ने शुरू किया एक चिट्ठी लिखिए अभियान
प्रदेश के 500 से ज्यादा स्कूलों में छात्र लिखेंगे पुस्तक सहयोगियों को पत्र

बाल दिवस पर धाद ने स्कूलों में एक चिट्ठी लिखिए अभियान प्रारम्भ किया। अभियान का शुभारम्भ साहित्यकार डॉक्टर विद्या सिंह, धाद के सचिव तन्मय ममगाईं, कोना कक्षा का के संयोजक गणेश चन्द्र उनियाल, और कार्यालय सचिव आशा डोभाल की उपस्थिति में हुआ। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कॉलेज अजबपुर में पत्र लेखन प्रतिभाग मे स्कूल के बच्चों ने हिस्सेदारी की इस अवसर पर पांच श्रेष्ठ चिट्ठियों के लिए दीपांशी, ज्योति, प्रीती रिंकी और मनीषा को पुरुस्कृत किया गया.
अभियान का परिचय देते हुए धाद के सचिव तन्मय ममगाईं ने कहा कि धाद गत चार साल से आम समाज के सहयोग से प्रदेश के स्कूलों में किताबों के कोने स्थापित करने का अभियान चला रही है इस बार बाल दिवस पर छात्रों को उन सभी सहयोगियों को आभार करने और जो किताबों में पढ़ा है उसे अभिव्यक्त करने के लिए एक चिट्ठी लिखिए अभियान प्रारम्भ किया गया है जो 14 नवम्बर से 28 नवम्बर तक आयोजित होगा। कार्यकर्म में प्राप्त श्रेष्ठ चिट्ठियों को पुरष्कृत किया जाएगा। उन्होंने कहा की देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने पत्र लेखन की एक श्रेष्ठ परम्परा डाली थी जब उन्होने जेल से अपनी पुत्री को भारत के सरोकरों पर ढेरों पत्र लिखे। उनके जन्मदिवस पर इस सन्दर्भ को लेते हुए बच्चों के लिए एक चिट्ठी लिखिए कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है। धाद के सार्वजानिक शिक्षा में समाज के रचनात्मक योगदान के कार्यक्रम कोना कक्षा का के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में साहित्यकार विद्या सिंह ने स्कूल में किताबों का कोना स्थापित किया जिसमे स्कूल को हिमालय की कहानियां,गुल्ली का गजब पिटारा, पांचवीं कहां है, पहला घर , आनंद, सतरंगी गेंद पुस्तकों के साथ चम्पक पत्रिका का वार्षिक सब्सक्रिशन भेंट किया गया
कोना कक्षा का का परिचय देते हुए संयोजक गणेश उनियाल ने बताया कि पूर्णतः समाज के सहयोग से चलने वाले इस कार्यक्रम के अंतर्गत अब तक प्रदेश के स्कूलों में 550 से अधिक कोने विभिन्न विद्यालयों में स्थापित किये जा चुके हैं जिसमें आम समाज के लोग अपने गाँव और निकटवर्ती स्कूलों में रचनात्मक योगदान कर रहे हैं
इस अवसर पर छात्रों को सम्बोधित करते हुए कोना सहयोगी डॉ विद्या सिंह ने कहा कि छात्रों में संवेदनशीलता उत्पन्न करना शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य होना चाहिए। मात्र धन कमाना और अपना जीवन स्तर ऊपर उठाना ही नहीं अपितु अपने समाज के लिए, अपने परिवेश के लिए हम किस तरह उपयोगी साबित हो सकते हैं, इसकी समझ पैदा करना भी मैं शिक्षा का दायित्व समझती हूं। अध्यवसाय शिक्षा का एक प्रमुख अंग है अतः छात्रों में अध्ययनशीलता विकसित करना बहुत आवश्यक है।
विद्यालय की प्रधानचार्य नर्वदा राणा ने सभी बच्चों को गतिविधियों में भाग लेने के लिए अपील की आयोजन का संचालन आशा डोभाल ने किया इस अवसर पर मनोहर लाल, दयानद डोभाल, शुभम शर्मा और स्कूल के शिक्षक और छात्रायें उपस्थित थे।