राज्यपाल ने ‘‘साइबर एनकाउंटर्स’’ पुस्तक-परिचर्चा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।#मुख्यमंत्री  ने सचिवालय स्थित आपदा कन्ट्रोल रूम का औचक निरीक्षण#मुख्यमंत्री  ने सचिवालय स्थित आपदा कन्ट्रोल रूम का औचक निरीक्षण-www.janswar.com

 देहरादून 25 जून, 2023

-अरुणाभ रतूडी़

राज्यपाल ने ‘‘साइबर एनकाउंटर्स’’ पुस्तक-परिचर्चा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने रविवार को राजभवन ऑडिटोरियम में ‘‘साइबर एनकाउंटर्स’’ पुस्तक-परिचर्चा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। पुस्तक के लेखक डीजीपी अशोक कुमार, सहलेखक ओ. पी. मनोचा के साथ ही अभिनव पाण्डे और पूजा मारवाह के संचालन में वर्तमान परिदृश्य में साइबर अपराधों की बढ़ती चुनौतियों के साथ ही पुस्तक के विभिन्न पहलुओं और वर्तमान में इसकी उपयोगिता के संबंध में चर्चा की। इस दौरान उन्होंने साइबर सुरक्षा से सम्बन्धित लोगों के विभिन्न प्रश्नों के उत्तर भी दिए।

इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि यह पुस्तक वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए बेहद महत्वपूर्ण विषय पर लिखी गई है। इसके द्वारा साइबर अपराध से बचने में पाठकों को मदद मिलेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि ’’साइबर एनकाउंटर्स’’ पुस्तक साइबर अपराधों की रोकथाम की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। राज्यपाल ने कहा कि साइबर अपराध वर्तमान समय में हम सब के सामने एक बड़ी चुनौती है और इसमें निरंतर कई लोग साइबर ठगी का शिकार बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें तकनीकी एवं इंटरनेट का इस्तेमाल सजगता के साथ करना चाहिए। उन्होंने कहा कि संसाधनों के विकास के साथ-साथ उनके खतरों के प्रति भी सचेत रहने की जरुरत है।

राज्यपाल ने कहा कि हमारे विभिन्न तंत्र साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में गहनता से कार्य कर रहे हैं। हमारी पुलिस प्रणाली का कार्य बहुत चुनौतीपूर्ण है। पुलिस बल भौतिक और वर्चुअल चुनौतियों से निपटने के लिए सदैव कार्यशील रहते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी पुलिस हर प्रकार के अपराध से निपटने के लिए पूर्णतः सक्षम है और वह सराहनीय कार्य कर रही है। साइबर अपराध से निपटना केवल पुलिस और कानून की ही जिम्मेदारी नहीं है बल्कि इसके लिए हर एक नागरिक की जागरूकता और सामूहिक प्रयास बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढ़ांचे और अपनी प्रौद्योगिकी को उन्नत बनाने के साथ-साथ हर स्तर पर प्रशिक्षण से सजगता और जागरूकता लाए जाने की जरूरत है। स्कूल और कॉलेजों के साथ मिलकर शिक्षा में साइबर सुरक्षा के प्रति बच्चों को बताया जाना आवश्यक है।

राज्यपाल ने कहा कि इस पुस्तक के माध्यम से साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में जागरूकता लाने के लिए अच्छा प्रयास किया गया है इसके लिए उन्होंने डीजीपी अशोक कुमार और उनके सहयोगी श्री ओ. पी मनोचा के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रयास किया जाय कि इस पुस्तक को अधिक से अधिक लोग पढ़ें और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें।

पुस्तक के लेखक डीजीपी अशोक कुमार ने साइबर अपराध से जुड़ी अनेक घटनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि साइबर अपराध से बचाव के लिए हमें किस प्रकार सतर्क रहना चाहिए। साइबर अपराध और उससे पार पाने के लिए हमारे सामने क्या चुनौतियां हैं, इसकी भी उन्होंने जानकारी दी। इस अवसर पर विभिन्न स्कूल/कॉलेजों के छात्र-छात्राओं के अलावा अनेक गणमान्य लोग इस पुस्तक परिचर्चा में उपस्थित रहे।

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 मुख्यमंत्री  ने सचिवालय स्थित आपदा कन्ट्रोल रूम का औचक निरीक्षण

मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून सचिवालय स्थित आपदा कन्ट्रोल रूम का औचक निरीक्षण कर प्रदेश में बारिश की स्थिति का लिया जायजा।

सभी जिलों के साथ परस्पर संवाद एवं समन्वय लगातार बनाकर रखें: धामी।

किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए हरदम अलर्ट रहें सभी विभाग: धामी।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सचिवालय स्थित राज्य आपदा प्रबंधन कन्ट्रोल रूम का औचक निरीक्षण कर प्रदेश भर में जारी भारी बारिश की स्थिति के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा कंट्रोल रूम से प्रदेश में मौसम की वर्तमान स्थिति, बारिश की स्थिति,  बारिश से हुए जलभराव एवं नुकसान के बारे में जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि राज्य के अंतर्गत जिन जिलों में अत्यधिक बारिश जारी है एवं आगे भी भारी वर्षा की संभावना है। उन सभी जिलों के साथ परस्पर संवाद एवं समन्वय बनाकर रखें। ताकि आपातकाल की स्थितियों से समय रहते निपटा जा सके। उन्होंने अधिकारियों को आपदा राहत एवं बचाव कार्यों हेतु हमेशा अलर्ट मोड के रहने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश भर में नदी एवं नालों के इर्द-गिर्द रहने वाले लोगों को सतर्कता बरतने को कहा जाए। लोगों को पुनर्वास करने की स्थिति में प्रत्येक जिले में पर्याप्त मात्रा में रैन बसेरा, राहत सामग्री हो। इसका भी विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा जलभराव की स्थिति में पानी निकासी की पर्याप्त व्यवस्था हो। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थलों पर एडवांस में जेसीबी मशीन की भी व्यवस्था हो। उन्होंने कहा स्वास्थ्य, पुलिस, एस.डी.आर.एफ कर्मियों की आपदा की दृष्टि से पर्याप्त व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने चारों धामों में यात्रियों की संख्या, भारी बारिश के बीच चार धामों की वर्तमान स्थिति की भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने श्री केदारनाथ धाम का ऑनलाइन माध्यम से लाइव अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जिला अधिकारी हरिद्वार, जिलाधिकारी पिथौरागढ़, जिलाधिकारी चमोली से फोन से वार्ता कर वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की मुख्यमंत्री ने हरिद्वार शहर के विभिन्न इलाकों में हो रहे जलभराव की स्थिति से जल्द निपटने के निर्देश दिए। उन्होंने आपदा की दृष्टि से संवेदनशील सीमांत क्षेत्र चमोली एवं पिथौरागढ़ में भी अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए।
इस दौरान सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

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विश्व नशा निषेध दिवस की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेश को नशामुक्त बनने में सहयोग की अपील की

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने विश्व नशा निषेध दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में प्रदेशवासियों से उत्तराखण्ड को नशा मुक्त प्रदेश बनाने में सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि नशा हमारे युवाओं का भविष्य बरबाद कर रहा है। समाज के साथ युवाओं के बेहतर भविष्य के लिये सभी को नशा मुक्ति की दिशा में पहल करनी होगी।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नशा मुक्त भारत के लक्ष्यों की पूर्ति हेतु सभी प्रदेश वासियों से शपथ लेने की अपील भी की है।

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