राष्ट्रपति मुर्मू का हवाईअड्डा,राजभवन में स्वागत के बाद किया गया नागरिक अभिनन्दन#हिमाचल में कांग्रेस की जीत पर मनाया जश्न,बांटी मिठाई #जिलाधिकारी ने विजय दिवस की तैयारियों की समीक्षा की-www.janswar.com

-अरुणाभ रतूडी़

राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू का किया गया नागरिक अभिनन्दन

राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु का पहली बार उत्तराखण्ड आगमन पर मुख्यमंत्री आवास में नागरिक अभिनन्दन किया गया। मुख्यमंत्री आवास में आयोजित गरिमापूर्ण कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने 2001.94 करोड़ रूपये की 09 विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। राष्ट्रपति ने 528.35 करोड़ रूपये की 03 योजनाओं का लोकार्पण और 1473.59 करोड़ की 06 योजनाओं का शिलान्यास किया। इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.), मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी एवं अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

राष्ट्रपति द्वारा लोकार्पित की गयी योजनाओं में 330.64 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान (मेडिकल कॉलेज) अल्मोड़ा, पिटकुल द्वारा हरिद्वार जनपद के पदार्था में 84 करोड़ रूपये की लागत से 132 के.वी. के आधुनिक तकनीक के बिजली घर एवं इससे संबंधित लाइन का निर्माण, जिला रूद्रप्रयाग में 113.71 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित 4.5 मेगावाट की कालीगंगा-द्वितीय लघु जल विद्युत परियोजना शामिल हैं।

राष्ट्रपति द्वारा जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया उनमें 306 करोड़ रूपये की लागत से चीला पॉवर हाऊस 144 मेगावाट की योजना का रेनोवेशन कार्य, देहरादून स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत 204.46 करोड़ की लागत से इंटीग्रेटेड ऑफिस कॉम्पलेक्स ग्रीन बिलिं्डग का निमार्ण, 131 करोड़ रूपये की लागत से हरिद्वार के मंगलोर में 220 के.वी. सबस्टेशन, 750 करोड़ रूपये की लागत से देहरादून के मुख्य मार्गों की ओवर हेड एचटी एवं एलटी विद्युत लाइनों को भूमिगत किये जाने का कार्य, 32.93 करोड़ रूपये की लागत से राजकीय पॉलिटेक्निक नरेन्द्र नगर में दूसरे चरण का निर्माण कार्य और चंपावत के टनकपुर में 49.20 करोड़ रूपये की लागत से आधुनिक अन्तर्राज्यीय बस टर्मिनल का शिलान्यास शामिल है।

इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक संध्या में राष्ट्रपति उत्तराखण्ड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से भी परिचित हुई। राष्ट्रपति के समक्ष प्रदेश की लोक संस्कृति का लोक कलाकारों द्वारा प्रदर्शन किया गया।

राष्ट्रपति ने कहा कि सभी देशवासी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। ज्ञात-अज्ञात स्वाधीनता सेनानियों का स्मरण करना हम सभी का कर्तव्य है। बागेश्वर में जन्मीं बिशनी देवी शाह ने स्वाधीनता संग्राम के दौरान अल्मोड़ा नगर-पालिका-भवन पर तिरंगा लहराया और गिरफ्तार की गईं। वे साधारण परिवार की अल्प-शिक्षित महिला थीं। लेकिन भारत के स्वाधीनता संग्राम को उनके द्वारा दिया गया योगदान असाधारण है। पेशावर कांड के ऐतिहासिक नायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की शौर्य-गाथा हमारे स्वाधीनता संग्राम के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है। इसी तरह श्रीदेव सुमन, केसरी चंद और इन्द्रमणि बडोनी जैसे अनेक स्वाधीनता सेनानियों ने स्वतन्त्रता संग्राम की गौरव गाथाएं लिखी हैं। उत्तराखंड के सपूत श्री गोविंद वल्लभ पंत जी ने स्वाधीनता संग्राम, संविधान सभा के विचार-विमर्श तथा राष्ट्र निर्माण में अपने योगदान द्वारा इस क्षेत्र का और भारत का गौरव बढ़ाया है। उत्तराखंड की इन विभूतियों के योगदान से पूरे देश की युवा पीढ़ी को परिचित कराने के प्रयास होने चाहिए।

राष्ट्रपति ने युवा पीढ़ी के संदर्भ में विश्व के सबसे अच्छे बैडमिंटन खिलाड़ियों में अपना स्थान बनाने वाले श्री लक्ष्य सेन का भी उल्लेख किया। आज से कुछ दिनों पहले ही राष्ट्रपति भवन में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि युवा पीढ़ी के उत्साह और योगदान के बल पर वर्ष 2047 में यानि आज़ादी के शताब्दी वर्ष में हमारा देश विश्व-समुदाय में अपनी क्षमता के अनुरूप श्रेष्ठता प्राप्त कर चुका होगा। तब तक उत्तराखंड के सभी निवासियों का जीवन-स्तर भी कहीं अधिक बेहतर हो चुका होगा। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर प्रस्तुत किये सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत के सभी राज्यों की संस्कृति का संरक्षण और विकास किया जाना चाहिए। पहाडों में रहने वाले निवासी अपनी संस्कृति से वन के फूल जैसे आनंदित करते हैं, उन्हें संरक्षित करना आवश्यक है।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने राष्ट्रपति का देवभूमि उत्तराखण्ड की जनता की ओर से स्वागत और अभिनंदन करते हुए कहा कि माननीय राष्ट्रपति जी के उत्तराखण्ड आगमन से यहां का कण-कण स्वयं को ऊर्जावान और गौरवशाली महसूस कर रहा है। राष्ट्रपति जी पूरे देश की बेटियों, बहनों और माताओं के लिए प्रेरणा का सर्वोच्च स्रोत हैं। देवभूमि उत्तराखण्ड की यह भूमि गंगा-यमुना जैसी पवित्र नदियों का उद्गम है। यहाँ श्री बद्रीनाथ जी और श्री केदारनाथ जी के पावन धाम हैं। गुरु गोबिन्द सिंह जी की तपस्थली हेमकुंड साहिब और जागेश्वर धाम हैं। दो-दो अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं से घिरा यह प्रदेश देवभूमि है, वीरभूमि है, सैन्य भूमि है। यहाँ अधिकांश परिवारों का कोई न कोई सदस्य सेनाओं में या किसी पैरामिलिट्री फोर्स में शामिल हो कर, देश की रक्षा में लगा हुआ है।

राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड के निवासियों का जीवन और संस्कृति यहाँ के वातावरण की तरह पवित्र है। हमारे प्रदेश का 70 प्रतिशत से अधिक भाग वन क्षेत्र है। अपने वनों के माध्यम से यह प्रदेश, देश को प्राण-वायु प्रदान करता है। उत्तराखण्ड के पर्यटक स्थल देश-विदेश में विख्यात हैं। उत्तराखण्ड राज्य विकास के कई पैमानों पर आज तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस प्रदेश की सबसे बड़ी ताकत यहाँ की महिलाएँ हैं। वर्षों-वर्षों से उत्तराखण्ड की महिलाओं ने न सिर्फ यहाँ के समाज को रास्ता दिखाया है बल्कि देश के लिए भी उदाहरण प्रस्तुत किया है। चिपको आंदोलन की गौरा देवी ने पूरे विश्व को पर्यावरण संरक्षण का पाठ पढ़ाया है। महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएँ न सिर्फ उत्तराखण्ड के ग्रामीण उत्पादों को आगे ला रही हैं बल्कि अपनी आर्थिक समृद्धि की कहानी भी स्वयं लिख रही हैं। अभी हाल ही में प्रधानमंत्री जी ने अपने बद्रीनाथ भ्रमण के दौरान यहाँ की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रशंसा की थी।

राज्यपाल ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में उत्तराखण्ड ने चहुँमुखी विकास की यात्रा तय की है। कभी पहाड़ में रेल का सपना देखा जाता था आज ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पर तेजी से काम चल रहा है। चारधाम सड़क योजना ने पहाड़ों में सड़क नेटवर्क को मजबूत किया है। अब उड़ान योजना के अन्तर्गत पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी जैसे सीमांत जनपद हवाई कनेक्टिविटी से जुड़ रहे हैं। अच्छी कनेक्टिविटी उत्तराखण्ड को पर्यटन और बिजनेस इन्वेस्टमेंट के लिए भी अच्छा डेस्टीनेशन बनाती है। यहाँ आर्गेनिक खेती, जड़ी-बूटी, योग-आयुर्वेद को बढ़ावा देकर इन्हें रोजगार के साधनों से जोड़ा जा रहा है। उत्तराखण्ड कई दशकों से अपनी स्कूली शिक्षा के लिए जाना जाता रहा है लेकिन अब हम इसे उच्च शिक्षा के लिए भी एक आदर्श राज्य बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी का देवभूमि आगमन पर स्वागत और अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सैनिक परिवार में जन्मे बेटे के घर तीनों सेनाओं की प्रमुख, देश की आदरणीय राष्ट्रपति महोदया कभी आएंगी, ऐसा मैंने कभी सोचा भी नहीं था भले ही यह मेरा सरकारी आवास हो, परंतु आपका यहां स्वयं आना मेरे और उत्तराखंड के सवा करोड़ नागरिकों के लिए गर्व की बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में उत्तराखंड आने पर उन्होंने अनुरोध किया था कि राष्ट्रपति बनने के पश्चात आप पुनः देवभूमि अवश्य पधारें। यह अनुरोध स्वीकार करने के लिये उन्होंने राष्ट्रपति का धन्यवाद किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति जी का अत्यंत कठिन जीवन संघर्ष, अदम्य साहस और प्रेरणास्पद राजनीतिक यात्रा प्रत्येक भारतीय को प्रेरित करती है। उनकी जीवन यात्रा हम सबके लिए इसलिए भी प्रेरणादायी है क्योंकि उन्होंने अपने जीवन में आई समस्त कठिनाइयों को ही अपनी शक्ति बनाकर जीवन सफर में विजय प्राप्त की। वे भारतवर्ष के समस्त नागरिकों विशेष रूप से गरीबों, शोषितों और वंचितों के लिए आशा की किरण हैं। हर संकट का सामना आपने पूरी दृढ़ता से किया। राष्ट्रपति जी सच्चे अर्थों में महिला सशक्तिकरण का जीता जागता प्रतीक हैं। अपने जीवन में सदा ‘कर्म प्रधान विश्व करी राखा‘ के सिद्धांत को सर्वोपरि माना और विकट परिस्थितियों में भी अपने विनम्रतापूर्ण आचरण को बनाए रखा।

राष्ट्रपति जी सदैव ’’सादा जीवन-उच्च विचार’’ के मूल मंत्र पर चलती रहीं और यही कारण है कि आज जन-जन के भीतर यही भाव है कि उनके बीच से निकली एक आम महिला देश कि प्रथम नागरिक है। अपने हर दायित्व को आपने पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से निभाया। सदैव समाज कल्याण को वरीयता दी और समाज में पिछड़ों व वंचितों के सशक्तिकरण पर बल दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लिए प्रेरणा का विषय है कि जीवन में इतने महत्वपूर्ण दायित्वों पर रहने के बावजूद, आज भी राष्ट्रपति जी साधारण जीवन ही व्यतीत करती हैं। आपके मार्गदर्शन और आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के निर्देशन में हमारा राष्ट्र पुनः विश्व गुरु बनने की अपनी यात्रा में इसी प्रकार गतिमान रहेगा और अपने गंतव्य तक शीघ्र पहुंच सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राष्ट्रपति जी द्वारा जो लगभग 2002 करोड़ रुपयों की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हो रहा है, वो इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हम राष्ट्रपति जी के मार्गदर्शन व प्रधानमंत्री जी के निर्देशन में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। देश के प्रथम नागरिक के रूप में राष्ट्रपति जी भारत ही नहीं वरन समस्त विश्व के लिए ’’सशक्त स्त्री-नव दृष्टि’’ विचार का प्रत्यक्ष उदाहरण बनेंगी।

 

राष्ट्रपति का राज्यपाल ने राजभवन में स्वागत किया

 

महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के उत्तराखण्ड आगमन पर गुरुवार को राजभवन में राज्यपाल लेफ़्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने स्वागत किया। इस दौरान प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, सचिव श्री राज्यपाल, डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा मौजूद रहे।

इससे पूर्व राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के उत्तराखण्ड आगमन पर गुरुवार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) तथा मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। राष्ट्रपति गुरुवार को उत्तराखण्ड में अपने प्रथम दो दिवसीय प्रवास पर देहरादून पहुंची हैं।

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मुख्यमंत्री ने जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति का स्वागत किया।

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के उत्तराखंड आगमन पर गुरुवार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर राज्यपाल व  मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर उपस्थित कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल, श्री सौरभ बहुगुणा, मुख्य सचिव डॉ एस एस संधू , पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार, कमिश्नर गढ़वाल श्री सुशील कुमार, जिलाधिकारी देहरादून तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने भी राष्ट्रपति का अभिवादन किया।

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हिमाचल में कांग्रेस की जीत पर कांग्रेसी हुएग गदगद,जिलाध्यक्ष पाण्डेय के नेतृत्व में किया मिष्ठान वितरण

अल्मोड़ा-(अशोक कुमार पाण्डेय)हिमांचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की जीत से गदगद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष पीताम्बर पाण्डेय के नेतृत्व में आज स्थानीय चौघानपाटा में मिष्ठान वितरित किया।इस अवसर पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीताम्बर पाण्डेय ने कहा कि हिमांचल प्रदेश में कांग्रेस की जीत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जनता का रूझान कांग्रेस की ओर है।उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के चुनावी वादे प्रत्येक जगह हवा हवाई साबित हुए हैं।जनता जान चुकी है कि विकास करने वाली पार्टी केवल कांग्रेस है।मिष्ठान वितरण कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष पीताम्बर पाण्डेय,नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला,महिला जिलाध्यक्ष लता तिवारी,प्रदेश सचिव गोपाल सिंह चौहान, सभासद सचिन आर्या,जिला सचिव दीपांशु पाण्डेय,जिला उपाध्यक्ष विनोद वैष्णव,नगर उपाध्यक्ष महेश चन्द्र आर्या,यूथ कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता वैभव पाण्डेय,नगर उपाध्यक्ष एन डी पाण्डेय, क्षेत्र पंचायत सदस्य शेखर पाण्डेय, गोविन्द प्रसाद, पूर्व राज्यमंत्री केवल सती,प्रदेश सचिव राबिन भण्डारी,जिला महासचिव गीता मेहरा,जिला महामंत्री राधा बिष्ट, सेवादल प्रदेश ध्वजवाहक संजय दुर्गापाल,हेम तिवारी,अवनी अवस्थी,हरीश रौतेला,पूरन सिंह अधिकारी सहित दर्जनों कांग्रेसजन उपस्थित रहे।

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 जिलाधिकारी ने विजय दिवस की तैयारियों की समीक्षा की

पौड़ी:आगामी 16 दिसम्बर, 2022 को आयोजित किये जाने वाले विजय दिवस के संबंध में जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में जिलाधिकारी ने 1971 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्व में वीर सैनिकों के अदम्य साहस एवं वीरता, सैनिकों की भूमिका व राष्ट्रीय एकता स्मरण कराये जाने के संबंध में संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को शहीद स्मारक/स्थल पर शहीदों की मूर्ति पर माल्यार्पण तथा उसमें 1971 युद्व से जुड़े सैनिकों के परिजनों का प्रतिभाग करवाने तथा पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ हॉनर दिलवाने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को ऑडिटोरियम सभागार में 1971 के शहीदों के परिजनों को प्रतिभाग करवाने, शहीद सैनिकों की वीरगाथा का बैकग्राउण्ड में स्क्रीन चलवाने, 1971 युद्व के वीरता की फिल्में बच्चों को दिखाने तथा शहीदों के पारिवारिक सदस्यों को सम्मानित करने की तैयारी के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग को 11वीं व 12वीं कक्षा तथा एन.सी.सी. के बच्चों की क्रास कन्ट्री दौड़ करवाने, 1971 की युद्व पृष्ठभूमि आधारित विषय पर निबंध प्रतियोगिता तथा बच्चों को विद्यालय में युद्व की कहानियों को साझा करने तथा स्कुली बच्चों को 16 दिसम्बर के कार्यक्रम में प्रतिभाग करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने शिक्षा विभाग व संस्कृति विभाग को ऑडिटोरियम सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिये। इस दौरान जिलाधिकारी ने जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को सैनिक पृष्ठभूमि आधारित ऐसा पार्क बनवाने जहां पर सैनिक पृष्ठभूमि से जुड़ी हुई चीजें यथा तोप, टैंक, राइफल्स जैसे उपकरण इत्यादि हो, बनाने के लिए होमवर्क करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डे, उपजिलाधिकारी सदर आकाश जोशी, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) रामेन्द्र कुशवाहा, सीओ सदर प्रेम लाल टम्टा सहित संबंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।