राष्ट्रपति ने लोहड़ी,मकर संक्रान्ति की देशवासियों को बधाई दी#प्रधानमंत्री ने पुदुचेरी में 25वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन किया #भारत और अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच आंतरिक सुरक्षा वार्ता का आयोजित। -Janswar.com

-अरुणाभ रतूड़ी

 

राष्ट्रपति ने लोहड़ी, मकर संक्रान्ति, पोंगल, भोगाली बिहू, उत्तरायण और पौष पर्व की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बधाई दी

राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने लोहड़ी (जो 13 जनवरी, 2022 को पड़ती है), मकर संक्रान्ति, पोंगल, भोगाली बिहू, उत्तरायण और पौष पर्व (जो 14 जनवरी, 2022 को पड़ता है) की पूर्व संध्या पर देश और विदेश में रह रहे सभी देशवासियों को बधाई दी है।

राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, “लोहड़ी, मकर संक्रान्ति, पोंगल, भोगाली बिहू, उत्तरायण और पौष पर्व के अवसर पर मैं भारत और विदेशों में रहने वाले सभी देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।”

श्री कोविंद ने कहा कि हमारे देश में मनाए जाने वाले अधिकांश त्यौहार प्रकृति और कृषि के साथ हमारे अभिन्न संबंधों को दर्शाते हैं। लोहड़ी, मकर संक्रान्ति, पोंगल, भोगाली बिहू, उत्तरायण और पौष पर्व के त्योहार फसलों की कटाई के मौसम को चिह्नित करते हैं क्योंकि सर्दियों का मौसम समाप्त होता है और वसंत ऋतु की शुरुआत होती है। उन्होंने कहा कि लोग अच्छी फसल उत्पादन का आनंद लेते हैं और इन त्योहारों को मनाते हैं जो हमारे पर्यावरण को संरक्षित रखने की आवश्यकता को भी रेखांकित करते हैं। यह न केवल भारतीय विविधता का उदाहरण है बल्कि हमारे देश की विविधता में एकता का भी उदाहरण है।

श्री कोविंद ने कहा, “मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि ये त्यौहार लोगों में भाईचारे की भावना का विकास करें और हमारे देश में समृद्धि और खुशियां बनी रहें।”

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प्रधानमंत्री ने पुदुचेरी में 25वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन किया

आज के युवा ‘कर सकता हूं’ भावना से ओतप्रोत है, जो हर पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री द्वारा स्टार्ट-अप इंडिया पर विशेष जोर दिए जाने से भारत दुनिया के शीर्ष तीन स्टार्ट-अप देशों में शामिल हुआ: श्री अनुराग ठाक

मुख्य बिन्दुः

 इस कार्यक्रम में पुदुचेरी की राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री श्री एन. रंगास्वामी और युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्य मंत्री श्री निसिथ प्रमाणिक भी शामिल हुए।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज पुदुचेरी में 25वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया। आज स्वामी विवेकानंद की जन्मजयंती है, इस दिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री ने “मेरे सपनों का भारत” और “भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के गुमनाम नायक” पर चयनित निबंधों का अनावरण किया। इन निबंधों को उक्त दो विषयों पर 1 लाख से अधिक युवाओं द्वारा प्रस्तुत लेखों से चुना गया है। प्रधानमंत्री ने पुदुचेरी में एमएसएमई मंत्रालय के एक प्रौद्योगिकी केंद्र का भी उद्घाटन किया, जिसे लगभग 122 करोड़ रुपये के निवेश से निर्मित किया गया है। प्रधानमंत्री ने लगभग 23 करोड़ रुपये की लागत से पुदुचेरी सरकार द्वारा निर्मित ओपन-एयर थिएटर सभागार- पेरुन्थालाइवर कामराजर मणिमंडपम का भी उद्घाटन किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर, श्री नारायण राणे, श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा और श्री निसिथ प्रमाणिक, डॉ तमिलिसाई सुंदरराजन, पुदुचेरी के मुख्यमंत्री श्री एन रंगास्वामी, राज्य के मंत्री तथा संसद सदस्य उपस्थित थे।

सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने देशवासियों को राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामनाएं दीं। स्वामी विवेकानंद को नमन करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के इस वर्ष में उनकी जन्मजयंती और अधिक प्रेरणादायी हो गई है। प्रधानमंत्री ने इस वर्ष के अतिरिक्त महत्व को रेखांकित किया क्योंकि श्री अरबिंदो की 150वीं जन्मजयंती का उत्सव और महाकवि सुब्रमण्यम भारती की 100वीं पुण्यतिथि भी इसी वर्ष पड़ रही है। प्रधानमंत्री ने कहा, “इन दोनों मनीषियों का पुदुचेरी से खास रिश्ता रहा है। ये दोनों एक-दूसरे की साहित्यिक और आध्यात्मिक यात्रा के साझेदार रहे हैं।”

इस प्राचीन देश की युवा पहचान के बारे में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनिया भारत को एक आशा और विश्वास की दृष्टि से देखती है। क्योंकि भारत का जन भी युवा है और भारत का मन भी युवा है। भारत अपने सामर्थ्य से भी युवा है और अपने सपनों से भी युवा है। भारत अपने चिंतन से भी युवा है और अपनी चेतना से भी युवा है। उन्होंने कहा कि भारत की सोच एवं दर्शन ने हमेशा बदलाव को स्वीकार किया है और इसकी प्राचीनता में आधुनिकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के युवा हमेशा जरूरत के समय आगे आए हैं। जब भी राष्ट्रीय चेतना में विभाजन होता है, शंकर जैसे युवा सामने आते हैं और आदि शंकराचार्य के रूप में देश को एकता के सूत्र में पिरोते हैं। अत्याचार के काल में गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादे जैसे युवाओं के बलिदान आज भी हमारा मार्गदर्शन करते हैं। जब भारत को अपनी आजादी के लिए बलिदान की जरूरत थी, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और नेताजी सुभाष जैसे युवा क्रांतिकारी देश के लिए अपना जीवन समर्पित करने के लिए आगे आए। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब कभी देश को आध्यात्मिक उत्थान की जरूरत होती है, अरबिंदो और सुब्रमण्यम भारती जैसे मनीषी सामने आते हैं।

प्रधानमंत्री ने सराहना करते हुए कहा कि आज भारत के युवा वैश्विक समृद्धि की गाथा लिख ​​रहे हैं। पूरी दुनिया के यूनिकॉर्न इकोसिस्टम में भारतीय युवाओं का जलवा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज के युवा ‘कर सकता हूं’भावना से ओतप्रोत है, जो हर पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है।

————————————————-  भारत और अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच आंतरिक सुरक्षा वार्ता का आयोजित।

भारत और अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच आंतरिक सुरक्षा वार्ता बैठक आज वर्चुअल माध्यम से आयोजित की गई। बैठक की सह-अध्यक्षता भारत के गृह सचिव श्री अजय भल्ला और अमेरिका के रणनीति, नीति और योजना, आंतरिक सुरक्षा विभाग के अवर सचिव,  श्री रॉबर्ट सिल्वर ने की। बैठक में दोनों देशों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।

बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने वर्तमान में जारी सहयोग की समीक्षा की और आतंकवाद, साइबर सुरक्षा, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला, समुद्री सुरक्षा, विमानन सुरक्षा, सीमा शुल्क प्रवर्तन और व्यापार सुरक्षा के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में सहयोग को और मज़बूत बनाने एवं नवीन अवसरों की तलाश करने जैसे उपायों पर विचार-विमर्श किया।

दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि कानून प्रवर्तन में सहयोग, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला हासिल करने, विमानन सुरक्षा, खोजी सहयोग, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण पर आंतरिक सुरक्षा वार्ता के तहत मौजूदा उप-समूह आने वाले महीनों में अलग-अलग मिलेंगे ताकि इस दिशा में विचार-विमर्श किया जा सके और पता लगाया जा सके कि दोनो देशों के बीच जारी सहयोग को और मजबूत कैसे किया जाए।

बैठक दोनों पक्षों के बीच जारी साझेदारी पर संतोष व्यक्त करने और आपसी हित के सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय जुड़ाव और सहयोग में वृद्धि करने पर सहमत होने के साथ संपन्न हुई।

दोनों पक्ष इस वर्ष के अंत में मंत्रिस्तरीय आंतरिक सुरक्षा वार्ता आयोजित करने पर भी सहमत हुए।

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