-अरुणाभ रतूड़ी
राज्यपाल से राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने शिष्टाचार भेंट की
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से बुधवार को राजभवन में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती रेखा शर्मा ने शिष्टाचार मुलाकात की। इस अवसर पर राज्यपाल ने महिला आयोग की अध्यक्ष से महिला सशक्तिकरण सहित विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड की महिलाएं परिवर्तन की क्रांति लाने में सक्षम हैं। यहां की महिला परिवार का सबसे सशक्त सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि स्वयं भी जनपदों के भ्रमण के दौरान महिला समूहों के कार्य को देखा है जिससे वे बेहद प्रभावित हुए हैं। राज्यपाल ने अध्यक्ष से कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को सही मार्केट और उनके पैकेजिंग, ब्रांडिंग में सहायता करें। उन्होंने कहा कि आयोग स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों में वैल्यू एडिशन और उन्हें आर्थिक सशक्तिकरण आदि में भी मदद करें।
अध्यक्ष श्रीमती रेखा शर्मा ने कहा कि आयोग महिलाओं से सम्बन्धित शिकायतों के निपटारे के अलावा समय-समय पर विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रहा है। उन्होंने कहा कि डिजिटल शक्ति कार्यक्रम के अन्तर्गत महिलाओं व बालिकाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने राज्यपाल को आश्वासन दिया की आयोग उत्तराखण्ड में महिला सशक्तिकरण से संबंधित कार्यक्रमों में सहयोग करेगा। इस दौरान उन्होंने आयोग द्वारा किये जा रहे अन्य गतिविधियों की जानकारी भी राज्यपाल को दी। इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती कुसुम कण्डवाल भी उपस्थित रहीं।
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मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम के एस.जी.टी विश्वविद्यालय, बुधेरा में ‘‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 से राष्ट्र निर्माण’ कार्यक्रम में किया प्रतिभाग।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को हरियाणा के गुरुग्राम में एस.जी.टी विश्वविद्यालय, बुधेरा में ‘‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 से राष्ट्र निर्माण’’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना श्री गुरू गोबिंद सिंह जी महाराज के नाम पर हुई। विश्वविद्यालय ने शिक्षा जगत में किए गए अपने कार्यों द्वारा अपने इस नाम को चरितार्थ किया है। गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज जहां एक ओर महान योद्धा थे वहीं दूसरी ओर वे अद्वितीय लेखक, विचारक और विश्व में आध्यात्मिक चेतना का पुनर्जागरण करने वाले विराट व्यक्तित्व भी थे। शौर्य, समर्पण और बलिदान से परिपूर्ण उनका जीवन न केवल भारतवासियों के लिए प्रेरणापुंज है बल्कि समस्त विश्व के लिए एक पाथेय का कार्य भी करता है। वे शिक्षा के प्रचार-प्रसार को विशेष महत्व दिया करते थे। उन्होंने कहा कि किसी भी देश के समन्वित विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण माध्यम शिक्षा है। शिक्षा से समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व और दिशा निर्देशन में तैयार की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में मनुष्य से मानवता तक और अतीत से आधुनिकता तक सभी बिंदुओं का समावेश है। नई शिक्षा नीति समय की मांग थी। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृतकाल में नए भारत के निर्माण और सामर्थ्य को सार्थक करने में यह शिक्षा नीति अपनी प्रभावी भूमिका का निर्वहन करने में सफल होगी। नई शिक्षा नीति में मातृभाषा और क्षेत्रीय भाषाओं के प्रयोग पर विशेष बल दिया गया है। यह कदम जहां एक ओर देश के सर्वांगीण विकास हेतु सहायक सिद्ध होगा वहीं देश को एकता के एक सूत्र में पिरोने का कार्य भी करेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में कौशल विकास अभियान के तहत ’’युवा भारत-नया भारत’’ से युवाओं को प्रोत्साहन मिला है। युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु इस शिक्षा नीति में जो विशेष प्राविधान किए गए हैं वे “आत्मनिर्भर“ भारत के लिए नींव का पत्थर साबित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक शिक्षित और संस्कारी समाज के निर्माण में शिक्षकों की विशेष भूमिका रहती है। नई शिक्षा नीति के बेहतर क्रियान्वयन के लिए सभी शिक्षकों को पूरे मनोयोग से कार्य करने होंगे। यह महान कार्य तभी पूर्ण होगा जब नई शिक्षा नीति पूर्ण रूप से पूरे देश में लागू हो जाएगी। शिक्षा नीति को लागू करने के इस अभियान में हमारे शिक्षक पूर्ण उत्साह से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देश का प्रथम राज्य है जिसने स्कूली शिक्षा एवं उच्च शिक्षा दोनों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2022 को लागू किया है।
इस अवसर पर सांसद श्री लल्लू सिंह, एसजीटी विश्वविद्यालय के चांसलर श्री राम बहादुर राय, कुलपति प्रो.ओ.पी.कालरा, श्रीमती मधुप्रीत कौर चावला, श्री मनमोहन सिंह चावला, विश्वविद्यालय के अध्यापक एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
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सोबन सिंह जीना परिसर में वार्षिक दिवस समारोह आयोजित हुआ
अल्मोड़ा(अशोक कुमार पाण्डेय)सोबन सिंह जीना परिसर में अपराह्न 12 बजे से वार्षिक दिवस समारोह:2019-20 का आयोजन किया गया। वार्षिक दिवस समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि रूप में अधिष्ठाता प्रशासन प्रो प्रवीण सिंह बिष्ट, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो इला साह, कुलानुशासक डॉ मुकेश सामंत ), प्रो अरविंद अधिकारी (संकायाध्यक्ष, कला) प्रो जया उप्रेती (संकायाध्यक्ष,विज्ञान),प्रो भीमा मनराल (संकायाध्यक्ष, शिक्षा), प्रो सोनू द्विवेदी (संकायाध्यक्ष, दृश्यकला), प्रो एम एम जिन्नाह (संकायाध्यक्ष, वाणिज्य),प्रो जे एस बिष्ट (संकायाध्यक्ष, विधि) आदि ने दीप प्रज्ज्वलित करने के साथ किया।
उद्घाटन अवसर पर संगीत विभाग के विद्यार्थियों ने वंदना गीत एवं अथियों के स्वागत में स्वागत गीत का गायन किया।
अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो इला साह ने मुख्य अतिथि के साथ समस्त संकायाध्यक्षों, छात्रसंघ के पदाधिकारियों का स्वागत स्वागत किया।
मुख्य अतिथि प्रो प्रवीण सिंह बिष्ट ने सभी को सद्भावनापूर्वक छात्रसंघ चुनाव में भागीदारी करने की बात कही। और कहा कि सभी विद्यार्थी तन्मयता के साथ कार्य करते हुए इस विश्वविद्यालय के उन्नयन के लिए कार्य करें।
अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो इला साह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे छात्रों में बहुत प्रतिभा है। वे सभी अपने कार्यों से इस विश्वविद्यालय के मान सम्मान को बनाये रखें। उन्होंने छात्रसंघ प्रतिनिधियों को सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दी।
समारोह में छात्र संघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती, छात्रा उपाध्यक्ष मेघा डसीला, महासचिव नवीन कनवाल, उपसचिव दीपक तिवारी, कोषाध्यक्ष राहुल अधिकारी, गोकुल मेहरा (विज्ञान संकाय प्रतिनिधि), अर्जुन कुमार सहित विभिन्न संकायों के प्रतिनिधियों ने संबोधित किया। अतिथियों द्वारा उन्हें स्मृति चित्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अतिथियों ने एनएसएस, एनसीसी कैडेट्स, परिसर के खिलाड़ियों, विभिन्न संकायों के अव्वल आये विद्यार्थियों को सम्मानित क़िया जिस।
समारोह में छात्रसंघ चुनाव प्रभारी डॉ देवेंद्र सिंह बिष्ट, लियाकत अली (विश्वविद्यालय क्रीड़ा प्रभारी), प्रकाश भट्ट, मनीष तिवारी, श्री देवेन्द्र धामी, प्रो निर्मला पंत, प्रो इला बिष्ट, डॉ गीता खोलिया,प्रो वी डी एस नेगी, डॉ देवेंद्र धामी, डॉ नवीन भट्ट, प्रो शेखर चन्द्र जोशी, प्रो कौस्तुबानन्द पांडे, डॉ संदीप, डॉ नंदन सिंह बिष्ट, प्रो निर्मला पंत, डॉ साक्षी तिवारी,डॉ माया गोला, डॉ दीपक, डॉ तेजपाल सिंह, डॉ सबीहा नाज, डॉ वंदना जोशी, डॉ कुसुमलता आर्य, डॉ पुष्पा वर्मा, डॉ ललित जोशी (विश्वविद्यालय मीडिया प्रभारी), डॉ योगेश मैनाली आदि सहित सैकड़ों की संख्या में शिक्षक, छात्र एवं शिक्षणेत्तर कर्मी शामिल हुए।
संचालन प्रो मधुलता नयाल एवं डॉ संजीव आर्या ने और आभार कुलानुशासक डॉ मुकेश सामंत ने किया।
इस छात्रसंघ चुनाव में भागीदारी करने के लिए विभिन्न पदों के लिए प्रतिनिधियों ने चुनाव हेतु 34 मतपत्र खरीदे। चुनाव अधिकारी प्रो इला साह ने समारोह उपरांत छात्रसंघ चुनाव की घोषणा की।
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सीडीओ पौड़ी ने किसान क्रेडिट कार्ड के सम्बंध में सम्बंधित अधिकारियों के साथ बैठक की।
मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पांडे ने किसान क्रेडिट कार्ड के सम्बंध में सम्बंधित अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को किसान क्रेडिट कार्ड योजना से अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित करने हेतु हर सम्भव प्रयास किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिस विभाग को जो लक्ष्य दिया है वह उसकी प्रगति बढ़ाएं। उन्होंने परियोजना निदेशक डीआरडीए को निर्देशित किया कि प्रतिदिन सम्बंधित अधिकारियों से केसीसी प्रगति की जानकारी ले तथा उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।
मुख्य विकास अधिकारी ने कृषि अधिकारी को विकासखण्ड स्तर के अधिकारियों को लक्ष्य देने तथा किसानों को योजना की सम्पूर्ण जानकारी देने को कहा। उन्होंने उद्यान अधिकारी को निर्देशित किया कि संपूर्ण जानकारी के साथ बैठक में आए तथा केसीसी का प्लान तैयार कर उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। कहा कि किसानों के लक्ष्य के सापेक्ष किसान क्रेडिट कार्ड बनवाएं, जिससे वह समय पर स्वरोजगार कर अपनी आर्थिकी मजबूत बना सकेंगे। उन्होंने लीड बैंक अधिकारी को कहा कि बैंक में किसानों के जो फार्म जमा हैं, उन्हें स्वीकृति प्रदान करें। मुख्य विकास अधिकारी ने किसानों को क्रेडिट कार्ड लेने हेतु जागरूक किया जाने के निर्देश देते हुए कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जाने के लिए विभागों और बैंकों के लिए लक्ष्य निर्धारित किये हैं वह उसकी प्रगति बढ़ाएं।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक डीआरडीए संजीव कुमार राय, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेंद्र सिंह चौधरी, सहकारिता अधिकारी सुमन कुमार, मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी पीएस बिष्ट व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।