
सभी समाचार प्रस्तुति -नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी
प्रतापनगर टिहरी के लोगों का इंतजार जल्द खत्म होगा।
महत्वपूर्ण डोबराचांठी पुल बनकर लगभग तैयार।
14 साल के लम्बे इंतजार के बाद प्रतापनगर के लोगों के लिए जल्द ही वह शुभ अवसर आने वाला है जिसका उन्हें वर्षों से इंतजार था। टिहरी को प्रतापनगर से सीधे जोड़ने के लिए निर्माणाधीन डोबराचांठी पुल बनकर लगभग तैयार है। डोबराचांठी पुल की सतह को आपस में जोड़ने का काम पूरा किया जा चुका है। रेलिंग और कोटिंग के बाद रोड सेफ्टी की एनओसी लेने के बाद इस पर अगले वर्ष मार्च तक लोगों की आवाजाही शुरू कर दी जाएगी।
राजनीतिक नेतृत्व की दृढता व इच्छा शक्ति से किस तरह से सालों से अधर में लटके काम समय बद्धता से पूरे किए जा सकते हैं, डोबरा चांठी पुल इसका बड़ा प्रमाण है। प्रताप नगर वासियों की पीड़ा और डोबरा चांठी पुल की अहमियत को समझते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इसे अपनी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में रखा। उन्होंने इसके लिए एकमुश्त बजट जारी किया। इसका परिणाम हम सभी के सामने है।
सीएम डैशबोर्ड पर लोकनिर्माण विभाग की-परफोर्मेंस इंडिकेटर में डोबराचांठी पुल प्रमुख बिंदु है। मुख्यमंत्री ने स्वयं इसके काम की प्रगति पर लगातार नजर रखी। इसका परिणाम भी देखने को मिला। पुल बनकर लगभग तैयार हो गया है। पुल के पूरे होने की लगभग उम्मीद खो चुके प्रतापनगर के लोगों को अब विश्वास हो गया है कि जल्द ही टिहरी आने जाने के लिए इस पुल का उपयोग कर सकेंगे।
440 मीटर लंबा डोबराचांठी पुल भारत का सबसे लम्बा मोटरेबल सिंगल लेन झूला पुल है। कई अन्य संस्थाओं के असफल हो जाने के बाद कोरियन कंपनी से इसकी डिजायनिंग कराई गई। पुल की लागत लगभग 150 करोङ रूपए है। मुख्य सेतु के स्पान 440 मीटर में से 250 मीटर की लम्बाई में डैक लगाने का काम पूरा किया जा चुका है। अवशेष लम्बाई में कार्य चल रहा है। मार्च 2020 तक पुल आवाजाही के लिये प्रारंभ कर दिया जाएगा।
साल 2006 से भागीरथी नदी पर बांध प्रभावित क्षेत्र प्रतापनगर और थौलधार को जोड़ने के लिए पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। टिहरी झील के ऊपर बनाया जा रहा डोबरा चांठी पुल का निर्माण कार्य पूरा होने से 3 लाख से ज्यादा की आबादी को जिला मुख्यालय तक आने के लिए 100 किलोमीटर की दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। टिहरी आने वाले पर्यटक प्रतापनगर भी आ सकेंगे। आवागमन की सुविधा होने से क्षेत्र की आर्थिकी में भी इजाफा होगा।
प्रतापनगर आने-जाने के लिए बने पुल टिहरी झील में डूब गए थे। इस वजह से प्रतापनगर के लोगों को नई टिहरी, देहरादून, ऋषिकेश आने-जाने की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। मार्च 2020 तक पुल के बन जाने से प्रतापनगर के लोगों की आवागमन संबंधी कठिनाइयां समाप्त हो जाएंगी।
डोबरा चांठी पुल का कार्य देख रहे लोक निर्माण विभाग के अधीक्षणश अभियंता शिव कुमार राय का कहना है कि पुल के दोनोंओर 440-440 मीटर लंबी रेलिंग लगाई जानी है। फिर रेलिंग के ऊपर कोटिंग का काम होना है। इस कार्य के लिए तापमान कुछ गर्म चाहिए होता है। साथ ही पुल में आवाजाही के लिए रोड सेफ्टी विभाग की एनओसी जरूरी है। इसलिए पुल पर आवागमन मार्च, 2020 में ही शुरू हो पाएगा।
“डोबराचांठी पुल प्रतापनगर और थौलधार के लिए लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। पुल के निर्माण के लिए एकमुश्त राशि जारी की गई। इंजीनियरों को समय पर काम पूरा करने के निर्देश दिए गए। यह जल्द ही आवागमन के लिए खुल जाएगा। “
#########################
पंडित गोविन्द बल्लभ पन्त की जयन्ती पर श्रद्धासुमन अर्पित।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प0 गोविन्द वल्लभ पंत जी की 132वीं जयन्ती के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा भारत रत्न प0 गोविन्द वल्लभ पंत जी प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, कुशल राजनेता व विधिवेता थे। हिन्दी को राजभाषा के रूप में प्रतिष्ठित कराने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री एवं भारत के गृहमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर उन्होंने देश की सेवा की, उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संघर्ष में अहम योगदान दिया।
—————————————————-
पंत जी का जन्मदिन श्रद्धा पूर्वक मनाया गया।
हल्द्वानी- 10 सितम्बर 2019 (सूचना)- भारत रत्न पंडित गोविन्दबल्लभ पंत का 132वां जन्म दिवस श्रद्धापूर्वक मनाया गया। तिकोनियां स्थित पंत पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मेयर डा0 जोगेेन्दर पाल सिह रौतेला, विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष डा0 श्रीमती इन्दिरा हृदयेश, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत,पूर्व केन्द्रीय मंत्री बच्ची सिह रावत, पूर्व केबिनेट मंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल, ने पंत के चित्र पर माल्यापर्ण कर उन्हे श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर स्कूलों के छात्र छात्राओं द्वारा देश भक्ति पर आधारित कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गये।
अपने सम्बोधन मे मेयर डा0 जोगेन्दर पाल सिह रौतेला ने कहा पंडित पंत जी के जीवन परिचय को बताते हुए कहा कि पं0 पंत जी महात्मा गांधी के जीवन दर्शन को देश की जनशक्ति में आत्मिक ऊर्जा का स्रोत मानते थे। पं0 गोविन्द बल्लभ पंत जी आज भी प्रशासकों के आदर्श हैं, हमें पं0 पंत जी के आदर्शों, को अपनाते हुये हमारा राष्ट्र, समाज की सेवा के लिए तत्पर रहना होगा। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्वांजलि है। पंडित पंत जी की उपलब्धियां देश व प्रदेश के चारोे दिशाओं प्रदर्शित होती थी। हमें उनके आदर्शो को अपने जीवन मे अपनाते हुये हम अपने प्रदेश व देश का नाम रोशन कर सकते है।
इस अवसर पर डा0 श्रीमती इन्दिरा हृदयेश ने अपने सम्बोधन मे कहा कि पं0 गोविन्दबल्लभ पंत के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पंत जी का अपना ही एक अद्वितीय स्थान था। उनकी उपलब्धि चारो दिशाओं में प्रदर्शित होती है। वह कुशाग्र बुद्धि के धनी थे। उनके प्रयासों से ही हमारे देश ने अनेक राष्ट्रों में एक ऊंचा स्थान प्राप्त किया औेर अपनी एकता और मूलभूत जीवन के मूल्यों को बनाये रखने में सफल हुआ है। पंडित पंत जी का जन्म दिवस तभी सफल एवं सार्थक होगा जब हम उनके मूल्यों का अनुकरण कर उनके मूल्यों एवं आदर्शो को विरासत के रूप में सुरक्षित रखे।
कार्यक्रम मे पूर्व कैबिनेट मंत्री बच्ची सिह रावत,पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल ने भी पंडित पंत के जीवनवृत्त पर प्रकाश डाला तथा उनके आदर्शो को आत्मसाद करने की बात कही।
कार्यक्रम में समिति के संयोजक रेनू जोशी के अलावा कमला नेगी, हरीश मेहता, डीके पंत,एनबी गुणवन्त,हुकम सिह कुंवर, विनोद दानी,नवीन पाण्डे,हीरा सिह बिष्ट,नेत्रबल्लभ जोशी,भूवन चन्द्र जोशी, रमा पाठक, पुष्पा, हेमन्त बगडवाल,के साथ ही बडी संख्या मेे स्कूली छात्र-छात्रायें एवं गणमान्य लोग मौजूद थे।
————————————————–
मीडिया सेन्टर तिकोनिया में याद किये गये पंत जी।
तिकोनियां स्थित मीडिया सेन्टर में पंडित गोविन्द बल्लभ पंत की जयन्ती सादगी से मनाई गई। पंडित पंत के चित्र पर मुख्य मंत्री के जनसम्पर्क अधिकारी विजय बिष्ट तथा उपनिदेशक योगेश मिश्रा ने श्रद्धासुमन कर अर्पित किये। इस अवसर मीडिया सेन्टर के कर्मचारी एवं पत्रकार बन्धु मौजूद थे।