राज्य की आर्थिकी में सुधार के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देश पर बनाई गई समिति
लॉकडाउन के बाद आर्थिक संसाधनों व आजीविका में सुधार के लिए सुझाव देगी समिति
प्रदेश की आर्थिकी में सुधार लाने और आजीविका के संसाधनों में वृद्धि के लिए श्री इंदु कुमार पाण्डे की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय सलाहकार समिति गठित की गई है। कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाऊन से हुए नुकसान को कम करने और उत्तराखंड की आर्थिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिये मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देश पर इस समिति का गठन किया गया है। सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी श्री इंदुकुमार पाण्डे को इसका अध्यक्ष नामित किया गया है। प्रमुख सचिव उद्योग श्रीमती मनीषा पंवार, सचिव वित्त श्रीमती सौजन्या, अपर सचिव वित्त श्री भूपेश तिवारी और अपर सचिव नियोजन श्री योगेन्द्र यादव समिति के सदस्य होंगे। अपर सचिव श्री भूपेश तिवारी सदस्य सचिव होंगे।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर गठित यह समिति लॉकडाऊन से राज्य की अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान का अध्ययन कर राज्य के आर्थिक संसाधनों में सुधार लाने के लिए संस्तुतियां देगी। इस पर भी विचार किया जाएगा कि लोगों को आजीविका उपलब्ध कराने के लिए किन क्षेत्रों को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी। समिति जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को देगी।
————————————————– अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश की ओर से कोरोना वायरस (कोविड 19) के विश्वव्यापी बढ़ते दुष्प्रभाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री केयर फंड में 80 लाख से अधिक की धनराशि दान की गई है। जिसमें संस्थान में कार्यरत कर्मचारियों का एक दिन का वेतन शामिल है। संस्थान के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने बताया कि कोविड 19 के विश्वव्यापी दुष्प्रभाव के चलते संस्थान मरीजों की चिकित्सकीय सहायता के लिए अपनी ओर से हरसंभव प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में संस्थान की ओर से पीएम केयर फंड में कर्मचारियों का एक दिन का वेतन करीब 80 लाख रूपये की धनराशि दी गई है। उन्होंने बताया कि संस्थान हमेशा जनहित व स्वास्थ्य सेवा को लेकर तत्पर रहता है, लिहाजा एम्स ऋषिकेश संकट की इस घड़ी में अपने संपूर्ण संसाधनों से मरीजों की सेवा में जुटा है। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने बताया कि संस्थान की ओर से कोरोना मरीजों के लिए एम्स में 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड संचालित किया जा रहा है और इस संख्या को जल्द बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मरीजों के सैंपल की जांच के लिए माइक्रो बायोलॉजी विभाग में प्रयोगशाला शुरू कर दी गई है,जिसमें संस्थान में आने वाले कोविड 19 आशंकित मरीजों के अलावा राज्य के विभिन्न अस्पतालों से आने वाले नमूनो की जांच भी नियमिततौर पर की जा रही है। निदेशक एम्स प्रो.रवि कांत जी ने बताया कि संस्थान द्वारा कोविड 19 ग्रसित मरीजों की सुविधा के लिए संस्थान में वेंटीलेटर्स की संख्या 65 से बढ़ाकर 200 की जा रही है, इस दिशा में कार्य चल रहा है।
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कोरोना संक्रमण लाॅकडाउन काल में निराश्रित पशुओं व श्वानों की जिलाधिकारी सविन बंसल ने सुध ली है, बेजुवान जानवरो को संक्रमण काल मे जिन्दा रखने के लिए जिलाधिकारी ने पहल करते हुए पशुपालन विभाग को 16.80 लाख की धनराशि इस निर्देश के साथ दी कि नगर निगम/नगर पालिकाओं के माध्यम से निराश्रित पशुओं व श्वानों की सूची हासिल कर उन्हंे चार व भोजन उपलब्ध कराया जाये। जिसके क्रम में पशुपालन विभाग द्वारा कार्यवाही की जा रही है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ.पीएस भण्डारी के निर्देशन में पशुपालन महकमें के पशु चिकित्साधिकारियों व कर्मचारियों के सहयोग से पशुओं को हरा चारा व श्वानो को बिस्किट व रोटी , बेड व अन्य भोजन दिया जा रहा है।
बुधवार को पशुपालन विभाग की टीम के साथ मेयर डाॅ. जोगेन्द्रर पाल सिंह रौतेला ने हल्द्वानी शहर में निराश्रित पशुओं को हरा चारा व भोजन दिया। डाॅ. रौतेला ने जिलाधिकारी श्री बंसल की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि इस संक्रमण लाॅकडाउन काल में निराश्रित मूक जानवरों को भोजन उपलब्ध करा कर उनके जीवन की रक्षा करना हम सब का दायित्व है।
जिलाधिकारी श्री बंसल ने स्वंय सेवी संस्थाओं, गणमान्यों से भी निराश्रित पशुओं को चारा व भोजन उपलब्ध कराने की अपील की। बुधवार को तिकोनिया, सुभाष नगर, काठगोदाम चैराहा, चम्बल पुल व राजपुरा में पशुओं को चारा व भोजन दिया गया।
दुखद। वरिष्ठ पत्रकार पुरुषोत्तम असनोड़ा नहीं रहे।
एम्स के जनसंपर्क विभाग की विज्ञप्ति के अनुसार अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में भर्ती वयोवृद्ध पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता पुरुषोत्तम असनोड़ा जी का हृदयाघात से निधन, उन्हें कुछ दिन पहले राज्य सरकार द्वारा हेली लिफ्ट करके एम्स लाया गया था। जहां पर हृदयरोग विभाग में उनके शरीर में दो शतप्रतिशत मेजर ब्लॉकेज पाए गए थे,एनजीओ प्लास्टी द्वारा चार स्टेंट डालकर ब्लॉकेज खोले गए, इसके बाद उनके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा था। बुधवार को दोपहर के भोजन के बाद अचानक हृदयाघात से उनका निधन हो गया।
जनस्वर डॉट कॉम परिवार पत्रकार पुरुषोत्तम असनोड़ा की असामायिक मृत्यु पर हार्दिक दुख प्रकट करता है तथा उनकी आत्मशान्ति हेतु प्रार्थना करता है.