-अरुणाभ रतूड़ी
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरणविद स्वर्गीय श्री सुंदरलाल बहुगुणा जी की स्मृति में आयोजित वर्चुअल श्रद्धांजलि कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने अपने व प्रदेशवासियों की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि श्रद्धेय श्री बहुगुणा जी का जीवन समाज के लिए समर्पित रहा, उनके इस त्याग और समर्पण को कोई भी, कभी भुला नहीं सकता।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ ने कहा कि स्व. श्री बहुगुणा जी ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने हेतु कई आंदोलन किए। उन्होंने अनियंत्रित तरीके से हो रहे कंक्रीट के प्रयोग से पर्यावरण पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव के प्रति भी लोगों को जागरूक करने का कार्य किया। मुख्यमंत्री से तीरथ सिंह रावत ने छात्र संगठन से जुड़े होने के दौरान श्री बहुगुणा जी से हुई मुलाकात को भी याद किया।
उन्होंने कहा कि जीवन भर पर्यावरण संरक्षण हेतु आंदोलन करने वाले श्री बहुगुणा जी को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। समाज के प्रति सदैव उनका त्याग और समर्पण का भाव रहा। पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उन्होंने देश और दुनिया का मार्गदर्शन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति स्वर्गीय श्री बहुगुणा जी के ध्येय एवं विचारों को हम किस तरह आगे लेकर चलें इस ओर हमारा प्रयास निरन्तर जारी रहेगा।
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विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए गए तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए संकल्पबद्ध होकर अधिक से अधिक पौधे लगाने का आव्हान किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज शर्मा ने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए सभी लोगों को बढ़-चढ़कर वृक्षारोपण करना चाहिए, ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे। उन्होंने कहा कि पौधे हमारी भूमि के संरक्षण, वर्षा और वन्यजीवों के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसके अलावा कोविड-19 वैश्विक महामारी में ऑक्सीजन जैसी जीवनदायनी गैस के महत्व को समझाते हुए उन्होंने पर्यावरण के संरक्षण के महत्व को समझाया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अपने कार्यालय के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रेरित किया। साथ ही पर्यावरण को बचाने के लिए संकल्प भी लिया।