(अरुणाभ रतूड़ी जनस्वर)
- पूर्ण किए गए पार्किंग को तत्काल उपयोगकर्ता विभाग को हस्तांतरित करें: डीएम।
- जनता की सुविधा के मुताबिक बाजार क्षेत्र में वाहन पार्किंग स्थल निर्माण के निर्देश।
पौड़ी:-जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने आवास विभाग, पार्किंग और अन्य अवस्थापना परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुये संबंधित अधिकारियों को कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने परियोजनाओं के निर्माण से पूर्व उप जिलाधिकारी, जिला विकास प्राधिकरण और कार्यदायी संस्था की संयुक्त टीम का संयुक्त निरीक्षण करने के लिए कहा, ताकि स्थान की उपयुक्तता, उपयोगिता और औचित्यता स्पष्ट हो सके।
बुधवार को जिला कार्यालय स्थित एनआईसी सभागार में जिलाधिकारी ने जिला विकास प्राधिकरण में 34 मानचित्रों के लंबे समय से लंबित होने पर नाराज़गी जतायी। उन्होंने प्राधिकरण के अधिकारियों को लंबित प्रकरणों के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि वाहनों को खड़ा करने के लिये ऐसे स्थान चिन्हित किये जाय, जहां बाजार आने-जाने वाले लोग अपने वाहन आसानी से खड़ा कर सकें। उन्होंने कहा कि बाजार से दूर पार्किंग स्थल बनाना औचित्यहीन है। इसलिए उन्होंने बाजार क्षेत्र में केंटीलीवर पार्किंग के लिये जगह चयनित करने के लिये कहा। साथ ही उन्होंने पैठाणी बाजार और श्रीनगर पार्किंग स्थल में साइनेज बोर्ड लगाने के निर्देश दिये। पैठाणी बाजार में पार्किंग का मार्ग ठीक न किये जाने पर उन्होंने नाराज़गी जताते हुये कहा कि परियोजना हैंडओवर के बाद ही ठेकेदार का भुगतान किया जाय। उन्होंने यह भी कहा कि जो कार्य पूर्ण हो गये हैं, उनको तत्काल हैंडओवर किया जाय, अन्यथा संबंधित कार्यदायी संस्था से वसूली की जायेगी।
जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं को कड़े शब्दों में निर्देश दिये कि जो कार्य पूर्ण हो गए है, उनकी शेष धनराशि को वापस करें। साथ ही उन्होंने पार्किंग स्थलों की कमियां दूर कर एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
उन्होंने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी को निर्देश दिये कि पौड़ी बाजार में निर्मित पार्किंग में स्थायी और अस्थायी तौर पर खडे़ वाहनों के लिये व्यवस्था बनाएं। जिससे लोगों को पार्किंग का लाभ मिल पायेगा। उन्होंने कहा कि पालिका पार्किंग से रूपये कमाने के बजाय जनता की सुविधा का ध्यान रखें। जिन पार्किंग का निर्माण वन भूमि की वजह से लंबित है, उन पर चर्चा करते हये जिलाधिकारी ने कहा कि कार्यदायी संस्था वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रकरणों को सुलझाये।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अनिल सिंह गर्ब्याल, डीएफओ स्वप्निल अनिरुद्ध, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दीपक रामचंद्र शेट, अधिशासी अभियंता रीना नेगी, अधिशासी अभियंता जल निगम बीरेंद्र भट्ट, सहायक अभियंता पेयजल निर्माण निगम प्रदीप भंडारी, सहायक अभियंता जिला विकास प्राधिकरण रणवीर सिंह, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका शांति प्रसाद जोशी सहित अन्य मौजूद रहे।