राज्यपाल ने वीर माधोसिंह प्रोद्येगिकी विश्वविद्यालय दीक्षान्त समारोह में मुख्यअतिथि के रूप में प्रतिभाग किया# मुख्यमंत्री ने सुद्धोवाला में किया आई.आर.बी- (द्वितीय) के प्रशासनिक भवन का लोकार्पण# मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा हेतु आये नवयुवकों से अपील की कि बुजुर्ग यात्रियों को पहले दर्शन करने दें।# वित्तमंत्री वित्तीय बजट 2022-23 के लिए संगठनों से लेंगे सुझाव।www.janswar.com

 

-नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी

 

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शुक्रवार को वीर माधो सिंह भण्डारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, देहरादून के छठे दीक्षान्त समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री सुबोध उनियाल भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम से पूर्व राज्यपाल ने विश्वविद्यालय प्रांगण में शहीदों की स्मृति में बनी ‘वाल ऑफ हिरोज’ पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

दीक्षान्त समारोह में उपस्थित छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने सभी मेडल और डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकों को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के आदर्श वीर माधो सिंह भण्डारी हैं जो हम सबके लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। उनकी महान वीरता, तकनीकी कुशलता, दृढ़ संकल्प और कुशलता को हम आज भी याद करते हैं। उन्होंने तकनीकी क्षेत्र के युवाओं, विद्धानों, शिक्षण संस्थानों और नेतृत्वकर्ताओं से अतीत के समृद्धशाली इतिहास को सामने लाने का आग्रह किया।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखण्ड के विकास का संकल्प लेकर हमें तकनीकी के बल पर कार्य करना होगा। यहाँ की जल विद्युत परियोजनाएं, ऑर्गेनिक खेती, पयर्टन, तीर्थाटन, साहसिक गतिविधियों के साथ-साथ हर क्षेत्र में विकास की कहानी लिखते हुए इस धरती को हरियाली, खुशहाली और समृद्धि की ओर ले जाना होगा। उन्होंने कहा कि तकनीकी व रिसर्च एक साथ मिलकर राष्ट्र के भविष्य को बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपनी पुरातन सभ्यता, संस्कृति, आयुर्वेद, योगा को कदापि नहीं भूलना चाहिए, यह उत्तराखण्ड की अलग पहचान है जो हमें अपनी जड़ों से जोड़े रखती है। संस्कृति, सभ्यता के साथ जुड़कर नई तकनीकी को अपनाना है।
राज्यपाल ने उपस्थित विद्यार्थियों से कहा कि आपको भारत और उत्तराखण्ड ही नहीं अपितु विदेशों में भी रोजगार सृजन की दिशा में कार्य करें। उन्होंने कहा कि आप लोगों के बल पर भारत को विश्व गुरू बनने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि आज के समय में तकनीकी निरंतर बदल रही है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स, मशीन लर्निंग, ड्रोन टैक्नालॉजी, डेटा सांइस व वेदर प्रिडेक्टिव मैनेजमेंट जैसी तकनीकी संसाधनों से हिमालयी जैव विविद्यता, औषधीय उत्पादन, प्राकृतिक संसाधनों को बढ़ाने के नये रास्ते खोजने होंगे। उन्होंने सभी उपाधि धारकों को उत्तराखण्ड राज्य के विकास व जनमानस के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने में सहयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने डिग्री एवं उपाधि धारकों से कहा कि अपने ज्ञान एवं कौशल के बल पर, अपने उत्कृष्ट कार्यों एवं समर्पण से भारत को आत्मनिर्भर बनाने और उत्तराखण्ड के सामाजिक एवं आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायें।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने तकनीकी क्षेत्र से जुड़े युवाओं एवं तकनीकी विशेषज्ञों को रक्षा क्षेत्र में उनकी समस्याओं के निवारण के लिए आर्मी डिजाइन ब्यूरो के साथ एक समझौता पत्र हस्ताक्षरित किया है जो देश का प्रथम राज्य विश्वविद्यालय है जिसने यह एम.ओ.यू साइन किया है। वहीं ऑनलाइन परीक्षाओं को संपादित करने में भी विश्वविद्यालय ने अच्छा प्रयोग किया है।
राज्यपाल ने कहा कि आज विश्व भारत की ओर देख रहा है। कोविड के बाद भारत ने अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति के दम पर दुनिया को नेतृत्व की क्षमता का परिचय करवाया है। उन्होंने कहा कि मा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि 21वीं सदी उत्तराखण्ड की होगी। इसके लिए हमें नित नये अनुसंधान एवं तकनीकी के बल पर प्रधानमंत्री के शब्दों को सार्थक बनाना होगा।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय प्रबंधन को दीक्षांत समारोह की सफलता की बधाई दी। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल द्वारा 308 शोधार्थियों को पी.एच.डी उपाधि व 66 विद्यार्थियों को गोल्ड़ मेडल प्रदान किए। राज्यपाल ने कहा कि उन्हें इस बात पर हर्ष है कि उपाधि एवं मेडल प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं में छात्राओं की संख्या अधिक है जो महिला शक्ति को दर्शाता है। इस दौरान उपस्थित तकनीकी शिक्षा में श्री सुबोध उनियाल ने पदक एवं उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान में रोजगार के कम अवसर हैं। आपको स्वरोजगार अपनाकर उद्यमी बनना है। उन्होंने उपस्थित डिग्री एवं उपाधि धारकों से कहा कि उपाधि प्राप्त करके रोजगार तलाशने की पंक्ति में खड़े न हो अपितु स्वयं रोजगार देने वाले इंजीनियर साबित हों। स्वरोजगार तथा अपने उद्योग साबित करने हेतु स्टार्ट अप के माध्यम से हर संभव सहयोग के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से प्रदेश की आर्थिकी एवं स्वरोजगार में सहयोग का आग्रह किया।
इस अवसर पर सचिव तकनीकी शिक्षा रविनाथ रामन ने सभी उपाधि एवं पदक धारकों को बधाई देते हुए कहा कि कुशल इंजीनियर बनकर देश के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी अभूतपूर्व सेवा दें। उन्होंने आशा वयक्त की कि सभी विद्यार्थी पूर्ण मनोयोग से कार्य करते हुए एक सम्पूर्ण, सुरक्षित और विकसित राष्ट्र की कल्पना को साकार करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.पी.पी.ध्यानी ने विश्वविद्यालय के क्रियाकलापों, अनुसंधान एवं नवाचारों की जानकारी दी। इस अवसर पर पदम्श्री प्रो.ए.एम.पुरोहित, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ.आर.पी.गुप्ता, वित्त नियंत्रक विक्रम सिंह जन्तवाल के अलावा विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपति, विश्वविद्यालय के कार्य परिषद एवं विद्या परिषद के सदस्यगण, उपाधि व मेडल प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
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  • मुख्यमंत्री ने सुद्धोवाला में किया आई.आर.बी- (द्वितीय) के प्रशासनिक भवन का लोकार्पण
  • पुलिस हमारी ब्रांड एम्बेसडर, प्रदेश की छवि बनाने में महत्वपूर्ण हैं पुलिसकर्मी- मुख्यमंत्री

    मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सुद्धोवाला स्थित आई.आर.बी द्वितीय के प्रशासनिक भवन का लोकार्पण एवं द्वितीय चरण के भवनों का शिलान्यास किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश सभी विभागों एवं कार्यदायी संस्थाओं को दिये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में चार धाम यात्रा पूरे चरम पर है ऐसे में पुलिस की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। देश दुनिया से आने वाले श्रद्धालु देवभूमि से अच्छा संदेश लेकर जाएं यह सबकी जिम्मेदारी है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड पर्यटन प्रदेश है और पुलिस हमारी ब्रांड एंबेसडर है।  पुलिस के ध्येय वाक्य मित्रता, सेवा और सुरक्षा को चरितार्थ करने के लिए पूरे मनोयोग काम करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम यात्रा को लेकर सरकार लगातार मॉनिटरिंग कर रही है। बीते 2 सालों में कोविड संक्रमण के कारण यात्रा नहीं चल पाई है ऐसे में इस बार यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम यात्रा हमारी चुनौती है लेकिन सरकार इसे सुव्यवस्थित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। चारधाम यात्रा शुरू होने से पूर्व यात्रा से संबंधित सभी व्यवस्थाओं कई महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित की गई। चारधाम यात्रा से जुड़े सभी क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक की गई।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बीते कुछ समय में चार धाम यात्रा में जितने भी घटनाएं हुई हैं, वह यात्रा में अव्यवस्था एवं भगदड़ मचने से नहीं बल्कि अन्य स्वास्थ्यगत कारणों से हुई है। मुख्यमंत्री ने चार धाम यात्रा पर आने वाले नौजवानों से अनुरोध करते हुए कहा है कि नौजवान पहले बुजुर्ग एवं महिलाओं को दर्शन करने का मौका दें। मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस विभाग नियमों का कड़ाई से पालन करें और अतिरिक्त सावधानी बरते। स्मार्ट पुलिसिंग के लिए तकनीक का अधिक से अधिक इस्तेमाल करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड नवोदित राज्य है। प्रदेश 22वें साल में पहुंच गया है ऐसे में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि एसओजी, एसटीएफ, साइबर सेल जैसे अलग-अलग शाखाओं में काम करने वाले पुलिसकर्मियों की स्पेशल ट्रेनिंग कराई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने पुलिसकर्मियों के कोविड काल  में किए गए कार्यों को प्रोत्साहित करते हुए 10 हज़ार रुपए की सम्मान राशि दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 1700 कांस्टेबल की भर्ती प्रक्रिया गतिमान है सरकार आगे भी पुलिस जवानों की भर्ती प्रक्रिया कराएगी। उन्होंने कहा कि आईआरबी 3 बटालियन के गैरसैंण में गठन के लिए जो प्रस्ताव आया है, सरकार उसका परीक्षण करवाएगी।
अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि सरकार सरलीकरण, समाधान और संतृष्टि के भाव से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस जवान हमेशा फर्स्ट रिस्पांडर के रूप में काम करते हैं और चार धाम में भी पुलिस अपनी भूमिका बखूबी निभा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मी यात्रियों के साथ विनम्रता का व्यवहार करें ताकि उत्तराखण्ड की छवि और बेहतर बनाया जा सके। अपर मुख्य सचिव ने पुलिस परिवार की महिलाओं और बच्चों पर विशेष ज़ोर देते हुए उनके कल्याण हेतु  महत्वपूर्ण कदम उठाने के सुझाव दिए। कार्यक्रम पुलिस महानिदेशक  अशोक कुमार ने आईआरबी के गठन, उसके उपयोग एवं भविष्य के कार्य योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस दौरान विधायक सहसपुर सहदेव सिंह पुंडीर, एडीजी पी.वी.के. प्रसाद समेत पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के दृष्टिगत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को सुव्यवस्थित और नियमानुसार यात्रा संचालन के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने चारों धामों में वीआईपी दर्शन की व्यवस्था को समाप्त करते हुए एक समान व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस विभाग नियमों का कड़ाई से पालन करें और अतिरिक्त सावधानी बरते।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम यात्रा को लेकर सरकार लगातार मॉनिटरिंग कर रही है। बीते 2 सालों में कोविड संक्रमण के कारण यात्रा नहीं चल पाई है ऐसे में इस बार यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम यात्रा हमारी चुनौती है लेकिन सरकार इसे सुव्यवस्थित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बीते कुछ समय में चार धाम यात्रा में जितनी भी कैजुअल्टीज हुई हैं वह यात्रा में अव्यवस्था एवं भगदड़ मचने से नहीं बल्कि अन्य स्वास्थ्यगत कारणों से हुई है। मुख्यमंत्री ने चार धाम यात्रा पर आने वाले नौजवानों से अनुरोध करते हुए कहा है कि नौजवान पहले बुजुर्ग एवं महिलाओं को दर्शन करने का मौका दें।

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बजट 2022-23 के लिए सीएम की मौजूदगी में वित्त मंत्री लेंगे प्रतिनिधि समूहों से सुझाव

14 मई को नैनीताल क्लब, नैनीताल में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में लिए जाएँगे सुझाव

गढ़वाल में देहरादून और कुमायूँ मंडल के नैनीताल में होगा संवाद कार्यक्रम

बजट को लेकर प्रतिनिधि समूहों के सदस्यों की अपेक्षाएं और सुझावों पर होगी वार्ता

प्री बजट स्टेक होल्डर्स कंसल्टेंशन के तहत बजट 2022-23 के निर्माण में गढ़वाल और कुमायूँ मंडल में प्रतिनिधि समूहों के साथ प्रदेश के वित्त मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल  पहली बार एक संवाद कार्यक्रम के तहत वार्ता करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहेंगे।

वित्तमंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल  ने बताया कि उत्तराखंड के बजट 2022-23 के निर्माण में जन सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए पहली बार एक संवाद कार्यक्रम किया जाएगा। जिससे उत्तराखंड के बजट में उनकी इच्छा के अनुरूप कल्याणकारी योजनाओं को शामिल किया जा सके।
यह संवाद कार्यक्रम कुमाऊं मंडल के नैनीताल और गढ़वाल मण्डल के देहरादून में आयोजित होगा।  नैनीताल क्लब, नैनीताल में यह कार्यक्रम 14 मई को शाम चार बजे आयोजित किया जाएगा। जिसमें मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी की मौजूदगी में कुमायूँ मंडल से संबंधित समूहों जैसे होटल व रेस्टोरेंट एसोसिएशन, टूर ऑपरेटर एसोसिएशन, ट्रेड एसोसिएशन, सिडकुल एसोसिएशन, डेयरी फेडरेशन, चार्टड अकाउंटेंट आदि से सुझाव लिया जाना है।

वित्तमंत्री के अनुसार  कुमायूँ मंडल के अंतर्गत जिला पंचायत अध्यक्ष, मेयर आदि को भी संवाद कार्यक्रम का हिस्सा बनाते हुए सुझाव लिए जाएंगे। बताया कि विभिन्न प्रतिनिधि समूहों की अपेक्षाएं, उनके सुझावों को ध्यान में रहते हुए उत्तराखंड का बजट 2022-23 बनाया जाएगा। जिसमें सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की भावना निहित हो। कहा कि बजट में राज्य के सुगम और दुर्गम इलाकों में निवासरत लोगों को लाभ मिले, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा। इस दौरान बजट से सम्बंधित सभी अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
आगामी विधानसभा सत्र में वर्ष 2022-23 का बजट प्रस्तुत किया जाना है।  जिसकी तैयारी में  सरकार जुट गयी है।वित्त विभाग की ओर से विभिन्न विभागों से भी बजट संबंधी प्रस्ताव मांगे जा रहे हैं।