जोशीमठ भूघंसाव प्रभावितों को बाजार रेट से मिलेगा मुआवजा-मुख्यमंत्री# सचिव आपदा प्रबन्धन ने जोशीमठ आपदा पर की प्रेस कांफ्रेस#पौड़ी व अल्मोड़ा मे सड़क सुरक्षा सप्ताह प्रारम्भ #गजा में लगा होम्योपैथिक स्वास्थ्य शिविर #मुख्यमंत्री ने जोशीमठ पहुँच कर प्रभावितों दिया आश्वासन-www.janswar.com

 

-अरुणाभ रतूड़ी

जोशीमठ में भू-धंसाव से प्रभावितों को बाजार रेट पर मुआवजा दिया जाएगा- मुख्यमंत्री

  • प्रभावित परिवारों को तात्कालिक तौर पर दी जा रही है 1.5 लाख रूपये की अंतरिम सहायता।
  • 03 हजार परिवारों को दी जा रही है कुल 45 करोड़ रूपये की तात्कालिक सहायता।
  • मुख्यमंत्री ने की अपील जोशीमठ के प्रभावित क्षेत्र में मकानों के ध्वस्तीकरण किये जाने की अफवाह पर ध्यान न दें।
  • मकानों के ध्वस्तीकरण की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।  
  • प्रभावितों के विस्थापन के लिए उनके सुझावों के आधार पर इतनी बेहतर व्यवस्था की जाएगी कि यह देश के लिए नजीर बने।
  • प्रभावित क्षेत्र में तात्कालिक आवश्यकताओं हेतु 01 लाख रूपये अग्रिम एवं प्रभावितों को सामान ढ़ुलाई हेतु 50 हजार रूपये की धनराशि दी गई।
  • प्रभावित क्षेत्र में खर्चे का पूरा आकलन कर दी जाएगी सहायता राशि।
  • मुख्यमंत्री ने जोशीमठ में आपदा प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु अपने एक माह का वेतन दिया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि नगरपालिका क्षेत्र जोशीमठ के भू-स्खलन एवं भू- धसाव प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावितों को बाजार रेट पर मुआवजा दिया जायेगा। बाजार की दर हितधारकों के सुझाव लेकर और जनहित में जारी की जाएगी। 03 हजार प्रभावित परिवारों को कुल 45 करोड़ रूपये की धनराशि जारी की गई है। तात्कालिक तौर पर प्रति परिवार 1.50 लाख रूपये की अंतरिम सहायता दी जा रही है। प्रभावित क्षेत्र में भूधसाव के कारण प्रभावित भू-भवन स्वामियों/परिवारों को स्थाई अध्यासन विस्थापन नीति तैयार होने से पूर्व 01 लाख रूपये की अग्रिम धनराशि दी गई है। प्रभावित भू-भवन स्वामियों / परिवारों को अपने भवन के सामान की ढुलाई एवं तात्कालिक आवश्यकताओं हेतु गैर समायोजय एकमुश्त विशेष ग्रान्ट के रूप में 50 हजार रूपये की धनराशि दी गई है। यह धनराशि उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्राधिकरण द्वारा जारी की गई। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्र में कुल खर्चे का पूरा आकलन कर सहायता राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने जोशीमठ में आपदा प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु अपने एक माह का वेतन दिया है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रभावित क्षेत्र में जिन मकानों में दरारें आयी हैं, उन मकानों को ध्वस्त करने की अफवाह फैलाई जा रही है। उन्होंने सभी से अपील की है कि इन अफवाहों पर ध्यान न दें। प्रभावित क्षेत्र में दरार वाले मकानों को ध्वस्त करने की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्र में दरार वाले मकानों को तब तक ध्वस्त न कराया जाय, जब तक अपरिहार्य न हो।  मुख्यमंत्री जोशीमठ प्रभावित क्षेत्र की सभी व्यवस्थाओं की अधिकारियों से नियमित रिपोर्ट ले रहे हैं। उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि जोशीमठ क्षेत्र में प्रभावित परिवारों से बातचीत कर उनकी हर समस्याओं का शीघ्रता से निदान किया जाय। सुरक्षा की दृष्टि से जिन परिवारों को अन्यत्र स्थानों पर शिफ्ट कराया जा रहा है उनको वहां सभी बेहतर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाय। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि प्रभावितों के विस्थापन के लिए उनके सुझावों के आधार पर इतनी बेहतर व्यवस्था की जाय कि यह पूरे देश के लिए नजीर बने। उन्होंने कहा कि प्रभावितों के इस दुःख-दर्द में सरकार द्वारा उनको हर सम्भव सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी।
जोशीमठ के प्रभावित क्षेत्र में शासन के उच्चाधिकारी क्षेत्र में प्रभावितों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। सचिव मुख्यमंत्री श्री आर. मीनाक्षी सुन्दरम मौके पर प्रशासन के अधिकारियों के साथ सभी व्यवस्थाओं को देख रहे हैं। जोशीमठ के भू-स्खलन एवं भू- धसाव प्रभावित क्षेत्र में भूगर्भीय तथा अन्य आवश्यक जांचें संबंधित संस्थाओं द्वारा की जा रही है। नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की टीम भी मौके पर मौजूद है।           

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चिव आपदा प्रबन्धन डा0 रंजीत कुमार सिन्हा ने जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव एवं भूस्खलन के उपरान्त राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे राहत एवं बचाव, स्थायी/अस्थायी पुनर्वास कार्यों के अद्यतन स्थिति की जानकारी प्रेस वार्ता के माध्यम से दी

  •  राज्य सरकार की ओर से प्रति परिवार विस्थापन हेतु अग्रिम के रूप में रू 1.00 लाख तथा सामान इत्यादि ले जाने के लिये रू 50 हजार अर्थात कुल रू 1.50 लाख धनराशि आवंटित किये जाने का शासनादेश निर्गत किया जा रहा है
  •  131 परिवार सुरक्षा के दृष्टिगत अस्थायी रूप से विस्थापित किये गये है
  •  एन०डी०आर०एफ० की दो टुकड़ियां पूर्व से ही जोशीमठ में तैनात  तथा एक अतिरिक्त टुकड़ी गौचर में तैयार रखी गई है। एसडीआरएफ की चार टुकड़ियां जोशीमठ में तैनात की गई है

सचिव आपदा प्रबन्धन डा0 रंजीत कुमार सिन्हा ने बुधवार को जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव एवं भूस्खलन के उपरान्त राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे राहत एवं बचाव, स्थायी/अस्थायी पुनर्वास आदि से सम्बन्धित किये जा रहे कार्यो की मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि   भारत सरकार की ओर से एन०डी०आर०एफ० की दो टुकड़ियां पूर्व से ही जोशीमठ में तैनात हैं तथा एक टुकड़ी गौचर में तैयार रखी गई है। एसडीआरएफ की चार टुकड़ियां जोशीमठ में तैनात की गई है।  भारत सरकार द्वारा अपने विभिन्न तकनीकी संस्थानों को यह निर्देश दिये गये है कि जोशीमठ में घटित हो रही है आपदा के सम्बन्ध में की जा रही जांच / सर्वे की कार्यवाही को समयबद्ध रूप से पूर्ण किया जाये।   जेपी कॉलोनी में पानी का रिसाव कम हुआ है, जोकि एक राहत की खबर है।  131 परिवार सुरक्षा के दृष्टिगत अस्थायी रूप से विस्थापित किये गये है।  विस्थापित परिवार के सदस्यों की संख्या 462 है। अस्थायी रूप से जोशीमठ में कुल 344 कक्ष/कमरे है जिनकी क्षमता 1425 लोगों की है तथा पीपलकोटी में 491 कक्ष/कमरे है जिनकी क्षमता 2205 लोगों की है । उन्हें चिहिन्त कर लिया गया हैं। प्रभावितों को वितरित राहत राशि के तहत प्रति परिवार रू 5000 की दर से घरेलू राहत सामाग्री हेतु अभी तक कुल  53 ( कुल 2.65 लाख रूपये ) प्रभावितों को वितरित की गई है।  तीक्ष्ण / पूर्ण क्षतिग्रस्त भवन हेतुः 10 प्रभावितों को  13.00 लाख रूपये धनराशि वितरित की गई है। सचिव आपदा प्रबन्धन ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से प्रति परिवार विस्थापन हेतु अग्रिम के रूप में रू 1.00 लाख तथा सामान इत्यादि ले जाने के लिये रू 50 हजार अर्थात कुल रू 1.50 लाख धनराशि आंवटित किये जाने का शासनादेश निर्गत किया जा रहा है।  जनपद चमोली में राहत एवं बचाव कार्यों के लिये धनराशि रू 11.00 करोड़ पूर्व में ही अवमुक्त की जा चुकी है। जोशीमठ में ड्रेनेज सम्बन्धित कार्यों तथा टो-इरोजन की रोकथाम हेतु तत्काल कार्य प्रारम्भ किये जाने के उद्देश्य से ई०पी०सी० मोड में कार्य करवाने के लिये सिंचाई विभाग से प्रस्ताव प्राप्त करते हुये अग्रेत्तर कार्यवाही की जा रही है।  जोशीमठ में आपदा प्रभावित एच०टी०/एल०टी० लाईनों एवं परिर्वतकों को स्थानान्तरित किये जाने हेतु ऊर्जा विभाग को धनराशि रू 214.43 लाख अवमुक्त की जा रही है। सचिव आपदा प्रबंधन ने जानकारी दी कि अभी तक 723 भवनों की संख्या जिनमें दरारें दृष्टिगत हुई है। गांधीनगर, सिंहधार, मनोहरबाग, सुनील क्षेत्र / वार्ड असुरक्षित घोषित किए गए हैं। 86 भवन असुरक्षित क्षेत्र में स्थित है।
प्रेस वार्ता में अपर सचिव आपदा प्रबन्धन, निदेशक उत्तराखण्ड भूस्खलन प्रबन्धन एवं न्यूनीकरण संस्थान, प्रभारी अधिकारी पीआईबी, निदेशक वाडिया संस्थान, निदेशक आईआईआरएस देहरादून, निदेशक एनआईएच तथा निदेशक आईआईटीआर उपस्थित थे।

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पौड़ी में डीएम ने बाईक रैली को हरी झंडी दिखाकर सड़क सुरक्षा सप्ताह का किया शुभारंभ

 

राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम के तहत आज कंडोलिया थीम पार्क से बाईक रैली का आयोजन किया गया। स्थानीय विधायक राजकुमार पोरी तथा जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने हरी झंडी दिखाकर बाईक रैली को रवाना किया। इस दौरान बाईक रैली कंडोलिया से होते हुए छत्तरीधार, बस अड्डा, एजेंसी चौक से  कंडोलिया में समापन हुई।
स्थानीय विधायक ने कहा कि वाहन चालकों को वाहन चलाते समय यातायात नियमों का पालन करना चाहिए तथा अन्य लोगों को भी उसके प्रति जागरूक करना चाहिए। जिलाधिकारी ने आम जनमानस से वाहन चलाते समय वाहन संबंधित दस्तावेज साथ में रखते हुए यातायात नियमों का पालन करने को कहा। उन्होंने आरटीओ को निर्देशित किया कि चैकिंग अभियान में तेजी लाएं तथा वाहन चालकों को यातायात नियमों की जानकारी भी दें। इस दौरान परिवहन विभाग द्वारा लाउड स्पीकर के माध्यम से सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में  जानकारी दी गयी।
इस अवसर पर आरटीओ अनिता चंद सहित भारत भूषण नेगी, गौरव रावत, गोपाल नेगी, आयुष रावत, अनूज किमोठी, विवेक रावत व परिवहन विभाग के कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

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अल्मोड़ा में एस एस पी ने वाहन रैली को हरी झंडी दिखा किया सड़क सुरक्षा सप्ताह  का शुभारम्भ ।

 अल्मोड़ा:(अशोक कुमार पांडेय) एसएसपी अल्मोड़ा ने उपस्थित पुलिस बल/परिवहन विभाग व लोगों को दिलाई सड़क सुरक्षा शपथ तथा वाहन रैली को दिखाई हरी झंडी

विगत वर्षो में मनाये गये सड़क सुरक्षा सप्ताह की तर्ज पर ’सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार’ के निर्देशानुसार इस वर्ष भी  33 वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह 2023’ दिनांक 11जनवरी से 17जनवरी तक मनाया जायेगा। 33 वें सड़क सुरक्षा सप्ताह हेतु थीम “स्वच्छता पखवाड़ा” रखी गयी है।

श्री प्रदीप कुमार राय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा द्वारा आज दिनांक- 11.01.2023 को 33 वें सड़क सुरक्षा सप्ताह का शुभारम्भ नगर अल्मोड़ा के रघुनाथ सिटी माँल से किया गया। 33 वें सड़क सुरक्षा सप्ताह के प्रथम दिवस सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए दोपहिया वाहन रैली कार्यक्रम प्रस्तावित था। इस अवसर पर रैली में प्रतिभाग करने हेतु जनपद पुलिस, परिवहन विभाग अल्मोड़ा के अधि0/कर्म0गण व नगर के युवा कार्यक्रम स्थल रघुनाथ सिटी माँल पर उपस्थित हुए।

एसएसपी अल्मोड़ा ने उपस्थित पुलिस/परिवहन विभाग के कर्मचारियों व युवक/युवतियों को सड़क सुरक्षा सप्ताह के शुभारम्भ के दौरान सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुक करते हुए कहा कि सड़क पर सुरक्षा की जिम्मेदारी सबकी है सड़क एक ऐसा स्थान है जिसका उपयोग छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक हर कोई करता है। अल्मोड़ा पुलिस की मुहिम सड़क सुरक्षा सत्याग्रह के बारे में जानकारी देकर वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन कराने के लिए उपस्थित पुलिस बल व युवायों को सड़क सुरक्षा सत्याग्रह का अपनाने हेतु जागरुक किया गया और लोगों को सड़क सुरक्षा सप्ताह की थीम स्वच्छता पखवाड़ा से अवगत कराकर अल्मोड़ा नगर को साफ स्वच्छ रखने की अपील की गयी।
उन्होंने उपस्थित पुलिस बल/परिवहन विभाग व लोगों को सड़क सुरक्षा शपथ दिलाई गयी।
इसके उपरान्त सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरुक करने हेतु रघुनाथ सिटी माँल से शिखर तिराहा तक आयोजित होने वाली दोपहिया वाहन रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया।

33 वें सड़क सुरक्षा सप्ताह के शुभारंभ के अवसर पर जागरुकता रैली में सीओ आँप्स ओशिन जोशी, सीओ संचार राजीव कुमार टम्टा, निरीक्षक एलआईयू कमल कुमार पाठक, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली अल्मोड़ा राजेश कुमार यादव, निरीक्षक यातायात गणेश हरड़िया, परिवहन कर अधिकारी हरीश रावलशआदि अधिकारी उपस्थित रहे।

इसके अतिरिक्त जनपद के समस्त थाना प्रभारियों द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रान्तर्गत 33 वें सड़क सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर जनमानस को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुक करने हेतु दोपहिया वाहन रैली का आयोजन किया गया और लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करते हुए यातायात नियमों का पालन करने की अपील की गयी।

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गजा में लगा होम्योपैथिक स्वास्थ्य शिविर

गजा:(डीपीउनियाल): होम्योपैथिक अस्पताल कठूड ने लगाया निशुल्क स्वास्थ्य शिविर । होम्योपैथिक चिकित्सालय कठूड द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन गजा में किया गया , कठूड अस्पताल की डा डिम्पल रावत ने बताया कि डा दीपा तिलारा विष्ट जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी नई टिहरी के आदेशानुसार विकास खंड चम्बा के विभिन्न गांवों और कस्बों में होम्योपैथिक उपचार के लिए शिविर आयोजित किया जा रहा है ,इसी क्रम में गजा में निशुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया है, डा डिम्पल रावत व भेषजिक सुरेश पैन्यूली ने 45 लाभार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निशुल्क दवाइयां वितरित की , डा डिम्पल रावत ने बताया कि शिविर का उद्देश्य आम जन मानस को होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति अपनाने के लिए जागरूक करना भी है , शिविर में स्थानीय व्यापारियों का सहयोग रहा है ।

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  • जोशीमठ पहुंचकर मुख्यमंत्री ने की भू-धसाव से प्रभावित लोगों से मुलाकात।
  •  भू-धसाव से प्रभावित क्षेत्रों का किया स्थलीय निरीक्षण।
  •  भू-धसाव से प्रभावित लोगों को दिया सहयोग एवं मदद का आश्वासन।
  •  भू-धसाव से प्रभावित लोगों की मदद के लिये प्रधानमंत्री ने दिया है हर संभव सहयोग का आश्वासन।
  •  पी.एम.ओ द्वारा स्थिति की की जा रही है निरंतर समीक्षा।
  •  केंद्र व राज्य सरकार के सभी संबंधित संस्थान आपसी समन्वय के साथ भू-धसाव से प्रभावित क्षेत्र का कर रहे हैं अध्ययन।
  •  भू-धसाव से प्रभावित लोगों की मदद में उनकी अपेक्षाओं का किया जायेगा सम्मान।

  मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार को दोपहर बाद जोशीमठ के लिये रवाना हुए। जोशीमठ पहुंचते ही उन्होंने सचिव मुख्यमंत्री श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम से राहत एवं भू-धसाव से उत्पन्न स्थिति की अद्यतन जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री हेलीपेड से सीधे भू-धसाव से प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण के लिये निकले तथा भू-धसाव से प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव सहयोग का आवश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों को विश्वास दिलाया कि इस संकट के समय केंद्र व राज्य सरकार संजीदगी के साथ उनके साथ खड़ी है। इस स्थिति का सामना करने के लिये उनकी अपेक्षाओं का पूरा सम्मान किया जायेगा। भू-धसाव से प्रभावित लोगों से भेंट के दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें कंबल भी वितरित किये।

जोशीमठ में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जोशीमठ में चिन्हित भू-धसाव से प्रभावित क्षेत्रों के सभी भवनों नहीं अभी सिर्फ दो होटल्स तोड़े जाएंगे वह भी सभी की सहमति से इसके साथ ही राहत एवं पुनर्वास के लिए यहां पर कमेटी बना दी है सारे नाम उसमें सम्मिलित कर दिए हैं सभी प्रमुख वर्गों के लोगों को उसमें सम्मिलित करके आगे की कार्रवाई की जाएगी राहत एवं पुनर्वास ठीक तरीके से हो यह हमारी प्राथमिकता है अंतरिम राहत की हम ने घोषणा की है जल्दी-जल्दी हम चाहेंगे कि सभी तक अंतरिम राहत पहुंचे जिससे लोगों को फौरी रूप से राहत मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके आज सुबह से ही अन्य जगह भी कार्यक्रम लगे थे लेकिन उन्हें लगा कि इस संकट की घड़ी में उन्हें जोशीमठ में अपने भू-धसाव से प्रभावित भाई बहनों के साथ रहना चाहिए और वे यहां आ गये हैं, इस संकट की घड़ी में वे उनके साथ खड़े हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी भी इस संकट के समय हमारे साथ खड़े हैं और मॉनिटरिंग कर रहे हैं तथा सहायता भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि यहां पर भू-धसाव के कारण जितना नुकसान हुआ है वह हो चुका है और आगे  सब ठीक हो जाएगा आने वाले समय में यहां पर राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेलों का आयोजन होना है और कुछ समय बाद चार धाम यात्रा भी शुरू होनी है, इसलिए इस प्रकार का वातावरण न बनाया जाये कि पूरा उत्तराखंड खतरे में आ गया है, क्षेत्र का विकास तेजी से हो रहा है हमारी कोशिश रहेगी कि इकोलॉजी और इकोनॉमी दोनों का संतुलन बनाकर विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जाय।
उन्होंने कहा कि जोशीमठ के साथ-साथ उत्तराखंड के अन्य शहरों की धारण क्षमता का भी हम आंकलन करवाएंगे अगर उनमें क्षमता से ज्यादा निर्माण हो चुका हो तो उसको धीमा कराने का कार्य किया जायेगा। मारवाड़ी स्थित जेपी कॉलोनी के समीप जहां पानी का रिसाव हो रहा है उसका स्थलीय निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि आज पानी आधे से भी कम हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपदा की इस घड़ी में हम प्रभावितों के साथ खड़े हैं इसमें कहीं किसी को भी किसी प्रकार का संदेह नहीं होना चाहिए कि सरकार उनके साथ नहीं खड़ी है पूरी सरकार उनके साथ खड़ी है माननीय प्रधानमंत्री जी का भी संपूर्ण आश्वासन है हमारी जो भी अपेक्षाएं हैं उन अपेक्षाओं के अनुरूप उनके पुनर्वास और सेटलमेंट के लिए काम कर रहे हैं, प्रधानमंत्री जी भी स्वयं और उनका कार्यालय भी लगातार इस बात की चिंता कर रहा है और लगातार अपडेट ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री रात्रि विश्राम जोशीमठ में करेंगे तथा प्रभावितों की हर संभव मदद के लिये जोशीमठ में कैम्प कर रहे उच्चाधिकारियों, आयुक्त एवं जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ ही स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे।